हरियाणा के पंचकुला में वोकेशनल टीचर्स का आमरण अनशन विकराल रूप लेता जा रहा है। 3 वोकेशनल टीचर्स – पंकज परुथी, तरुण वर्मा और मैडम परमजीत की हालत बेहद नाजुक हो चुकी है। इनको बेसुध हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालात और गंभीर तब हो गए, जब एक महिला वोकेशनल टीचर, जो पहले से ही सांस की बीमारी से जूझ रही हैं, ने अस्पताल जाने से इन्कार कर दिया और धरना स्थल पर ही उपचार की मांग की। कुल 9 टीचर्स अस्पताल में भर्ती गौरतलब है कि इस अनशन के चलते पहले से ही 5 वोकेशनल टीचर्स अस्पताल में भर्ती थे। अब कुल 9 टीचर्स अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं, जिनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। यूनियन के लगातार अनुरोध के बावजूद, ये टीचर्स आमरण अनशन तोड़ने से साफ इन्कार कर रहे हैं। कल यूनियन के सदस्यों ने अस्पताल में भर्ती टीचर्स से मुलाकात कर अनशन समाप्त करने की अपील की थी, लेकिन इन सभी ने अपने रुख पर अड़िग रहते हुए सरकार और विभाग की ओर से मांगें पूरी होने तक अनशन जारी रखने का निर्णय लिया है। धरना स्थल पर पहुंचकर हालात का लिया जायजा इस संकट के बीच दो अन्य कर्मचारी संगठनों ने धरना स्थल पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और अपना समर्थन व्यक्त किया। पूरे हरियाणा के कर्मचारी संगठनों की तरफ से लगातार समर्थन मिल रहा है और कल पंचकूला में बड़ी संख्या में कर्मचारी संगठनों के जुटने की उम्मीद है। हरियाणा के पंचकुला में वोकेशनल टीचर्स का आमरण अनशन विकराल रूप लेता जा रहा है। 3 वोकेशनल टीचर्स – पंकज परुथी, तरुण वर्मा और मैडम परमजीत की हालत बेहद नाजुक हो चुकी है। इनको बेसुध हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालात और गंभीर तब हो गए, जब एक महिला वोकेशनल टीचर, जो पहले से ही सांस की बीमारी से जूझ रही हैं, ने अस्पताल जाने से इन्कार कर दिया और धरना स्थल पर ही उपचार की मांग की। कुल 9 टीचर्स अस्पताल में भर्ती गौरतलब है कि इस अनशन के चलते पहले से ही 5 वोकेशनल टीचर्स अस्पताल में भर्ती थे। अब कुल 9 टीचर्स अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं, जिनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। यूनियन के लगातार अनुरोध के बावजूद, ये टीचर्स आमरण अनशन तोड़ने से साफ इन्कार कर रहे हैं। कल यूनियन के सदस्यों ने अस्पताल में भर्ती टीचर्स से मुलाकात कर अनशन समाप्त करने की अपील की थी, लेकिन इन सभी ने अपने रुख पर अड़िग रहते हुए सरकार और विभाग की ओर से मांगें पूरी होने तक अनशन जारी रखने का निर्णय लिया है। धरना स्थल पर पहुंचकर हालात का लिया जायजा इस संकट के बीच दो अन्य कर्मचारी संगठनों ने धरना स्थल पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और अपना समर्थन व्यक्त किया। पूरे हरियाणा के कर्मचारी संगठनों की तरफ से लगातार समर्थन मिल रहा है और कल पंचकूला में बड़ी संख्या में कर्मचारी संगठनों के जुटने की उम्मीद है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सोनीपत में सड़क पर मिले 70 ब्लड बैग:स्वास्थ्य विभाग ने किए जब्त; लोग बोले- हमारे रक्त को बेक़द्री से फेंका सोनीपत की गोहाना के गुढ़ा गांव में रोहतक मोड़ के पास करीब 70 ब्लड बैग मिले हैं। जिसे देखकर आसपास के लोगों ने स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और ब्लड बैग को कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल भेजा दिया। स्थानीय लोगों के मुताबिक ब्लड बैग पर सैंपल लेने की तारीख 13 नवंबर लिखी हुईं है। 25 नवंबर को एक्सपायरी डेट लिखी हुई है। जहां ब्लड सैंपल से संबंधित सिरिंज व अन्य सभी सैंपल किट और ब्लड किट संबंधित अन्य सामान कोई डालकर चला गया। उन्होंने कहा कि रक्त को हम लोगों की जान बचाने के लिए डोनेट करते हैं। उसको बड़ी बेक़द्री के साथ इस प्रकार डाला गया है। मामले को लेकर जांच करने की भी मांग स्थानीय लोगों ने उठाई है। लोगों का यह भी आरोप है कि यह किसी कैंप में लिया गया ब्लड सैंपल हो सकता है। वर्ल्ड यूनिट की कुछ थैलियों में मिला रक्त सिविल हॉस्पिटल गोहाना के एसएमओ संजय छिक्कारा ने कहा कि वर्ल्ड यूनिट की कुछ थैलियों में रक्त है। अन्य बायो वेस्ट का सामान पड़ा हुआ मिला है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार से ब्लड यूनिट की थैंलियों को नहीं डाला जा सकता। नंबर के आधार पर लगाया जा रहा हॉस्पिटल का पता उन्होंने यह भी बताया कि मित्रा नाम की एक कंपनी के यूनिट बैग हैं। वहां से नंबर के आधार पर पता लगवाया जाएगा कि किस हॉस्पिटल में यह बैग भेजे गए थे। संबंधित हॉस्पिटल के खिलाफ ऐसा गलत काम करने के एवज में भी कार्रवाई की जाएगी। कुलदीप सिंह ने कहा कि सिविल सर्जन डिप्टी सिविल सर्जन और ड्रग इंस्पेक्टर संज्ञान में मामला लाया गया है।
चरखी दादरी में माइनिंग के खिलाफ प्रदर्शन:काम बंद, पहाड़ खिसकने से गिरे थे पत्थर और मिट्टी, निगरानी जारी रहेगी
चरखी दादरी में माइनिंग के खिलाफ प्रदर्शन:काम बंद, पहाड़ खिसकने से गिरे थे पत्थर और मिट्टी, निगरानी जारी रहेगी चरखी दादरी के गांव पिचौपा कलां में हादसा होने के चार दिन बाद भी ग्रामीणों का रोष बरकरार है। ग्रामीणों ने शुक्रवार को बैठक कर कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोला है और माइनिंग क्षेत्र में काम नहीं करने का निर्णय लिया गया है। ग्रामीणों ने कहा कि वहां जाना खतरे से खाली नहीं है इसलिए ग्रामीण वहां से दूरी बनाए। इसके बावजूद यदि कोई वहां जाता है और हादसा होता तो वह स्वयं जिम्मेदार होगा। ग्रामीणों के अनुसार माइनिंग विभाग के अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण कर खनन काम बंद करवाने की बात कही है। जिससे ग्रामीण कुछ शांत हुए है। विधायक करेंगे निरीक्षण
शनिवार दोपहर बाद बाढ़डा विधायक उमेद सिंह पातुवास अधिकारियों के साथ माइनिंग क्षेत्र पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण करेंगे। ग्रामीणों ने बताया कि विधायक से बात हुई है और उन्होंने आने की बात कही है। काम बंद करवा दिया
पिचौपा कलां सरपंच प्रतिनिधि अशोक कुमार ने बताया कि शुक्रवार को माइनिंग विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी, उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया है कि मिट्टी को परोपर तरीके से हटवा दिया जाएगा और जो भी कुछ उसके नीचे दबा होगा उसको बाहर निकाला जाएगा। इसके अलावा विभाग ने फिलहाल वहां काम बंद करवा दिया है। रात को नहीं दिया पहरा
ग्रामीणों ने वीरवार रात को माइनिंग क्षेत्र में पहरा दिया था, ताकि वहां नीचे जो कुछ दबा है उसको रातोरात निकालकर इधर उधर ना कर दिया जाए। लेकिन शुक्रवार रात को ग्रामीणों ने पहरा नहीं दिया। सरपंच प्रतिनिधि अशोक ने कहा कि अभी तक उनके गांव या दूसरे स्थान से कोई सामने नहीं आया है कि उनका कोई व्यक्ति गायब है या नीचे दबा हुआ है जिसके चलते ग्राम पंचायत ने भी पहरा नहीं दिया। ये था मामला
बुधवार शाम को पिचौपा कलां के माइनिंग क्षेत्र में पहाड़ी खिसक गई थी, जिसके मलबे के नीचे गाड़ी भी दब गई थी। घटना का वीडियो भी सामने आया था। दो हफ्ते में दूसरी घटना सामने आने के बाद ग्रामीणों में इसको लेकर काफी रोष देखने को मिला और जिसके बाद वीरवार सुबह सरपंच प्रतिनिधि, पंच, नंबरदार सहित मौजिज लोग वहां पहुंचे थे और सरकार, प्रशासन, माइनिंग विभाग व माइनिंग कंपनी के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया और अवैध माइनिंग के आरोप लगाए। इसके बाद ग्रामीण पहाड़ की तलहटी में पहुंचे और मौके का मुआयना किया। वहां से ग्रामीण वापिस लौटे तो कंपनी के कर्मचारियों ने नीचे जाने पर एतराज जताया और उनका रास्ता रोक दिया। जिसके बाद पुलिस की मौजूदगी में ग्रामीणों में कंपनी कर्मचारियों के बीच हाथापाई हुई थी।
हरियाणा में ‘लू’ का 22 साल का टूटा रिकार्ड:18 दिन से लगातार चल रही; सिरसा अब भी देश का सबसे गर्म जिला, कल से बारिश
हरियाणा में ‘लू’ का 22 साल का टूटा रिकार्ड:18 दिन से लगातार चल रही; सिरसा अब भी देश का सबसे गर्म जिला, कल से बारिश हरियाणा में इस बार भीषण गर्मी पड़ रही है। यह पहली बार कि हरियाणा में 18 दिन से लगातार लू चल रही है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मई 2002 के बाद ऐसी स्थिति आई है, जब मई में लगातार 18 दिन लू चली है। प्रदेश में लू के थपेड़ों ने आमजन को बेहाल कर दिया है। 13 मई से लगातार दिन का पारा 40 डिग्री के पार है, कई जगह तो यह 45 डिग्री के पार चल रहा है। सिरसा में पारा पिछले दिनों 50.3 डिग्री तक जा चुका है। गुरुवार को भी देशभर में सबसे ज्यादा पारा सिरसा का 49.1 डिग्री रहा। सिरसा में लगातार 5 दिन से तापमान 47 डिग्री से ज्यादा बना हुआ है। आज भी दिन में ऐसे ही हालात रहेंगे। संभावना है कि रात से एक पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने से कल से सूबे में बारिश के आसार बन सकते हैं। कल से 6 जिलों में बदलेगा मौसम हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ का कहना है कि 1 से 3 जून तक प्रदेश में कहीं – कहीं हल्की बारिश हो सकती है। 1 जून को पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल व पानीपत में बारिश हो सकती है। जबकि अन्य जिलों में कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है। 2 व 3 जून को भी कुछ जगह बारिश की संभावना है। इस बीच गर्मी के कारण बिजली की डिमांड भी बढ़ गई है। सिरसा, हिसार, जींद, मेवात में हाल खराब 4 जिलों में पारा 48 डिग्री से ज्यादा प्रदेश के कई शहरों में अभी भी पारा सामान्य से ज्यादा है । गुरुवार को सिरसा में अधिकतम तापमान 49.1 डिग्री रहा। जबकि अम्बाला में 44.7, करनाल में 43.4, रोहतक में 47.5 डिग्री, दादरी में 47.2, फरीदाबाद 47.4, गुड़गांव 46.5, हिसार 48.0, झज्जर 47.2, जींद में 48.4, मेवात में 48.9, पलवल 45.8, पंचकूला 43.9, सोनीपत 47.0 डिग्री, यमुनानगर में 45.9 डिग्री तापमान रहा। दिन का तापमान अब सामान्य से 5.5 डिग्री तक ज्यादा है।