नई एग्रीकल्चर मार्केट‍िंग पॉल‍िसी के खिलाफ किसानों ने खोला मोर्चा, मसौदे की कॉपियां जलाकर निकालेंगे ट्रैक्टर मार्च

नई एग्रीकल्चर मार्केट‍िंग पॉल‍िसी के खिलाफ किसानों ने खोला मोर्चा, मसौदे की कॉपियां जलाकर निकालेंगे ट्रैक्टर मार्च

<p style=”text-align: justify;”><strong>Shambhu Border Farmers Protest:</strong> शंभू बॉर्डर पर आज (शुक्रवार, 10 जनवरी) संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेता बलबीर सिंह राजेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहा, डॉक्टर दर्शन पाल, रामिदर पटियाला समेत अन्य किसान नेता पहुंचे. बॉर्डर पर पहुंच कर उन्होंने दोनों मोर्चा को बुधवार, 15 जनवरी को पटियाला के गुरुद्वारा श्रीदुख निवारण साहिब में होने वाली मीटिंग में आने का निमंत्रण दिया. दोनों मोर्चों ने यह आमंत्रण स्वीकार कर लिया है. अब पटियाला में 15 जनवरी को मीटिंग होगी</p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे पहले विरोध के तौर पर सोमवार, 13 जनवरी को देश भर में एग्रीकल्चर मार्केटिंग पॉलिसी की कॉपियां जलाई जाएंगी. कल (शनिवार, 11 जनवरी) संयुक्त किसान मोर्चे की मीटिंग होगी और 26 जनवरी को पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’कोई सरकार ये नीति लागू नहीं करेगी’- किसान नेता</strong><br />किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि 13 और 26 जनवरी का प्रोग्राम में सभी किसान इकट्ठा हों और साथ आएं ताकि सरकार पर प्रभाव डाला जा सके. किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि हमने पंजाब सरकार से मांग की थी कि विधानसभा का सेशन बुलाकर तैयार किए जा रहे एग्रीकल्चर मार्केटिंग पॉलिसी को रद्द किया जाए, लेकिन मुझे अफसोस है कि सरकार की ओर से कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिस तरह का पूरे देश में एग्रीकल्चर मार्केटिंग पॉलिसी के खिलाफ विरोध हो रहा है कोई भी सरकार इस इसे लागू नहीं करेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के दौरान गुरुवार सुबह लंगर स्थल के पास एक किसान ने आत्महत्या कर ली. तरनतारन के पहूविंड गांव के रहने वाले रेशम सिंह ने जहर खाकर अपनी जान दे दी. उन्हें पटिलाया के निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी. बताया जा रहा है कि वह सरकार द्वारा किसानों के दिल्ली कूच रोकने से नाराज थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गुरप्रीत धीमान की रिपोर्ट.</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/punjab/sukhbir-singh-badal-resignation-accepted-shiromani-akali-dal-president-post-2860288″>पंजाब में सियासी हलचल, सुखबीर सिंह बादल को लेकर अकाली दल ने लिया बड़ा फैसला</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Shambhu Border Farmers Protest:</strong> शंभू बॉर्डर पर आज (शुक्रवार, 10 जनवरी) संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेता बलबीर सिंह राजेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहा, डॉक्टर दर्शन पाल, रामिदर पटियाला समेत अन्य किसान नेता पहुंचे. बॉर्डर पर पहुंच कर उन्होंने दोनों मोर्चा को बुधवार, 15 जनवरी को पटियाला के गुरुद्वारा श्रीदुख निवारण साहिब में होने वाली मीटिंग में आने का निमंत्रण दिया. दोनों मोर्चों ने यह आमंत्रण स्वीकार कर लिया है. अब पटियाला में 15 जनवरी को मीटिंग होगी</p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे पहले विरोध के तौर पर सोमवार, 13 जनवरी को देश भर में एग्रीकल्चर मार्केटिंग पॉलिसी की कॉपियां जलाई जाएंगी. कल (शनिवार, 11 जनवरी) संयुक्त किसान मोर्चे की मीटिंग होगी और 26 जनवरी को पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’कोई सरकार ये नीति लागू नहीं करेगी’- किसान नेता</strong><br />किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि 13 और 26 जनवरी का प्रोग्राम में सभी किसान इकट्ठा हों और साथ आएं ताकि सरकार पर प्रभाव डाला जा सके. किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि हमने पंजाब सरकार से मांग की थी कि विधानसभा का सेशन बुलाकर तैयार किए जा रहे एग्रीकल्चर मार्केटिंग पॉलिसी को रद्द किया जाए, लेकिन मुझे अफसोस है कि सरकार की ओर से कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिस तरह का पूरे देश में एग्रीकल्चर मार्केटिंग पॉलिसी के खिलाफ विरोध हो रहा है कोई भी सरकार इस इसे लागू नहीं करेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के दौरान गुरुवार सुबह लंगर स्थल के पास एक किसान ने आत्महत्या कर ली. तरनतारन के पहूविंड गांव के रहने वाले रेशम सिंह ने जहर खाकर अपनी जान दे दी. उन्हें पटिलाया के निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी. बताया जा रहा है कि वह सरकार द्वारा किसानों के दिल्ली कूच रोकने से नाराज थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>गुरप्रीत धीमान की रिपोर्ट.</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/punjab/sukhbir-singh-badal-resignation-accepted-shiromani-akali-dal-president-post-2860288″>पंजाब में सियासी हलचल, सुखबीर सिंह बादल को लेकर अकाली दल ने लिया बड़ा फैसला</a></strong></p>  पंजाब दिल्ली में चुनाव से पहले पंजाब से AAP के लिए आई खुशखबरी, इस पद पर काबिज हुए पार्टी के नेता