<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली चुनाव में गठबंधन के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच सहमति अंतिम चरण में है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस को 15 सीटें और अन्य इंडिया गठबंधन के दलों को 1-2 सीटें दी जा सकती हैं. इसके अलावा अन्य सीटों पर आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ेगी.</p> <p style=”text-align: justify;”>दिल्ली चुनाव में गठबंधन के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच सहमति अंतिम चरण में है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस को 15 सीटें और अन्य इंडिया गठबंधन के दलों को 1-2 सीटें दी जा सकती हैं. इसके अलावा अन्य सीटों पर आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ेगी.</p> दिल्ली NCR अतुल सुभाष के सुसाइड के बाद बिलखते हुए पिता बोले- ‘बेटा कहता था, कोर्ट में हमें न्याय नहीं मिलेगा’
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ट्रेन ड्राइवर का पेपर देने आया…ट्रेन से दोनों पैर कटे:कानपुर में चढ़ते समय गिरा, भाई बोला- मां-बाप की उम्मीदों के पैर कट गए
ट्रेन ड्राइवर का पेपर देने आया…ट्रेन से दोनों पैर कटे:कानपुर में चढ़ते समय गिरा, भाई बोला- मां-बाप की उम्मीदों के पैर कट गए ‘ये मेरे भाई के पैर नहीं कटे, उन सपनों के पर कट गए, जो मेरे भाई के साथ पूरे परिवार ने देखे थे। वह पढ़ने में बहुत तेज है। हर परीक्षा दे रहा है, ताकि उसे कहीं सरकारी नौकरी मिल जाए। हम सभी को उम्मीद थी कि एक न एक दिन वह कामयाब होगा और घर की आर्थिक स्थिति सुधारेगा। लेकिन, अब भाई के दोनों पैरों के कट जाने से ये उम्मीद भी टूट गई। ये वाला पेपर देने के लिए वह अपनी बहन की शादी में भी शामिल नहीं हुआ। एक दिन पहले ही तो बहन विदा हुई थी। मैंने मां-पिता को नहीं बताया कि भाई के दोनों पैर कट गए हैं। किस मुंह से बताऊं कि उनकी उम्मीदें और सपने अब अपंग हो गए।’ यह कहते-कहते कुलदीप फफक कर रो पड़े। कुलदीप अमरदीप यादव उर्फ संजीव के बड़े भाई हैं। वह प्रयागराज में ऑटो चलाते हैं। कानपुर के उसी हैलट अस्पताल में हैं, जहां उनका भाई अमरदीप भर्ती हैं। उन्होंने कहा, इस हादसे ने भाई को तोड़ कर रख दिया है। परिवार की उम्मीदें भी खत्म हो गईं। वह रेलवे के असिस्टेंट लोको पायलट की परीक्षा देने आया था। क्या पता था कि उसी रेलवे की ट्रेन से उसके दोनों पैर कट जाएंगे। अब पढ़िए पूरा मामला… प्रयागराज के आरओ 77/6 शिवकुटी के रहने वाले अमरदीप यादव उर्फ संजीव बुधवार को रेलवे की असिस्टेंट लोको पायलट की परीक्षा देने कानपुर आए थे। उनके साथ उनके दोस्त अमित मिश्रा भी थे। उनकी परीक्षा पहली पाली में थी। परीक्षा देने के बाद घर जाने के लिए शाम को ट्रेन पकड़ने कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर पहुंचे। यहां वह और अमित प्लेटफार्म नंबर- 5 पर ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। करीब सवा 9 बजे प्लेटफार्म पर दिल्ली से रांची जा रही राजधानी एक्सप्रेस आ गई। भीड़ ज्यादा थी, तो वह भी ट्रेन में चढ़ने की कोशिश करने लगे। इसी बीच ट्रेन चल दी। अमित तो ऊपर चढ़ गए, लेकिन भीड़ ज्यादा होने के कारण अमरदीप का पैर फिसल गया। इससे वह प्लेटफार्म और ट्रेन के बीच में फंस गए। उनके दोनों पैर कट गए। GRP ने मौके पर पहुंचकर अमरदीप को बाहर निकाला और हैलट में भर्ती कराया। इस बीच उनका दोस्त वहीं पास में बैठ गया। रोते हुए अमरदीप के कंधे पर हाथ फेर कर उन्हें दिलासा देता रहा। इस बीच रोते-रोते अमरदीप बेहोश हो गए। दोस्त अमित ने फोन कर भाई को दी सूचना
थोड़ा संभलने पर अमित ने हादसे की सूचना अमरदीप के भाई कुलदीप को दी। खबर मिलते ही वह प्रयागराज से कानपुर पहुंचे। यहां अस्पताल में भाई की हालत देखकर उनकी आंखों से आंसू बहने लगे। भाई तक आवाज न पहुंचे, इसके लिए वह वह कमरे के कोने में बैठकर रोने लगे। कुलदीप ने बताया कि मेरा भाई परिवार की स्थिति को सुधारने के लिए वह लगातार सरकारी नौकरी की परीक्षाओं को देने के लिए प्रयागराज से बाहर जाता रहता था। कानपुर में भी वह रेलवे की असिस्टेंट लोको पायलट की परीक्षा देने के लिए आया था। पिता शारदा प्रसाद यूनिवर्सिटी में कर्मचारी रहे हैं। वह रिटायर हो चुके हैं। अमरदीप के साथ पेपर देने आए दोस्त अमित मिश्रा ने बताया की अमरदीप पढ़ाई में बहुत होशियार है। उसका अधिकतर समय लाइब्रेरी में गुजरता था। —————————————————- ये भी पढ़ें… IPS इल्मा बोलीं-मैंने ईमानदारी से जिम्मेदारी निभाई, खनन माफिया-तस्करों पर नकेल कसी हिमाचल प्रदेश में खनन माफिया की कमर तोड़ने की वजह से तेज तर्रार IPS इल्मा अफरोज सियासी टकराव का सामना कर रही हैं। इल्मा ने लंबी खामोशी के बाद बुधवार को अपनी चुप्पी तोड़ी। लंबी छुट्टी पर चल रही इल्मा ने बुधवार को मुरादाबाद में एक कॉलेज में छात्राओं से हिमाचल के बद्दी जिले के अपने अनुभव साझा किए। पढ़ें पूरी खबर…
विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस:स्थानीय मुद्दों के साथ जनता के बीच पहुंचेंगे कांग्रेस कार्यकर्ता
विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस:स्थानीय मुद्दों के साथ जनता के बीच पहुंचेंगे कांग्रेस कार्यकर्ता उत्तर प्रदेश में अपनी सियासी जमीन की तलाश में लगी कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव 2027 की तैयारी शुरू कर दी है। संगठन को दुरुस्त करने के साथ ही क्षेत्रवार वोटबैंक का भी आकलन किया जा रहा है। पार्टी प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों को तीन कैटेगरी में में बांट रही हैं। पहली कैटेगरी में करीब 175 सीटें रखी जाएंगी। इसके लिए पार्टी के प्रदेश महासचिव संगठन अनिल यादव अब तक 25 जिलों का दौरा कर चुके हैं। इन जिलों में अक्टूबर से प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मंत्री अजय राय कार्यकर्ताओं को चुनाव जीतने का मंत्र देंगे। लोकसभा चुनाव 2024 में सपा-कांग्रेस का गठबंधन था। सामाजिक न्याय, जाति जनगणना और संविधान बचाओ के मुद्दे पर पार्टी को समर्थन मिला। कांग्रेस एक सीट से बढ़कर छह पर पहुंच गई हैं। अब पार्टी की रणनीति है कि विधानसभा चुनाव की तैयारी अभी से शुरू कर लिया जाए। इसके तहत पार्टी के प्रदेश महासचिव अनिल यादव ने पश्चिम और पूर्वांचल के करीब 25 जिलों का दौरा कर चुके हैं। इस दौरान पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर संगठनात्मक ढांचा के सुधार की रणनीति बनाई गई और भविष्य की तैयारियों पर चर्चा की गई।इसके साथ ही कांग्रेस से साथ जुड़ने वाले वोटबैंक का भी आकलन किया गया। इसके लिए संबंधित जिलों के सक्रिय पदाधिकारियों को लक्ष्य दिए गए हैं। ये पदाधिकारी विधानसभा क्षेत्रवार कांग्रेस की अब तक रही पैठ, वोटबैंक, जातिगत आंकड़ा और पिछले पांच चुनावों में हार- जीत के अंतर, पार्टी के लिए कौन सा मुद्दा मुफीद रहेगा, इसका ब्योरा तैयार करेंगे। दूसरे चरण में प्रदेश अध्यक्ष अजय राय इन जिलों का दौरा करेंगे। उस वक्त चिह्नित किए गए सक्रिय पदाधिकारियों की जिम्मेदारी बढ़ाई जाएगी। तीन हिस्से में बंटेंगी विधानसभा की सीटें प्रदेश के विधानसभा क्षेत्रों को तीन श्रेणी में बांटा जाएगा। करीब 175 सीटों की पहली हिस्से में रखा जाएगा। ताकि सपा के साथ गठबंधन पर बात चले तो इन सीटों की मांग की जा सके। पार्टी की रणनीति है कि हर जिले की कम से कम दो विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार उतारा जा सके। प्रदेश अध्यक्ष प्रवक्ता सचिन रावत ने बताया कि सभी विधानसभा क्षेत्रों में संगठन को दुरुस्त किया जा रहा है। सक्रिय नेताओं को संगठन से लेकर चुनाव लड़ने तक का मौका दिया जाएगा। विधानसभा चुनाव में स्थानीय मुद्दों पर होगा फोकस वही कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन रावत ने बताया की यूपी की जनता के मुद्दो पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी लगातार सक्रिय हैं। उन्होंने सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष का एलान किया है। प्रदेश में भी जनता के हितों की रक्षा लिए पार्टी सक्रिय है। हम स्थानीय मुद्दों को भी वरीयता के आधार पर उठा रहे हैं। यह सिलसिला अगले माह से विधानसभा क्षेत्रवार शुरू हो जाएगा। जहां भी जनता का शोषण होगा, उस विधानसभा में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
यूपी में योगी सरकार की मुश्किल बढ़ाएगी कांग्रेस, बड़े आंदोलन की तैयारी, करेगी विधानसभा का घेराव
यूपी में योगी सरकार की मुश्किल बढ़ाएगी कांग्रेस, बड़े आंदोलन की तैयारी, करेगी विधानसभा का घेराव <p>भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई राज्य में बड़े आंदोलन की तैयारी में है. यह जानकारी रामपुर खास से कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा मोना ने एक प्रेस वार्ता में दी. उन्होंने कहा कि18 तारीख को यूपी विधानसभा को सत्र के दौरान घेराव का निर्णय लिया है. आज यूपी की सरकार हर विषय पर फेल है चाहे वह किसान का मुद्दा हो, बेरोजगारी का मुद्दा हो, निजीकरण की एक विभीषिका आज चुनौती बनकर देश के सामने खड़ी है.</p>
<p>मिश्रा ने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर का विषय है हर मामले में सरकार असफल है और सबसे बड़ी बात यह है कि एक विधानमंडल दल के नेता के रूप में लगातार हमने प्रयास किया कि विधानसभा के अंदर सरकार का ध्यान आकृष्ट करें सरकार का ध्यान आकर्षित करें मामले पर चर्चा करें पर यह किसी से छुपा नहीं है कि लगातार यूपी विधानसभा में सरकार किसी भी तरीके की चर्चा से दूर भागती है किसी भी चीज का जवाब देने के लिए तैयार नहीं है और एक जिम्मेदार विपक्ष के रूप में एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल के रूप में यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है यह कि हम सरकार की जवाब देही उन विषयों पर तय करें इन विषयों पर यूपी की जनता ने उन पर विश्वास किया है और उनको चुनकर भेजा है.</p>
<p>बिजली के निजीकरण के मुद्दे पर मिश्रा ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि पब्लिक सेंटर में चाहे वह बिजली और यह सब सरकार की जिम्मेदारी है यह लाभ का विषय नहीं हो सकते पर क्योंकि सरकार की प्राथमिकता जनता की सेवा नहीं बल्कि पूंजीपतियों को कमाई कराना है और इसीलिए लगातार हर क्षेत्र में निजीकरण एक विभीषिका बनकर आगे बढ़ रही है.</p>
<p>मिश्रा के मुताबिक दूसरा विषय किसानों का है. उन्होंने कहा कि आज खाद की कितनी बड़ी किल्लत है ,डीएपी का दाम बढ़ रहा है और वजन कम हो रहा है और इन सब के बावजूद खाद्य मुहैया नहीं हो रही है हमने इस विषय को लगातार विधानसभा में दिखाने का प्रयास किया पर सरकार के हिसाब से सब ठीक है. गन्ना किसानों का भुगतान नहीं हो रहा है, जो पैसा सरकार ने दिया वह मिल मालिकों को दिया किसानों को नहीं दिया. आज यूपी में किसानों की लागत कहीं ज्यादा है और कमाई बहुत कम है.</p>
<p>प्रेस वार्ता में कांग्रेस नेता ने कहा कि तीसरा महत्वपूर्ण विषय युवाओं की बेरोजगारी का है. इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक 100 में से पचासी युवा बेरोजगार हैं. आज सरकार युवाओं को नौकरी नहीं दे पा रही पर उनको लाठियां जरूर दे रही है गंभीर धाराओं मुकदमे ले रही है. इस सरकार में 14 पेपर लिखकर रिकॉर्ड काम किया है. 69000 शिक्षक भर्ती मामले में कोर्ट के कहने के बावजूद सरकार को आरक्षण देना था उसपर कुछ नहीं हुआ.</p>