हिसार जिले के नारनौंद में दो युवकों पर दो सगे भाइयों ने मारपीट कर दी। पीड़ितों ने दोनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। मिर्चपुर गांव निवासी अनिल कुमार ने पुलिस को बताया कि उसका गांव में किराना स्टोर है। 3 अगस्त को शाम करीब 8 बजे वह मिर्चपुर निवासी दर्शन के खेत से अपने घर आ रहा था। उसी समय दोनों सगे भाई सुरेन्द्र व काला सामने से आ रहे थे। जिन्होंने अनिल व दर्शन को रास्ते में रोक लिया और उसी दौरान सुरेन्द्र गाली गलौच करने लगा। उसके बाद सुरेन्द्र ने अनिल के सिर पर लाठी मार दी। जिससे वह जमीन पर गिर गया। उसके जमीन पर गिरने के दौरान भी सुरेन्द्र व काला ने उस पर लाठियों से कई वार किए। इस बीच दोनों ने दर्शन के साथ भी लाठियों से वार किए। दोनों पीड़ित मुश्किल से अपनी जान बचाकर वहां से भाग कर आए। इसके बाद दोनों आरोपियों ने उनको जान से मारने की धमकी भी दी। इसके बाद उनके परिजन उनको इलाज के लिए सीएचसी मिर्चपुर में ले गए। हिसार जिले के नारनौंद में दो युवकों पर दो सगे भाइयों ने मारपीट कर दी। पीड़ितों ने दोनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। मिर्चपुर गांव निवासी अनिल कुमार ने पुलिस को बताया कि उसका गांव में किराना स्टोर है। 3 अगस्त को शाम करीब 8 बजे वह मिर्चपुर निवासी दर्शन के खेत से अपने घर आ रहा था। उसी समय दोनों सगे भाई सुरेन्द्र व काला सामने से आ रहे थे। जिन्होंने अनिल व दर्शन को रास्ते में रोक लिया और उसी दौरान सुरेन्द्र गाली गलौच करने लगा। उसके बाद सुरेन्द्र ने अनिल के सिर पर लाठी मार दी। जिससे वह जमीन पर गिर गया। उसके जमीन पर गिरने के दौरान भी सुरेन्द्र व काला ने उस पर लाठियों से कई वार किए। इस बीच दोनों ने दर्शन के साथ भी लाठियों से वार किए। दोनों पीड़ित मुश्किल से अपनी जान बचाकर वहां से भाग कर आए। इसके बाद दोनों आरोपियों ने उनको जान से मारने की धमकी भी दी। इसके बाद उनके परिजन उनको इलाज के लिए सीएचसी मिर्चपुर में ले गए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट का एनालिसिस:युवा-अनुभवी चेहरों का गुडमिक्स; हाईकमान ने सर छोटूराम और बंसीलाल की विरासत नहीं छोड़ी
हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट का एनालिसिस:युवा-अनुभवी चेहरों का गुडमिक्स; हाईकमान ने सर छोटूराम और बंसीलाल की विरासत नहीं छोड़ी हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 9 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। इसके जरिए कांग्रेस हाईकमान ने युवा और अनुभवी चेहरों का गुडमिक्स किया है। इनमें 2019 का चुनाव हारने के बावजूद 3 चेहरों अशोक अरोड़ा, कुलदीप शर्मा और परमवीर सिंह पर अनुभव के तौर पर दांव खेला। वहीं वर्धन यादव, मोहित ग्रोवर, बलराम दांगी और अनिरुद्ध चौधरी युवा चेहरे हैं। हाईकमान ने प्रदेश के पूर्व दिग्गज नेताओं की विरासत को भी पार्टी से जोड़े रखने का पूरा ध्यान रखा। इसी वजह से पूर्व CM बंसीलाल के पोते और सर छोटूराम के पूर्व मंत्री नाती बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह को भी टिकट दी है। कांग्रेस हाईकमान ने BJP में बगावत से दूसरी लिस्ट में भी सबक लिया। भाजपा के पहली ही लिस्ट में 67 उम्मीदवारों को मुकाबले कांग्रेस ने पहली लिस्ट में 32 और अब सिर्फ 9 उम्मीदवारों की घोषणा की। जातीय समीकरण: जाट चेहरे ज्यादा, SC चेहरा न होने से चौंकाया क्षेत्रीय समीकरण: बागड़-अहीरवाल बेल्ट पर हाईकमान का ज्यादा मंथन 2019 में जिन सीटों पर दूसरे नंबर पर रही कांग्रेस, वहां 26 सीटें रोकीं
कांग्रेस 2019 के विधानसभा चुनाव में कुल 30 सीटों पर दूसरे नंबर पर रही थी। 2024 के चुनाव के लिए पार्टी ने इन 30 सीटों में से सिर्फ 4 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया है। इनमें थानेसर, गन्नौर, महम और होडल (SC) शामिल है। इन चार में से तीन सीटों पर पार्टी ने उन्हीं चेहरों को मौका दिया है जो 2019 का चुनाव लड़े थे। इनमें थानेसर से अशोक अरोड़ा, गन्नौर से कुलदीप शर्मा और होडल (SC) से चौधरी उदयभान शामिल है। महम सीट पर पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे आनंद सिंह दांगी की जगह पार्टी ने इस बार उनके बेटे बलराम दांगी को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस की दूसरी लिस्ट से जुड़े सवाल-जवाब 1. दूसरी लिस्ट में सिर्फ 9 ही उम्मीदवार क्यों?
कांग्रेस हरियाणा में BJP जैसी गलती नहीं करना चाहती। इसीलिए कम सीटों की घोषणा की। इनमें वैसे तो कहीं बगावत की गुंजाइश नहीं है। अगर कहीं ऐसी स्थिति हुई थी तो कम सीटों की वजह से दिग्गज नेताओं को वहां जाकर बागियों को संभालना आसान हो जाएगा। 2. कांग्रेस कितनी लिस्टें जारी करेगी
कांग्रेस के पहली लिस्ट में 32 और दूसरी में 9 उम्मीदवार देखकर ऐसा लगता है कि अभी 2 और लिस्टें आ सकती हैं। तीसरी लिस्ट आज या कल में आ सकती है। चौथी लिस्ट सबसे विवादों वाली होगी, जिसे नामांकन के अंतिम दिन 12 सितंबर से एक दिन पहले जारी किया जा सकता है ताकि बागियों को दूसरी पार्टी में जाने या निर्दलीय लड़ने का मौका न मिल सके। 3. कांग्रेस-AAP से गठबंधन का क्या होगा?
गठबंधन को लेकर वैसे तो आज ही ऐलान हो सकता है। मगर, दोनों लिस्टों में कांग्रेस ने उन सीटों पर उम्मीदवार घोषित नहीं किया, जिन्हें AAP को देने की प्लानिंग हैं। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस AAP को 5 सीटें दे सकती है। जिनमें जींद, कलायत, पानीपत ग्रामीण, पिहोवा और ओल्ड फरीदाबाद की सीट हो सकती है। ऐसे में अभी गठबंधन की उम्मीद बरकरार है। 4. तोशाम से बंसीलाल के पोते को टिकट क्यों?
बंसीलाल प्रदेश के पूर्व सीएम रह चुके हैं। आज भी उनके नाम का वोट बैंक है। उनकी राजनीतिक विरासत संभाल रही बहू किरण चौधरी कुछ महीने पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चली गई। भाजपा ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया। वहीं किरण की बेटी श्रुति चौधरी को तोशाम से विधानसभा टिकट दे दी। ऐसे में यह वोट बैंक भाजपा में शिफ्ट न हो जाए, इसलिए कांग्रेस ने बंसीलाल के पोते अनिरुद्ध चौधरी को टिकट देकर श्रुति के मुकाबले खड़ा कर दिया। 5. कांग्रेस के टिकट बंटवारे में किसकी चली
अभी तक के लिहाज से पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा की। 41 सीटों में सबसे ज्यादा 35 टिकटें हुड्डा खेमे को ही मिली हैं। कांग्रेस में उनके विरोधियों की बात करें तो विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं सांसद कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला पर कोई फैसला नहीं हुआ। सुरजेवाला कैथल सीट से अपने या बेटे आदित्य सुरजेवाला के लिए दावेदारी जता रहे हैं लेकिन कांग्रेस ने वहां टिकट की ही घोषणा नहीं की है। राहुल गांधी की मुंहबोली बहन के ससुर को टिकट नहीं
कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में बादशाहपुर सीट से वर्धन यादव का नाम चौंकाने वाला रहा। यहां से राव कमलबीर सिंह कांग्रेस टिकट के दावेदार थे। राव कमलबीर सिंह जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष रहे स्व. शरद यादव की बेटी सुभाषिनी यादव के ससुर हैं। सुभाषिनी की शादी राव कमलबीर सिंह के बेटे राजकमल राव से हुई है। राव कमलबीर सिंह किसी समय हरियाणा में जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष थे। बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गए। राहुल गांधी सुभाषिनी यादव को मुंहबोली बहन मानते हैं। सुभाषिनी यादव भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में राहुल गांधी के साथ नजर आई थीं। वह प्रियंका गांधी के भी करीब है। ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा चुनाव, कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में 9 उम्मीदवार घोषित:पार्टी ने अब तक 28 विधायकों समेत 41 कैंडिडेट्स के नामों का ऐलान किया हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने रविवार (8 सितंबर) की देर रात अपने कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में 9 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया। पार्टी ने तोशाम सीट से पूर्व सीएम बंसीलाल के पोते अनिरुद्ध चौधरी और उचाना कलां सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे व BJP के पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह को टिकट दिया है। (पूरी खबर पढ़ें) कांग्रेस की दूसरी लिस्ट के 9 प्रत्याशियों की डिटेल प्रोफाइल:तोशाम में भाई-बहन का मुकाबला; 3 हारे चेहरों पर दांव, कुलदीप सबसे उम्रदराज हरियाणा में कांग्रेस ने उम्मीदवारों की जो दूसरी लिस्ट जारी की है, उसमें 3 नए चेहरे हैं। इस लिस्ट में 3 टिकट उन नेताओं को मिले हैं, जो पिछली बार हारे थे। 9 सीटों में 4 टिकटें जाट और 2-2 OBC और पंजाबी उम्मीदवारों को मिली हैं। दूसरी लिस्ट में केवल 1 महिला है। 2 दलबदलुओं को टिकट दी है। (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा में कांग्रेस की 2 लिस्ट जारी, 32 नाम:ED केस में फंसे-नूंह हिंसा आरोपी समेत 28 विधायकों को दोबारा टिकट; BJP बोली- क्राइम चैंपियनशिप हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 6 सितंबर की देर रात दो लिस्ट में 32 उम्मीदवारों का ऐलान किया। पहली लिस्ट में 31 उम्मीदवारों का ऐलान किया गया। डेढ़ घंटे बाद दूसरी लिस्ट में एक कैंडिडेट का नाम घोषित किया (पूरी खबर पढ़ें) कांग्रेस की पहली लिस्ट के 32 उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल:1 हारे-1 दलबदलू को टिकट, 80 साल के कादियान सबसे बुजुर्ग, विनेश सबसे यंग हरियाणा में कांग्रेस ने 32 नामों की जो पहली लिस्ट जारी की है, उसमें सिर्फ 3 नए चेहरे हैं। इस लिस्ट में पिछला चुनाव हारे हरियाणा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष उदयभान को टिकट मिली है। 32 सीटों में 9-9 टिकटें जाट और SC उम्मीदवारों को मिली हैं। SC के लिए 17 सीटें रिजर्व हैं। पहली लिस्ट में केवल 5 महिलाएं हैं। इस लिस्ट में 1 दलबदलू को टिकट दी है। (पूरी खबर पढ़ें) कांग्रेस के 32 उम्मीदवारों का एनालिसिस:हरियाणा में BJP जैसी बगावत-भगदड़ से बचने की कोशिश; सांसदों को दोटूक मैसेज- हाईकमान सबसे ऊपर कांग्रेस हाईकमान सेफ गेम खेलते हुए हरियाणा चुनाव के लिए जारी 32 उम्मीदवारों की दो लिस्टों में BJP में मची भगदड़-बगावत जैसे हालात से बचने की कोशिश करता नजर आया। कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की 4 मीटिंग हुईं। उसके बाद 3 मीटिंग केंद्रीय चुनाव समिति की हुईं। आखिरी बैठक में राहुल गांधी की जगह खुद सोनिया गांधी पहुंचीं। इसके बावजूद पार्टी बड़ी लिस्ट जारी करने की हिम्मत नहीं दिखा पाई। (पूरी खबर पढ़ें)
हरियाणा में शहीद मेजर का परिवार भिड़ा:बहू बोली- सास-ससुर को डेढ़ करोड़ मिला, अब सरकारी नौकरी भी ननद के लिए चाहते हैं
हरियाणा में शहीद मेजर का परिवार भिड़ा:बहू बोली- सास-ससुर को डेढ़ करोड़ मिला, अब सरकारी नौकरी भी ननद के लिए चाहते हैं हरियाणा के पानीपत के शहीद मेजर आशीष धौंचक की शहादत को 10 माह ही हुए हैं, इसी बीच उनका पारिवारिक विवाद घर से निकल कर सरेआम आ गया है। आशीष के परिवार और उनकी पत्नी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। परिवार का आरोप है कि बहू सरकार से मिलने वाली राशि, घर-मकान समेत अन्य लाभ अपने नाम करवा कर मायके चली गई। कई माह बीत जाने के बाद वह वापस नहीं लौटी। यहां तक कि उसने और उसके परिवार वालों ने बातचीत तक करनी बंद कर दी। इसी बीच पत्नी ज्योति भी सामने आई है। दैनिक भास्कर से विशेष बातचीत में ज्योति ने सभी आरोपों का सिलसिलेवार जवाब दिया और परिवार के बीच चल रही हर खटपट के बारे में विस्तार से बताया। सास ने इसलिए टॉर्चर किया, मैं खुद सब छोड़कर चली जाऊं
ज्योति ने कहा कि 2021 में आशीष की पोस्टिंग श्रीनगर में आई थी। तब मैं अपनी बेटी के साथ पानीपत अपनी ससुराल में शिफ्ट हुई थी। आशीष की शहादत के बाद मेरी सास कमला ने परिवार के बीच में ये कह दिया था कि मैं इसे (ज्योति) अपने साथ नहीं रख सकती हूं। अगर इसे रहना होगा तो ये घर के पहले फ्लोर पर रह लेगी। मैं वहीं रहती रही। ये सोच कर कि ये मेरे पति का घर है, मेरी बेटी का घर है। इसके बाद मेरी सास ने मुझे टॉर्चर करना शुरू कर दिया। मुझे ताने दिए, बात-बात पर झगड़ा किया और बात करना बंद कर देना। उनका मकसद था कि मैं परेशान होकर सब कुछ छोड़कर चली जाऊं, लेकिन मैंने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया। मुझे मेरी बेटी का भविष्य देखना था। ननदोई ने दी धमकियां, इसलिए मैंने घर आना किया बंद
29 दिसंबर को छमाही पर सभी बड़ों के कहने पर मैंने अपना सामान पहले फ्लोर पर रख लिया था। मेरे ससुर इन सब बातों में शामिल हैं। मैंने घर नहीं छोड़ा। मैंने न ही दूसरी शादी की है। न ही मैंने तलाक लिया है तो मैं घर छोड़कर क्यों जाऊं। मैं बीच-बीच में अपने मायके भी आती रही। यहां आने के बाद मेरे पास धमकी भरे फोन भी आने लगे। मेरी सबसे बड़ी ननद अंजू के पति संजय नांदल ने सास-ससुर के कहने पर धमकियां दी है। इसी डर से मैंने वहां जाना छोड़ दिया। मैंने सिर्फ अपने पहले फ्लोर पर ही लॉक लगाया है। वहां पर मेरी तीनों ननदों, उनके पति, बच्चों की जगह है, लेकिन मेरे और मेरी बेटी के लिए वहां जगह नहीं है। शहादत के बाद मेरे सास-ससुर को सरकार की ओर से डेढ़ करोड़ मिला था। ये पूरा खेल सिर्फ ननद को सरकारी नौकरी दिलवाने के खेला जा रहा है। जिस सोने की बात वे खुद ही कह रहे हैं कि उन्होंने शादी के वक्त दिया था, तो वह मेरा ही हुआ न। अगर मैं वो अपना स्त्रीधन साथ ले आई तो उसमें किसी को कोई आपत्ति क्यों होनी चाहिए। मैं सरकार के सामने अपना पक्ष रखूंगी। पैतृक जमीन भी बेच दी
ज्योति ने कहा कि पानीपत में शुभआंगन सोसाइटी का प्लाट अगस्त में बेचा था। TDI स्थित आवास के ग्राउंड फ्लोर में वे खुद रह रहे हैं। फर्स्ट फ्लोर पर मेरा सामान है। दूसरी मंजिल किराए पर दी हुई है। जिसका किराया भी सास-ससुर के पास आता है। मेरे ससुर एनएफएल से रिटायर्ड हैं, वो पेंशन भी आ रही है। बिंझौल गांव की पैतृक जमीन भी बेच दी है। 25 लाख की एफडी भी है। इसके अलावा सास कमला के नाम रोहतक में दो प्लॉट भी है। जबकि मेरे पास सिर्फ वो सहयोग राशि है, जो मेरे पति की शहादत के बाद सरकार की ओर से दी गई थी। इसके अलावा मेरे पास अब मिलने वाली नौकरी की आशा थी। शहादत बदनाम न हो, इसलिए रही चुप
उन्होंने कहा कि मेरे साथ ससुराल में अकसर प्रताड़ना की जाती थी, लेकिन मैंने कभी इसके खिलाफ आवाज नहीं उठाई। क्योंकि पहले मेरे पति मुझे इन प्रताड़नाओं से प्रोटेक्ट करते थे। उनके बाद मैंने इसलिए कभी कोई आवाज नहीं उठाई क्योंकि मैं एक शहीद की पत्नी हूं। उनकी शहादत को मैं इस तरह बदनाम कभी नहीं कर सकती, जैसे मेरे ससुराल वालों ने किया है। मैंने कभी कोई डिमांड नहीं की। अब पढ़िए शहीद की मां ने क्या कहा…. आखिरी चेक पर साइन करवा कर चली गई बहू
दैनिक भास्कर से बातचीत में शहीद की मां कमला ने बताया कि 13 सितंबर 2023 को उनका इकलौता बेटा मेजर आशीष धौंचक (36) जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गया था। बेटे की शहादत के बाद से बहू ज्योति ने अपने तेवर बदल लिए थे। जब तक सरकार की ओर से निर्धारित पूरी राशि नहीं मिली वह बहुत प्यार से बात करती थी। आखिर चेक आने पर उसने घर से जाने का प्लान बना लिया था। शहादत के कुछ समय बाद ही उसने जींद स्थित अपने मायका में 7 दिन जाने की बात कही थी। इसके बाद वह अपनी ढाई साल की बेटी वामिनी को लेकर घर से चली गई और वापस नहीं लौटी। 30 तोला सोना भी ले गई ज्योति
ज्योति से जब भी बात करते हैं, वह कभी भी वापस न आने की बात कहती है। उसके मां-बाप से बात की तो उन्होंने भी बात करने से मना कर दिया। इतना ही नहीं पंचायती, सामाजिक तौर पर भी उन्होंने किसी भी तरह की बात करने से मना कर दिया। मां ने कहा कि ज्योति जाते समय घर से 30 तोला सोना भी ले गई है। इसके अलावा फरीदपुर टीडीआई में नवनिर्मित मकान, जोकि आधा आशीष के नाम था वह भी अपने नाम करवा गई। जाते हुए उसने घर के ऊपर वाले हिस्से में ताला लगा दिया था। उन्होंने कहा कि वह सरकार से मांग करती हैं कि उनकी बहू ज्योति को सरकारी नौकरी देने का जो प्रस्ताव मंजूर हुआ था, वह नामंजूर किया जाए। क्योंकि ज्योति उनके साथ नहीं रहती है। वह इस नौकरी को अपनी बेटी को दिलवाना चाहती है। क्योंकि बेटी ही उनकी सेवा कर रही है। ये बात पॉलिसी में भी लिखा है कि जिसे नौकरी दी जाएगी, अगर वह मां-बाप की केयर नहीं करेगा या करेगी, तो उसकी नौकरी को मां-बाप के कहने पर नामंजूर किया जाएगा। इसके अलावा मां ने यह भी कहा कि भारतीय सेना की ओर से भी उन्हें कोई मदद नहीं मिली है। वह अपने कैंटीन कार्ड बनवाने के लिए भी जद्दोजहद कर रही हैं। सेना से कई बार संपर्क किया। सेना की ओर से उन्हें मेडिकल सुविधा भी नहीं दी गई।
हरियाणा में चाकू मारकर जेठ की हत्या:महिला ने सोते हुए ईंट भी मारी, परिवार बोला- दोनों में झगड़ा चल रहा था
हरियाणा में चाकू मारकर जेठ की हत्या:महिला ने सोते हुए ईंट भी मारी, परिवार बोला- दोनों में झगड़ा चल रहा था हरियाणा के जींद में बुधवार देर रात महिला ने अपने जेठ की ईंट और चाकू से वार कर हत्या कर दी। घटना उचाना कस्बे के कान्हा सेवा सदन के साथ लगती कॉलोनी की है। मृतक की पहचान धर्मबीर उर्फ लंगड़ा के रूप में हुई है। घटना के बाद से महिला कुसुम फरार है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। परिवार के अनुसार, धर्मबीर और कुसुम का आपस में झगड़ा रहता था। सोते हुए हमला किया
उचाना थाना पुलिस को दी शिकायत में सोनिया ने बताया कि हर रोज की तरह परिवार के सदस्य मकान में सो रहे थे। रात को अचानक तेज आवाज आने पर उनकी नींद खुल गई। नीचे आकर देखा तो भाभी कुसुम, भाई धर्मबीर उर्फ लंगड़ा पर चाकू से वार कर रही थी। धर्मबीर चाकू लगने से नीचे गिर गया। इसके बाद कुसुम ने धर्मबीर के सिर पर ईंट मारकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद कुसुम वहां से भाग गई। सोनिया ने बताया कि उसने शोर मचाकर आसपास के लोगों को बुला लिया। इसके बाद चौकी में जाकर घटना की जानकारी दी। धर्मबीर मजदूरी करता था और अविवाहित था। चौकी इंचार्ज बोले- जल्द गिरफ्तार करेंगे
चौकी इंचार्ज राजेश कुमार ने बताया कि महिला ने आकर हत्या की सूचना दी थी। इसके बाद वह टीम के साथ मौके पर पहुंचे तो व्यक्ति धर्मबीर की मौत हो चुकी थी। अभी हत्या की वजह का खुलासा नहीं हाे पाया है। सोनिया की शिकायत पर कुसुम के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। जल्द उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।