हरियाणा के हिसार में नारनौंद के कांग्रेस विधायक जस्सी पेटवाड़ ने मंगलवार को प्रदेश के सबसे बड़े गांव सिसाय में पेयजल की समस्या का आकलन किया। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि वे जहरीला पानी पीने को मजबूर हैं। इस पर विधायक ने खुद पानी पीकर देखा और साथ ही वहां मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों को पिलाया। उन्होंने पेयजल व्यवसथा ठप होने पर अधिकारियों को फटकार भी लगाई। नारनौंद के विधायक जस्सी पेटवाड़ इन दिनों एक्शन मोड में हैं। उन्होंने मंगलवार को गांव सिसाय में अधिकारियों के साथ वाटर वर्क्स में पहुंचकर हालात का जायजा लिया। विधायक ने अधिकारियों से पूछा कि 3 से 6 महीने तक स्टोर होने वाला पानी आखिर 15 दिन में खत्म क्यों हो रहा है। वाटर वर्कर्स के निर्माण में लगभग 12.50 करोड़ की लागत से वाटर टैंक बनाए गए हैं। उन्होंने टैंकों की लीकेज पर सवाल पूछे। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से पेयजल व्यवस्था पर बातचीत की तो ग्रामीणों ने बताया कि वे जहरीला पानी पीने को विवश हैं। ग्रामीणों की शिकायत पर विधायक पे स्वयं पानी पीया और अधिकारियों को पिलाकर दिखाया कि कैसे पूरा गांव जहर सामान पानी पीने को मजबूर है।
साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि एक सप्ताह के अंदर वाटर लीकेज की रेड मार्किंग और टैंकों की साफ-सफाई करवाई जाए, ताकि ग्रामीणों और पशुओं को खारे पानी से छुटकारा मिल सकें। हरियाणा के हिसार में नारनौंद के कांग्रेस विधायक जस्सी पेटवाड़ ने मंगलवार को प्रदेश के सबसे बड़े गांव सिसाय में पेयजल की समस्या का आकलन किया। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि वे जहरीला पानी पीने को मजबूर हैं। इस पर विधायक ने खुद पानी पीकर देखा और साथ ही वहां मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों को पिलाया। उन्होंने पेयजल व्यवसथा ठप होने पर अधिकारियों को फटकार भी लगाई। नारनौंद के विधायक जस्सी पेटवाड़ इन दिनों एक्शन मोड में हैं। उन्होंने मंगलवार को गांव सिसाय में अधिकारियों के साथ वाटर वर्क्स में पहुंचकर हालात का जायजा लिया। विधायक ने अधिकारियों से पूछा कि 3 से 6 महीने तक स्टोर होने वाला पानी आखिर 15 दिन में खत्म क्यों हो रहा है। वाटर वर्कर्स के निर्माण में लगभग 12.50 करोड़ की लागत से वाटर टैंक बनाए गए हैं। उन्होंने टैंकों की लीकेज पर सवाल पूछे। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से पेयजल व्यवस्था पर बातचीत की तो ग्रामीणों ने बताया कि वे जहरीला पानी पीने को विवश हैं। ग्रामीणों की शिकायत पर विधायक पे स्वयं पानी पीया और अधिकारियों को पिलाकर दिखाया कि कैसे पूरा गांव जहर सामान पानी पीने को मजबूर है।
साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि एक सप्ताह के अंदर वाटर लीकेज की रेड मार्किंग और टैंकों की साफ-सफाई करवाई जाए, ताकि ग्रामीणों और पशुओं को खारे पानी से छुटकारा मिल सकें। हरियाणा | दैनिक भास्कर