नूंह में 23 बांग्लादेशी अरेस्ट:बिना दस्तावेज के रह रहे थे, ईंट-भट्ठे पर बंगाली बनकर आए थे, 80 हजार एडवांस लिए

नूंह में 23 बांग्लादेशी अरेस्ट:बिना दस्तावेज के रह रहे थे, ईंट-भट्ठे पर बंगाली बनकर आए थे, 80 हजार एडवांस लिए

नूंह जिले के सदर थाना क्षेत्र से पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे 23 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। ये सभी एक गांव में स्थित ईंट भट्टे पर मजदूरी कर रहे थे। गिरफ्तार किए गए नागरिकों में महिला और बच्चे भी शामिल हैं। पुलिस अब उक्त लोगों से पूछताछ कर रही है कि वह कैसे यहां तक पहुंचे हैं। पुलिस सभी के खिलाफ कार्रवाई करने में जुटी हुई है। शुक्रवार देर रात पुलिस द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई, जिसमें गांव बाजडका के बिहारी ईंट भट्टे से पकड़े गए सभी लोग बिना वैध दस्तावेजों के जिले में रह रहे थे। पुलिस के अनुसार, इन बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ नियमों के तहत कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है, और यह पता लगाया जा रहा है कि ये लोग कब और कैसे अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए। नूंह पुलिस प्रवक्ता ने यह भी बताया कि जिले में अवैध घुसपैठियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेंगी। पुलिस ने स्थानीय ईंट भट्टा मालिकों और अन्य व्यवसायियों से अपील की है कि वे अपने कर्मचारियों का पुलिस सत्यापन अनिवार्य रूप से कराएं। भट्ठे पर बंगाली बनकर आये थे बांग्लादेशी बिहारी ईंट भट्टे के मुनीम संजय ने बताया कि बांग्लादेशी मजदूर करीब एक सप्ताह पहले ही यहां काम करने के लिए आए थे। हमें बताया गया था कि हम बंगाली मजदूर हैं। जिन्हें 80 हजार रुपए भी मजदूरी के बदले एडवांस में दिए गए थे। जब शुक्रवार को पुलिस भट्टे पर आई तो उन्हें पता चला कि यह बांग्लादेशी हैं। ये सभी कई साल पहले गलत तरीके से सीमा पार कर भारत में आए थे। भट्ठा संचालक द्वारा इनके लिए झुग्गियां भी बनाई गई थी। मुनीम संजय का दावा है कि यह बांग्लादेशी हरियाणा सहित मेवात के सभी भट्ठों पर काम करते हैं। नूंह जिले के सदर थाना क्षेत्र से पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे 23 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। ये सभी एक गांव में स्थित ईंट भट्टे पर मजदूरी कर रहे थे। गिरफ्तार किए गए नागरिकों में महिला और बच्चे भी शामिल हैं। पुलिस अब उक्त लोगों से पूछताछ कर रही है कि वह कैसे यहां तक पहुंचे हैं। पुलिस सभी के खिलाफ कार्रवाई करने में जुटी हुई है। शुक्रवार देर रात पुलिस द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई, जिसमें गांव बाजडका के बिहारी ईंट भट्टे से पकड़े गए सभी लोग बिना वैध दस्तावेजों के जिले में रह रहे थे। पुलिस के अनुसार, इन बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ नियमों के तहत कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है, और यह पता लगाया जा रहा है कि ये लोग कब और कैसे अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए। नूंह पुलिस प्रवक्ता ने यह भी बताया कि जिले में अवैध घुसपैठियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेंगी। पुलिस ने स्थानीय ईंट भट्टा मालिकों और अन्य व्यवसायियों से अपील की है कि वे अपने कर्मचारियों का पुलिस सत्यापन अनिवार्य रूप से कराएं। भट्ठे पर बंगाली बनकर आये थे बांग्लादेशी बिहारी ईंट भट्टे के मुनीम संजय ने बताया कि बांग्लादेशी मजदूर करीब एक सप्ताह पहले ही यहां काम करने के लिए आए थे। हमें बताया गया था कि हम बंगाली मजदूर हैं। जिन्हें 80 हजार रुपए भी मजदूरी के बदले एडवांस में दिए गए थे। जब शुक्रवार को पुलिस भट्टे पर आई तो उन्हें पता चला कि यह बांग्लादेशी हैं। ये सभी कई साल पहले गलत तरीके से सीमा पार कर भारत में आए थे। भट्ठा संचालक द्वारा इनके लिए झुग्गियां भी बनाई गई थी। मुनीम संजय का दावा है कि यह बांग्लादेशी हरियाणा सहित मेवात के सभी भट्ठों पर काम करते हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर