कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री व पूर्व राज्यसभा सांसद विप्लव ठाकुर हिमाचल के देहरा पहुंची। यहां वह काफी आक्रामक भी दिखी। उन्होंने जसवां परागपुर से निर्दलीय प्रत्याशी रहे संजय पराशर के साथ मीटिंग भी की। जाहिर तौर पर इसका फायदा देहरा में कांग्रेस भुनाना चाहती है। इसके अलावा विप्लव ठाकुर ने होशियार सिंह को घेरते हुए कहा कि इन्होंने किसी लालच व दवाब में इस्तीफा दिया है। वहीं होशियार सिंह को मुंबई से से आया हुआ बताया और कांग्रेस प्रत्याशी कमलेश ठाकुर को देहरा की बेटी बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जिस मुद्दे को उठाती है उसे पूरा करते हैं। चाहे मुद्दा देहरा को जिला बनाने का क्यों न हो। सेंट्रल यूनिवर्सिटी देहरा भी कांग्रेस की ही देन है। यह मुद्दा भी कांग्रेस ने उठाया था। वहीं, बीजेपी जिला देहरा प्रवक्ता एडवोकेट नितिन ठाकुर ने पोस्ट को बचकाना हरकत बताते हुए कहा कि, बेटियां ही मायके का ख्याल रखती हैं। पांच साल के लिए लोगों ने विधायक को चुनकर भेजा होता है। देहरा में लोगों ने विश्वास करके होशियार सिंह को निर्दलीय विधायक बनाया। निर्दलीय विधायक के ऊपर कोई भी डिसक्वालिफिकेशन नहीं लगती। फिर क्यों उन्होंने इस्तीफा दिया। होशियार सिंह का इस्तीफा लालच और दबाव में विप्लव ठाकुर ने कहा कि इन्होंने राज्यसभा में जिसको भी वोट दिया इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। फिर तीनों निर्दलीय विधायकों ने इस्तीफा क्यों दिया। साथ में बीजेपी के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी साथ गए। इससे यह दर्शाता है कि सांठगांठ हुई है। होशियार सिंह का इस्तीफा किसी लालच और दवाब में हुआ है। इससे देहरा के साथ साथ हिमाचल प्रदेश का नुकसान हुआ है। पूर्व राज्यसभा सांसद विप्लव ठाकुर ने कहा कि कमलेश ठाकुर कोई बाहर कि प्रत्याशी नहीं है। उनकी जमीन यहां है वो देहरा की रहने वाली है और ससुराल नादौन में हैं। विप्लव ठाकुर ने बीजेपी प्रत्याशी होशियार सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि, वो भी मुंबई से हैं और चुनाव लड़ने अपने पैतृक गांव आए हैं। होशियार सिंह कि पढ़ाई और बिजनेश मुंबई का है। यह सारी जिंदगी मुंबई रहे। कमलेश ठाकुर अगर शादी करके नादौन चली गई तो उसका देहरा से संबंध खत्म नहीं हो जाता। बेटी मायके का खयाल रखती है विप्लव ठाकुर ने कहा कि मैं जसवां कि बेटी हूं। 25 साल काम करने के बाद इन्होंने मुझे भी बाहर का बता दिया। कमलेश ठाकुर देहरा कि बेटी है उसके मायके भी देहरा में हैं।बीजेपी जिला देहरा प्रवक्ता एडवोकेट नितिन ठाकुर के फेसबुक पोस्ट जिसमें उन्होंने लिखा था कि अगर बेटी अपने मायके के गांव में बस जाए तो उस गांव का बेड़ा पार हो जाता है। इस पर टिप्पणी करते हुए विप्लव ठाकुर ने कहा कि जो बेटियां होती है वो ही मां बाप का ख्याल रखती हैं। मायके का ख्याल भी बेटियां रखती हैं। यह तो सपूत से कपूत निकले। होशियार सिंह ने देहरा कि जनता से विश्वास घात किया इनको किसने कहा था कि छोड़ कर जाओ। यह कपूत हैं कोई बेटी नहीं। विप्लव ठाकुर ने कहा कि, मैं भी जसवां कि बेटी हूं और विकास मेरे समय में हुआ। जब से डी- लिमिटेशन हुआ देहरा का विकास नहीं हुआ। लेकिन अब विकास देहरा में खूब होगा। लोग भी विकास के साथ चलने को तैयार हैं। देहरा के लिए इस बार कांग्रेस पार्टी ने सबसे अच्छा कैंडिडेट कमलेश ठाकुर के रूप में दिया है। मेरा देहरा की 25 पंचायतों से इमोशन कनेक्शन हैं। मेरे परिवार से कई लोगों ने यहां का प्रतिनिधित्व किया है। जिले का मुद्दा कांग्रेस ने उठाया है। कांग्रेस जो कहती है वो करती है। जसवां परागपुर से निर्दलीय प्रत्याशी रहे संजय पराशर भी पूर्व राज्यसभा सांसद से मिलने आए थे। इस पर विप्लव ठाकुर ने कहा कि मेरा इनसे भी रिश्ता है। मेरे से मिलने आए कोई बड़ी बात नहीं है। इनका अपना विचार भी डवलपमेंट है। इसी लिए संजय पराशर को जाना जाता है। संजय पराशर ने लोकसभा चुनावों में कांग्रेस का साथ दिया था। जसवां परागपुर को भी होगा फायदा : संजय पराशर उधर, संजय पराशर ने कहा कि देहरा और जसवां परागपुर का संबंध नाखून और मांस का है। मुझे लगता है कि देहरा को ऐसा कैंडिडेट मिल जाए जिससे देहरा का भाग्य उदय होता है। जिसका फायदा जसवां परागपुर को भी होगा। संजय पराशर ने कहा कि जीत मैडम कमलेश ठाकुर की पक्की है, सिर्फ ऐलान होना बाकि है। जहां तक विपल्व ठाकुर से मिलने का सवाल है। उनसे अक्सर मिलता रहता हूं, पुराने संबंध भी हैं। जसवां परागपुर की राजनीति में आगे बढ़ना है तो विप्लव ठाकुर से मिलना होगा। जिससे कई बातों और तजुर्बे का फायदा होता है। संजय पराशर ने कहा कि एक बार चुनाव लड़ा हो तो इच्छा होती है। कांग्रेस पार्टी से भी चुनाव लड़ा जा सकता है। संजय पराशर ने कहा कि अभी तक कोई कांग्रेस पार्टी की सपोर्ट खुल कर नहीं की है। लेकिन जैसा माहौल हिमाचल प्रदेश कि राजनीति में चल रहा है, तो कमलेश ठाकुर का चुनाव जीतना जरूरी है। मुख्यमंत्री अपना परिवार, अपनी ताकत, पार्टी की ताकत और पार्टी भी पूरी ताकत झोंक रही है, यह अच्छी बात है। संजय पराशर ने कहा कि मेरे भी संबंध अच्छे है और कोई बुलाए तो आते भी हैं न बुलाए तो जय राम जी की। कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री व पूर्व राज्यसभा सांसद विप्लव ठाकुर हिमाचल के देहरा पहुंची। यहां वह काफी आक्रामक भी दिखी। उन्होंने जसवां परागपुर से निर्दलीय प्रत्याशी रहे संजय पराशर के साथ मीटिंग भी की। जाहिर तौर पर इसका फायदा देहरा में कांग्रेस भुनाना चाहती है। इसके अलावा विप्लव ठाकुर ने होशियार सिंह को घेरते हुए कहा कि इन्होंने किसी लालच व दवाब में इस्तीफा दिया है। वहीं होशियार सिंह को मुंबई से से आया हुआ बताया और कांग्रेस प्रत्याशी कमलेश ठाकुर को देहरा की बेटी बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जिस मुद्दे को उठाती है उसे पूरा करते हैं। चाहे मुद्दा देहरा को जिला बनाने का क्यों न हो। सेंट्रल यूनिवर्सिटी देहरा भी कांग्रेस की ही देन है। यह मुद्दा भी कांग्रेस ने उठाया था। वहीं, बीजेपी जिला देहरा प्रवक्ता एडवोकेट नितिन ठाकुर ने पोस्ट को बचकाना हरकत बताते हुए कहा कि, बेटियां ही मायके का ख्याल रखती हैं। पांच साल के लिए लोगों ने विधायक को चुनकर भेजा होता है। देहरा में लोगों ने विश्वास करके होशियार सिंह को निर्दलीय विधायक बनाया। निर्दलीय विधायक के ऊपर कोई भी डिसक्वालिफिकेशन नहीं लगती। फिर क्यों उन्होंने इस्तीफा दिया। होशियार सिंह का इस्तीफा लालच और दबाव में विप्लव ठाकुर ने कहा कि इन्होंने राज्यसभा में जिसको भी वोट दिया इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। फिर तीनों निर्दलीय विधायकों ने इस्तीफा क्यों दिया। साथ में बीजेपी के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी साथ गए। इससे यह दर्शाता है कि सांठगांठ हुई है। होशियार सिंह का इस्तीफा किसी लालच और दवाब में हुआ है। इससे देहरा के साथ साथ हिमाचल प्रदेश का नुकसान हुआ है। पूर्व राज्यसभा सांसद विप्लव ठाकुर ने कहा कि कमलेश ठाकुर कोई बाहर कि प्रत्याशी नहीं है। उनकी जमीन यहां है वो देहरा की रहने वाली है और ससुराल नादौन में हैं। विप्लव ठाकुर ने बीजेपी प्रत्याशी होशियार सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि, वो भी मुंबई से हैं और चुनाव लड़ने अपने पैतृक गांव आए हैं। होशियार सिंह कि पढ़ाई और बिजनेश मुंबई का है। यह सारी जिंदगी मुंबई रहे। कमलेश ठाकुर अगर शादी करके नादौन चली गई तो उसका देहरा से संबंध खत्म नहीं हो जाता। बेटी मायके का खयाल रखती है विप्लव ठाकुर ने कहा कि मैं जसवां कि बेटी हूं। 25 साल काम करने के बाद इन्होंने मुझे भी बाहर का बता दिया। कमलेश ठाकुर देहरा कि बेटी है उसके मायके भी देहरा में हैं।बीजेपी जिला देहरा प्रवक्ता एडवोकेट नितिन ठाकुर के फेसबुक पोस्ट जिसमें उन्होंने लिखा था कि अगर बेटी अपने मायके के गांव में बस जाए तो उस गांव का बेड़ा पार हो जाता है। इस पर टिप्पणी करते हुए विप्लव ठाकुर ने कहा कि जो बेटियां होती है वो ही मां बाप का ख्याल रखती हैं। मायके का ख्याल भी बेटियां रखती हैं। यह तो सपूत से कपूत निकले। होशियार सिंह ने देहरा कि जनता से विश्वास घात किया इनको किसने कहा था कि छोड़ कर जाओ। यह कपूत हैं कोई बेटी नहीं। विप्लव ठाकुर ने कहा कि, मैं भी जसवां कि बेटी हूं और विकास मेरे समय में हुआ। जब से डी- लिमिटेशन हुआ देहरा का विकास नहीं हुआ। लेकिन अब विकास देहरा में खूब होगा। लोग भी विकास के साथ चलने को तैयार हैं। देहरा के लिए इस बार कांग्रेस पार्टी ने सबसे अच्छा कैंडिडेट कमलेश ठाकुर के रूप में दिया है। मेरा देहरा की 25 पंचायतों से इमोशन कनेक्शन हैं। मेरे परिवार से कई लोगों ने यहां का प्रतिनिधित्व किया है। जिले का मुद्दा कांग्रेस ने उठाया है। कांग्रेस जो कहती है वो करती है। जसवां परागपुर से निर्दलीय प्रत्याशी रहे संजय पराशर भी पूर्व राज्यसभा सांसद से मिलने आए थे। इस पर विप्लव ठाकुर ने कहा कि मेरा इनसे भी रिश्ता है। मेरे से मिलने आए कोई बड़ी बात नहीं है। इनका अपना विचार भी डवलपमेंट है। इसी लिए संजय पराशर को जाना जाता है। संजय पराशर ने लोकसभा चुनावों में कांग्रेस का साथ दिया था। जसवां परागपुर को भी होगा फायदा : संजय पराशर उधर, संजय पराशर ने कहा कि देहरा और जसवां परागपुर का संबंध नाखून और मांस का है। मुझे लगता है कि देहरा को ऐसा कैंडिडेट मिल जाए जिससे देहरा का भाग्य उदय होता है। जिसका फायदा जसवां परागपुर को भी होगा। संजय पराशर ने कहा कि जीत मैडम कमलेश ठाकुर की पक्की है, सिर्फ ऐलान होना बाकि है। जहां तक विपल्व ठाकुर से मिलने का सवाल है। उनसे अक्सर मिलता रहता हूं, पुराने संबंध भी हैं। जसवां परागपुर की राजनीति में आगे बढ़ना है तो विप्लव ठाकुर से मिलना होगा। जिससे कई बातों और तजुर्बे का फायदा होता है। संजय पराशर ने कहा कि एक बार चुनाव लड़ा हो तो इच्छा होती है। कांग्रेस पार्टी से भी चुनाव लड़ा जा सकता है। संजय पराशर ने कहा कि अभी तक कोई कांग्रेस पार्टी की सपोर्ट खुल कर नहीं की है। लेकिन जैसा माहौल हिमाचल प्रदेश कि राजनीति में चल रहा है, तो कमलेश ठाकुर का चुनाव जीतना जरूरी है। मुख्यमंत्री अपना परिवार, अपनी ताकत, पार्टी की ताकत और पार्टी भी पूरी ताकत झोंक रही है, यह अच्छी बात है। संजय पराशर ने कहा कि मेरे भी संबंध अच्छे है और कोई बुलाए तो आते भी हैं न बुलाए तो जय राम जी की। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल के मैदानी इलाकों में छाई घनी धुंध:50 मीटर तक गिरी विजिबिलिटी; वाहनों चालकों को एहतियात बरतने की एडवाइजरी, 11-12 को बारिश-बर्फबारी हिमाचल प्रदेश के मैदानी इलाकों में आज सुबह से घनी धुंध छाई हुई है। इससे कई इलाकों में विजिबिलिटी 50 मीटर तक गिर गई है। खासकर बिलासपुर, सुजानपुर, ऊना, सोलन और मंडी जिला के कुछेक क्षेत्रों में धुंध की वजह से लोग परेशान है। मौसम विभाग के अनुसार, पहाड़ों पर जब तक बारिश नहीं होगी, तब तक मैदानी इलाकों में धुंध लोगों को परेशान करती रहेगी। इसे देखते हुए सरकार ने वाहन चालकों को सावधानी से गाड़ी चलाने की एडवाइजरी जारी की है। धुंध के बीच तेज रफ्तार में गाड़ी दौड़ाना महंगा पड़ सकता है। 11-12 को बारिश-बर्फबारी के आसार प्रदेश में 10 नवंबर की रात से मौसम करवट बदलेगा। इससे 11 और 12 नवंबर को अधिक ऊंचे क्षेत्रों में हल्का हिमपात व मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। मगर 10 नवंबर तक मौसम बिल्कुल साफ बना रहेगा। 36 दिन से 6 जिलों में पानी की बूंद नहीं बरसी प्रदेश में लंबे ड्राइ स्पेल की वजह से सूखे जैसे हालत बन गए है। बीते 36 दिनों के दौरान प्रदेश के 6 जिलों चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर व कुल्लू में तो पानी की एक बूंद भी नहीं बरसी। दूसरे जिलों में भी नाममात्र बारिश हुई है। पोस्ट मानसून सीजन में सामान्य से 98 प्रतिशत कम बारिश प्रदेश में इस बार मानसून में भी सामान्य से 19 प्रतिशत कम बारिश हुई है और पोस्ट मानसून सीजन में भी एक अक्टूबर से नवंबर तक सामान्य से 98 प्रतिशत कम बादल बरसे है। इससे तापमान भी सामान्य से काफी ज्यादा चल रहा है। प्रमुख शहरों का न्यूनतम तापमान और सामान्य से कितना ज्यादा
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