नूंह के पाकिस्तानी जासूस से 8 फोन बरामद:कोर्ट में पेश कर भेजा जेल,तारीफ को घर लेकर गई NIA,खुल सकते है बड़े राज

नूंह के पाकिस्तानी जासूस से 8 फोन बरामद:कोर्ट में पेश कर भेजा जेल,तारीफ को घर लेकर गई NIA,खुल सकते है बड़े राज

नूंह जिले के गांव राजाका से गिरफ्तार किए गए पाकिस्तानी जासूस अरमान का आज 6 दिन का रिमांड पूरा हो गया है। जिसे पुलिस कड़ी सुरक्षा के बीच दोपहर करीब 2 बजे फिरोजपुर झिरका की कोर्ट में पेश करने के लिए पहुंची। जहां से अरमान को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आरोपी अरमान से रिमांड अवधि के दौरान 8 मोबाइल फोन और एक पासपोर्ट बरामद किया है। अरमान को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सैन्य सुरक्षा की जानकारी भेजने के आरोप में 16 मई को गिरफ्तार किया गया था। रिमांड अवधि के दौरान आरोपी से अलग-अलग जांच एजेंसियों द्वारा पूछताछ की गई। जिसमें बड़ा खुलासा होने की संभावना हैं। रिमांड के बाद अरमान को भेजा जेल जांच अधिकारी विजय ने बताया कि 16 में 2025 को अरमान को पाकिस्तान को खुफिया जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद आरोपी को कोर्ट में पेश कर 6 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। रिमांड अवधि के दौरान आरोपी से 8 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। जिनका प्रयोग आरोपी ने पाकिस्तान को जासूसी करने में इस्तमाल किया था। वहीं उससे एक पासपोर्ट भी बरामद किया गया हैं। जिससे वह पाकिस्तान गया था। अरमान को शुक्रवार को फिरोजपुर झिरका कार्तिक शर्मा की अदालत में पेश किया गया , जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया हैं। मोबाइलों से मिले अहम सबूत सूत्रों की माने तो आरोपी से बरामद किए गए 8 मोबाइल फोनों से पुलिस को काफी अहम सबूत मिले है। जिनमें कई पाकिस्तानी एजेंटों के नंबर, सैन्य सुरक्षा से जुड़ी तस्वीरें, व्हाट्सएप पर संदिग्ध चैटिंग सहित अन्य कई महत्वपूर्ण जानकारियां जांच एजेंसियां को मिली है। हालांकि इस मामले में पुलिस ज्यादा कुछ बोलने को तैयार नहीं है। लेकिन इतना जरूर है कि अरमान से 8 फोन बरामद होना और उन्हें पाकिस्तान के लिए जासूसी में प्रयोग करना कहीं न कहीं यह साबित करता है कि अरमान बड़े पैमाने पर पाकिस्तान को भारत की खुफिया जानकारी देने कराने का काम करता था। पाकिस्तान में अरमान की रिश्तेदारी जानकारी के मुताबिक, आरोपी अरमान की पाकिस्तान में रिश्तेदारी है। जो दो बार वहां जा चुका है। वहीं से आरोपी पाकिस्तान के दूतावास दानिश के संपर्क में आया। जो लगातार 2023 से भारत की खुफिया जानकारी पाकिस्तान को दे रहा था। इसमें आरोपी अरमान ने दानिश को भारतीय सिम कार्ड मुहैया कराए और 2025 में डिफेंस एक्सपो की साइट तक का दौरा पाकिस्तानी एजेंट्स के निर्देश पर किया। रिमांड अवधि के दौरान जांच एजेंसियां आरोपी की घर गई, जहां से कुछ महत्वपूर्ण जानकारी पुलिस द्वारा जुटाए गई थी। तारीफ को गांव लेकर पहुंची जांच एजेंसी पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में तावडू के गांव कांगरका से गिरफ्तार मोहम्मद तारीफ की जांच भी तेजी से जारी है। बुधवार को जांच एजेंसी और स्थानीय पुलिस की टीम भारी पुलिस बल के साथ तारीफ को गांव कंगारका लेकर पहुंची। पुलिस ने घर को चारों तरफ से घेर लिया और करीब एक घंटे तक तलाशी ली। इस दौरान किसी भी बाहरी व्यक्ति या परिजन को भीतर जाने नहीं दिया गया। आरोपी के परिजनों ने बताया कि पुलिस तारीफ के साथ घर आई थी। सीधे उसे कमरे में ले गई, जहां उसके सामने गहन तलाशी ली गई। इस दौरान घर के अन्य सदस्यों को वहां जाने नहीं दिया गया। आरोपी तारीफ की पत्नी और बच्चे उसे देखकर रोने लगे और परिवार के अन्य लोग भी भावुक हो गए। उन्होंने तारीफ से बात करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने अनुमति नहीं दी। ग्रामीण सूत्रों के मुताबिक, तलाशी में पुलिस को पासपोर्ट की छाया प्रति और कुछ दस्तावेज हाथ लगे हैं। परिजनों का कहना है कि तारीफ का मूल पासपोर्ट चार महीने पहले ही पाक दूतावास में जमा करवा दिया गया था, जो अब तक वहीं है। आरोपी 7 दिन के पुलिस रिमांड पकड़े गए पाकिस्तानी जासूस तारीफ को पुलिस ने 7 दिन के रिमांड पर लिया है। तारीफ पर आरोप है कि वो वॉट्सऐप के जरिए भारतीय सैन्य गतिविधियों से जुड़ी गोपनीय जानकारी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात दो कर्मचारियों को उपलब्ध करा रहा था। तारीफ की एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई। जिसमें वह कह रहा है कि पाकिस्तानी नागरिक आसिफ बलोच के कहने पर मैंने नूंह से दो सिम लिए। वहां आसिफ मिला, जिसे सिम दे दिए। इसके बाद आसिफ ने वीजा उसे दे दिया। जांच एजेंसियां तकनीकी जांच के साथ-साथ उसके मोबाइल, बैंक खातों, कॉल डिटेल, सोशल मीडिया अकाउंट्स गतिविधियों और लेनदेन की जांच भी कर रही है। नूंह जिले के गांव राजाका से गिरफ्तार किए गए पाकिस्तानी जासूस अरमान का आज 6 दिन का रिमांड पूरा हो गया है। जिसे पुलिस कड़ी सुरक्षा के बीच दोपहर करीब 2 बजे फिरोजपुर झिरका की कोर्ट में पेश करने के लिए पहुंची। जहां से अरमान को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आरोपी अरमान से रिमांड अवधि के दौरान 8 मोबाइल फोन और एक पासपोर्ट बरामद किया है। अरमान को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सैन्य सुरक्षा की जानकारी भेजने के आरोप में 16 मई को गिरफ्तार किया गया था। रिमांड अवधि के दौरान आरोपी से अलग-अलग जांच एजेंसियों द्वारा पूछताछ की गई। जिसमें बड़ा खुलासा होने की संभावना हैं। रिमांड के बाद अरमान को भेजा जेल जांच अधिकारी विजय ने बताया कि 16 में 2025 को अरमान को पाकिस्तान को खुफिया जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद आरोपी को कोर्ट में पेश कर 6 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। रिमांड अवधि के दौरान आरोपी से 8 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। जिनका प्रयोग आरोपी ने पाकिस्तान को जासूसी करने में इस्तमाल किया था। वहीं उससे एक पासपोर्ट भी बरामद किया गया हैं। जिससे वह पाकिस्तान गया था। अरमान को शुक्रवार को फिरोजपुर झिरका कार्तिक शर्मा की अदालत में पेश किया गया , जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया हैं। मोबाइलों से मिले अहम सबूत सूत्रों की माने तो आरोपी से बरामद किए गए 8 मोबाइल फोनों से पुलिस को काफी अहम सबूत मिले है। जिनमें कई पाकिस्तानी एजेंटों के नंबर, सैन्य सुरक्षा से जुड़ी तस्वीरें, व्हाट्सएप पर संदिग्ध चैटिंग सहित अन्य कई महत्वपूर्ण जानकारियां जांच एजेंसियां को मिली है। हालांकि इस मामले में पुलिस ज्यादा कुछ बोलने को तैयार नहीं है। लेकिन इतना जरूर है कि अरमान से 8 फोन बरामद होना और उन्हें पाकिस्तान के लिए जासूसी में प्रयोग करना कहीं न कहीं यह साबित करता है कि अरमान बड़े पैमाने पर पाकिस्तान को भारत की खुफिया जानकारी देने कराने का काम करता था। पाकिस्तान में अरमान की रिश्तेदारी जानकारी के मुताबिक, आरोपी अरमान की पाकिस्तान में रिश्तेदारी है। जो दो बार वहां जा चुका है। वहीं से आरोपी पाकिस्तान के दूतावास दानिश के संपर्क में आया। जो लगातार 2023 से भारत की खुफिया जानकारी पाकिस्तान को दे रहा था। इसमें आरोपी अरमान ने दानिश को भारतीय सिम कार्ड मुहैया कराए और 2025 में डिफेंस एक्सपो की साइट तक का दौरा पाकिस्तानी एजेंट्स के निर्देश पर किया। रिमांड अवधि के दौरान जांच एजेंसियां आरोपी की घर गई, जहां से कुछ महत्वपूर्ण जानकारी पुलिस द्वारा जुटाए गई थी। तारीफ को गांव लेकर पहुंची जांच एजेंसी पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में तावडू के गांव कांगरका से गिरफ्तार मोहम्मद तारीफ की जांच भी तेजी से जारी है। बुधवार को जांच एजेंसी और स्थानीय पुलिस की टीम भारी पुलिस बल के साथ तारीफ को गांव कंगारका लेकर पहुंची। पुलिस ने घर को चारों तरफ से घेर लिया और करीब एक घंटे तक तलाशी ली। इस दौरान किसी भी बाहरी व्यक्ति या परिजन को भीतर जाने नहीं दिया गया। आरोपी के परिजनों ने बताया कि पुलिस तारीफ के साथ घर आई थी। सीधे उसे कमरे में ले गई, जहां उसके सामने गहन तलाशी ली गई। इस दौरान घर के अन्य सदस्यों को वहां जाने नहीं दिया गया। आरोपी तारीफ की पत्नी और बच्चे उसे देखकर रोने लगे और परिवार के अन्य लोग भी भावुक हो गए। उन्होंने तारीफ से बात करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने अनुमति नहीं दी। ग्रामीण सूत्रों के मुताबिक, तलाशी में पुलिस को पासपोर्ट की छाया प्रति और कुछ दस्तावेज हाथ लगे हैं। परिजनों का कहना है कि तारीफ का मूल पासपोर्ट चार महीने पहले ही पाक दूतावास में जमा करवा दिया गया था, जो अब तक वहीं है। आरोपी 7 दिन के पुलिस रिमांड पकड़े गए पाकिस्तानी जासूस तारीफ को पुलिस ने 7 दिन के रिमांड पर लिया है। तारीफ पर आरोप है कि वो वॉट्सऐप के जरिए भारतीय सैन्य गतिविधियों से जुड़ी गोपनीय जानकारी दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात दो कर्मचारियों को उपलब्ध करा रहा था। तारीफ की एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई। जिसमें वह कह रहा है कि पाकिस्तानी नागरिक आसिफ बलोच के कहने पर मैंने नूंह से दो सिम लिए। वहां आसिफ मिला, जिसे सिम दे दिए। इसके बाद आसिफ ने वीजा उसे दे दिया। जांच एजेंसियां तकनीकी जांच के साथ-साथ उसके मोबाइल, बैंक खातों, कॉल डिटेल, सोशल मीडिया अकाउंट्स गतिविधियों और लेनदेन की जांच भी कर रही है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर