नरवाना में एक महिला को 14.24 ग्राम चिट्टा (हेरोइन) के साथ गिरफ्तार किया है। महिला थाना गढ़ी के जेवर गांव की रहने वाली है। महिला की पहचान सुदेश वासी रेवर के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि थाना गढ़ी की टीम अपराधों की रोकथाम के लिए दाता सिहं वाला पर मौजूद थी। पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि सुदेश वासी रेवर चिट्टा (हेरोइन) बेचने का धंधा करती है। अब रजबाहा गांव रेवर पर राह चलते राहगीरों को चिट्टा बेचने की फिराक मे खड़ी है। सूचना पर टीम ने मौके पर एक औरत सूचना अनुसार खड़ी दिखाई दी, जिसे पुलिस ने काबू कर लिया। महिला की तलाशी ली गई तो चुन्नी की गांठ को खोलकर कर चेक किया तो काले रंग के लिफाफे में चिट्टा बरामद हुआ। बरामद चिट्टा का कांटा से वजन किया तो चिट्टा का वजन 14.24 ग्राम निकला। महिला को आज कोर्मेंट पेश कर एक दिन की पुलिस रिमांड मिली है। नरवाना में एक महिला को 14.24 ग्राम चिट्टा (हेरोइन) के साथ गिरफ्तार किया है। महिला थाना गढ़ी के जेवर गांव की रहने वाली है। महिला की पहचान सुदेश वासी रेवर के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि थाना गढ़ी की टीम अपराधों की रोकथाम के लिए दाता सिहं वाला पर मौजूद थी। पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि सुदेश वासी रेवर चिट्टा (हेरोइन) बेचने का धंधा करती है। अब रजबाहा गांव रेवर पर राह चलते राहगीरों को चिट्टा बेचने की फिराक मे खड़ी है। सूचना पर टीम ने मौके पर एक औरत सूचना अनुसार खड़ी दिखाई दी, जिसे पुलिस ने काबू कर लिया। महिला की तलाशी ली गई तो चुन्नी की गांठ को खोलकर कर चेक किया तो काले रंग के लिफाफे में चिट्टा बरामद हुआ। बरामद चिट्टा का कांटा से वजन किया तो चिट्टा का वजन 14.24 ग्राम निकला। महिला को आज कोर्मेंट पेश कर एक दिन की पुलिस रिमांड मिली है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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नेता विपक्ष न बनने पर भूपेंद्र हुड्डा को झटका:सरकारी कोठी खाली करनी होगी, 15 दिन का टाइम मांगा; BJP मंत्री को पसंद आई
नेता विपक्ष न बनने पर भूपेंद्र हुड्डा को झटका:सरकारी कोठी खाली करनी होगी, 15 दिन का टाइम मांगा; BJP मंत्री को पसंद आई हरियाणा की BJP सरकार ने पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा को बड़ा झटका दिया है। सरकार ने उन्हें चंडीगढ़ में मिली कोठी नंबर 70 खाली करने के लिए कहा है। हुड्डा ने इसके लिए 15 दिन का टाइम मांगा है। सरकार से जुड़े सूत्रों के मुताबिक यह कोठी CM नायब सैनी की कैबिनेट में मंत्री विपुल गोयल को पसंद आ गई है। उन्होंने कोठी पर दावा ठोकते हुए इसके लिए आवेदन भी कर दिया है। चूंकि कांग्रेस में खींचतान की वजह से नेता विपक्ष का चुनाव नहीं हो पाया, इसलिए कोठी को लेकर भी उनका दावा कमजोर पड़ गया। अगर वह नेता विपक्ष होते तो कैबिनेट रैंक का दर्जा होने की वजह से उन्हें कोठी खाली नहीं करनी पड़ती। हालांकि, हुड्डा की तरफ से औपचारिक तौर पर इसको लेकर कोई एतराज नहीं जताया गया है। वर्ष 2019 में कांग्रेस की ओर से भूपेंद्र हुड्डा को नेता प्रतिपक्ष का पद मिला था। नेता प्रतिपक्ष को कैबिनेट रैंक का दर्जा होता है। ऐसे में उन्हें सेक्टर 7 में 70 नंबर कोठी अलॉट की गई थी। इस कोठी में पिछले 5 वर्षों से कांग्रेस की गतिविधियां संचालित हो रही थी। इससे पहले वर्ष 2014 से 2019 तक हुड्डा चंडीगढ़ के सेक्टर 3 स्थित MLA फ्लैट में रहते थे। नए नेता प्रतिपक्ष को मिलेगा नया आवास
हुड्डा के सरकारी आवास खाली करने की स्थिति में नए नेता प्रतिपक्ष को नया आवास दिया जाएगा। कैबिनेट रैंक के तहत चंडीगढ़ के सेक्टर 3, सेक्टर 7, सेक्टर 16 और पंचकूला में सेक्टर 12A में मंत्रियों के लिए आवास बनाए गए हैं। इनमें से किसी भी सेक्टर में नए नेता प्रतिपक्ष को आवास मिल सकता है। हालांकि, अधिकांश मंत्रियों को सेक्टर 3 व सेक्टर 7 की कोठियां ज्यादा पसंद आती हैं, लेकिन मौजूदा समय में सेक्टर 7 की 70 नंबर कोठी को छोड़कर अन्य सभी कोठियां अलॉट हो चुकी हैं। हारे मंत्री भी खाली कर चुके कोठी
सरकार गठन होते ही हारे मंत्रियों ने अपने सरकारी आवास को तुरंत प्रभाव से खाली कर दिया था। तकरीबन सभी मंत्रियों को कोठियां अलॉट हो चुकी हैं। अधिकांश कोठियों में व्यापक स्तर पर मरम्मत का काम चल रहा है। सेक्टर 3 में मुख्यमंत्री आवास के साथ की कोठी वरिष्ठ मंत्री कृष्ण लाल पंवार को अलॉट की गई है। हालांकि वरिष्ठता के क्रम में यह कोठी अनिल विज को अलॉट होनी थी लेकिन उनके मना करने के बाद पंवार को दी गई है। हुड्डा की घोषणा भी उनके काम नहीं आई
भूपेंद्र हुड्डा जब हरियाणा के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने घोषणा की थी जिसके तहत पूर्व मुख्यमंत्री को प्रदेश में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाएगा। उन्हें मंत्रियों को मिलने वाली तमाम सुविधाएं भी मिलेंगी। जब साल 2014 में घोषणा की गई तो इसके दायरे में तब दो ही पूर्व मुख्यमंत्री आते थे। इनमें एक चौधरी ओमप्रकाश चौटाला और दूसरे चौधरी हुकम सिंह थे। ओम प्रकाश चौटाला उस वक्त जेल में थे, इसलिए वह यह सुविधाएं नहीं ले पाए। हुकम सिंह को तब सरकार ने कैबिनेट मंत्री वाली सभी सुविधाएं प्रदान की थी। हुड्डा ने जब यह नियम लागू किया, तब विपक्षी दलों और नेताओं का कहना था कि भूपेंद्र हुड्डा भविष्य में खुद का जुगाड़ कर रहे हैं। हुआ भी ऐसा ही, जब 2014 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस चुनाव हार गई और भाजपा सत्ता में आ गई तो हुड्डा पूर्व मुख्यमंत्री हो गए। हालांकि मनोहर लाल खट्टर की अगुआई में बनी पहली सरकार ने कुछ दिन बाद ही पिछली सरकार यानी मुख्यमंत्री रहते भूपेंद्र हुड्डा का किया फैसला पलट दिया। हरियाणा कांग्रेस में नेता विपक्ष क्यों नहीं बना?…. चुनाव में कांग्रेस 37 सीटों पर सिमटी, पहली बार इतना लंबा इंतजार
हरियाणा में 2005, 2009, 2014 और 2019 में चुनाव रिजल्ट के बाद करीब 15 दिन के अंदर नेता प्रतिपक्ष चुन लिए गए थे। प्रदेश में विधानसभा चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को आए। जिसमें भाजपा को 48 सीटों के साथ बहुमत मिला जबकि कांग्रेस 37 सीटों पर सिमट गई। जिसके बाद नेता विपक्ष के पद को लेकर घमासान शुरू हो गया। हुड्डा के हक में ज्यादा विधायक, ऑब्जर्वर भी फैसला नहीं ले पाए
रिजल्ट के 10 दिन बाद नेता विपक्ष को लेकर चंडीगढ़ में कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग हुई। करीब डेढ़ घंटे चली मीटिंग में ऑब्जर्वर के तौर पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राज्यसभा सांसद अजय माकन, पंजाब के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा के अलावा छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव शामिल हुए। मीटिंग में ऑब्जर्वरों ने सभी विधायकों से विधायक दल के नेता का नाम फाइनल करने के लिए वन टु वन बातचीत कर उनकी राय जानी। अधिकतर विधायकों ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम ही विधायक दल के नेता के लिए रखा। कुमारी सैलजा गुट के कुछ विधायकों ने नए चेहरे को जिम्मेदारी देने की बात कही। मीटिंग के बाद अशोक गहलोत और अजय माकन ने कहा था, ‘विधायक दल के नेता का चयन हाईकमान करेगा। विधायकों की राय हाईकमान तक पहुंचा दी जाएगी।’ हुड्डा को हार का जिम्मेदार ठहराया जा रहा
2019 में विपक्ष का नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को बनाया गया था। हालांकि इस बार विधानसभा चुनाव में हुई हार के लिए हुड्डा को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। ऐसे में सिरसा सांसद कुमारी सैलजा का गुट हुड्डा को फिर विपक्षी दल नेता बनाने का विरोध कर रहा है। इसे देखते हुए कुछ दिन पहले 31 विधायक इकट्ठा कर हुड्डा दिल्ली में अपनी ताकत दिखा चुके हैं।हुड्डा के विरोध की सूरत में उनके गुट से झज्जर की विधायक गीता भुक्कल, थानेसर से अशोक अरोड़ा और सबसे सीनियर विधायक रघुवीर कादियान का नाम भी चर्चा में है। वहीं सैलजा गुट से पंचकूला के विधायक चंद्रमोहन बिश्नोई का नाम आगे किया जा रहा है।
पानीपत में युवक के साथ 4.27 लाख की ठगी:पार्ट टाइम ऑनलाइन टास्क के नाम झांसे में लिया, टेलीग्राम पर आया मैसेज
पानीपत में युवक के साथ 4.27 लाख की ठगी:पार्ट टाइम ऑनलाइन टास्क के नाम झांसे में लिया, टेलीग्राम पर आया मैसेज हरियाणा के पानीपत के एक गांव के युवक के साथ साइबर ठगी हुई। जालसाजों ने पार्ट टाइम ऑनलाइन टास्क पूरा करने के नाम पर युवक को अपना शिकार बनाया। युवक ने पहले दो टास्क में मुनाफा कमाया। उसे लालच देकर उससे और पैसे निवेश करवाए। युवक ने 4.27 लाख रुपए निवेश किए, लेकिन उसे वापस नहीं मिले। जिसके बाद उसे ठगी का पता चला। इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई गई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने अज्ञात जालसाज के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पहले दो टास्क में 6500 का कमीशन दिया गया था साइबर थाने में दी शिकायत में प्रवीण बुनकर ने बताया कि वह गांव शिमला गुजरान का रहने वाला है। 2 जुलाई को उसके टेलीग्राम पर पार्ट टाइम ऑनलाइन टास्क पूरा करने के नाम पर मैसेज आया। जिसके बाद वह उक्त मैसेज पर चैटिंग करने लगा। इसके बाद उसके मोबाइल नंबर से अकाउंट खोला गया। जहां उसने शुरुआती टास्क पूरा किया और 1500 रुपए कमीशन मिला। 3 जुलाई को उसे और पैसे कमाने का टास्क दिया गया। जिसमें उसने 10 हजार रुपए जमा करवाए। फिर उसे 14 हजार रुपए वापस मिल गए। इसके बाद उसे टास्क में और पैसे लगाने को कहा गया। उसने अपने अकाउंट से 4 लाख 27 हजार 564 रुपए अलग-अलग अकाउंट में डाल दिए। लेकिन, उसे पैसे वापस नहीं मिले। इसके बाद उसे पता चला कि उसके साथ ठगी हुई है।
हरियाणा सरकार को सरपंचों का 15 दिन का अल्टीमेटम:बातचीत नहीं की तो 25 को आंदोलन का ऐलान; सीएम की घोषणा को जुमला बताया
हरियाणा सरकार को सरपंचों का 15 दिन का अल्टीमेटम:बातचीत नहीं की तो 25 को आंदोलन का ऐलान; सीएम की घोषणा को जुमला बताया हरियाणा के सरपंचों ने एक बार फिर से भाजपा सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोलने की तैयारी शुरू कर दी है। रविवार को हिसार की कुम्हार धर्मशाला मे सरपंच एसोसिएशन की बैठक में सरकार को बातचीत के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया। बैठक में प्रदेश के सभी जिलों के प्रधान और ब्लॉक प्रधानों ने हिस्सा लिया। आगामी फैसला 25 जुलाई की मीटिंग में होगा। सरपंचों ने बैठक के बाद हिसार के कांग्रेस सांसद जयप्रकाश उर्फ जेपी से भी मुलाकात की। सरपंच एसोसिएशन हरियाणा के प्रधान रणबीर गिल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार को 15 दिन का समय दिया है। सरकार सरपंच एसोसिएशन को उनकी मांगों पर चर्चा के लए बुलाए। जो कमी है, उनको दूर करने का काम करें। सरकार ने सरपंचों को मीटिंग के लिए नहीं बुलाया तो इसके बाद सरपंच सरकार से कोई बातचीत नहीं करेंगे। बड़े आंदोलन की होगी तैयारी गिल ने बताया कि पंचायती राज के एक्ट के जो अधिकार हैं, वह सरपंचों को दिए जाएं। मौजूदा सरकार की नीतियों से सरपंच नाराज हैं। सरकार सरपंचों की मांगों को पूरा करे। 15 दिन के अंदर उनको बातचीत के लिए नहीं बुलाती है तो सरपंच एसोसिएशन 25 जुलाई को प्रदेश की मीटिंग बुलाकर बीजेपी सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन का ऐलान कर देगी। विधानसभा चुनाव में किया जाएगा विरोध हरियाणा सरपंच संगठन के प्रधान रणबीर गिल ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा का हर प्रकार से विरोध किया जाएगा। सीएम नायब सैनी ने कुरुक्षेत्र में सरपंचों के लिए जो घोषणा की गई वो मात्र एक जुमला है और कुछ नहीं है। हिसार सांसद जेपी से मिले सरपंच हिसार की कुमार धर्मशाला में मीटिंग करने के बाद सरपंच हिसार सांसद जयप्रकाश से मिलने के लिए पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंचे और उनसे अपनी मांगों से अवगत करवाया। इस दौरान सांसद जयप्रकाश ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने पर पहले की तरह पंचायती राज अधिकार सरपंचों को पूर्ण रूप से दिया जाएगा।