आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद मालविंदर सिंह कंग ने बुधवार को चंडीगढ़ में भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी के एक नेता ने नशा तस्करी के एक मामले में आरोपी की जमानत करवाई है। उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस ने 29 मार्च को NDPS एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। उसकी जमानत पटियाला के वार्ड नंबर 40 के भाजपा नेता अनुज खोसला ने दी है। कंग ने कहा कि खोसला भाजपा नेता होने के साथ ही पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी हैं। उन्होंने इस संबंध में कुछ फोटो भी पत्रकारों को जारी किए। वहीं, BJP का कहना है कि पार्षद ने इलाके में रहने वाले व्यक्ति की वेरिफिकेशन की है। उन्होंने किसी की कोई को जमानत नहीं दी है। उन्होंने कहा कि अगर जमानत दी होगी तो पार्षद को पार्टी से निकाल देंगे। अगर ये दावा गलत निकला तो मालविंदर सिंह कंग इस्तीफा दे। बीजेपी की चुनौती के बाद आप हुई हमलावर हालांकि बीजेपी और आम आदमी पार्टी में यह जंग उस समय शुरू हुई। जब 27 तारीख शाम को एक प्रेस नेट पंजाब भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सांसद अविनाश राय खन्ना की तरफ से जारी किया गया था। इसमें कहा गया था कि पंजाब सरकार ने राज्य 31 मई 2025 तक नशा मुक्त करने का दावा किया था। लेकिन मुहिम को केवल चार दिन शेष रह गए है। लेकिन सुधार के बजाय, पंजाब नशे की महामारी से जूझ रहा है, जिसमें ओवरडोज से मौतें, तस्करी और बर्बाद परिवार बढ़ रहे हैं, खासकर सीमावर्ती जिलों में। “यह उल्टी गिनती लोगों का ऑडिट है।” खन्ना ने मुख्यमंत्री को 31 मई को सार्वजनिक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने और या तो सफलता का सबूत दिखाने या अपनी विफलता को स्वीकार करने की चुनौती दी है। पार्टी ने नशीली दवाओं की जब्ती, पुनर्वास डेटा और वास्तविक प्रगति पर एक श्वेत पत्र की भी मांग की। भाजपा ने कहा, “यह केवल एक अभियान नहीं है – यह एक चेतावनी है। पंजाब के युवा मर रहे हैं जबकि आप सरकार खोखले दावे कर रही है।” आप ने बीजेपी से पूछे चार सवाल आम आदमी पार्टी की तरफ से अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट डालकर लिखा है कि एक तरफ पंजाब सरकार ‘ड्रग्स पर युद्ध’ अभियान के तहत नशा तस्करों के खिलाफ मामले दर्ज कर उन्हें जेल में डाल रही है, वहीं दूसरी तरफ भाजपा अपने खास लोगों के जरिए नशा तस्करों के लिए बेल बांड भरवाकर जमानत दिलवा रही है। आम आदमी पार्टी और भाजपा की जनहितैषी और जनविरोधी नीतियों में यही अंतर है। भाजपा नेताओं को इन सवालों का जवाब देना चाहिए– क्या भाजपा नेता ड्रग तस्करों को ड्रग्स बेचने के लिए प्रोत्साहित करते हैं? क्या भाजपा पंजाब से ड्रग्स को खत्म नहीं करना चाहती?क्या भाजपा पंजाब और उसके युवाओं को बर्बाद करना चाहती है? क्या भाजपा को पटियाला पार्षद अनुज से अपने संबंध स्पष्ट करने चाहिए । आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद मालविंदर सिंह कंग ने बुधवार को चंडीगढ़ में भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी के एक नेता ने नशा तस्करी के एक मामले में आरोपी की जमानत करवाई है। उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस ने 29 मार्च को NDPS एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। उसकी जमानत पटियाला के वार्ड नंबर 40 के भाजपा नेता अनुज खोसला ने दी है। कंग ने कहा कि खोसला भाजपा नेता होने के साथ ही पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी हैं। उन्होंने इस संबंध में कुछ फोटो भी पत्रकारों को जारी किए। वहीं, BJP का कहना है कि पार्षद ने इलाके में रहने वाले व्यक्ति की वेरिफिकेशन की है। उन्होंने किसी की कोई को जमानत नहीं दी है। उन्होंने कहा कि अगर जमानत दी होगी तो पार्षद को पार्टी से निकाल देंगे। अगर ये दावा गलत निकला तो मालविंदर सिंह कंग इस्तीफा दे। बीजेपी की चुनौती के बाद आप हुई हमलावर हालांकि बीजेपी और आम आदमी पार्टी में यह जंग उस समय शुरू हुई। जब 27 तारीख शाम को एक प्रेस नेट पंजाब भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सांसद अविनाश राय खन्ना की तरफ से जारी किया गया था। इसमें कहा गया था कि पंजाब सरकार ने राज्य 31 मई 2025 तक नशा मुक्त करने का दावा किया था। लेकिन मुहिम को केवल चार दिन शेष रह गए है। लेकिन सुधार के बजाय, पंजाब नशे की महामारी से जूझ रहा है, जिसमें ओवरडोज से मौतें, तस्करी और बर्बाद परिवार बढ़ रहे हैं, खासकर सीमावर्ती जिलों में। “यह उल्टी गिनती लोगों का ऑडिट है।” खन्ना ने मुख्यमंत्री को 31 मई को सार्वजनिक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने और या तो सफलता का सबूत दिखाने या अपनी विफलता को स्वीकार करने की चुनौती दी है। पार्टी ने नशीली दवाओं की जब्ती, पुनर्वास डेटा और वास्तविक प्रगति पर एक श्वेत पत्र की भी मांग की। भाजपा ने कहा, “यह केवल एक अभियान नहीं है – यह एक चेतावनी है। पंजाब के युवा मर रहे हैं जबकि आप सरकार खोखले दावे कर रही है।” आप ने बीजेपी से पूछे चार सवाल आम आदमी पार्टी की तरफ से अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट डालकर लिखा है कि एक तरफ पंजाब सरकार ‘ड्रग्स पर युद्ध’ अभियान के तहत नशा तस्करों के खिलाफ मामले दर्ज कर उन्हें जेल में डाल रही है, वहीं दूसरी तरफ भाजपा अपने खास लोगों के जरिए नशा तस्करों के लिए बेल बांड भरवाकर जमानत दिलवा रही है। आम आदमी पार्टी और भाजपा की जनहितैषी और जनविरोधी नीतियों में यही अंतर है। भाजपा नेताओं को इन सवालों का जवाब देना चाहिए– क्या भाजपा नेता ड्रग तस्करों को ड्रग्स बेचने के लिए प्रोत्साहित करते हैं? क्या भाजपा पंजाब से ड्रग्स को खत्म नहीं करना चाहती?क्या भाजपा पंजाब और उसके युवाओं को बर्बाद करना चाहती है? क्या भाजपा को पटियाला पार्षद अनुज से अपने संबंध स्पष्ट करने चाहिए । पंजाब | दैनिक भास्कर
