नेपाल बस हादसे में बचे 48 यात्री गोरखपुर पहुंचे:जिला प्रशासन सभी को वापस भुसावल भेजेगा, नेपाल जाते समय मार्स्यांग्डी नदी में गिर गई थी बस

नेपाल बस हादसे में बचे 48 यात्री गोरखपुर पहुंचे:जिला प्रशासन सभी को वापस भुसावल भेजेगा, नेपाल जाते समय मार्स्यांग्डी नदी में गिर गई थी बस

नेपाल में हुए बस हादसे में सुरक्षित 48 यात्री शनिवार देर रात गोरखपुर पहुंचे। इन सभी को पहले सोनौली बॉर्डर लाया गया। यहां से जिला प्रशासन की टीम सभी को सकुशल लेकर गोरखपुर पहुंची। यहां पहुंचने पर इस हादसे में सुरक्षित बचे यात्रियों ने जिला प्रशासन और यूपी सरकार की तत्परता की खूब तारीफ की। जिला प्रशासन ने इन यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था गोरखपुर क्लब में की। इसके साथ ही पूर्वोत्तर रेलवे के सहयोग से भुसावल महाराष्ट्र सुरक्षित पहुंचाने के लिए गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस ट्रेन में एक्स्ट्रा AC कोच की व्यवस्था भी की गई। रविवार यानी आज सभी यात्री महाराष्ट्र वापस भेजे जाएंगे। मार्स्यांग्डी नदी में गिर गई थी बस, 27 की मौत
दरअसल, गोरखपुर की एक बस शुक्रवार (23 अगस्त) को नेपाल की मार्स्यांग्डी नदी में गिर गई। हादसे में 27 यात्रियों की मौत हो गई है। इनमें 10 घायल हैं। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बस में 40 से ज्यादा यात्री सवार थे। बस नेपाल के पोखरा से काठमांडू जा रही थी। तभी तनहुन जिले के आइना पहाड़ा में सुबह 11.30 बजे हाईवे से लगभग 500 फीट नीचे नदी में गिर गई। बस में सवार यात्री महाराष्ट्र में भुसावल के रहने वाले थे। सभी नेपाल घूमने गए थे। तनहुन के मुख्य जिला अधिकारी जनार्दन गौतम ने बताया कि कुछ घायलों ने इलाज के दौरान दम तोड़ा। महाराष्ट्र से 3 बसें नेपाल यात्रा पर गई थीं
गोरखपुर डीएम कृष्णा करुणेश ने बताया- हादसे का शिकार हुई बस गोरखपुर के केसरवानी टूर एंड ट्रेवल्स एजेंसी की है। बस का नंबर UP-53 FT 7623 है। यह गोरखपुर के धर्मशाला बाजार इलाके में रहने वाले सौरभ केसरवानी की पत्नी शालिनी केसरवानी के नाम पर रजिस्टर्ड है। महाराष्ट्र से करीब 4 महीने पहले केसरवानी ट्रेवल्स की 3 बसों की नेपाल जाने के लिए बुकिंग हुई थी। तीनों बसें 20 अगस्त को नेपाल पहुंचीं। 10 दिन इन्हें नेपाल में घूमना था। एक बस नदी में गिर गई। CM योगी आदित्यनाथ ने मदद करने को कहा
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेपाल बस हादसे में मदद के निर्देश दिए हैं। रिलीफ कमिश्नर जीएस नवीन ने नेपाल सरकार के अधिकारियों से बात की। नेपाल में तैनात भारतीय पुलिस के सीनियर अधिकारियों के साथ कोऑर्डिनेट किया गया। यूपी सरकार के रिलीफ कमिश्नर ने बताया- यह एक ट्रैवलर बस थी। इसलिए बस में यूपी और दूसरे राज्यों के लोगों के होने की भी संभावना रही। नेपाल के अधिकारियों से संपर्क करके लोगों की जानकारी जुटाई गई। साथ ही महाराजगंज के एसडीएम को नेपाल भेजा गया। हालांकि बस में यूपी का कोई यात्री नहीं सवार था। बस मालिक ने कहा- चित्रकूट और अयोध्या भी गए थे यात्री
बस के मालिक विष्णु केसरवानी ने बताया था- हमारी तीन बसें गोरखपुर से नेपाल गईं थीं। इनमें महाराष्ट्र के लोग थे। हमने सभी को प्रयागराज से पिक किया था। यहां से चित्रकूट ले गए। फिर अयोध्या गए। अयोध्या से गोरखपुर होते हुए सुनौली और लुंबिनी गए थे। वहां से पोखरा गए थे। पोखरा से तीनों बस काठमांडू के लिए जा रही थी। मुगलिंग के पास एक बस का एक्सीडेंट हो गया। तनहुन नेपाल का लैंडस्लाइड प्रोन एरिया ​​​​​​
नेपाल का तनहुन जिला ऐसा इलाका है, जहां लैंडस्लाइड होते रहते हैं। इसके कुल 85 वार्ड में 48 लैंडस्लाइड रिस्क जोन में आते हैं। जून 2024 में यहां के चीफ डिस्ट्रिक्ट ऑफिसर जनार्दन गौतम ने मानसून के दौरान यातायात संबंधी अलर्ट जारी किया था। गौतम ने मानसून के समय इस इलाके में बाहर से आने वाले यात्री को सावधानी बरतने की सलाह दी थी। यह इलाका लैंडस्लाइड, बाढ़, बिजली गिरने और तूफान जैसे हाई रिस्क वाले क्षेत्रों में आता है। ये भी पढ़ें:- यूपी में किसान एक्सप्रेस दो हिस्सों में बंटी: बिजनौर में चलती ट्रेन में हादसा, इंजन 4 किमी आगे निकला बिजनौर में चलती ट्रेन दो हिस्सों में बंट गई। 8 बोगी ट्रेन से अलग हो गई। किसान एक्सप्रेस झारखंड के धनबाद से पंजाब के फिरोजपुर जा रही थी। हादसा मुरादाबाद के आगे स्योहारा और धामपुर स्टेशन के बीच रविवार सुबह 4 बजे हुआ। गनीमत रही कि कोई भी यात्री चोटिल नहीं हुआ। चकरामल गांव के पास ट्रेन की AC बोगी की कपलिंग टूट गई। इसके चलते इंजन 13 डिब्बों को लेकर 4 किलोमीटर आगे निकल गया। 8 डिब्बे पीछे छूट गए। ड्राइवर का गार्ड से संपर्क नहीं हो पाया, तो हादसे का पता चला। अफसरों को सूचना दी गई। रेलवे टीम मौके पर पहुंच गई और हादसे की जांच में जुटी है। पढ़ें पूरी खबर… नेपाल में हुए बस हादसे में सुरक्षित 48 यात्री शनिवार देर रात गोरखपुर पहुंचे। इन सभी को पहले सोनौली बॉर्डर लाया गया। यहां से जिला प्रशासन की टीम सभी को सकुशल लेकर गोरखपुर पहुंची। यहां पहुंचने पर इस हादसे में सुरक्षित बचे यात्रियों ने जिला प्रशासन और यूपी सरकार की तत्परता की खूब तारीफ की। जिला प्रशासन ने इन यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था गोरखपुर क्लब में की। इसके साथ ही पूर्वोत्तर रेलवे के सहयोग से भुसावल महाराष्ट्र सुरक्षित पहुंचाने के लिए गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस ट्रेन में एक्स्ट्रा AC कोच की व्यवस्था भी की गई। रविवार यानी आज सभी यात्री महाराष्ट्र वापस भेजे जाएंगे। मार्स्यांग्डी नदी में गिर गई थी बस, 27 की मौत
दरअसल, गोरखपुर की एक बस शुक्रवार (23 अगस्त) को नेपाल की मार्स्यांग्डी नदी में गिर गई। हादसे में 27 यात्रियों की मौत हो गई है। इनमें 10 घायल हैं। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बस में 40 से ज्यादा यात्री सवार थे। बस नेपाल के पोखरा से काठमांडू जा रही थी। तभी तनहुन जिले के आइना पहाड़ा में सुबह 11.30 बजे हाईवे से लगभग 500 फीट नीचे नदी में गिर गई। बस में सवार यात्री महाराष्ट्र में भुसावल के रहने वाले थे। सभी नेपाल घूमने गए थे। तनहुन के मुख्य जिला अधिकारी जनार्दन गौतम ने बताया कि कुछ घायलों ने इलाज के दौरान दम तोड़ा। महाराष्ट्र से 3 बसें नेपाल यात्रा पर गई थीं
गोरखपुर डीएम कृष्णा करुणेश ने बताया- हादसे का शिकार हुई बस गोरखपुर के केसरवानी टूर एंड ट्रेवल्स एजेंसी की है। बस का नंबर UP-53 FT 7623 है। यह गोरखपुर के धर्मशाला बाजार इलाके में रहने वाले सौरभ केसरवानी की पत्नी शालिनी केसरवानी के नाम पर रजिस्टर्ड है। महाराष्ट्र से करीब 4 महीने पहले केसरवानी ट्रेवल्स की 3 बसों की नेपाल जाने के लिए बुकिंग हुई थी। तीनों बसें 20 अगस्त को नेपाल पहुंचीं। 10 दिन इन्हें नेपाल में घूमना था। एक बस नदी में गिर गई। CM योगी आदित्यनाथ ने मदद करने को कहा
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेपाल बस हादसे में मदद के निर्देश दिए हैं। रिलीफ कमिश्नर जीएस नवीन ने नेपाल सरकार के अधिकारियों से बात की। नेपाल में तैनात भारतीय पुलिस के सीनियर अधिकारियों के साथ कोऑर्डिनेट किया गया। यूपी सरकार के रिलीफ कमिश्नर ने बताया- यह एक ट्रैवलर बस थी। इसलिए बस में यूपी और दूसरे राज्यों के लोगों के होने की भी संभावना रही। नेपाल के अधिकारियों से संपर्क करके लोगों की जानकारी जुटाई गई। साथ ही महाराजगंज के एसडीएम को नेपाल भेजा गया। हालांकि बस में यूपी का कोई यात्री नहीं सवार था। बस मालिक ने कहा- चित्रकूट और अयोध्या भी गए थे यात्री
बस के मालिक विष्णु केसरवानी ने बताया था- हमारी तीन बसें गोरखपुर से नेपाल गईं थीं। इनमें महाराष्ट्र के लोग थे। हमने सभी को प्रयागराज से पिक किया था। यहां से चित्रकूट ले गए। फिर अयोध्या गए। अयोध्या से गोरखपुर होते हुए सुनौली और लुंबिनी गए थे। वहां से पोखरा गए थे। पोखरा से तीनों बस काठमांडू के लिए जा रही थी। मुगलिंग के पास एक बस का एक्सीडेंट हो गया। तनहुन नेपाल का लैंडस्लाइड प्रोन एरिया ​​​​​​
नेपाल का तनहुन जिला ऐसा इलाका है, जहां लैंडस्लाइड होते रहते हैं। इसके कुल 85 वार्ड में 48 लैंडस्लाइड रिस्क जोन में आते हैं। जून 2024 में यहां के चीफ डिस्ट्रिक्ट ऑफिसर जनार्दन गौतम ने मानसून के दौरान यातायात संबंधी अलर्ट जारी किया था। गौतम ने मानसून के समय इस इलाके में बाहर से आने वाले यात्री को सावधानी बरतने की सलाह दी थी। यह इलाका लैंडस्लाइड, बाढ़, बिजली गिरने और तूफान जैसे हाई रिस्क वाले क्षेत्रों में आता है। ये भी पढ़ें:- यूपी में किसान एक्सप्रेस दो हिस्सों में बंटी: बिजनौर में चलती ट्रेन में हादसा, इंजन 4 किमी आगे निकला बिजनौर में चलती ट्रेन दो हिस्सों में बंट गई। 8 बोगी ट्रेन से अलग हो गई। किसान एक्सप्रेस झारखंड के धनबाद से पंजाब के फिरोजपुर जा रही थी। हादसा मुरादाबाद के आगे स्योहारा और धामपुर स्टेशन के बीच रविवार सुबह 4 बजे हुआ। गनीमत रही कि कोई भी यात्री चोटिल नहीं हुआ। चकरामल गांव के पास ट्रेन की AC बोगी की कपलिंग टूट गई। इसके चलते इंजन 13 डिब्बों को लेकर 4 किलोमीटर आगे निकल गया। 8 डिब्बे पीछे छूट गए। ड्राइवर का गार्ड से संपर्क नहीं हो पाया, तो हादसे का पता चला। अफसरों को सूचना दी गई। रेलवे टीम मौके पर पहुंच गई और हादसे की जांच में जुटी है। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर