देखिए CM साहब! नालंदा में बिजली कटी तो खुले मैदान में पढ़ाई शुरू, शिक्षिका ने पेड़ को बना दिया ब्लैकबोर्ड देखिए CM साहब! नालंदा में बिजली कटी तो खुले मैदान में पढ़ाई शुरू, शिक्षिका ने पेड़ को बना दिया ब्लैकबोर्ड बिहार बाबा काशी विश्वनाथ के अब ऑनलाइन भी होंगे दर्शन, शिवरात्रि से शुरू होगी शिव भक्तों के लिए सुविधा
Related Posts
रामपुर में बुजुर्ग पर भालू ने किया हमला:गंभीर रूप से किया घायल, गौशाला में गाय को बचाने आया था
रामपुर में बुजुर्ग पर भालू ने किया हमला:गंभीर रूप से किया घायल, गौशाला में गाय को बचाने आया था शिमला जिले के रामपुर की शाहधार पंचायत के बठारा गांव में भालू ने गौशाला तोड़कर यहां बंधी गाय और उसके बछड़े पर हमला कर दिया। बीच बचाव के लिए पहुंचे 72 वर्षीय व्यक्ति पर भालू ने जानलेवा हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को रामपुर के खनेरी अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां उसका उपचार चल रहा है। गाय को बचाने आया था बुजुर्ग मंगलवार रात 11 बजे भालू बठारा गांव में घुस गया। यहां उसने शालिग राम की गौशाला को तोड़कर उसके अंदर घुस गया। भालू ने गौशाला में बंधे गाय और बछड़े पर हमला किया और उन्हें बुरी तरह से जख्मी किया। इस दौरान जब 72 वर्षीय शालिग राम ने गाय और बछड़े के कराहने की आवाजें सुनी तो वह अपने घर से तुरंत बाहर निकला और बीच बचाव में भालू ने उस पर ही जानलेवा हमला कर दिया। भालू के हमले में शालिग राम के सिर पर गहरी चोट आई हैं। पत्नी के चिल्लाने भागा भालू इस दौरान शालिग राम की पत्नी बाहर निकली और जोर जोर से चिल्लाने लगी। चिल्लाने की आवाज सुनकर भालू मौके से फरार हो गया। जैसे ही घटना की सूचना ग्रामीणों को मिली तो वे तुरंत मौके पर पहुंचे, और घायल अवस्था में शालिग को 108 एम्बुलेंस की मदद से खनेरी अस्पताल पहुंचाया गया। यहां उसका उपचार चल रहा है। गांव के प्रधान महेंद्र सिंह ने बताया कि इस संबंध में वन विभाग को भी सूचित किया गया और विभाग की टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने प्रशासन और वन विभाग से पीड़ित को हर संभव मदद देने की गुहार लगाई है।
छात्रों ने हैंडबॉल, क्रिकेट, जूडो में किया शानदार प्रदर्शन
छात्रों ने हैंडबॉल, क्रिकेट, जूडो में किया शानदार प्रदर्शन लुधियाना| स्प्रिंग बेल्स डे बोर्डिंग स्कूल के छात्रों ने हैंडबॉल, जूडो, किकबॉक्सिंग और क्रिकेट जैसे विभिन्न खेल टूर्नामेंटों में अपनी प्रतिभा का अदभुत प्रदर्शन किया है। पीएयू में आयोजित 68 जिला स्तरीय हैंडबॉल टूर्नामेंट में 8वीं कक्षा की जानवी और मयूरा ने जिला स्तरीय U-14 वर्ग में स्वर्ण पदक जीता और राज्य स्तरीय U-14 में अपना स्थान पक्का किया। जूडो में, विजेता टीम में रियाज (कक्षा XII), विनायक (कक्षा XII), दिलबर (VIII) शामिल थे, जिन्होंने कांस्य पदक जीते। दीपेश कुमार (IX) ने जूडो में सकारात्मक जीत हासिल की और जिला स्तरीय जूडो चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता और राज्य स्तरीय टीम में अपना स्थान बनाया। माननीय एमडी मैडम सुषमा शर्मा और निर्देशक श्री माणिक शर्मा ने छात्रों और कोचों को संबोधित करते हुए कहा कि यह सफलता खिलाड़ियों और कोचों अरविंदर (हैंडबॉल कोच) रोशन (जूडो कोच) और श्री कुश मदान के अथक प्रयास का परिणाम है।
32 सप्ताह की गर्भवती महिला को मिली अबॉर्शन की इजाजत, दिल्ली HC का फैसला
32 सप्ताह की गर्भवती महिला को मिली अबॉर्शन की इजाजत, दिल्ली HC का फैसला <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi News:</strong> दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) ने 31 वर्षीय एक महिला को गर्भपात (Abortion) की इजाजत दे दी है. महिला 32 सप्ताह की गर्भवती थी. दरअसल, उसके गर्भ में पल रहा भ्रूण असामान्य पाया गया है जिससे उसके शारीरिक और मानसिक रूप से अपंग होने का खतरा है. जस्टिस संजीव नरूला ने महिला की याचिका पर सुनवाई करते हुए गर्भपात की इजाजत दे दी. जस्टिस नरूला ने कहा कि यह गर्भावस्था याचिकाकर्ता के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए खतरा है और इससे बच्चा गंभीर स्वास्थ्य समस्या के साथ पैदा हो सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जज ने एम्स के डॉक्टरों की रिपोर्ट को देखने के बाद गर्भपात की इजाजत दी है. जज ने कहा कि गर्भपात की इजाजत देना याचिकाकर्ता और बच्चे दोनों के हित में है. कोर्ट का मानना है कि मौजूदा केस में यह पता चला है कि भ्रूण असामान्य है और उसमें शारीरिक और मानसिक अपंगता का खतरा है. कोर्ट ने यह आदेश 13 जुलाई को पास किया है.</p>
<p><strong>बच्चे के मस्तिष्क का नहीं हुआ था विकास</strong><br />याचिकाकर्ता ने इसी महीने की शुरुआत में हाई कोर्ट का रुख किया था. उसने गर्भपात की इजाजत तब मांगी थी जब उसे अल्ट्रासाउंड में भ्रूण में असामान्यता होने की जानकारी मिली थी. महिला की जांच एम्स के डॉक्टरों ने की थी जो कोर्ट का आदेश चाहते थे. मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक यह पता चला है कि बच्चे के मस्तिष्क की कैविटी में अत्यधिक फ्लुइड है. कोर्ट को यह जानकारी भी दी गई है कि जो फ्लुइड बना है वह गंभीर मस्तिष्क का दूसरा महत्वपूर्ण हिस्सा सामान्य रूप से विकसित नहीं हुआ है और अगर बच्चा पैदा होता है तो वह गंभीर बीमारी से ग्रसित होगा.</p>
<p><strong>अजन्मे बच्चे के सम्मानजनक जीवन पर हो विचार- कोर्ट</strong><br />कोर्ट ने रिपोर्ट के आधार पर याचिकाकर्ता की अपील को स्वीकार कर लिया. हाई कोर्ट ने कहा कि ऐसे मामलों में फैसले लेते वक्त कोर्ट एक मां की इच्छा और साथ ही अजन्मे बच्चे के सम्माजनक जीवन की संभावना के बारे में भी विचार करे. बता दें कि एमटीपी अधिनियम के अंतर्गत एक गर्भवती महिला को भ्रूण में असामान्यताएं होने पर 20 हफ्ते तक के गर्भावस्था को समाप्त करने की इजाजत मिलती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”‘राजनीति में समान अवसर की जरूरत और मेरी पार्टी…’, कैम्ब्रिज कॉन्फ्रेंस में बोले AAP सांसद राघव चड्ढा” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/raghav-chadha-discussed-various-things-at-the-cambridge-india-conference-2737945″ target=”_self”>’राजनीति में समान अवसर की जरूरत और मेरी पार्टी…’, कैम्ब्रिज कॉन्फ्रेंस में बोले AAP सांसद राघव चड्ढा</a></strong></p>