पंजाब में पराली जलाने के मामलों में 70 फीसदी की कमी आई है। यह दावा पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने किया है। उनका कहना है कि 30 नवंबर खरीफ सीजन 2024 का अंतिम दिन था। इस समय में पराली जलाने के कुल 10,909 मामले सामने आए हैं। यह संख्या 2023-24 सीजन में दर्ज 36663 मामलों की तुलना में काफी कम है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने पराली जलाने के मामले में पंजाब सरकार को फटकार लगाई थी। वहीं, पराली के धुएं का मुद्दा इस बार सरहद पार पाकिस्तान तक पहुंचा था। पंजाब पाकिस्तान की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने तो इस गंभीर मुद्दे पर भारत पंजाब सीएम भगवंत मान को पत्र लिखने की बात कहीं थी। इस वजह से पराली जलाने के केस हुए कम मंत्री बताया कि पराली जलाने के कमी के लिए कई कारक है। एक तो फसल अवशेष प्रबंधन (सीआरएम) मशीनरी के बढ़ते उपयोग के कारण पराली जलाने के मामलों में यह कमी आई है। किसानों को सब्सिडी पर 22582 सीआरएम मशीनों के लिए मंजूरी पत्र जारी किए गए, जिनमें से 16,125 मशीनें किसानों द्वारा खरीदी जा चुकी हैं। इसके अलावा, छोटे और सीमांत किसानों की सीआरएम मशीनों तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए 722 कस्टमर हायरिंग सेंटर (सीएचसी) स्थापित किए गए हैं। कई पंच हुए थे संस्पेंड पराली जलाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट से भी पंजाब और पड़ोसी राज्य हरियाणा को लताड़ लग चुकी है। अदालत ने कहा कि वहां पर किसानों पर केवल नाम के लिए कार्रवाई हो रही है। इसके बाद जब सुप्रीम कोर्ट सख्त हुआ था तो 950 से किसानों पर कार्रवाई हुई। उनके खिलाफ एफआईआर तक दर्ज की गई थी। कई अधिकारियों को नोटिस हुए हैं। जबकि कई पंच सस्पेंड हुए। तर्क दिया कि वह गांवों को पराली जलाने से रोकने में नाकाम रहे हैं। पंजाब में पराली जलाने के मामलों में 70 फीसदी की कमी आई है। यह दावा पंजाब के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने किया है। उनका कहना है कि 30 नवंबर खरीफ सीजन 2024 का अंतिम दिन था। इस समय में पराली जलाने के कुल 10,909 मामले सामने आए हैं। यह संख्या 2023-24 सीजन में दर्ज 36663 मामलों की तुलना में काफी कम है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने पराली जलाने के मामले में पंजाब सरकार को फटकार लगाई थी। वहीं, पराली के धुएं का मुद्दा इस बार सरहद पार पाकिस्तान तक पहुंचा था। पंजाब पाकिस्तान की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने तो इस गंभीर मुद्दे पर भारत पंजाब सीएम भगवंत मान को पत्र लिखने की बात कहीं थी। इस वजह से पराली जलाने के केस हुए कम मंत्री बताया कि पराली जलाने के कमी के लिए कई कारक है। एक तो फसल अवशेष प्रबंधन (सीआरएम) मशीनरी के बढ़ते उपयोग के कारण पराली जलाने के मामलों में यह कमी आई है। किसानों को सब्सिडी पर 22582 सीआरएम मशीनों के लिए मंजूरी पत्र जारी किए गए, जिनमें से 16,125 मशीनें किसानों द्वारा खरीदी जा चुकी हैं। इसके अलावा, छोटे और सीमांत किसानों की सीआरएम मशीनों तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए 722 कस्टमर हायरिंग सेंटर (सीएचसी) स्थापित किए गए हैं। कई पंच हुए थे संस्पेंड पराली जलाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट से भी पंजाब और पड़ोसी राज्य हरियाणा को लताड़ लग चुकी है। अदालत ने कहा कि वहां पर किसानों पर केवल नाम के लिए कार्रवाई हो रही है। इसके बाद जब सुप्रीम कोर्ट सख्त हुआ था तो 950 से किसानों पर कार्रवाई हुई। उनके खिलाफ एफआईआर तक दर्ज की गई थी। कई अधिकारियों को नोटिस हुए हैं। जबकि कई पंच सस्पेंड हुए। तर्क दिया कि वह गांवों को पराली जलाने से रोकने में नाकाम रहे हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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320 बोतल अवैध शराब सहित 2 तस्कर काबू अमृतसर| विभिन्न थानों की पुलिस ने दो मामलों में 320 बोतल अवैध शराब और 15 लीटर अवैध शराब बरामद कर दो तस्करों को काबू किया है। थाना खिलचियां की पुलिस ने वडाला खुर्द में गश्त के दौरान आरोपी हरदीप सिंह निवासी थोथियां को काबू करके 15 लीटर अवैध शराब बरामद किया है। थाना लोपोके की पुलिस ने बताया कि गांव ठठा में नाकाबंदी के दौरान गाड़ी सवार आरोपी कुलजीत सिंह निवासी जेठूवाल को काबू करके 320 बोतल अवैध शराब बरामद की गई। संबंधित थानों की पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी है। आरोपियों का पुराना रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है।
गैंगस्टर नेहरा, जिसे फटी शर्ट में ले गई पुलिस:चंडीगढ़ के ASI का बेटा, लॉरेंस का भरोसेमंद; 2 बार सलमान खान को मारने पहुंचा
गैंगस्टर नेहरा, जिसे फटी शर्ट में ले गई पुलिस:चंडीगढ़ के ASI का बेटा, लॉरेंस का भरोसेमंद; 2 बार सलमान खान को मारने पहुंचा गैंगस्टर संपत नेहरा को हरियाणा पुलिस हिसार के हांसी में धमकी के एक केस में बठिंडा जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाई है। उसने 31 जुलाई 2023 को आधी रात को एक व्यक्ति को फिरौती के लिए धमकाया। यहां तक कि जब व्यक्ति ने कहा कि वह किसी संपत नेहरा को नहीं जानता तो गैंगस्टर ने वीडियो कॉल पर उससे बात की। जिसका स्क्रीनशॉट भी पुलिस तक पहुंचा। हरियाणा के केस में लाए जाने पर पंजाब की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद राजस्थान का रहने वाला कुख्यात गैंगस्टर संपत नेहरा एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। संपत नेहरा ने कुछ वक्त पहले राजस्थान में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या कराई थी। इसके पहले वह गैंगस्टर लॉरेंस के कहने पर 2 बार सलमान खान की हत्या करने भी पहुंच गया था। संपत को लॉरेंस का करीबी माना जाता है। जब राजस्थान पुलिस उसे रिमांड पर लेने आई तो वह सवा लाख के जूते और 18 हजार की पेंट पहने हुए था। पुलिस ने फिर उसे चप्पल और फटी शर्ट पहनाई। संपत नेहरा की पूरी कहानी पढ़ें… चंडीगढ़ के रिटायर्ड पुलिसकर्मी का बेटा संपत
संपत नेहरा राजस्थान के चूरू जिले के सादुलपुर में गांव कालरी का रहने वाला है। संपत के पिता चंडीगढ़ पुलिस में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर थे। वह चंडीगढ़ के DAV कॉलेज में पढ़ता था। संपत नेशनल लेवल डीकैथलॉन (हर्डल रेस) सिल्वर मेडलिस्ट भी रह चुका है। जिसमें उसे कई अवॉर्ड भी मिले। वह पढ़ाई में अच्छा था और उसकी कद-काठी भी अच्छी थी। उसके पिता की इच्छा थी कि ग्रेजुएशन के बाद वह पुलिस में भर्ती हो जाए। कॉलेज में लॉरेंस का जूनियर
संपत नेहरा डीएवी कॉलेज में लॉरेंस का जूनियर था। जहां वह लॉरेंस वाले छात्र संगठन स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी (SOPU) से भी जुड़ा रहा। संपत स्टूडेंट पॉलिटिक्स में भी काफी एक्टिव रहता था। इसी दौरान वह कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस के संपर्क में आया। इसी बीच उनका किसी छात्र नेता से झगड़ा हो गया। जिसके बाद उनकी क्राइम की दुनिया में एंट्री की नींव पड़ी। कार लूट केस में गिरफ्तार हुआ, कस्टडी से भागा
संपत नेहरा के स्टूडेंट से गैंगस्टर बनने की शुरुआत जनवरी 2016 में हुई। जब वह बंदूक की नोक पर कार लूटने के केस में गिरफ्तार हुआ। इसके बाद जून, 2017 को वह साथी कैदी के साथ पुलिसकर्मी की आंखों में मिर्ची पाउडर झोंककर फरार हो गया था। इसके बाद वह लॉरेंस का भरोसेमंद बन गया। संपत को गैंगवार, हथियार सप्लाई और हवाला मनी के मामले में एक्सपर्ट माना जाता है। इसके अलावा वह सटीक निशाने वाला शार्प शूटर माना जाता है। संपत ने 2 बार सलमान खान को मारने की कोशिश की 1. पहली बार पिस्तौल होने की वजह से नहीं मार सका
पुलिस सूत्रों की माने तो 2021 में लॉरेंस ने काले हिरण का शिकार का बदला लेने के लिए सलमान खान को मारने के लिए संपत नेहरा को सुपारी दी थी। प्लान के मुताबिक वह मुंबई भी पहुंच गया था। वह मुंबई के वाशी इलाके में रहा। जहां से उसने सलमान के घर यानी ‘गैलेक्सी अपार्टमेंट’ की रेकी की थी। संपत ने मौका देख कर सलमान पर गोली भी चलाने का प्लान बना लिया था। हालांकि, उसके पास जो पिस्तौल थी उससे दूर तक निशाना नहीं साधा जा सकता था। सलमान हमेशा बॉडीगार्ड से घिरे रहते हैं, इसलिए हमले के विफल होने की संभावना देख लॉरेंस के कहने पर संपत ने यह हमला कैंसिल कर दिया था। 2. दूसरी बार स्प्रिंग राइफल मंगाई, पर गिरफ्तार हो गया
पहली बार नाकामयाब होने के बाद संपत ने दूसरी बार सलमान खान पर हमला करने का प्लान बनाया। इस बार उसने अपने गांव के दिनेश फौजी के जरिए एक RK स्प्रिंग राइफल मंगवाई थी। ये राइफल लॉरेंस ने अपने जानकार अनिल पंड्या से 3-4 लाख में खरीदी थी, लेकिन जब राइफल दिनेश के पास थी, तभी वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उससे पूछताछ के बाद संपत नेहरा भी गिरफ्तार हो गया। तीन राज्यों का इनामी गैंगस्टर संपत नेहरा
संपत नेहरा हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के साथ दिल्ली में भी एक्टिव रहा। इन चारों जगह उस पर 65 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इसके अलावा गैरइरादतन हत्या, फिरौती और डकैती के भी केस चल रहे हैं। संपत पर हरियाणा पुलिस ने 1 लाख, राजस्थान और पंजाब पुलिस ने 50-50 हजार का इनाम रखा हुआ था। बठिंडा जेल से निकलते वक्त सवा लाख रुपए के जूते, 18 हजार की जींस पहने मिला
करीब 9 महीने पहले राजस्थान पुलिस संपत नेहरा को बठिंडा की हाई सिक्योरिटी जेल से रिमांड पर लेने आई थी। उस दौरान संपत के बाल काफी लंबे थे। संपत ने करीब सवा लाख रुपए के जूते पहने हुए थे। उसकी जींस लगभग 18 हजार रुपए की थी। वहीं टी-शर्ट करीब 4 हजार रुपए और जैकेट करीब 35 हजार रुपए का था। राजस्थान पुलिस नहीं चाहती थी कि बदमाश अच्छे लुक में आमजन के सामने आए। इसलिए राजस्थान पुलिस ने संपत को लाने के दौरान उसके बाल छोटे करा दिए। फिर उसके जूते उतरवाकर उसे चप्पल दी। कपड़े उतरवा कर उसे फटी हुई टी-शर्ट दे दी। पंजाब पुलिस को बताई थी गोगामेड़ी कत्ल की साजिश
राजस्थान में करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या में भी संपत नेहरा का नाम सामने आया। दरअसल, हत्या से पहले पंजाब की बठिंडा पुलिस ने हथियार तस्करी के केस में संपत नेहरा को प्रोडक्शन वारंट पर लिया था। इसी दौरान उसने अपने टारगेट के बारे में बताया। जिसमें सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का भी नाम था। जिसमें यह भी पता चला कि उसने गोगामेड़ी की हत्या के लिए AK-47 का भी इंतजाम कर लिया था। इस बारे में पंजाब पुलिस ने राजस्थान पुलिस को अलर्ट भी भेजा था। हालांकि गोगामेड़ी की हत्या के बाद उसकी जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग के गैंगस्टर रोहित गोदारा ने ली थी। ————————————– गैंगस्टरों से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा की फिरौती क्वीन,जो गैंगस्टर पति का गैंग चला रही:लॉरेंस के दुश्मन की पत्नी, 4 राज्यों की पुलिस ढूंढ रही; पहली बार फोटो सामने आई उत्तर भारत के 4 राज्यों में फिरौती क्वीन के नाम से मशहूर लेडी डॉन मनीषा चौधरी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। मनीषा लॉरेंस गैंग के दुश्मन बंबीहा गैंग के सिंडिकेट से जुड़े कौशल चौधरी की पत्नी है। गुरुग्राम पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने उसे हाल ही में एक होटल संचालक से 2 करोड़ फिरौती मांगने पर अरेस्ट किया है। पूरी खबर पढ़ें लॉरेंस के दुश्मन बंबीहा को पाकिस्तान से मिल रहे हथियार:NIA की रिपोर्ट- अर्श डल्ला मास्टरमाइंड, पंजाबी लड़कों को कनाडा में बना रहा टेररिस्ट 28 अक्टूबर को कनाडा पुलिस ने गैंगस्टर अर्श डल्ला को अरेस्ट कर लिया। अर्श को भारत ने आतंकी घोषित किया है। भारतीय जांच एजेंसी NIA की रिपोर्ट में दावा है कि वो न सिर्फ पंजाब के लड़कों को गैंगस्टर बना रहा था, बल्कि जॉब के बहाने कनाडा बुलाकर टेरर एक्टिविटी में भी शामिल कर रहा था। दैनिक भास्कर ने 90 पेज की इस रिपोर्ट को पढ़ा, तो कई चौंकाने वाली जानकारियां मिलीं। पूरी खबर पढ़ें कनाडा में गिरफ्तार अर्श डल्ला पर भारत में 70 FIR:बदमाश की हत्या कर मोस्ट वांटेड गैंगस्टर-आतंकी बना, राजस्थानी लड़की से पेपर मैरिज कर फरार खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला इस वक्त पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसा इसलिए, क्योंकि कनाडा के हॉल्टन में हुई शूटिंग के मामले में उसकी गिरफ्तारी की चर्चा है। हालांकि, इसकी पुष्टि किसी ने नहीं की। अर्श डल्ला आखिरकार है कौन, जिसने भारत सरकार और पंजाब सरकार का सिर दर्द बढ़ाया हुआ है? कैसे गैंगस्टर बना? कैसे विदेश भागा और परिवार क्या करता है? गिरफ्तारी की चर्चा के बाद ये सभी सवाल लोगों के दिमाग में उठ रहे हैं। पूरी खबर पढ़ें
लुधियाना में आज चुनाव प्रचार पर ब्रेक:शाम 6 बजे के बाद ढोल धमाका बंद,सिर्फ डोर टू डोर की अनुमति,380 पोलिंग स्टेशन संवेदनशील
लुधियाना में आज चुनाव प्रचार पर ब्रेक:शाम 6 बजे के बाद ढोल धमाका बंद,सिर्फ डोर टू डोर की अनुमति,380 पोलिंग स्टेशन संवेदनशील लोक सभा चुनाव को लेकर पंजाब में 1 जून को वोटिंग होगी। इस दिन को प्रशासन ने गजेटेड हॉलीडे/पब्लिक हॉलीडे/पेड हॉलीडे घोषित किया है। सेक्शन-113 एसबी के तहत बिजनेस, ट्रेड, इंडस्ट्रियल अंडरटेकिंग और अन्य इस्टेबलिशमेंट में काम करने वाले हर व्यक्ति को मतदान का अधिकार है, ऐसे में 1 जून को अवकाश के तहत सभी सरकारी कार्यालयों, शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। साथ ही सभी इंडस्ट्रीज वाले, शॉप आदि में शिफ्ट वेजेस, डेली वेजेस, कैशुअल वर्कर आदि का पेड हॉलीडे रहेगा। 7वें चरण के मतदान से पहले चुनावी शोर (ढोल धम्मका) आज शाम 6 बजे से लुधियाना में थम जाएगा। रोड शो,जनसभा,जुलूस सभी कार्यक्रमों पर पूरी तरह से रोक लग गई है। चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद शहर में शांत माहौल आज बन जाएगा। 48 घंटे पहले बंद हो जाती रैलियां और रोड शो वोटिंग से 48 घंटे पहले तक के समय को साइलेंस पीरियड में गिना जाता है। इस दौरान चुनाव आयोग की तरफ से राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को प्रचार-प्रसार की अनुमति नहीं होती। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 126 के तहत यह समय सीमा वोटिंग के बाद स्वतः: समाप्त हो जाती है। शहर में सुरक्षा प्रबंध पूरा किए जा रहे है। डोर टू डोर वोट मांग सकेंगे प्रत्याशी
राज नेताओं से लेकर हर प्लेटफॉर्म से यह अपेक्षा की जाती है कि वे साइलेंस पीरियड लागू होने पर मतदाताओं को प्रभावित करने से बचें। आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, इस समय सीमा के लिए जिला मजिस्ट्रेट गैरकानूनी सभाओं, सार्वजनिक बैठक, लाउड स्पिकर के उपयोग पर प्रतिबंध और सभाओं को 5 से कम लोगों तक सीमित रखने को लेकर निर्देश जारी करता है। शहर में इन चीजों पर रह सकता प्रतिबंध
लुधियाना में आज शाम से साइलेंस पीरियड शुरू होने के बाद टेलीविजन या अन्य प्लेटफॉर्म पर चुनाव से संबंधित किसी भी तरह के सर्वे चलाने पर प्रतिबंध हो सकता है। धारा-126 के तहत ऐसे किसी भी काम की इजाजत नहीं होगी, जिससे चुनाव का रिजल्ट प्रभावित हो। इस दौरान इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के माध्यम से राजनीतिक विज्ञापन भी नहीं चलेंगे। चुनाव आयोग के अनुसार साइलेंस पीरियड के समय घर-घर जाकर (डोर-टू-डोर) चुनाव प्रचार करने की अनुमित होती है। इन नियमों पर होगी सख्ती
-कोई भी सियासी शख्स जो उस लोकसभा सीट का वोटर नहीं है, साथ ही सांसद या विधायक भी नहीं है, वो उस लोकसभा सीट में नहीं रुक सकता है
-चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद चुनाव वाले राज्यों के बीच की सीमाएं भी सील रहेंगी
-राज्य की सुरक्षा हासिल करने वाले सियासी शख्स यदि लोकसभा सीट के वोटर्स है, तो वो अपने वोटिंग राइट्स का उपयोग करने के बाद क्षेत्र में नहीं घूम सकते है।
-प्रिट मीडिया में सियासी विज्ञापन भी जांच के बाद छापा जा सकता लोकसभा लुधियाना में है 2921 मतदान केंन्द्र
कुल मतदान केंद्रों की संख्या 2919 थी जिसमें दो मतदान केंद्रों की संख्या को बढ़ाया गया है। अब इनकी संख्या 2921 हो गई है। वहीं, संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या 363 है। मतदान केंद्रों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे है। संवेदनशील मतदान केंद्रों में पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती रहेगी। अन्य मतदान केंद्रों में भी सुरक्षाकर्मी हर गतिविधियों पर नजर रखेंगे। माइक्रो आब्जर्वर मतदान केंद्रों में तैनात किए जाएंगे। पंजाब की 13 लोकसभा सीट पर मतदान केंद्रों की लिस्ट तैयार की जा रही है। इनमें संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या पांच हजार तक पहुंच गई है। पंजाब में करीब 24000 मतदान केंद्र हैं। पंजाब में सुरक्षा बलों की 35 से अधिक कंपनियां आमद कर चुकी हैं। लुधियाना में 380 पोलिंग स्टेशन संवेदनशील
बीते दिनों महानगर में पोलिंग बूथों का भी अधिकारियों ने निरीक्षण किया। जिला प्रशासन के रिकार्ड मुताबिक खन्ना के इलाके में 28 संवेदनशील पोलिंग स्टेशन है। समराला में 21 प्रतिशत पोलिंग स्टेशन संवेदनशील है। देहाती इलाके में कुल 50 प्रतिशत ऐसे पोलिंग स्टेशनों की पहचान की गई है, जहां अतिरिक्त फोर्स तैनात की जाएगी। लुधियाना में कुल 380 पोलिंग स्टेशन संवेदनशील और अति संवेदनशील है। शहर का करीब 26 प्रतिशत इलाका संवेदशील श्रेणी में है। चुनाव कंट्रोल सेंटर पर होगी वैबकास्टिंग
बीते दिन डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने कहा कि चुनाव कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण बारीकी से किया जा रहा है। 2921 पोलिंग सेंटरों पर वैबकास्टिंग करवाई जाएगी। प्रत्येक पोलिंग स्टेशन से लाइव स्ट्रीमिंग होगी। सी-विजील पर शिकायतें, ऑनलाइन और टैलीफोनिक शिकायतें,EVM/ पोलिंग पार्टियों को लेकर जाने वाले वाहनों की जीपीएस निगरानी, हेल्पलाइन 1950,पुलिस और सीपीएफ द्वारा नाके,एस.टी.एफ द्वारा विशेष नाके,एफ.एस.टी और एस.एस.टी द्वारा निरंतर चैकिंग की जा रही है। किसी भी तरह की शिकायत मिलने पर क्विक रिस्पॉन्स टीम को तुरंत भेजा जा रहा है। वोट डालने आए वोटरों की संख्या पर आयोग रखेगा नजर
चुनाव अधिकार ने बताया कि पोलिंग स्टेशनों की लाइव स्ट्रीमिंग होगी जिस के जरिए प्रशासन लाइनों में खड़े वोटरों की संख्या, रियल टाइम में पोलिंग प्रक्रिया पर नजर रखेगा और कंट्रोल रूम के जरिए पूरी पोलिंग प्रक्रिया की निगरानी करेगा। सभी पोलिंग स्टेशनों के विजुअल का लगातार प्रसारण बनाए रखने के लिए हाई-स्पीड इंटरनेट के साथ हाई-रेजोलीउशन वेबकेम जुड़े होगे। शहर में 4 हजार से अधिक जवान तैनात रहेंगे। चुनाव से 48 घंटे पहले ड्रोन से भी निगरानी रखी जाएगी।