<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News:</strong> राजधानी दिल्ली के आउटर जिले में अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए तैनात पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. सुल्तानपुरी थाना पुलिस ने दो अलग-अलग घटनाओं में दो ऐसे शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है जो सड़कों पर खून फैलाने की तैयारी में थे.<br /><br />दोनों के पास से देसी पिस्तौलें और जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. दोनों की गिरफ्तारी ने न सिर्फ इलाके में दहशत के साये को कम किया है बल्कि यह भी साफ कर दिया है कि दिल्ली पुलिस रात में भी चैन से नहीं बैठती.<br /><br /><strong>गिरफ्तार मोनू पर पहले से दर्ज हैं 13 मामले</strong><br />11 अप्रैल की रात सी-2 पार्क के पास जब हेड कॉन्स्टेबल छोटे लाल गश्त पर थे, तभी एक युवक की संदिग्ध हरकतों ने उनका ध्यान खींचा. युवक पुलिस को देखकर भागने लगा. लेकिन दिल्ली पुलिस के जवान पीछा करने में माहिर हैं. कुछ ही पलों में वह पकड़ा गया. नाम पूछा गया—तो निकला विपिन उर्फ मोनू. तलाशी में एक देसी पिस्टल और जिंदा कारतूस बरामद हुआ.<br /><br />जैसे ही पुलिस ने रिकॉर्ड चेक किया, चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए विपिन पहले से 13 संगीन आपराधिक मामलों में शामिल है—लूट, झपटमारी, चोरी और अवैध हथियार रखने जैसे संगीन मामले. थाने में ‘BC’ यानी ‘बदमाश घोषित’ था. एफआईआर नंबर 269/2025 के तहत गिरफ्तार, मोनू अब सलाखों के पीछे है जहां वह शायद खुद से पूछेगा कि दिल्ली की सड़कों पर खौफ फैलाना क्या वाकई उसके लिए फायदे का सौदा था?</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आरोपी के पास से भी मिला हथियार</strong><br />उसी रात, दूसरी सफलता भी पुलिस के हाथ लगी. हेड कॉन्स्टेबल विपिन जलेबी चौक के पास गश्त पर थे जब उन्होंने फूल वाला पार्क के पास एक युवक को संदेहास्पद अवस्था में देखा. पुलिस को देखते ही वह भागा, लेकिन यह दिल्ली पुलिस है—कुछ ही मिनटों में उसे काबू कर लिया गया. युवक की पहचान हुई नाज़िम उर्फ अज़ीम, उम्र 28 साल. इसके पास से भी एक देसी पिस्तौल और एक जिंदा कारतूस मिला. रिकॉर्ड चेक करने पर खुलासा हुआ कि वह भी 7 आपराधिक मामलों में शामिल है. चोरी और हथियार रखने के मामलों में उसकी गिनती ‘साइलेंट ऑपरेटर’ के रूप में होती थी. उसके खिलाफ एफआईआर नंबर 270/2025 दर्ज कर उसे भी जेल भेज दिया गया.<br /><br /><strong>दोनों की गिरफ्तारी से क्या टल गया कोई बड़ा अपराध ?</strong><br />पुलिस सूत्रों का कहना है कि जिस तरह दोनों आरोपियों के पास हथियार और कारतूस थे, उससे आशंका है कि ये कोई बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे. समय रहते पकड़ लिया जाना, कई निर्दोषों की जान बच गया होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”दिल्ली पुलिस ने गैंगस्टर हाशिम बाबा के सबसे करीबी क्रिमिनल को किया गिरफ्तार, 7 साल से था फरार” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-police-arrested-gangster-hashim-baba-closest-criminal-absconding-for-7-years-ann-2924146″ target=”_self”>दिल्ली पुलिस ने गैंगस्टर हाशिम बाबा के सबसे करीबी क्रिमिनल को किया गिरफ्तार, 7 साल से था फरार</a> </strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Crime News:</strong> राजधानी दिल्ली के आउटर जिले में अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए तैनात पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. सुल्तानपुरी थाना पुलिस ने दो अलग-अलग घटनाओं में दो ऐसे शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है जो सड़कों पर खून फैलाने की तैयारी में थे.<br /><br />दोनों के पास से देसी पिस्तौलें और जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. दोनों की गिरफ्तारी ने न सिर्फ इलाके में दहशत के साये को कम किया है बल्कि यह भी साफ कर दिया है कि दिल्ली पुलिस रात में भी चैन से नहीं बैठती.<br /><br /><strong>गिरफ्तार मोनू पर पहले से दर्ज हैं 13 मामले</strong><br />11 अप्रैल की रात सी-2 पार्क के पास जब हेड कॉन्स्टेबल छोटे लाल गश्त पर थे, तभी एक युवक की संदिग्ध हरकतों ने उनका ध्यान खींचा. युवक पुलिस को देखकर भागने लगा. लेकिन दिल्ली पुलिस के जवान पीछा करने में माहिर हैं. कुछ ही पलों में वह पकड़ा गया. नाम पूछा गया—तो निकला विपिन उर्फ मोनू. तलाशी में एक देसी पिस्टल और जिंदा कारतूस बरामद हुआ.<br /><br />जैसे ही पुलिस ने रिकॉर्ड चेक किया, चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए विपिन पहले से 13 संगीन आपराधिक मामलों में शामिल है—लूट, झपटमारी, चोरी और अवैध हथियार रखने जैसे संगीन मामले. थाने में ‘BC’ यानी ‘बदमाश घोषित’ था. एफआईआर नंबर 269/2025 के तहत गिरफ्तार, मोनू अब सलाखों के पीछे है जहां वह शायद खुद से पूछेगा कि दिल्ली की सड़कों पर खौफ फैलाना क्या वाकई उसके लिए फायदे का सौदा था?</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आरोपी के पास से भी मिला हथियार</strong><br />उसी रात, दूसरी सफलता भी पुलिस के हाथ लगी. हेड कॉन्स्टेबल विपिन जलेबी चौक के पास गश्त पर थे जब उन्होंने फूल वाला पार्क के पास एक युवक को संदेहास्पद अवस्था में देखा. पुलिस को देखते ही वह भागा, लेकिन यह दिल्ली पुलिस है—कुछ ही मिनटों में उसे काबू कर लिया गया. युवक की पहचान हुई नाज़िम उर्फ अज़ीम, उम्र 28 साल. इसके पास से भी एक देसी पिस्तौल और एक जिंदा कारतूस मिला. रिकॉर्ड चेक करने पर खुलासा हुआ कि वह भी 7 आपराधिक मामलों में शामिल है. चोरी और हथियार रखने के मामलों में उसकी गिनती ‘साइलेंट ऑपरेटर’ के रूप में होती थी. उसके खिलाफ एफआईआर नंबर 270/2025 दर्ज कर उसे भी जेल भेज दिया गया.<br /><br /><strong>दोनों की गिरफ्तारी से क्या टल गया कोई बड़ा अपराध ?</strong><br />पुलिस सूत्रों का कहना है कि जिस तरह दोनों आरोपियों के पास हथियार और कारतूस थे, उससे आशंका है कि ये कोई बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे. समय रहते पकड़ लिया जाना, कई निर्दोषों की जान बच गया होगा.</p>
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