हरियाणा के नूंह में रोड एक्सीडेंट में एक महिला की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा एक बाइक और रोड रोलर ड्राइवर की लापरवाही से हुआ बताया गया। महिला घर लौट रही थी तो मकान मालिक के बेटे ने अचानक से बाइक रोक दी। पीछे से रोड रोलर ने टक्कर मार दी। महिला नीचे गिर गई और उसका एक पैर नीचे आ गया। अधिक खून बहने से इलाज के दौरान महिला की जान चली गई। पुलिस हादसे को लेकर छानबीन कर रही है। शव का पोस्टमार्टम शुक्रवार को होगा। जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश (MP) के जिला सतना के सेमरवारा गांव निवासी राजू प्रसाद चौधरी ने गुरुवार को नूंह सिटी थाना पुलिस को दी शिकायत बताया कि वह 6 महीने से अपने बीवी व बच्चों के साथ नूंह शहर के वार्ड 11 में किराये पर रहता है। रोजाना की तरह 13 नवंबर को मजदूरी के लिए पत्नी गीताबाई संग नूंह के लेबर चौक पर पहुंचे। इस दौरान एक आदमी अपने गांव ऊंटका मोटरसाइकिल पर बैठा कर ले गया। उसने बताया कि इसके बाद शाम को 5 बजे काम करने के बाद मकान मालिक का बेटा बाइक पर बैठाकर कर उसके नूंह शहर में छोड़ने आ रहा था। जब नूंह-मेवली रोड पर गांव ऊंटका समीप पहुंचे तो सड़क पर चल निर्माण कार्य के दौरान बाइक चालक ने अचानक ब्रेक लगा दिए और इस दौरान निर्माण कार्य में चल रहा रोड रोलर चालक ने बाइक को टक्कर मार दी। उसने बताया कि इस टक्कर से पीछे बैठी उसकी पत्नी गीताबाई नीचे गिर गई। उसका एक पैर रोड रोलर की नीचे आ गया। वहीं हादसे के बाद रोड रोलर ड्राइवर खुद मौके से भाग गया। वहीं पीड़ित ने इस मामले में पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। वहीं जांच अधिकारी एएसआई अशोक का कहना है कि पुलिस इस मामले में केस दर्ज करने की तैयारी में जुटी हुई है। शुक्रवार को पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। हरियाणा के नूंह में रोड एक्सीडेंट में एक महिला की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा एक बाइक और रोड रोलर ड्राइवर की लापरवाही से हुआ बताया गया। महिला घर लौट रही थी तो मकान मालिक के बेटे ने अचानक से बाइक रोक दी। पीछे से रोड रोलर ने टक्कर मार दी। महिला नीचे गिर गई और उसका एक पैर नीचे आ गया। अधिक खून बहने से इलाज के दौरान महिला की जान चली गई। पुलिस हादसे को लेकर छानबीन कर रही है। शव का पोस्टमार्टम शुक्रवार को होगा। जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश (MP) के जिला सतना के सेमरवारा गांव निवासी राजू प्रसाद चौधरी ने गुरुवार को नूंह सिटी थाना पुलिस को दी शिकायत बताया कि वह 6 महीने से अपने बीवी व बच्चों के साथ नूंह शहर के वार्ड 11 में किराये पर रहता है। रोजाना की तरह 13 नवंबर को मजदूरी के लिए पत्नी गीताबाई संग नूंह के लेबर चौक पर पहुंचे। इस दौरान एक आदमी अपने गांव ऊंटका मोटरसाइकिल पर बैठा कर ले गया। उसने बताया कि इसके बाद शाम को 5 बजे काम करने के बाद मकान मालिक का बेटा बाइक पर बैठाकर कर उसके नूंह शहर में छोड़ने आ रहा था। जब नूंह-मेवली रोड पर गांव ऊंटका समीप पहुंचे तो सड़क पर चल निर्माण कार्य के दौरान बाइक चालक ने अचानक ब्रेक लगा दिए और इस दौरान निर्माण कार्य में चल रहा रोड रोलर चालक ने बाइक को टक्कर मार दी। उसने बताया कि इस टक्कर से पीछे बैठी उसकी पत्नी गीताबाई नीचे गिर गई। उसका एक पैर रोड रोलर की नीचे आ गया। वहीं हादसे के बाद रोड रोलर ड्राइवर खुद मौके से भाग गया। वहीं पीड़ित ने इस मामले में पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। वहीं जांच अधिकारी एएसआई अशोक का कहना है कि पुलिस इस मामले में केस दर्ज करने की तैयारी में जुटी हुई है। शुक्रवार को पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल कैथल रोड रेलवे फ्लाईओवर में दरार:बड़े हादसे का खतरा, पुल से जैक गिरा, भारी वाहनों को डायवर्ट किया हरियाणा के करनाल में कैथल रोड रेलवे फ्लाईओवर पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। आज सुबह फ्लाईओवर के नीचे लगा सपोर्ट जैक अचानक गिर गया, जिससे फ्लाईओवर 3 से 5 इंच नीचे धंस गया। फ्लाईओवर में आई दरारों ने लोगों को चिंता में डाल दिया है। इलाके के लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और सुरक्षा का जायजा लिया। फिलहाल फ्लाईओवर से लगातार वाहन गुजर रहे हैं, जिससे बड़ा हादसा होने की आशंका है। ट्रैफिक के दबाव के कारण हिलने लगा फ्लाईओवर प्रत्यक्षदर्शी सुनील, हरभजन और रोहित ने बताया कि सुबह-सुबह जैक गिरने की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद जब भी वाहन फ्लाईओवर से गुजरते हैं तो पुल हिलने लगता है। डर के कारण लोगों ने फ्लाईओवर के नीचे रखा अपना सामान हटाना शुरू कर दिया है और आसपास के लोगों को भी सतर्क रहने की हिदायत दी है। फ्लाईओवर के आसपास रहने वाले लोगों में डर का माहौल है और वे किसी भी तरह की अनहोनी से बचने के लिए एहतियाती कदम उठा रहे हैं। भारी वाहनों को डायवर्ट किया गया फ्लाईओवर का जैक गिरने की सूचना मिलने पर रामनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। सुरक्षा कारणों से पुलिस ने फ्लाईओवर के दोनों तरफ से भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है और बाहरी वाहनों को कछवा फ्लाईओवर और गोगड़ीपुर फ्लाईओवर की तरफ डायवर्ट किया जा रहा है, ताकि किसी दुर्घटना की संभावना को रोका जा सके। प्रशासनिक अधिकारियों को भेजी गई सूचना रामनगर थाने के एसएचओ प्रवीण कुमार ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दे दी गई है। संबंधित विभाग से उम्मीद है कि जल्द से जल्द फ्लाईओवर की मरम्मत करवा दी जाएगी। वहीं, प्रशासनिक अधिकारियों ने सुरक्षा सुनिश्चित करने और स्थिति का जल्द समाधान करने के लिए कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
हरियाणा में कई कांग्रेस विधायकों का टिकट कट सकता है:बाबरिया बोले- कल आएगी पहली लिस्ट; उम्मीदवारों की 20 नामों वाली दूसरी सूची वायरल
हरियाणा में कई कांग्रेस विधायकों का टिकट कट सकता है:बाबरिया बोले- कल आएगी पहली लिस्ट; उम्मीदवारों की 20 नामों वाली दूसरी सूची वायरल हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए आज कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक होगी। प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि कल उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी हो जाएगी। ज्यादातर विधायकों को टिकट दिया जा रहा है, कई विधायकों की टिकट कट सकती है। सभी सीटों के पैनल बना लिए गए हैं। सहमति नहीं बन पाने के कारण काफी सीटों पर सिंगल नाम पैनल हैं। काफी सीटों पर दो-दो के नाम के पैनल है। कई सीटों पर कई नाम हैं। वहीं कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट वायरल हो गई है। इस लिस्ट में 20 उम्मीदवारों के नाम हैं। जिनमें पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा का नाम भी शामिल है। इसके अलावा 11 मौजूदा विधायक शामिल हैं। इस लिस्ट को पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल के हवाले से जारी होने का दावा करते हुए मुहर-साइन भी हुए हैं। इससे पहले भी कांग्रेस की 16 उम्मीदवारों की लिस्ट वायरल हुई थी। जिसमें रणदीप सुरजेवाला का भी नाम था। इस बारे में पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सोशल मीडिया पर जो लिस्ट वायरल हुई, वह फेक है। अभी लिस्ट जारी होने में 2 से 3 दिन का समय और लगेगा। हाईकमान के द्वारा ही लिस्ट जारी की जाएगी। कांग्रेस उम्मीदवारों को लेकर विवाद, कमेटी की मीटिंग 2 दिन बढ़ी
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों को लेकर विवाद हो गया है। इस वजह से कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी उम्मीदवारों के नाम तय नहीं कर पाई है। यह मीटिंग 4 दिन से दिल्ली में चल रही है। अब इसकी बैठक दो दिन और बढ़ा दी गई है। इसमें सिंगल नाम वाले उम्मीदवारों का पैनल तैयार कर पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जाएगा। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक टिकट बंटवारे में पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा का गुट भारी पड़ रहा है। लोकसभा चुनाव की तरह यहां भी हुड्डा की पसंद से टिकट बांटे जा सकते हैं। इसे देखते हुए कांग्रेस में उनकी विरोधी सिरसा सांसद कुमारी सैलजा ने भी अपनी 90 सीटों की लिस्ट हाईकमान को थमा दी है। टिकट बंटवारे पर फाइनल मुहर केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग में लगेगी। बता दें कि कांग्रेस ने जुलाई में विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं से टिकट के लिए आवेदन मांगे थे। महीने भर चली प्रक्रिया में पार्टी को 90 सीटों के लिए 2556 आवेदन मिले। कई सीटों पर 40 से ज्यादा दावेदारों ने टिकट के लिए आवेदन किया है। ये 14 नाम लगभग फाइनल
कांग्रेस के फाइनल हुए नामों में सबसे पहला नाम पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा का है। जो गढ़ी सांपला किलोई से चुनाव लड़ेंगे। इस सीट से किसी और ने आवेदन नहीं किया है। रोहतक से बीबी बत्रा, झज्जर से गीता भुक्कल, बेरी से रघुबीर कादियान, रेवाड़ी से चिरंजीव राव, नूंह से आफताब अहमद, पुन्हाना से मोहम्मद इलियास, महेंद्रगढ़ से राव दान सिंह और बरौदा से इंदुराज भालू के नाम सिंगल पैनल है। पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई का पंचकूला से टिकट भी लगभग फाइनल है। सैलजा ने उम्मीदवारों की सूची हाईकमान को सौंपी
कांग्रेस महासचिव व सांसद कुमारी सैलजा ने सभी 90 सीटों के लिए अपनी पसंद के प्रत्याशियों का पैनल पार्टी को भेज दिया है। इसमें कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला और कांग्रेस ओबीसी विभाग के चेयरमैन व पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव की पसंद के प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं। करीब 10 साल तक भाजपा से राजनीति करने के बाद कांग्रेस में वापस लौटे पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने इसमें अपनी पसंद के प्रत्याशियों के नाम शामिल नहीं किए हैं। वह कांग्रेस के दिग्गजों की एकजुटता के पक्षधर हैं। सूत्रों के अनुसार रणदीप व कैप्टन की सहमति के बाद कुमारी सैलजा ने सूची कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन व पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को भेज दी है। कांग्रेस के पक्ष में माहौल
कांग्रेस की सीईसी की कल होने वाली बैठक के बारे में पार्टी सांसद मणिकम टैगोर ने कहा, “हरियाणा में कांग्रेस के लिए बहुत सकारात्मक माहौल है। हम सभी को इस बार 70 से ज़्यादा सीटों की उम्मीद है। हम जानते हैं कि कांग्रेस के पक्ष में माहौल है। इसलिए, हम उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया के साथ-साथ अन्य चीज़ों का सही तरीके से संयोजन चाहते हैं। हम इस पर काम कर रहे हैं। वरिष्ठ नेता, सभी इसी प्रक्रिया के बारे में बैठकें कर रहे हैं। 2500 से ज़्यादा उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। इसलिए, कांग्रेस सीईसी जीतने वाले उम्मीदवारों के बारे में फ़ैसला करेगी।” टिकट उन्हीं को दी जाए, जो जीत रहे
कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा, “हम तैयार हैं। हम पहले भी तैयार थे। अगर चुनाव कल भी होते हैं तो हम तैयार हैं। भाजपा सत्ता विरोधी लहर के कारण किसी न किसी तरह चुनाव टालना चाहती है। हम तैयार हैं। हम आराम से जीतेंगे। चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवारों के बारे में उन्होंने कहा, “जीतने की क्षमता ही मापदंड है। टिकट उन्हीं को दिया जा रहा है जो जीत रहे हैं…” कांग्रेस के टिकट बंटवारे के 5 फॉर्मूले… 1. सांसदों को टिकट नहीं
कांग्रेस के प्रदेश इंचार्ज दीपक बाबरिया ने कहा कि इस चुनाव में सांसदों को टिकट नहीं दी जाएगी। इसकी वजह से CM कुर्सी पर दावा ठोक रही सिरसा सांसद कुमारी सैलजा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला को झटका लगा। बाबरिया ने ये भी कहा कि ये स्क्रीनिंग कमेटी की सिफारिश है। अंतिम फैसला हाईकमान करेगा। 2. चुनाव हारे, दागी नेताओं को टिकट नहीं
चुनाव हारे नेताओं को टिकट नहीं दी जाएगी। इसमें वे नेता शामिल हैं, जो 2 या उससे ज्यादा बार से चुनाव हार चुके हैं। उनकी दावेदारी को स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग में खारिज किया जाएगा। इसके अलावा जो चेहरे दागी हैं, जिन पर गंभीर मुकदमें दर्ज हैं या कोई गंभीर आरोप लगे हैं, उन्हें भी टिकट नहीं दी जाएगी। वहीं जमानत जब्त कराने वाले नेताओं पर भी कांग्रेस दांव नहीं लगाएगी। 3. पार्टी छोड़कर फिर शामिल हुए नाम खारिज होंगे
जो लोग पहले कांग्रेस छोड़कर चले गए और अब चुनाव से पहले वापस लौट आए, उनकी दावेदारी पर विचार नहीं होगा। कांग्रेस में कई नेता ऐसे भी हैं जो 10 से लेकर 30 साल तक पार्टी में रहे लेकिन बीच में छोड़कर चले गए और एक साल के भीतर लौटे हैं, उनकी दावेदारी को झटका लग सकता है। इससे कांग्रेस में एक साल के भीतर आए करीब 20 से ज्यादा पूर्व विधायकों को झटका लग सकता है। 4. बिना चुनाव लड़े भी CM फेस हो सकता है
इंचार्ज दीपक बाबरिया ने सबको चौंकाते हुए एक और बयान दिया कि जरूरी नहीं कि कांग्रेस सरकार बनने की सूरत में चुनाव लड़ने वाला ही सीएम फेस हो। वह नेता भी सीएम चेहरा हो सकता है, जिसने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा। हालांकि इस बयान को कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला की नाराजगी को शांत करने से जोड़कर देखा जा रहा है। 5. विधायकों के टिकट कटने जरूरी नहीं
स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया कह चुके हैं कि यह जरूरी नहीं है कि मौजूदा विधायकों के टिकट काटे ही जाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि किसी के विरुद्ध ग्राउंड पर एंटी इनकम्बेंसी है और आपराधिक रिकॉर्ड बना है तो उसे टिकटों में नजरअंदाज किया जाएगा अन्यथा पार्टी की कोशिश रहेगी कि हर जीतने वाले विधायक को पार्टी विधानसभा के चुनावी रण में उतारे।
हरियाणा में पड़ौसी के कब्जे की शिकायत:प्रशासन ने उसके ही मेन गेट पर दीवार चिनवाई, सीढ़ी के जरिए बाहर निकले घर में कैद लोग
हरियाणा में पड़ौसी के कब्जे की शिकायत:प्रशासन ने उसके ही मेन गेट पर दीवार चिनवाई, सीढ़ी के जरिए बाहर निकले घर में कैद लोग हरियाणा में रेवाड़ी जिले के गांव खालेटा में प्रशासन की अजीबो-गरीब कार्रवाई देखने को मिली। पंचायत की जमीन पर अवैध कब्जे करने की शिकायत करने वाले शख्स के मकान को ही अधिकारियों ने अवैध कब्जा बताकर उसके मेन गेट पर दीवार चिनवा दी। परिवार के लोग अंदर ही कैद रहे और घर के बाहर ईंटों की दीवार खड़ी हो गई। शिकायतकर्ता ने अपने पड़ोसी के खिलाफ अवैध कब्जे की शिकायत की थी। विवाद बढ़ा तो ग्राम पंचायत ने जांच की और शिकायतकर्ता का मकान भी गलत जगह बताया गया। शिकायतकर्ता लेखराम के मकान का जहां गेट है, उसी पंचायती जमीन माना। नोटिस के बाद कार्यवाही करते हुए जिला प्रशासन ने उसके मकान के आगे ईंटों की दीवार चिनकर गेट बंद करवा दिया है। वहीं जिस व्यक्ति को लेकर शिकायत दी थी, उसके भी पानी के टैंक को तोड़ा गया है। हालांकि लेखराम ने इसे ग्राम पंचायत और जिला प्रशासन की तानाशाही बताया। कहा कि पंचायत द्वारा ही यह प्लॉट दिया गया था। वो अपने परिवार के साथ तकरीबन 41 साल से यहीं से जा रहे हैं। हालांकि पंचायत विभाग के अधिकारियों ने लेखराम का दूसरा प्लॉट होने की बात कही है। फिलहाल शिकायतकर्ता ने जिला प्रशासन के अधिकरियों से मुलाकात कर बंद किए गए गेट को खुलवाने की मांग की है। ये है पूरा मामला गांव खालेटा की सरपंच के प्रतिनिधि सत्यरूप ने बताया कि गांव निवासी लेखराम के पड़ोस में उन्हीं के परिवार के अजय का भी मकान है। लेखराम ने शिकायत लगाई थी कि ग्राम पंचायत की जमीन पर अजय ने पानी का टैंक बना दिया है। सीएम विंडो पर भी शिकायत भेजी गई। इसके बाद हमने पंचायत का रिकॉर्ड देखा। इससे पता लगा कि जहां टैंक बना है, वह पंचायती जमीन ही है। हमने टैंक को तुड़वा दिया। वहीं लेखराम के मकान का गेट भी पंचायती जमीन की तरफ खोला गया है। हमने उन्हें पंचायती राज एक्ट के तहत नोटिस दिए। इसके बाद जिला प्रशासन को लिख दिया गया। प्रशासन की तरफ से बीडीपीओ को बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट लगाकर गेट बंद कराया है। लेखराम के प्लॉट का रास्ता दूसरी तरफ है। वहीं रिकॉर्ड के अनुसार उन्हें 100 वर्ग गज के प्लॉट ही दूसरी जगह मिले थे। पंचायत और अधिकारियों ने की तानाशाही; लेखराम गांव खालेटा निवासी लेखराम ने कहा कि वर्ष 1983 में मेरे पिता दीवान सिंह को पंचायत द्वारा ये प्लॉट दिया गया था। हम तब से इसी रास्ते से आ-जा रहे है, जो कि हमारे मकान का आम रास्ता था। अब पंचायत व प्रशासन द्वारा मेरे मकान के गेट को ईंटों की चिनाई करके बंद कर दिया है। मेरे परिवार को भी अंदर ही बंद कर दिया, जिन्हें सीढ़ी के जरिए बाहर निकाला गया। हमें प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिली। मकान का कोई दूसरा रास्ता नहीं है। हम तो अपने भाई के प्लॉट से होकर दूसरी तरफ जाते थे। शिकायतकर्ता ने खुद कब्जा किया हुआ था; BDPO खोल ब्लॉक के BDPO संदीप शर्मा ने बताया कि लेखराम द्वारा शिकायत करने के बाद हमने पंचायत का रिकॉर्ड चेक कराया तो पता चला कि शिकायत करने वाले लेखराम ने ही खुद अवैध कब्जा किया हुआ है। जांच में ये चीजे सामने आने के बाद दोनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। लेखराम के मकान का गेट दूसरी तरफ खुलता है। किसी प्रकार का इस कार्रवाई में भेदभाव नहीं किया गया।