धर्मशाला में ABVP के 14 कार्यकर्ताओं पर FIR:शिक्षा बोर्ड के खिलाफ प्रदर्शन के बाद कार्रवाई, बोले-आंदोलन को दबाने की कोशिश

धर्मशाला में ABVP के 14 कार्यकर्ताओं पर FIR:शिक्षा बोर्ड के खिलाफ प्रदर्शन के बाद कार्रवाई, बोले-आंदोलन को दबाने की कोशिश

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड कार्यालय धर्मशाला में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के प्रदर्शन के बाद 14 कार्यकर्ताओं पर FIR दर्ज की गई है। बोर्ड ने 17 मई को छात्रा को फेल घोषित किया। जिसके बाद छात्रा ने कीटनाशक खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। 22 मई को जारी संशोधित परिणाम में वही छात्रा पास पाई गई। जिसके बाद प्रदर्शन किया। ABVP ने फीस वृद्धि का भी विरोध किया। रीचेकिंग फीस 400 रुपए से बढ़कर 800 रुपए और री-वैल्यूएशन फीस 500 रुपए से 1000 रुपए कर दी गई है। SOS छात्रों से 3000 रुपए तक की वसूली की जा रही है। ABVP के प्रदेश सह मंत्री अभिनव चौधरी ने FIR को लोकतांत्रिक अधिकारों का दमन बताया है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की समस्याएं उठाना अपराध नहीं है। शांतिपूर्ण तरीके से की गई मांगों पर बोर्ड ने बदले की भावना से कार्रवाई की है। उन्होंने बोर्ड अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही फीस वृद्धि को तत्काल वापस लेने के लिए 48 घंटे का समय दिया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की प्रमुख मांगे… शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष, सचिव और परिणाम प्रबंधन विभाग पर तत्काल कार्रवाई हो। शिक्षा बोर्ड में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाए। बढ़ी हुई फीस तत्काल प्रभाव से वापस ली जाए। प्रभावित छात्रों के परिणामों की स्वतंत्र जांच कराई जाए। आत्महत्या प्रयास करने वाली छात्रा को न्याय और सहायता प्रदान की जाए। FIR से आंदोलन को दबाने की कोशिश अभिनव चौधरी ने कहा कि प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण था, लेकिन बोर्ड सचिव के निर्देश पर गेट बंद कर दिए गए, जिसके चलते कई कार्यकर्ताओं को चोटें आईं। उन्होंने आरोप लगाया कि अब उन पर झूठी FIR दर्ज करने का दबाव बनाया जा रहा है ताकि आंदोलन को दबाया जा सके। 48 घंटे का अल्टीमेटम अभिनव चौधरी ने चेतावनी दी कि यदि 48 घंटे के भीतर ABVP की मांगें नहीं मानी गईं, तो परिषद प्रदेशभर में बड़ा आंदोलन शुरू करेगी। उन्होंने कहा छात्रों के साथ अन्याय अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि बोर्ड समय रहते कदम नहीं उठाता, तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड कार्यालय धर्मशाला में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के प्रदर्शन के बाद 14 कार्यकर्ताओं पर FIR दर्ज की गई है। बोर्ड ने 17 मई को छात्रा को फेल घोषित किया। जिसके बाद छात्रा ने कीटनाशक खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। 22 मई को जारी संशोधित परिणाम में वही छात्रा पास पाई गई। जिसके बाद प्रदर्शन किया। ABVP ने फीस वृद्धि का भी विरोध किया। रीचेकिंग फीस 400 रुपए से बढ़कर 800 रुपए और री-वैल्यूएशन फीस 500 रुपए से 1000 रुपए कर दी गई है। SOS छात्रों से 3000 रुपए तक की वसूली की जा रही है। ABVP के प्रदेश सह मंत्री अभिनव चौधरी ने FIR को लोकतांत्रिक अधिकारों का दमन बताया है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की समस्याएं उठाना अपराध नहीं है। शांतिपूर्ण तरीके से की गई मांगों पर बोर्ड ने बदले की भावना से कार्रवाई की है। उन्होंने बोर्ड अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही फीस वृद्धि को तत्काल वापस लेने के लिए 48 घंटे का समय दिया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की प्रमुख मांगे… शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष, सचिव और परिणाम प्रबंधन विभाग पर तत्काल कार्रवाई हो। शिक्षा बोर्ड में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाए। बढ़ी हुई फीस तत्काल प्रभाव से वापस ली जाए। प्रभावित छात्रों के परिणामों की स्वतंत्र जांच कराई जाए। आत्महत्या प्रयास करने वाली छात्रा को न्याय और सहायता प्रदान की जाए। FIR से आंदोलन को दबाने की कोशिश अभिनव चौधरी ने कहा कि प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण था, लेकिन बोर्ड सचिव के निर्देश पर गेट बंद कर दिए गए, जिसके चलते कई कार्यकर्ताओं को चोटें आईं। उन्होंने आरोप लगाया कि अब उन पर झूठी FIR दर्ज करने का दबाव बनाया जा रहा है ताकि आंदोलन को दबाया जा सके। 48 घंटे का अल्टीमेटम अभिनव चौधरी ने चेतावनी दी कि यदि 48 घंटे के भीतर ABVP की मांगें नहीं मानी गईं, तो परिषद प्रदेशभर में बड़ा आंदोलन शुरू करेगी। उन्होंने कहा छात्रों के साथ अन्याय अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि बोर्ड समय रहते कदम नहीं उठाता, तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।   हिमाचल | दैनिक भास्कर