हरियाणा और पंजाब में पिछले 11 दिनों में जासूसी के आरोप में 9 लोग पकड़े जा चुके हैं। इसमें हरियाणा के 5 लोग शामिल हैं। इसको लेकर अब सैनी सरकार एक्शन मोड़ में है। पंचायत मंत्री कृष्णलाल पंवार ने बताया कि 20 मई को मुख्यमंत्री नायब सैनी ने चंडीगढ़ में मंत्रियों व विधायकों की बैठक बुलाई है, जिसमें जासूसी के मामलों पर चर्चा होगी। यूट्यूबर के लिए भी दूसरे मीडिया कर्मियों की तरह नियम होने चाहिए। हर विषय पर गहराई से मंथन किया जाएगा। उधर, नूंह में एक और पाकिस्तानी जासूस तारीफ को गिरफ्तार किया है। यह अलग-अलग माध्यम से खुफिया जानकारियां पाकिस्तान भेज रहा था। तारीफ से एक मोबाइल फोन मिला। मोबाइल की जांच में पाकिस्तानी नंबरों से चैट, फोटो, वीडियो और सैन्य गतिविधियों की तस्वीरें मिलीं, जो उसने पाकिस्तान के किसी नंबर पर भेजी थी। जांच में उसके मोबाइल में पाकिस्तानी वॉट्सऐप नंबर से थे कुछ डाटा भी डिलीट पाया गया। उसके सिरसा एयरफोर्स स्टेशन की जानकारी मांगने की बात भी सामने आई है। तारीफ तावडू उपमंडल के कांगरका गांव का रहने वाला है। गांव में ही क्लिनिक चलाता था। उसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें वह पाकिस्तानी एजेंसी के चक्कर में फंसने की पूरी कहानी बता रहा है। वीडियो उसकी गिरफ्तारी के बाद का बताया गया है। हालांकि नूंह पुलिस ने इससे इनकार किया है। 2018 में पहली बार पाकिस्तान एंबेसी गया
सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो में तारीफ बता रहा है कि वह 2018 में पहली बार वीजा लगवाने पाकिस्तानी एंबेसी गया था। यहां उसे काउंटर पर आसिफ बिलोच नाम का पाकिस्तानी अफसर मिला, जिसने इंटरव्यू लिया। कुछ देर जानकारी जुटाने के बाद आसिफ ने उसका पासपोर्ट वापस कर दिया। मोबाइल नंबर नोट करते हुए कहा कि वह कॉल कर बताएगा कि कब वीजा लेने आना है। 3-4 दिन बाद फोन आया, सिम मांगे
तारीफ आगे बताता है कि इंटरव्यू के बाद वह घर आ गया। 3-4 दिन बाद आसिफ का उसके पास कॉल आया। उसने पूछा कि वीजा चाहिए? इस पर उसने कहा कि हां चाहिए। इस पर आसिफ ने कहा कि पहले एक काम कर, दो सिम लाकर दे, बदले में वीजा ले जाना। तारीफ ने इसके लिए हामी भर दी। नूंह से खरीदे दो सिम, वीजा मिला
तारीफ ने बताया कि आसिफ के कहने पर उसने नूंह से दो सिम लिए और एबेंसी गया। वहां आसिफ मिला, जिसे सिम दे दिए। इसके बाद आसिफ ने वीजा उसे दे दिया। वह घर गया और 10-15 दिन तक वहीं रहा। इसके बाद वह पाकिस्तान चला गया। ज्यादा रुपए कमाने का ऑफर दिया
तारीफ के मुताबिक, कुछ दिन बाद ही वह पाकिस्तान से लौट आया। इसके कुछ दिन बाद ही आसिफ का एक बार फिर उसे कॉल आया और कहा कि रुपया कमाना चाहते हो। उसने फिर हामी भर दी। इस पर आसिफ ने उसे कहा कि तेरे क्षेत्र से जो बंदे पाकिस्तान जाना चाहते हैं, उनसे वीजा लगवाने की बात कर ले। 8-10 हजार रुपए ले लेना, आधे तू रख लेना और आधे मुझे दे देना, दोनों मिलकर पैसा कमाएंगे। कमाई शुरू हुई, 2021 में पाकिस्तान गया
तारीफ ने आगे बताता कि उसने 8-10 बंदे आसिफ के पास भेजे। इन लोगों से जो रुपए मिले, उसने और आसिफ ने आधे-आधे पैसे रख लिए। 2021 में वह दोबारा वीजा के लिए पाकिस्तानी एंबेसी गया। उससे फिर कहा गया कि बंदे ले आओ तो वीजा लगवा देंगे। उसने बंदे भेजकर उनका वीजा लगाया, तो इसके बदले में आसिफ ने उसका वीजा भी लगवा दिया। इसके बाद वह फिर पाकिस्तान गया। कुछ दिन में लौट आया। 2024 में दूसरे पाकिस्तानी अफसर से मिलवाया
तारीफ के मुताबिक, 2024 में फिर बिलोच का फोन आया। बोला कि एक काम है, एंबेसी आना पड़ेगा। वह गया तो वहां आसिफ ने कहा कि उसकी कभी भी बदली हो सकती है, ये नया अफसर जाफर आया है। नए अफसर को उसके बारे में बता दिया है, अब इसके साथ रहकर काम कर, वह कभी भी जा सकता है। इसके बाद जाफर ने उसका मोबाइल नंबर ले लिया और बाद में कॉल करने को कहा। कमाई बढ़ाने का लालच दिया, पाकिस्तान भेजा
तारीफ के मुताबिक, जाफर से मिलने के बाद वह घर आ गया। कुछ दिन बाद ही जाफर ने कॉल किया और कहा कि सिम चाहिए। उसने उसे दो सिम पहुंचाई। इस पर उसने कहा कि ज्यादा पैसा कमाना चाहता है तो ज्यादा बंदे भेज दिया कर। अब उनसे 15-15 हजार लेना, दस से कम मत लेना। आधा-आध पैसे ले लेंगे। इस पर उसने 4-5 बंदों को एंबेसी भेजा। खुद का भी तीसरी बार वीजा ले लिया और पाकिस्तान चला गया। सिरसा एयरफोर्स स्टेशन की जानकारी मांगी
तारीफ ने आगे बताया कि पाकिस्तान में कुछ दिन रहने के बाद वह लौट आया। इसके कुछ दिन बाद ही जाफर का कॉल आया। उसने कहा कि अब सिम-विम से काम नहीं चलेगा और ना ही वीजा लगेगा। यदि वीजा लगवाना है तो कुछ और करना पड़ेगा, जिसके लिए लाखों रुपए मिलेंगे। जहां भेजेंगे, वहां जाना पड़ेगा। तारीफ ने बताया कि जब उसने हां कही तो उसे कहा गया कि सिरसा जाना पड़ेगा, वहां एयरफोर्स स्टेशन है, उसकी वीडियो फोटो देने पड़ेंगे। पत्नी बोली- पति जासूसी करता तो आलीशान घर होता
तारीफ की पत्नी अफसाना ने बताया कि उनके पति केवल अपने काम से मतलब रखते थे। अगर वो पाकिस्तान के लिए जासूसी करते तो उनका घर आलीशान होता। उनके पास भी पैसा होता। वह गरीबी में अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। भाई ने कहा- 2023 में पाकिस्तान गया था तारीफ
तारीफ के भाई जावेद ने बताया कि तारीफ ने 12वीं तक पढ़ाई की है। वे काफी दिनों से डॉक्टरी का काम कर रहा है। तारीफ की शादी करीब 13 साल पहले हुई थी। उसका एक 6 साल का बेटा भी है। भारत-पाकिस्तान बंटवारे के दौरान उनके दादा के भाई पाकिस्तान चले गए थे, जिनका परिवार वहीं रहता है। तारीफ पहली बार 2018 में अपने परिवार के साथ पाकिस्तान गया था। अंतिम बार वह एक शादी में 2023 में पाकिस्तान गया। उसके साथ पिता हनीफ, पत्नी अफसाना, बेटा और बड़ी बहन साथ में गई थी। जावेद ने बताया कि वह करीब 20 दिन वहां रुककर आए थे। तारीफ सहित पाकिस्तानी एंबेसी के अफसरों पर भी केस दर्ज
नूंह पुलिस के प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने बताया कि कांगरका गांव के तारीफ की गतिविधियां संदिग्ध लगने पर रविवार शाम को उसे अरेस्ट कर लिया गया। उसके खिलाफ नूंह पुलिस ने रविवार को भारतीय दंड संहिता, ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट, 1923 और देशद्रोह की अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। तारीफ के साथ दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात आसिफ बलोच और जाफर के विरुद्ध भी मामला दर्ज किया गया। यह दोनों पाकिस्तानी नागरिक हैं। इससे पहले अरमान की गिरफ्तारी
हरियाणा पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियों ने 16 मई को नूंह जिले के राजा का गांव से अरमान को अरेस्ट किया था। अरमान ने पाकिस्तानी एजेंटों के निर्देश पर भारतीय सिम कार्ड उपलब्ध कराए। 2025 में डिफेंस एक्सपो की साइट का दौरा करने वाला अरमान दो बार पाकिस्तान जा चुका है। वह 2023 से ही दिल्ली में पाकिस्तानी दूतावास में तैनात दानिश नामक अधिकारी के संपर्क में था। अरमान उसे खुफिया जानकारियां भेज रहा था। पुलिस को अरमान से एक फोन भी मिला। फिलहाल वह 6 दिन के पुलिस रिमांड पर है। पंजाब के गुरदासपुर से दो युवक पकड़े
पंजाब में गुरदासपुर पुलिस ने 2 युवकों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को संवेदनशील सैन्य जानकारियां भेजने का आरोप है। पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव की ओर से सोमवार को सोशल मीडिया पर बताया गया कि इनके नाम सुखप्रीत सिंह और करणबीर सिंह है। सुखप्रीत गुरदासपुर में कादियां का और करणबीर चंदूवडाला गांव का रहने वाला है। दोरांगला पुलिस थाने में इनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है। जांच में महत्वपूर्ण तथ्य सामने आने की उम्मीद है। ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी जानकारी लीक कर रहे थे
डीजीपी गौरव यादव के मुताबिक, सुखप्रीत और करणबीर ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी गोपनीय जानकारियां लीक कर रहे थे। इसमें पंजाब, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में सेना की मूवमेंट के अलावा अहम रणनीतिक स्थलों की डिटेल शामिल थी। पुलिस ने दोनों से 3 मोबाइल फोन और 30 बोर के 8 जिंदा कारतूस बरामद किए। मोबाइल की फोरेंसिक जांच से यह साबित हो गया कि आरोपी ISI हैंडलर्स के सीधे संपर्क में थे और भारतीय सशस्त्र बलों से जुड़ी जानकारियां पाकिस्तान भेजी। अब तक ये अरेस्ट हो चुके, देखें इन्फोग्राफिक्स… हरियाणा और पंजाब में पिछले 11 दिनों में जासूसी के आरोप में 9 लोग पकड़े जा चुके हैं। इसमें हरियाणा के 5 लोग शामिल हैं। इसको लेकर अब सैनी सरकार एक्शन मोड़ में है। पंचायत मंत्री कृष्णलाल पंवार ने बताया कि 20 मई को मुख्यमंत्री नायब सैनी ने चंडीगढ़ में मंत्रियों व विधायकों की बैठक बुलाई है, जिसमें जासूसी के मामलों पर चर्चा होगी। यूट्यूबर के लिए भी दूसरे मीडिया कर्मियों की तरह नियम होने चाहिए। हर विषय पर गहराई से मंथन किया जाएगा। उधर, नूंह में एक और पाकिस्तानी जासूस तारीफ को गिरफ्तार किया है। यह अलग-अलग माध्यम से खुफिया जानकारियां पाकिस्तान भेज रहा था। तारीफ से एक मोबाइल फोन मिला। मोबाइल की जांच में पाकिस्तानी नंबरों से चैट, फोटो, वीडियो और सैन्य गतिविधियों की तस्वीरें मिलीं, जो उसने पाकिस्तान के किसी नंबर पर भेजी थी। जांच में उसके मोबाइल में पाकिस्तानी वॉट्सऐप नंबर से थे कुछ डाटा भी डिलीट पाया गया। उसके सिरसा एयरफोर्स स्टेशन की जानकारी मांगने की बात भी सामने आई है। तारीफ तावडू उपमंडल के कांगरका गांव का रहने वाला है। गांव में ही क्लिनिक चलाता था। उसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें वह पाकिस्तानी एजेंसी के चक्कर में फंसने की पूरी कहानी बता रहा है। वीडियो उसकी गिरफ्तारी के बाद का बताया गया है। हालांकि नूंह पुलिस ने इससे इनकार किया है। 2018 में पहली बार पाकिस्तान एंबेसी गया
सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो में तारीफ बता रहा है कि वह 2018 में पहली बार वीजा लगवाने पाकिस्तानी एंबेसी गया था। यहां उसे काउंटर पर आसिफ बिलोच नाम का पाकिस्तानी अफसर मिला, जिसने इंटरव्यू लिया। कुछ देर जानकारी जुटाने के बाद आसिफ ने उसका पासपोर्ट वापस कर दिया। मोबाइल नंबर नोट करते हुए कहा कि वह कॉल कर बताएगा कि कब वीजा लेने आना है। 3-4 दिन बाद फोन आया, सिम मांगे
तारीफ आगे बताता है कि इंटरव्यू के बाद वह घर आ गया। 3-4 दिन बाद आसिफ का उसके पास कॉल आया। उसने पूछा कि वीजा चाहिए? इस पर उसने कहा कि हां चाहिए। इस पर आसिफ ने कहा कि पहले एक काम कर, दो सिम लाकर दे, बदले में वीजा ले जाना। तारीफ ने इसके लिए हामी भर दी। नूंह से खरीदे दो सिम, वीजा मिला
तारीफ ने बताया कि आसिफ के कहने पर उसने नूंह से दो सिम लिए और एबेंसी गया। वहां आसिफ मिला, जिसे सिम दे दिए। इसके बाद आसिफ ने वीजा उसे दे दिया। वह घर गया और 10-15 दिन तक वहीं रहा। इसके बाद वह पाकिस्तान चला गया। ज्यादा रुपए कमाने का ऑफर दिया
तारीफ के मुताबिक, कुछ दिन बाद ही वह पाकिस्तान से लौट आया। इसके कुछ दिन बाद ही आसिफ का एक बार फिर उसे कॉल आया और कहा कि रुपया कमाना चाहते हो। उसने फिर हामी भर दी। इस पर आसिफ ने उसे कहा कि तेरे क्षेत्र से जो बंदे पाकिस्तान जाना चाहते हैं, उनसे वीजा लगवाने की बात कर ले। 8-10 हजार रुपए ले लेना, आधे तू रख लेना और आधे मुझे दे देना, दोनों मिलकर पैसा कमाएंगे। कमाई शुरू हुई, 2021 में पाकिस्तान गया
तारीफ ने आगे बताता कि उसने 8-10 बंदे आसिफ के पास भेजे। इन लोगों से जो रुपए मिले, उसने और आसिफ ने आधे-आधे पैसे रख लिए। 2021 में वह दोबारा वीजा के लिए पाकिस्तानी एंबेसी गया। उससे फिर कहा गया कि बंदे ले आओ तो वीजा लगवा देंगे। उसने बंदे भेजकर उनका वीजा लगाया, तो इसके बदले में आसिफ ने उसका वीजा भी लगवा दिया। इसके बाद वह फिर पाकिस्तान गया। कुछ दिन में लौट आया। 2024 में दूसरे पाकिस्तानी अफसर से मिलवाया
तारीफ के मुताबिक, 2024 में फिर बिलोच का फोन आया। बोला कि एक काम है, एंबेसी आना पड़ेगा। वह गया तो वहां आसिफ ने कहा कि उसकी कभी भी बदली हो सकती है, ये नया अफसर जाफर आया है। नए अफसर को उसके बारे में बता दिया है, अब इसके साथ रहकर काम कर, वह कभी भी जा सकता है। इसके बाद जाफर ने उसका मोबाइल नंबर ले लिया और बाद में कॉल करने को कहा। कमाई बढ़ाने का लालच दिया, पाकिस्तान भेजा
तारीफ के मुताबिक, जाफर से मिलने के बाद वह घर आ गया। कुछ दिन बाद ही जाफर ने कॉल किया और कहा कि सिम चाहिए। उसने उसे दो सिम पहुंचाई। इस पर उसने कहा कि ज्यादा पैसा कमाना चाहता है तो ज्यादा बंदे भेज दिया कर। अब उनसे 15-15 हजार लेना, दस से कम मत लेना। आधा-आध पैसे ले लेंगे। इस पर उसने 4-5 बंदों को एंबेसी भेजा। खुद का भी तीसरी बार वीजा ले लिया और पाकिस्तान चला गया। सिरसा एयरफोर्स स्टेशन की जानकारी मांगी
तारीफ ने आगे बताया कि पाकिस्तान में कुछ दिन रहने के बाद वह लौट आया। इसके कुछ दिन बाद ही जाफर का कॉल आया। उसने कहा कि अब सिम-विम से काम नहीं चलेगा और ना ही वीजा लगेगा। यदि वीजा लगवाना है तो कुछ और करना पड़ेगा, जिसके लिए लाखों रुपए मिलेंगे। जहां भेजेंगे, वहां जाना पड़ेगा। तारीफ ने बताया कि जब उसने हां कही तो उसे कहा गया कि सिरसा जाना पड़ेगा, वहां एयरफोर्स स्टेशन है, उसकी वीडियो फोटो देने पड़ेंगे। पत्नी बोली- पति जासूसी करता तो आलीशान घर होता
तारीफ की पत्नी अफसाना ने बताया कि उनके पति केवल अपने काम से मतलब रखते थे। अगर वो पाकिस्तान के लिए जासूसी करते तो उनका घर आलीशान होता। उनके पास भी पैसा होता। वह गरीबी में अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। भाई ने कहा- 2023 में पाकिस्तान गया था तारीफ
तारीफ के भाई जावेद ने बताया कि तारीफ ने 12वीं तक पढ़ाई की है। वे काफी दिनों से डॉक्टरी का काम कर रहा है। तारीफ की शादी करीब 13 साल पहले हुई थी। उसका एक 6 साल का बेटा भी है। भारत-पाकिस्तान बंटवारे के दौरान उनके दादा के भाई पाकिस्तान चले गए थे, जिनका परिवार वहीं रहता है। तारीफ पहली बार 2018 में अपने परिवार के साथ पाकिस्तान गया था। अंतिम बार वह एक शादी में 2023 में पाकिस्तान गया। उसके साथ पिता हनीफ, पत्नी अफसाना, बेटा और बड़ी बहन साथ में गई थी। जावेद ने बताया कि वह करीब 20 दिन वहां रुककर आए थे। तारीफ सहित पाकिस्तानी एंबेसी के अफसरों पर भी केस दर्ज
नूंह पुलिस के प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने बताया कि कांगरका गांव के तारीफ की गतिविधियां संदिग्ध लगने पर रविवार शाम को उसे अरेस्ट कर लिया गया। उसके खिलाफ नूंह पुलिस ने रविवार को भारतीय दंड संहिता, ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट, 1923 और देशद्रोह की अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। तारीफ के साथ दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात आसिफ बलोच और जाफर के विरुद्ध भी मामला दर्ज किया गया। यह दोनों पाकिस्तानी नागरिक हैं। इससे पहले अरमान की गिरफ्तारी
हरियाणा पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियों ने 16 मई को नूंह जिले के राजा का गांव से अरमान को अरेस्ट किया था। अरमान ने पाकिस्तानी एजेंटों के निर्देश पर भारतीय सिम कार्ड उपलब्ध कराए। 2025 में डिफेंस एक्सपो की साइट का दौरा करने वाला अरमान दो बार पाकिस्तान जा चुका है। वह 2023 से ही दिल्ली में पाकिस्तानी दूतावास में तैनात दानिश नामक अधिकारी के संपर्क में था। अरमान उसे खुफिया जानकारियां भेज रहा था। पुलिस को अरमान से एक फोन भी मिला। फिलहाल वह 6 दिन के पुलिस रिमांड पर है। पंजाब के गुरदासपुर से दो युवक पकड़े
पंजाब में गुरदासपुर पुलिस ने 2 युवकों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को संवेदनशील सैन्य जानकारियां भेजने का आरोप है। पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव की ओर से सोमवार को सोशल मीडिया पर बताया गया कि इनके नाम सुखप्रीत सिंह और करणबीर सिंह है। सुखप्रीत गुरदासपुर में कादियां का और करणबीर चंदूवडाला गांव का रहने वाला है। दोरांगला पुलिस थाने में इनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है। जांच में महत्वपूर्ण तथ्य सामने आने की उम्मीद है। ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी जानकारी लीक कर रहे थे
डीजीपी गौरव यादव के मुताबिक, सुखप्रीत और करणबीर ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी गोपनीय जानकारियां लीक कर रहे थे। इसमें पंजाब, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में सेना की मूवमेंट के अलावा अहम रणनीतिक स्थलों की डिटेल शामिल थी। पुलिस ने दोनों से 3 मोबाइल फोन और 30 बोर के 8 जिंदा कारतूस बरामद किए। मोबाइल की फोरेंसिक जांच से यह साबित हो गया कि आरोपी ISI हैंडलर्स के सीधे संपर्क में थे और भारतीय सशस्त्र बलों से जुड़ी जानकारियां पाकिस्तान भेजी। अब तक ये अरेस्ट हो चुके, देखें इन्फोग्राफिक्स… पंजाब | दैनिक भास्कर
