श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह ने आज दिल्ली हवाई अड्डे पर घरेलू उड़ान में कृपाण धारण करने वाले तीन अमृतधारी किसान नेताओं के हवाई यात्रा करने पर प्रतिबंध लगाने को सिखों की धार्मिक स्वतंत्रता और संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन बताया है। श्री अकाल तख्त साहिब के सचिवालय द्वारा जारी एक लिखित बयान में सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि कृपाण सिखों को गुरुओं द्वारा दिया गया एक पवित्र उपहार है और भारतीय संविधान ने सिखों को कृपाण पहनने का अधिकार दिया है। उन्होंने कहा कि अमृतधारी सिखों को भारत की घरेलू उड़ानों में भी एक निर्धारित आकार की कृपाण पहनकर हवाई यात्रा करने का कानूनी अधिकार दिया गया है, लेकिन आज तीन अमृतधारी किसान नेताओं को दिल्ली हवाई अड्डे पर गिरफ्तार कर लिया गया। जगजीत सिंह डल्लेवाल, स. सुखदेव सिंह भोजराज और एस. बलदेव सिंह सिरसा को कृपाण पहनकर हवाई यात्रा करने से रोकना अत्यंत निंदनीय तथा सिखों के मौलिक एवं संवैधानिक अधिकार का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को इस मामले पर तत्काल संज्ञान लेना चाहिए और दिल्ली हवाई अड्डे पर तीन पवित्र सिखों को कृपाण पहनकर यात्रा करने से रोककर संवैधानिक और कानूनी नियमों का उल्लंघन करने वाले सुरक्षा अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने हवाई अड्डे के प्राधिकरण को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है और इंदिरा गांधी इंटरनेशनल हवाई अड्डे के अधिकारियों को माफी मांगने के लिए कहा है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह ने आज दिल्ली हवाई अड्डे पर घरेलू उड़ान में कृपाण धारण करने वाले तीन अमृतधारी किसान नेताओं के हवाई यात्रा करने पर प्रतिबंध लगाने को सिखों की धार्मिक स्वतंत्रता और संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन बताया है। श्री अकाल तख्त साहिब के सचिवालय द्वारा जारी एक लिखित बयान में सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि कृपाण सिखों को गुरुओं द्वारा दिया गया एक पवित्र उपहार है और भारतीय संविधान ने सिखों को कृपाण पहनने का अधिकार दिया है। उन्होंने कहा कि अमृतधारी सिखों को भारत की घरेलू उड़ानों में भी एक निर्धारित आकार की कृपाण पहनकर हवाई यात्रा करने का कानूनी अधिकार दिया गया है, लेकिन आज तीन अमृतधारी किसान नेताओं को दिल्ली हवाई अड्डे पर गिरफ्तार कर लिया गया। जगजीत सिंह डल्लेवाल, स. सुखदेव सिंह भोजराज और एस. बलदेव सिंह सिरसा को कृपाण पहनकर हवाई यात्रा करने से रोकना अत्यंत निंदनीय तथा सिखों के मौलिक एवं संवैधानिक अधिकार का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को इस मामले पर तत्काल संज्ञान लेना चाहिए और दिल्ली हवाई अड्डे पर तीन पवित्र सिखों को कृपाण पहनकर यात्रा करने से रोककर संवैधानिक और कानूनी नियमों का उल्लंघन करने वाले सुरक्षा अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने हवाई अड्डे के प्राधिकरण को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है और इंदिरा गांधी इंटरनेशनल हवाई अड्डे के अधिकारियों को माफी मांगने के लिए कहा है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब का सबसे महंगा टोल 7 दिन से फ्री:किसानों का धरना जारी, प्रधान दिलबाग बोले- मिलीभगत से हो रही थी अवैध वसूली पंजाब के लुधियाना में सबसे महंगा लाडोवाल टोल प्लाजा पिछले 7 दिनों से पूरी तरह बंद है। किसानों ने टोल प्लाजा पर धरना दिया हुआ है। आज 8वें दिन भी टोल फ्री रहेगा। टोल कर्मचारियों ने लाडोवाल टोल प्लाजा के केबिन से अपना काफी सामान भी हटा लिया है, क्योंकि यह धरना अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा। इस टोल से हर रोज 1 करोड़ टैक्स वसूला जाता है। अभी तक करीब 7 करोड़ का टोल बचा हुआ है। 3 लाख से ज्यादा वाहन चालक मुफ्त में यात्रा कर चुके हैं। धरने को समर्थन देने के लिए हर रोज अलग-अलग समूहों और सामाजिक संगठनों के लोग पहुंच रहे हैं। जो भी टोल पर किसानों का समर्थन करने आ रहा है, धरने पर बैठे लोगों के लिए लड्डू, फल और मिठाई लेकर आ रहा है। सामाजिक संगठन और दूसरे किसान समूह किसानों के खाने-पीने का पूरा इंतजाम कर रहे हैं। आसपास के गांवों के लोग सुबह-शाम चाय और छबील का इंतजाम कर रहे हैं। दिलबाग सिंह बोले- समय सीमा हो चुकी समाप्त भारतीय किसान यूनियन के प्रधान दिलबाग सिंह गिल ने जानकारी देते हुए बताया कि यह बात सामने आई है कि इस टोल की समय सीमा समाप्त हो चुकी है। टोल पर अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध वसूली की जा रही थी। जब किसान टोल कंपनी से अपना लाइसेंस या अनुबंध दिखाने के लिए कहते हैं तो वे किसी भी तरह का अनुबंध नहीं दिखा रहे हैं। इसका मतलब यह है कि टोल कंपनी की समय सीमा समाप्त हो चुकी है और वे इसे छिपा रहे हैं ताकि यह सार्वजनिक न हो। बढ़ी हुई दरें 2 जून से लागू लाडोवाल टोल पर कार का पुराना टैक्स एक तरफ का 215 और राउंड ट्रिप का 325 था और मासिक पास 7175 था। नई दर में एक तरफ का किराया एक तरफ का 220 और राउंड ट्रिप का 330 है और मासिक पास 7360 होगा। इसी प्रकार हल्के वाहन का पुराना किराया एक तरफ का 350 और राउंड ट्रिप का 520 था और मासिक पास 11590 था। नई दर में एक तरफ का किराया एक तरफ का 355 और राउंड ट्रिप का 535 है और मासिक पास 11885 होगा। 2 एक्सल वाली बस या ट्रक का पुराना रेट एक तरफ का 730 और राउंड ट्रिप का 1095 था और मासिक पास 24285 था। नई दर में एक तरफ का 745, पीछे का 1120 और मासिक पास 24905 का होगा। तीन एक्सल वाले वाहनों का पुराना रेट एक तरफ का 795 और पीछे का 1190 था और मासिक पास 26490 था। नई दर में एक तरफ का 815 और पीछे का 1225 और मासिक पास 27170 का होगा। भारी निर्माण मशीनरी चार एक्सल वाहनों का पुराना रेट एक तरफ का 1140 और राउंड ट्रिप का 1715 था और मासिक पास 38,085 था। नई दर में एक तरफ का 1170 और पीछे का 1755 होगा और मासिक पास 39055 का होगा। सात और उससे अधिक एक्सल के लिए पुराना रेट एक तरफ का 1390, राउंड ट्रिप 2085 था। नई दर में एक तरफ का किराया 1425, वापस का 2140 और मासिक पास 47 हजार 545 होगा। इसके साथ ही टोल प्लाजा के 20 किलोमीटर के दायरे में रहने वालों के लिए पास का रेट भी 2 जून से 330 से बढ़ाकर 340 कर दिया गया है।
रोडवेज कर्मियों की हड़ताल खत्म
रोडवेज कर्मियों की हड़ताल खत्म लुधियाना| मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे पनबस-पीआरटीसी मुलाजिमों की हड़ताल समाप्त हो गई है। 8 जनवरी से बसों का संचालन होने से यात्रियों को राहत मिली है। वहीं, हड़ताल से रोडवेज की आय भी प्रभावित हुई। पंजाब रोडवेज ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन के कॉन्ट्रेक्ट कर्मचारियों की ओर से विभिन्न मांगों को लेकर 6 से 8 जनवरी तक चक्का जाम का ऐलान किया गया था। रात बारह बजे से ही बसों के पहिए थम गए थे, जिससे लुधियाना से अन्य शहरों में जाने वाले यात्री परेशान हो गए थे। दिल्ली जाने वाली बसों की संख्या कम हो गई थी जबकि अन्य शहरों में रोजाना अपडाउन करने वाले यात्रियों को भी परेशान होना पड़ा था। पीआरटीसी कॉन्ट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन ने सरकार के साथ बातचीत के बाद हड़ताल वापसी का निर्णय लिया था। बुधवार को बसों से सभी बसों का संचालन शुरू हुआ जिसके चलते यात्रियों को बसें मिल गईं।
पूर्व मंत्री आशु जमानत के लिए पहुंचे हाईकोर्ट:आज हाईकोर्ट में होगी याचिका पर सुनवाई, ईडी ने किया है गिरफ्तार
पूर्व मंत्री आशु जमानत के लिए पहुंचे हाईकोर्ट:आज हाईकोर्ट में होगी याचिका पर सुनवाई, ईडी ने किया है गिरफ्तार पंजाब में हुए टेंडर घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल में बंद चल रहे सीनियर कांग्रेसी नेता व पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु अब जमानत के लिए पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट पहुंचे हैं। उनकी तरफ से जमानत के लिए उच्च अदालत में याचिका दायर की गई है। जिस पर आज (21 नवंबर) सुनवाई होगी। वह अगस्त मा में पूछताछ के लिए जालंधर स्थित ईडी के दफ्तर में गए थे। उसके बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। अगस्त माह में किया था गिरफ्तार जालंधर ईडी की टीम ने भारत भूषण आशु को अगस्त महीने में गिरफ्तार किया था। इस समय से ही वह जेल में बंद हैं। इससे पहले ईडी ने सारे केस की स्टडी की थी। राज्य के विभिन्न स्थानों पर कई लोगों की 22.78 करोड़ रुपए की संपत्ति सीज की थी। अनाज ढुलाई टेंडर घोटाले को लेकर वर्ष 2022 में कुछ ट्रांसपोर्ट मालिकों और ठेकेदारों ने पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु पर कुछ चुनिंदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने और करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप लगाए थे। इसकी शिकायत विजिलेंस के पास की थी। मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल व्यक्तियों की कुर्क की गई संपत्तियों में लुधियाना, मोहाली, खन्ना और पंजाब के अन्य हिस्सों में स्थित अचल संपत्तियां और एफडीआर, सोने के आभूषण, बुलियन और बैंक खातों के रूप में चल संपत्तियां शामिल हैं। पहले विजिलेंस ने दर्ज किया था केस इस मामले में पंजाब विजिलेंस ने सबसे पहले ठेकेदार तेलू राम और दो अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। बाद में इस मामले में आशु का नाम भी शामिल कर लिया था। 22 अगस्त, 2022 को विजिलेंस ने लुधियाना में छापामारी कर उन्हें सैलून में बाल कटवाते समय गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में आशु करीब छह माह तक पटियाला जेल में भी बंद रहे हैं। आरोप था कि अनाज ढुलाई टेंडर घोटाले में अनाज मंडियों में आरोपित वाहनों पर नकली नंबर प्लेट लगाकर माल की ढुलाई करते थे। यही नहीं टेंडर लेने से पहले विभाग में वाहनों के गलत नंबर लिखवाए गए थे। जांच के दौरान पता चला कि जो नंबर लिखवाए थे वह स्कूटर, बाइक जैसे दोपहिया वाहनों के भी थे। यह वाहन अनाज ढुलाई के लिए मान्य ही नहीं थे। इसके बाद इस मामले में ईडी ने केस दर्ज किया था।