शाहजहांपुर में पत्नी ने अपने पति की ईंट से कूचकर हत्या कर दी। पति के सीने पर बैठकर उसके सिर को खोलने लगी। दोनों का खाने को लेकर विवाद हुआ था। जिसके बाद पति-पत्नी में हाथापाई होने लगी। तभी गुस्से में पत्नी ने पास पड़ी ईंट को उठाकर पति के सिर पर मार दिया। खून से लथपथ पति नीचे गिर गया। फिर महिला ने ताबड़तोड़ पति के सिर पर वार किए। उसके बाद ऊपर जाकर बैठ गई। इस बीच महिला गुस्से में बोलती रही, आज तेरा भेजा फाड़ दूंगी। महिला बीच-बीच में रोती भी रही। महिला पुलिस से रो-रोकर बोलती रही ये मामला शाहजहांपुर के रोजा थाना क्षेत्र के हथौड़ा गांव का है। मौके पर पहुंची पुलिस से महिला रो-रोकर कुछ बोलती रही और पति के सिर को खोलती रही। बहुत मुश्किल से पुलिस ने महिला को पति से दूर किया है। बताया जा रहा है, महिला मानसिक तौर से बीमार है। उसका आए दिन पति से विवाद होता रहता था। महिला का नाम गायत्री देवी है। पति का नाम सत्यपाल (40) था। दोनों के दो बच्चे भी हैं। सत्यपाल एक स्टेडियम में प्राइवेट जॉब करता था। सत्यपाल की मौत के बाद उसकी मां का बुरा हाल है। गायत्री का ये रूप देखकर कोई भी उसके पास जाने की हिम्मत नहीं कर पाया। महिला बोली- हमेशा नॉनवेज खाने के लिए बोलता था आरोपी पत्नी ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि पति अक्सर मारपीट करता था। हमेशा नाॅनवेज खाने की जिद करता था। आज भी नाॅनवेज खाने के लिए कह रहा था। नहीं बनाया था तो लड़ रहा था। मेरे पास पैसे नहीं थे। तभी आज नॉनवेज नहीं बना पाए। इसी बात पर विवाद हो गया था। पति के परिजनों ने पुलिस को बताया कि महिला काफी पहले से मानसिक रूप से बीमार थी। उसका इलाज चल रहा था। लेकिन इस समय महिला बिल्कुल ठीक थी। खाने को लेकर शुरू हुआ था दोनों में विवाद परिवार के लोगों ने बताया, सत्यपाल रोज की तरह खाना खाने घर आया था लेकिन पत्नी उसे खाना बाहर से लाने की बात कह रही थी। इसी बात पर दोनों का विवाद शुरू हुआ। विवाद इतना बढ़ा कि चीखने की आवाज मकान के बाहर तक आने लगी। उसके बाद गायत्री ने पति पर ईंटों से हमला कर दिया पुलिस कर रही महिला से पूछताछ पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया है। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस के अनुसार, शुरुआती जांच में पता चला है कि महिला मानसिक रूप से कमजोर है। उसका इलाज भी चल रहा है। एसपी सिटी संजय कुमार ने बताया कि महिला ने पति के सिर पर ईंट से हमला करके उसकी हत्या कर दी है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। आरोपी पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। शाहजहांपुर में पत्नी ने अपने पति की ईंट से कूचकर हत्या कर दी। पति के सीने पर बैठकर उसके सिर को खोलने लगी। दोनों का खाने को लेकर विवाद हुआ था। जिसके बाद पति-पत्नी में हाथापाई होने लगी। तभी गुस्से में पत्नी ने पास पड़ी ईंट को उठाकर पति के सिर पर मार दिया। खून से लथपथ पति नीचे गिर गया। फिर महिला ने ताबड़तोड़ पति के सिर पर वार किए। उसके बाद ऊपर जाकर बैठ गई। इस बीच महिला गुस्से में बोलती रही, आज तेरा भेजा फाड़ दूंगी। महिला बीच-बीच में रोती भी रही। महिला पुलिस से रो-रोकर बोलती रही ये मामला शाहजहांपुर के रोजा थाना क्षेत्र के हथौड़ा गांव का है। मौके पर पहुंची पुलिस से महिला रो-रोकर कुछ बोलती रही और पति के सिर को खोलती रही। बहुत मुश्किल से पुलिस ने महिला को पति से दूर किया है। बताया जा रहा है, महिला मानसिक तौर से बीमार है। उसका आए दिन पति से विवाद होता रहता था। महिला का नाम गायत्री देवी है। पति का नाम सत्यपाल (40) था। दोनों के दो बच्चे भी हैं। सत्यपाल एक स्टेडियम में प्राइवेट जॉब करता था। सत्यपाल की मौत के बाद उसकी मां का बुरा हाल है। गायत्री का ये रूप देखकर कोई भी उसके पास जाने की हिम्मत नहीं कर पाया। महिला बोली- हमेशा नॉनवेज खाने के लिए बोलता था आरोपी पत्नी ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि पति अक्सर मारपीट करता था। हमेशा नाॅनवेज खाने की जिद करता था। आज भी नाॅनवेज खाने के लिए कह रहा था। नहीं बनाया था तो लड़ रहा था। मेरे पास पैसे नहीं थे। तभी आज नॉनवेज नहीं बना पाए। इसी बात पर विवाद हो गया था। पति के परिजनों ने पुलिस को बताया कि महिला काफी पहले से मानसिक रूप से बीमार थी। उसका इलाज चल रहा था। लेकिन इस समय महिला बिल्कुल ठीक थी। खाने को लेकर शुरू हुआ था दोनों में विवाद परिवार के लोगों ने बताया, सत्यपाल रोज की तरह खाना खाने घर आया था लेकिन पत्नी उसे खाना बाहर से लाने की बात कह रही थी। इसी बात पर दोनों का विवाद शुरू हुआ। विवाद इतना बढ़ा कि चीखने की आवाज मकान के बाहर तक आने लगी। उसके बाद गायत्री ने पति पर ईंटों से हमला कर दिया पुलिस कर रही महिला से पूछताछ पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया है। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस के अनुसार, शुरुआती जांच में पता चला है कि महिला मानसिक रूप से कमजोर है। उसका इलाज भी चल रहा है। एसपी सिटी संजय कुमार ने बताया कि महिला ने पति के सिर पर ईंट से हमला करके उसकी हत्या कर दी है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। आरोपी पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
फरीदाबाद में ट्रेन की चपेट में आया स्टेशन अधीक्षक, मौत:मालगाड़ी की करा रहा था शंटिंग, ट्रेन चलते ही अचानक फिसला पैर
फरीदाबाद में ट्रेन की चपेट में आया स्टेशन अधीक्षक, मौत:मालगाड़ी की करा रहा था शंटिंग, ट्रेन चलते ही अचानक फिसला पैर हरियाणा के फरीदाबाद जिले में न्यू टाउन फरीदाबाद रेलवे स्टेशन पर माल गाड़ी की चपेट में आने से स्टेशन अधीक्षक की मौत हो गई। मृतक की पहचान संजय राघव(53) के रूप में हुई है। सूचना मिलने पर पहुंची जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। राघव मूलरूप से यूपी के खुर्जा, बुलंदशहर के रहने वाले थे। यहां कई सालों से एनआईटी पांच स्थित के ब्लॉक में परिवार के साथ रहते थे। न्यूटाउन फरीदाबाद स्टेशन पर करीब दो-ढाई साल से स्टेशन अधीक्षक के पद पर तैनात थे। पैर फिसल ने से हुआ हादसा जीआरपी थाना प्रभारी राजपाल ने बताया कि स्टेशन अधीक्षक संजय राघव गुरुवार दोपहर करीब दो बजे स्टेशन के पास यार्ड वाली लाइन पर एक मालगाड़ी की शंटिंग करा रहे थे। बारिश होने के कारण वह लाइन के किनारे पड़े पत्थरों के पास खडे़ थे। तभी अचानक पैर फिसल गया और वह मालगाड़ी की चपेट में आ गए। जिससे उनका धड़ शरीर से अलग हो गया। राघव के घर में है पत्नी और तीन बच्चे घटना की सूचना मिलते ही रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। फरीदाबाद के स्टेशन अधीक्षक अखिलेश कुमार ने बताया कि राघव मार्च 1992 में वह रेल सेवा में थे। पहली पोस्टिंग आगरा में हुई थी। इसके बाद कई सालों से दिल्ली डिवीजन के विभिन्न स्टेशनों पर तैनात रहे। काफी मिलनसार होने के कारण अधिकारियों और कर्मचारियों में लोकप्रिय थे। राघव हमेशा काम को प्राथमिकता देते थे। वह अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चे छोड़ गए।
बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट की तीखी टिप्पणी, प्रियंका चतुर्वेदी बोलीं- ‘बांट और काट रहे थे, थप्पड़ जड़ दिया’
बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट की तीखी टिप्पणी, प्रियंका चतुर्वेदी बोलीं- ‘बांट और काट रहे थे, थप्पड़ जड़ दिया’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Bulldozer Action Case: </strong>सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने आरोपियों के घर बुलडोजर से गिराए जाने की घटनाओं पर तीखी टिप्पणी की है. इस पर शिवसेना-यूबीटी की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी (Priyanka Chaturvedi) की प्रतिक्रिया आई है. प्रियंका ने कहा कि ‘सर्वोच्च न्यायालय ने संविधान का एक थप्पड़ अपने आज के फैसले से जड़ दिया है.'</p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रियंका चतुर्वेदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ”बांट रहे थे , काट रहे थे, बुलडोज़र चला रहे थे. तभी सर्वोच्च न्यायालय ने संविधान का एक थप्पड़ अपने आज के वर्डिक्ट से जड़ दिया.” सुप्रीम कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के जज ने बुलडोजर एक्शन पर कहा कि सरकारी शक्ति का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए. घर एक सपना है जो कभी न टूटे. अपराध की सजा घर तोड़ना नहीं हो सकती. अपराध का आरोप या दोषी होना घर तोड़ने का आधार नहीं हो सकता.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>बाँट रहे थे , काट रहे थे, बुलडोज़र चला रहे थे<br />तभी सर्वोच्च न्यायालय ने संविधान का एक थप्पड़ अपने आज के वर्डिक्ट से जड़ दिया!</p>
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) <a href=”https://twitter.com/priyankac19/status/1856585727800226025?ref_src=twsrc%5Etfw”>November 13, 2024</a></blockquote>
<p>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”>सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि क्या हमें इस संबंध में गाइडलाइंस जारी करनी चाहिए. बिना केस चलाए किसी का मकान गिराकर सजा नहीं दी जा सकती है. अगर प्रशासन मनमाने तरीके से काम करता है तो अधिकारियों को जवाबदेह बनाने पड़ेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बीते कुछ समय से यूपी में अलग-अलग अपराधों के आरोपियों के घरों पर बुलडोजर से कार्रवाई की गई है. इतना ही नहीं मध्य प्रदेश, गुजरात और असम जैसे बीजेपी शासित राज्यों में भी अपराधियों के घर पर बुलडोजर चलाए जाने की घटनाएं सामने आई हैं, जिसका विपक्षी तीखा विरोध करते आए हैं. वहीं, अब सुप्रीम कोर्ट के ऑब्जर्वेशन के बाद विपक्ष एकबार फिर बीजेपी पर हमलावर हो गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेस की ओर से आई यह टिप्पणी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले में कांग्रेस की भी प्रतिक्रिया आई है. कांग्रेस के सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किया गया है, ”आरोपी होने पर घर नहीं गिराया जा सकता, प्रशासन जज न बने.’ ये बात सुप्रीम कोर्ट ने कही है. वहीं कोर्ट ने कहा कि किसी आरोपी का घर ग‍िराना पूरे पर‍िवार को सजा देना हुआ, जो ठीक नहीं है. सुप्रीम कोर्ट की ये टिप्पणी BJP सरकार में बुलडोजर के नाम पर नफरत फैलाने वालों पर करारा तमाचा है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”Maharashtra Election: ‘इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद का अपमान किसी…’, असदुद्दीन ओवैसी ने दी चेतावनी” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/aimim-chief-asaduddin-owaisi-targetted-pm-narendra-modi-maharashtra-assembly-election-2024-ann-2822411″ target=”_self”>Maharashtra Election: ‘इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद का अपमान किसी…’, असदुद्दीन ओवैसी ने दी चेतावनी</a></strong></p>
कन्नौज रेप कांड में अब पीड़िता की बुआ खोलेगी राज:गांव वाले बोले- हमारी बेइज्जती कराई; राजनीति में बच्ची का इस्तेमाल नहीं करना था
कन्नौज रेप कांड में अब पीड़िता की बुआ खोलेगी राज:गांव वाले बोले- हमारी बेइज्जती कराई; राजनीति में बच्ची का इस्तेमाल नहीं करना था ‘हमारे गांव की पूरे इलाके में इज्जत थी। लोग गांव का नाम सम्मान के साथ लेते थे। गांव की बेटी ने पूरे गांव की बदनामी करा दी। आज सिर उठाकर बाहर नहीं निकल पा रहे। रोज पुलिस आती है, सबको शक की निगाह से देखती है। ऐसा पहले कभी नहीं था।’ ये शब्द कन्नौज जिले के उस गांव के एक बुजुर्ग के हैं, जिस गांव में रेप पीड़िता की बुआ का घर है। यहां पीड़िता के प्रति जितनी सहानुभूति है, उससे कहीं ज्यादा गुस्सा उसकी बुआ को लेकर है। गांव वाले कहते हैं कि बुआ कुछ भी करे, लेकिन उसे छोटी बच्ची का ख्याल रखना था। राजनीति चमकाने के लिए उसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था। दैनिक भास्कर की टीम रेप पीड़िता के गांव पहुंची। यहां के लोगों से बुआ और पीड़िता के बारे में बात की। पीड़िता के स्वभाव को उसके दोस्तों से जाना। आइए सब कुछ एक तरफ से जानते हैं। सबसे पहले बुआ की फरारी की बात… पीड़िता की बुआ 7 दिन से थी फरार
कन्नौज में नवाब सिंह यादव के पास नाबालिग भतीजी को ले जाने वाली बुआ 7 दिन बाद गिरफ्तार हो गई है। एसपी अमित कुमार आनंद ने आरोपी महिला को पकड़ने के लिए पुलिस की 6 टीमें लगाई थीं। जो कन्नौज से लेकर लखनऊ-दिल्ली-नोएडा तक उसकी तलाश में छापेमारी कर रही थी। बुआ ने पीड़िता पर केस दर्ज न करने का दबाव बनाया
11 अगस्त की रात घटना हुई। 12 अगस्त को पुलिस ने महिला को छोड़ दिया। वजह उस वक्त महिला पीड़िता के साथ थी। 14 साल की नाबालिग अपने साथ हुई ज्यादती से सदमे में थी। उसकी बुआ उस पर केस न करने का दबाव बना रही थी। लेकिन जैसे ही 13 तारीख की सुबह नोएडा से बच्ची के मां-बाप आए, उसे हिम्मत मिल गई। उसने पुलिस को सब कुछ बता दिया। नवाब के साथ अब उस महिला के खिलाफ भी केस दर्ज हो गया। ‘नवाब भइया को साजिश के तहत फंसाया गया’
13 अगस्त को पीड़िता की बुआ आखिरी बार मीडिया के सामने आई थी। तब उसने कहा- ‘नवाब भइया को साजिश के तहत फंसाया गया। इसमें सपा के ही जय कुमार उर्फ बउवन तिवारी शामिल हैं। उनके साथ 3 और लोग इसमें शामिल हैं। समय आने पर उनका भी नाम बताऊंगी।’ इसके बाद से महिला फरार है। ‘घिनौने काम की कमाई खाती है ननद’
पीड़िता की मां ने मीडिया के सामने कहा कि ‘मेरी ननद ऐसे ही घिनौने काम की कमाई खाती है। उसने मुझसे कहा कि तुम बिटिया का मेडिकल मत कराना। मीडिया की बात मत मानना। थाने पर मत जाना। जैसा हम कहें वैसे ही करना। वह नोएडा में भी यही सब करती है और यहां भी ऐसा ही किया।’ इस केस की अहम कड़ी पीड़िता की बुआ फिलहाल फरार है। कई सवालों के जवाब उसकी गिरफ्तारी के बाद ही मिलेंगे। हम फरार महिला के पॉलिटिकल कनेक्शन और पुराने समय में रिश्तों के बारे में जानना चाहते थे। मामला रेप से जुड़ा है। इसलिए हम गांव का नाम व वहां के लोगों की पहचान उजागर नहीं करेंगे। हम पीड़िता के गांव में जैसे ही दाखिल हुए, पुलिस की गाड़ी भी गांव पहुंच गई। पुलिस के 6 लोग सीधे पीड़िता के घर पहुंचे। इस दौरान हम लोग गांव के ही दूसरे लोगों से बात करने लगे। ब्यूटी पॉर्लर चलाती है महिला
गांव के लोगों से पता चला कि आरोपी महिला की शादी करीब 20 साल पहले हुई थी। ससुराल शाहजहांपुर में है। महिला के दो बच्चे हैं। एक बेटा व एक बेटी। महिला पूरे परिवार के साथ दिल्ली में रहती है। वहां ब्यूटी पॉर्लर चलाती है। राजनीति में खास लगाव है, इसलिए अक्सर नेताओं के साथ उठना-बैठना रहा है। शुरुआत में वह 8 साल सपा में रही, लेकिन अब भाजपा में है। चुनाव प्रचार के लिए पार्टी ने दी थी गाड़ी
गांव के ही एक व्यक्ति कहते हैं, महिला दिल्ली में ही रहती थी। चुनाव के वक्त ही गांव आती और यहां प्रचार करती थी। हमने पूछा कि क्या कोई गाड़ी भी मिली थी? वह कहते हैं, 2022 के चुनाव में एक चार पहिया गाड़ी मिली थी। वही लेने आती और छोड़कर जाती थी। 2024 के चुनाव में वह स्कूटी से यहां आती-जाती थी। हम लोगों से बीजेपी को वोट देने के लिए कहती थी। बुजुर्ग बोले- गांव में कभी पुलिस नहीं आई, इस घटना से सभी शर्मसार हैं
करीब 75 साल के एक बुजुर्ग कहते हैं, हमारे गांव का आसपास के इलाके में नाम था। लोग सम्मान के साथ नाम लेते थे। हम भी गर्व से अपने गांव का नाम बताते थे। कभी कोई हत्या-लूट जैसी घटना नहीं हुई। मारपीट भी हुई तो आपस में बैठकर सुलझा लिया। कभी पुलिस नहीं आई। लेकिन इस एक घटना ने पूरे गांव को शर्मसार कर दिया। आज हम लोग जहां भी जाते हैं, लोग इसी के बारे में पूछते हैं। एक अकेली लड़की ने पूरे गांव की इज्जत मिट्टी में मिला दी। ‘कम से कम भतीजी को तो छोड़ देना चाहिए था’
एक युवा कहते हैं, अगर वह उल्टे-सीधे काम करती है तो कम से कम अपनी भतीजी को तो छोड़ देना चाहिए था। उसे घर पहुंचा देती और फिर जो मन में आए वह खुद करती। वह बच्ची बहुत मासूम है। किसी से ज्यादा बोलती नहीं। स्कूल जाती है और फिर वहां से आने पर घर में बाबा-दादी के साथ रहती है। दोनों बुजुर्ग हैं, दादी को ब्रेस्ट कैंसर है, ऐसे में वही बच्ची यहां परिवार को संभाल रही थी। पीड़िता की दादी बोलीं- मुझे कुछ नहीं पता, तबीयत खराब है
हम पीड़िता के घर पहुंचे। 6 पुलिसवाले वहां पहले से ही थे। घर में पीड़िता की दादी अकेले थीं। बाबा कहीं गए हुए थे। पुलिस घर में ही खोजबीन कर रही थी। इसके बाद उन्होंने दादी से कुछ सवाल पूछने की कोशिश की। लेकिन तबीयत खराब होने के चलते दादी लेट गईं। उनके मुंह पर पानी के छींटे मारे गए लेकिन वह यही कहती रहीं कि ‘मुझे कुछ नहीं पता, मेरी तबीयत खराब है।’ कुछ देर बाद पुलिस गांव में ही दूसरी ओर चली गई। हमने दादी से बात करने की कोशिश की। वह कहती हैं, हम बताते-बताते थक गए। हमको कुछ नहीं पता। हमारी पोती डेढ़ महीने पहले यहां से अपने पापा के पास गई थी। उसके बाद वह कहां-कहां गई, हमको नहीं पता। घटना के बाद भी बच्ची यहां नहीं आई। उसके मम्मी-पापा उसे लेकर नोएडा चले गए। फिलहाल इस पूरे मामले को लेकर गांव के लोग चिंतित हैं। नवाब सिंह को लेकर वह किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं देना चाहते। वह लोग आरोपी महिला से बेहद नाराज हैं। लगातार आ रही पुलिस और उनकी पूछताछ से घबराए हुए हैं। ये भी पढ़ें: कन्नौज रेप केस में पीड़िता की बुआ गिरफ्तार:कई अहम सबूत बरामद; 7 दिन से थी फरार, आज कोर्ट में पेश करेगी पुलिस कन्नौज रेप केस में फरार आरोपित पीड़िता की बुआ को पुलिस ने मंगलवार शाम गिरफ्तार कर लिया है। आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने बुआ से कई अहम सबूत भी बरामद किए हैं। पीड़िता की बुआ 7 दिन से फरार थी। 6 टीम उसकी तलाश में लगी थीं। पुलिस आज मामले को लेकर कुछ अहम खुलासा कर सकती है…(पढ़ें पूरी खबर) अखिलेश के करीबी नवाब की गिरफ्तारी की पड़ताल कन्नौज में कभी अखिलेश यादव और डिंपल के सबसे खास रहे नवाब सिंह यादव अब जेल में है। नवाब पर नाबालिग लड़की के कपड़े उतारने, रेप की कोशिश करने का आरोप है। लड़की अपनी बुआ के साथ आरोपी के डिग्री कॉलेज गई थी। पुलिस ने आरोपी को उसके कॉलेज से रंगे हाथ गिरफ्तार किया। पूरी खबर पढ़ें