पंजाब का जीशान अख्तर,जिसका सिद्दीकी हत्याकांड में नाम आया:घरों में पत्थर लगाता था, पिता से मारपीट के बाद क्रिमिनल बना; 9 केस में वांटेड

पंजाब का जीशान अख्तर,जिसका सिद्दीकी हत्याकांड में नाम आया:घरों में पत्थर लगाता था, पिता से मारपीट के बाद क्रिमिनल बना; 9 केस में वांटेड

मुंबई में NCP (अजित गुट) नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस केस में अब तक 3 आरोपियों, हरियाणा के गुरमेल, यूपी के धर्मराज और पुणे से प्रवीण सोनकर को गिरफ्तार किया गया है। शिव और जीशान अख्तर की तलाश जारी है। जीशान पर दूसरे आरोपियों को रहने के लिए कमरा दिलाने का आरोप है। जीशान जालंधर में नकोदर के शंकर गांव का रहने वाला है। वह पत्थर लगाने का काम करता था। वह टारगेट किलिंग, हत्या, डकैती सहित 9 मामलों में वांटेड है। इसी साल वह जुलाई में जेल से बाहर आया था। गैंगस्टर लॉरेंस से मिली हिदायत के मुताबिक वह कैथल पहुंचा। यहां से 50 हजार रुपए लेकर मुंबई के लिए रवाना हो गया। जीशान के क्रिमिनल बनने की कहानी किसी फिल्मी स्टोरी से कम नहीं है। पिता के हुए अपमान का बदला लेने के लिए जीशान कैसे क्रिमिनल बना, पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड से दैनिक भास्कर ने सारी जानकारी निकलवाई। जीशान ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गैंगस्टर विक्रम बराड़ के कहने पर सौरभ महाकाल के साथ तरनतारन में पहली हत्या की थी। सौरभ महाकाल वही व्यक्ति है, जोकि सलमान खान के घर धमकी भरा पत्र फेंकने और पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में हथियार मुहैया करने से लेकर उन्हें रहने के लिए जगह मुहैया करवाने में शामिल था। मुंबई पुलिस उसे पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें जीशान के क्रिमिनल बनने की कहानी… महाराष्ट्र के मदरसे से अरबी, फारसी और उर्दू सीखी जीशान का जन्म 25 नवंबर 2003 को गांव शंकर, नकोदर (जालंधर) में हुआ है। उसके पिता मोहम्मद जमील राजमिस्त्री का काम करते हैं। उसके भाई की उम्र 27 साल है। वह भी पिता के साथ पत्थर का काम करता है। उसकी बहन की 9 साल की उम्र में डेंगू से मौत हो गई थी। जीशान ने महाराष्ट्र के एक मदरसे में अरबी, फ़ारसी और उर्दू सिखी। इसके बाद उसने यूपी के बिजनौर जिले के अफजल गढ़ गांव के मदरसे में पढ़ाई की। इसके बाद छठी क्लास में उसने शंकर गांव में गवर्नमेंट स्कूल में एडमिशन ले लिया। यहां उसने 10वीं तक पढ़ाई की। इसके बाद उसने पत्थर लगाने का काम शुरू कर दिया। पिता से हुई मारपीट का बदला लेने के चक्कर में बना क्रिमिनल वर्ष 2021 में जीशान के पिता के साथ गांव का ही रहने वाला एक युवक काम सीखता था। उस युवक ने जीशान के घर से फोन चोरी कर किसी दुकानदार को बेच दिया। दुकानदार ने जीशान के पिता को बताया कि तुम्हारे साथ काम करने वाले युवक ने तुम्हारा फोन बेचा है। जिशान के पिता ने युवक से फोन के बारे में पूछताछ तो युवक ने उनके साथ मारपीट की। जीशान को इस बात पर पता चला तो उसने पिता से हुई मारपीट का बदला लेने की ठान ली। गैंगस्टरों के संपर्क में आने के बाद पंजाब में नाम रौशन करना था पुलिस के मुताबिक जीशान सबसे पहले सोशल मीडिया के जरिए गैंगस्टर लॉरेंस के खास विक्रम बराड़ के संपर्क में आया। जीशान ने करीब 20 दिनों तक वॉट्सऐप पर विक्रम बराड़ से बातचीत की। अगस्त 2021 में विक्रम बराड़ ने जीशान को कोटकपूरा एरिया में जाने को कहा। इसके लिए जीशान में जानबूझकर घर में लड़ाई की, ताकि घरवालों को उसके जाने का दुख न हो। जीशान अपने 3 फोन और कपड़े लेकर घर से निकल गया। पैसे के लिए जीशान ने अपना एक फोन बेच दिया। सौरभ महाकाल ने 3 पिस्तौल दीं
जीशान कोटकपुरा पहुंचा और विक्रम बराड़ से बात की। कुछ देर बाद सुक्खी जैतों और भोला निहंग सिल्वर रंग की एक्सयूवी गाड़ी में जीशान को लेने आए। जिन्होंने उसके पास से फोन ले लिए और सिम को भी तोड़ दिया। दोनों फोनों को उसने कोटकपूरा में बेच दिया था। वह यहां भोला निहंग के घर रुके। यहां सौरभ महाकाल ने उसे तीन पिस्तौल दीं। सौरभ को विक्रम ने ही भेजा था। तरनतारन में चरणजीत सिंह की हत्या की
जीशान, सौरब महाकाल, भोला निहंग और सुक्खी जैतों के साथ एक्सयूवी में तरनतारन पहुंच गए। भोला निहंग ने एक घर के बाहर गाड़ी खड़ी की। जीशान भोला की बगल वाली सीट पर बैठा था। शाम के समय चाहल गांव में सुखी और महाकाल ने 7 गोलियां मारकर चरणजीत की हत्या कर दी। जीशान को बाद में पता चला कि वह एक दर्जी था, जिसकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद विक्रम बराड़ ने सभी फरीदकोट रेलवे स्टेशन के पास एक घर में ठहराया। एक रात इस घर में रहने के बाद अगले दिन वे सभी अलग-अलग बसों में नकोदर के अंकुश सभ्रवाल ​​​​से मिले और विशाल सभग्रवाल के साथ ऋषि नगर में आ गए। यहां वह किराए पर कमरा लेकर रहे। इसके बाद जीशान ने विशाल, अंकुश सभ्रवाल, सुक्खी, सौरभ महाकाल के साथ मिलकर कपूरथला के सुल्तानपुर में पेट्रोल पंप लूटा। यहां उन्होंने फायरिंग भी की। नकोदर में अपने ही जानकार से 30 लाख फिरौती मांगी
जीशान ने नकोदर के शंकर गांव में अपने एक जानकार से करीब 30 लाख रुपए फिरौती मांगी। जिससे फिरौती मांगी गई थी, उक्त व्यक्ति का नंबर जीशान ने विक्रम बराड़ को दिया था। व्यक्ति ने फिरौती देने से इनकार किया तो जीशान ने गैंगस्टर लॉरेंस से भी फोन कराया। जिसके बाद 3 सितंबर 2021 को बराड़ के कहने पर जीशान ने अंकुश, विशाल, रोहित समेत अन्य के साथ मिलकर व्यक्ति के घर के बाहर फायरिंग की। पंजाब में दो और राजस्थान में एक जगह की लूट
जीशान ने 25 सितंबर 2021 को अपने साथियों अमनदीप, शिवा, विशाल ​​फौजी, बेबी सुनयारा और मोहित शेहिता के साथ मिलकर जंडियाला और फगवाड़ा रोड पर एक कार देखी। अकेले व्यक्ति को देखकर इन 6 लोगों ने खुद की Sx4 कार खड़ी कर दी और उसकी कार पिस्तौल की नोक पर लूट ली। कुछ दूरी पर जाकर उन्होंने इस कार को सुनसान जगह पर खड़ा कर दिया। इसके 2 दिन बाद वह अपने साथियों के साथ राजस्थान के जोधपुर पहुंचा और वहां व्यक्ति से बाइक छीन ली। अगली वारदात उन्होंने मुकंदगढ़ में की। नवंबर 2021 में उन्होंने इनोवा गाड़ी लूटी और नकोदर लौट आए। इसे बाद 22 दिसंबर को शाहकोट में दूसरी इनोवा कार लूट ली। पहले लूटी हुई इनोवा कार को उन्होंने नकोदर में ही छोड़ दिया। पंजाब में 2 महीने रहने के बाद जीशान ने अपने साथियों के साथ मिलकर मोहाली और मोरिंडा में मेडिकल स्टोर पर 75 हजार रुपए की लूट की। लॉरेंस के हथियार सप्लायर के कहने से मध्यप्रदेश से लेकर आए 5 पिस्टल
लॉरेंस के हथियार सप्लायर गिरोह के मेन गुर्गे अनू पहलवान और पन्नू बड़ाला के कहने पर अप्रैल 2022 में जीशान मध्य प्रदेश के इंदौर से 5 पिस्टल लेकर आया। यहां से वह अपने साथियों के साथ कपूरथला चला आया। इसके बाद उसने पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में लॉरेंस के करीबी गैंगस्टर रवि बलाचौरिया और अन्य गैंगस्टरों से बातचीत की और उनके साथ कई बार मुलाकात की। फगवाड़ा में शिवसेना नेता की करनी थी हत्या
विक्रम बराड़ के कहने पर जीशान ने अपने साथियों के साथ मिलकर फगवाड़ा में शिवसेना नेता की रेकी की थी। रेकी के बाद विक्रम बराड़ ने तय किया कि हत्या करने के लिए अंकुश, जीशान, बेबी, सुकखी, महाकाल, विशाल सभ्रवाल, रोहित सहोता, रोहित कपूरथला जाएंगे। इसी बीच विक्रम बराड़ के घर पर पंजाब पुलिस की टीम ने छापेमारी कर दी। जिसके बाद हत्या का प्लान टाल दिया गया। बाद में जालंधर देहात पुलिस के तत्कालीन इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह कंबोज ने सौरभ महाकाल को छोड़कर जीशान और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद जून 2024 में वह जमानत पर जेल से बाहर आया था। मुंबई में NCP (अजित गुट) नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस केस में अब तक 3 आरोपियों, हरियाणा के गुरमेल, यूपी के धर्मराज और पुणे से प्रवीण सोनकर को गिरफ्तार किया गया है। शिव और जीशान अख्तर की तलाश जारी है। जीशान पर दूसरे आरोपियों को रहने के लिए कमरा दिलाने का आरोप है। जीशान जालंधर में नकोदर के शंकर गांव का रहने वाला है। वह पत्थर लगाने का काम करता था। वह टारगेट किलिंग, हत्या, डकैती सहित 9 मामलों में वांटेड है। इसी साल वह जुलाई में जेल से बाहर आया था। गैंगस्टर लॉरेंस से मिली हिदायत के मुताबिक वह कैथल पहुंचा। यहां से 50 हजार रुपए लेकर मुंबई के लिए रवाना हो गया। जीशान के क्रिमिनल बनने की कहानी किसी फिल्मी स्टोरी से कम नहीं है। पिता के हुए अपमान का बदला लेने के लिए जीशान कैसे क्रिमिनल बना, पंजाब पुलिस के रिकॉर्ड से दैनिक भास्कर ने सारी जानकारी निकलवाई। जीशान ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गैंगस्टर विक्रम बराड़ के कहने पर सौरभ महाकाल के साथ तरनतारन में पहली हत्या की थी। सौरभ महाकाल वही व्यक्ति है, जोकि सलमान खान के घर धमकी भरा पत्र फेंकने और पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में हथियार मुहैया करने से लेकर उन्हें रहने के लिए जगह मुहैया करवाने में शामिल था। मुंबई पुलिस उसे पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें जीशान के क्रिमिनल बनने की कहानी… महाराष्ट्र के मदरसे से अरबी, फारसी और उर्दू सीखी जीशान का जन्म 25 नवंबर 2003 को गांव शंकर, नकोदर (जालंधर) में हुआ है। उसके पिता मोहम्मद जमील राजमिस्त्री का काम करते हैं। उसके भाई की उम्र 27 साल है। वह भी पिता के साथ पत्थर का काम करता है। उसकी बहन की 9 साल की उम्र में डेंगू से मौत हो गई थी। जीशान ने महाराष्ट्र के एक मदरसे में अरबी, फ़ारसी और उर्दू सिखी। इसके बाद उसने यूपी के बिजनौर जिले के अफजल गढ़ गांव के मदरसे में पढ़ाई की। इसके बाद छठी क्लास में उसने शंकर गांव में गवर्नमेंट स्कूल में एडमिशन ले लिया। यहां उसने 10वीं तक पढ़ाई की। इसके बाद उसने पत्थर लगाने का काम शुरू कर दिया। पिता से हुई मारपीट का बदला लेने के चक्कर में बना क्रिमिनल वर्ष 2021 में जीशान के पिता के साथ गांव का ही रहने वाला एक युवक काम सीखता था। उस युवक ने जीशान के घर से फोन चोरी कर किसी दुकानदार को बेच दिया। दुकानदार ने जीशान के पिता को बताया कि तुम्हारे साथ काम करने वाले युवक ने तुम्हारा फोन बेचा है। जिशान के पिता ने युवक से फोन के बारे में पूछताछ तो युवक ने उनके साथ मारपीट की। जीशान को इस बात पर पता चला तो उसने पिता से हुई मारपीट का बदला लेने की ठान ली। गैंगस्टरों के संपर्क में आने के बाद पंजाब में नाम रौशन करना था पुलिस के मुताबिक जीशान सबसे पहले सोशल मीडिया के जरिए गैंगस्टर लॉरेंस के खास विक्रम बराड़ के संपर्क में आया। जीशान ने करीब 20 दिनों तक वॉट्सऐप पर विक्रम बराड़ से बातचीत की। अगस्त 2021 में विक्रम बराड़ ने जीशान को कोटकपूरा एरिया में जाने को कहा। इसके लिए जीशान में जानबूझकर घर में लड़ाई की, ताकि घरवालों को उसके जाने का दुख न हो। जीशान अपने 3 फोन और कपड़े लेकर घर से निकल गया। पैसे के लिए जीशान ने अपना एक फोन बेच दिया। सौरभ महाकाल ने 3 पिस्तौल दीं
जीशान कोटकपुरा पहुंचा और विक्रम बराड़ से बात की। कुछ देर बाद सुक्खी जैतों और भोला निहंग सिल्वर रंग की एक्सयूवी गाड़ी में जीशान को लेने आए। जिन्होंने उसके पास से फोन ले लिए और सिम को भी तोड़ दिया। दोनों फोनों को उसने कोटकपूरा में बेच दिया था। वह यहां भोला निहंग के घर रुके। यहां सौरभ महाकाल ने उसे तीन पिस्तौल दीं। सौरभ को विक्रम ने ही भेजा था। तरनतारन में चरणजीत सिंह की हत्या की
जीशान, सौरब महाकाल, भोला निहंग और सुक्खी जैतों के साथ एक्सयूवी में तरनतारन पहुंच गए। भोला निहंग ने एक घर के बाहर गाड़ी खड़ी की। जीशान भोला की बगल वाली सीट पर बैठा था। शाम के समय चाहल गांव में सुखी और महाकाल ने 7 गोलियां मारकर चरणजीत की हत्या कर दी। जीशान को बाद में पता चला कि वह एक दर्जी था, जिसकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद विक्रम बराड़ ने सभी फरीदकोट रेलवे स्टेशन के पास एक घर में ठहराया। एक रात इस घर में रहने के बाद अगले दिन वे सभी अलग-अलग बसों में नकोदर के अंकुश सभ्रवाल ​​​​से मिले और विशाल सभग्रवाल के साथ ऋषि नगर में आ गए। यहां वह किराए पर कमरा लेकर रहे। इसके बाद जीशान ने विशाल, अंकुश सभ्रवाल, सुक्खी, सौरभ महाकाल के साथ मिलकर कपूरथला के सुल्तानपुर में पेट्रोल पंप लूटा। यहां उन्होंने फायरिंग भी की। नकोदर में अपने ही जानकार से 30 लाख फिरौती मांगी
जीशान ने नकोदर के शंकर गांव में अपने एक जानकार से करीब 30 लाख रुपए फिरौती मांगी। जिससे फिरौती मांगी गई थी, उक्त व्यक्ति का नंबर जीशान ने विक्रम बराड़ को दिया था। व्यक्ति ने फिरौती देने से इनकार किया तो जीशान ने गैंगस्टर लॉरेंस से भी फोन कराया। जिसके बाद 3 सितंबर 2021 को बराड़ के कहने पर जीशान ने अंकुश, विशाल, रोहित समेत अन्य के साथ मिलकर व्यक्ति के घर के बाहर फायरिंग की। पंजाब में दो और राजस्थान में एक जगह की लूट
जीशान ने 25 सितंबर 2021 को अपने साथियों अमनदीप, शिवा, विशाल ​​फौजी, बेबी सुनयारा और मोहित शेहिता के साथ मिलकर जंडियाला और फगवाड़ा रोड पर एक कार देखी। अकेले व्यक्ति को देखकर इन 6 लोगों ने खुद की Sx4 कार खड़ी कर दी और उसकी कार पिस्तौल की नोक पर लूट ली। कुछ दूरी पर जाकर उन्होंने इस कार को सुनसान जगह पर खड़ा कर दिया। इसके 2 दिन बाद वह अपने साथियों के साथ राजस्थान के जोधपुर पहुंचा और वहां व्यक्ति से बाइक छीन ली। अगली वारदात उन्होंने मुकंदगढ़ में की। नवंबर 2021 में उन्होंने इनोवा गाड़ी लूटी और नकोदर लौट आए। इसे बाद 22 दिसंबर को शाहकोट में दूसरी इनोवा कार लूट ली। पहले लूटी हुई इनोवा कार को उन्होंने नकोदर में ही छोड़ दिया। पंजाब में 2 महीने रहने के बाद जीशान ने अपने साथियों के साथ मिलकर मोहाली और मोरिंडा में मेडिकल स्टोर पर 75 हजार रुपए की लूट की। लॉरेंस के हथियार सप्लायर के कहने से मध्यप्रदेश से लेकर आए 5 पिस्टल
लॉरेंस के हथियार सप्लायर गिरोह के मेन गुर्गे अनू पहलवान और पन्नू बड़ाला के कहने पर अप्रैल 2022 में जीशान मध्य प्रदेश के इंदौर से 5 पिस्टल लेकर आया। यहां से वह अपने साथियों के साथ कपूरथला चला आया। इसके बाद उसने पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में लॉरेंस के करीबी गैंगस्टर रवि बलाचौरिया और अन्य गैंगस्टरों से बातचीत की और उनके साथ कई बार मुलाकात की। फगवाड़ा में शिवसेना नेता की करनी थी हत्या
विक्रम बराड़ के कहने पर जीशान ने अपने साथियों के साथ मिलकर फगवाड़ा में शिवसेना नेता की रेकी की थी। रेकी के बाद विक्रम बराड़ ने तय किया कि हत्या करने के लिए अंकुश, जीशान, बेबी, सुकखी, महाकाल, विशाल सभ्रवाल, रोहित सहोता, रोहित कपूरथला जाएंगे। इसी बीच विक्रम बराड़ के घर पर पंजाब पुलिस की टीम ने छापेमारी कर दी। जिसके बाद हत्या का प्लान टाल दिया गया। बाद में जालंधर देहात पुलिस के तत्कालीन इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह कंबोज ने सौरभ महाकाल को छोड़कर जीशान और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद जून 2024 में वह जमानत पर जेल से बाहर आया था।   पंजाब | दैनिक भास्कर