पंजाब सरकार ने पूर्व IAS करनैल सिंह को पंजाब राज्य पावर रेगुलेटरी कमीशन का सेक्रेटरी नियुक्त किया है। उन्होंने इस पद को संभाल लिया है। शुरू में उनका कार्यकाल 3 साल के लिए रहेगा। हालांकि बाद में इसे बढ़या जा सकता है। जो कि 5 वर्ष तक हो सकता है। करनैल सिंह ने कुछ दिन पहले VRS ली थी, हालांकि सितंबर में उनकी रिटायरमेंट थी। उन्होंने इस मौके कहा था कि उनके पास अपनी सेवाकाल का अच्छा अनुभव है। ऐसे में परिवार के साथ समय बिताना चाहता हूं। राजनीति में आने की कोई दिलचस्पी नहीं है। पंजाब सरकार ने पूर्व IAS करनैल सिंह को पंजाब राज्य पावर रेगुलेटरी कमीशन का सेक्रेटरी नियुक्त किया है। उन्होंने इस पद को संभाल लिया है। शुरू में उनका कार्यकाल 3 साल के लिए रहेगा। हालांकि बाद में इसे बढ़या जा सकता है। जो कि 5 वर्ष तक हो सकता है। करनैल सिंह ने कुछ दिन पहले VRS ली थी, हालांकि सितंबर में उनकी रिटायरमेंट थी। उन्होंने इस मौके कहा था कि उनके पास अपनी सेवाकाल का अच्छा अनुभव है। ऐसे में परिवार के साथ समय बिताना चाहता हूं। राजनीति में आने की कोई दिलचस्पी नहीं है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
पंजाब में BJP के 3 उम्मीदवारों की घोषणा:तीनों ही पार्टी बदलकर आए, इनमें पूर्व वित्तमंत्री मनप्रीत बादल भी; एक सीट होल्ड की
पंजाब में BJP के 3 उम्मीदवारों की घोषणा:तीनों ही पार्टी बदलकर आए, इनमें पूर्व वित्तमंत्री मनप्रीत बादल भी; एक सीट होल्ड की पंजाब की 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए BJP ने 3 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इनमें डेरा बाबा नानक से रविकरण काहलों, गिद्दड़बाहा से मनप्रीत सिंह बादल और बरनाला से केवल ढिल्लो को उम्मीदवार घोषित किया गया है। हालांकि चब्बेवाल पर अभी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है। मनप्रीत बादल पहले अकाली दल में थे। वह अकाली दल-भाजपा गठबंधन और कांग्रेस की सरकार में वित्तमंत्री रह चुके हैं। इसके बाद उन्होंने भाजपा जॉइन की थी। वहीं रविकरण काहलों भी अकाली दल से भाजपा में आए हैं। बरनाला से उम्मीदवार केवल ढिल्लो कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे। BJP से पहले आम आदमी पार्टी चारों सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। इनमें गिद्दड़बाहा से हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लो, बरनाला से हरिंदर सिंह धालीवाल, चब्बेवाल से इशांक सिंह चब्बेवाल और डेरा बाबा नानक से गुरदीप सिंह रंधावा को टिकट दी गई है। कांग्रेस और अकाली दल ने अभी उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं। मनप्रीत गिद्दड़बाहा से पहले भी MLA रह चुके
1995 में गिद्दड़बाहा से अकाली दल की टिकट पर चुनाव जीत विधानसभा में पहुंचे। 1997, 2002 और 2007 में गिद्दड़बाहा से चुने गए। 2007 में तत्कालीन CM प्रकाश सिंह बादल ने उन्हें वित्तमंत्री बनाया। अपने ही चाचा और प्रकाश सिंह बादल के साथ विवाद के बाद 2011 में पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब पार्टी बनाई। 2012 में चुनाव लड़ा लेकिन हार गए। 2016 में कांग्रेस जॉइन की। 2017 में बठिंडा शहरी से जीते। 2022 में बठिंडा शहरी से हार के बाद 2023 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। 19 जनवरी 2023 को भाजपा जॉइन की। दिग्गज अकाली नेता निर्मल काहलों के बेटे हैं रविकरण
डेरा बाबा नानक सीट से उम्मीदवार बनाए गए रविकरण काहलों के परिवार का पंजाब की सियासत में अहम स्थान रहा है। उनके पिता निर्मल सिंह काहलों वर्ष 2007 से 2012 तक प्रकाश सिंह बादल की अगुआई वाली अकाली-भाजपा सरकार के दौरान पंजाब विधानसभा के स्पीकर रहे। निर्मल काहलों 1997 से 2022 तक पंजाब में मंत्री भी रहे। 16 जुलाई 2022 को निर्मल सिंह काहलों का 79 साल की उम्र में निधन हो गया था।
वर्ष 2022 में हुए पंजाब विधानसभा चुनाव में अकाली दल ने डेरा बाबा नानक सीट से रविकरण काहलों को टिकट दिया था लेकिन वह जीत नहीं पाए। पिछले दिनों सुच्चा सिंह लंगाह की शिरोमणि अकाली दल में वापसी होने के बाद रविकरण काहलों अकाली दल छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी हैं ढिल्लों
बरनाला सीट से भाजपा का टिकट पाने वाले केवल सिंह ढिल्लों की गिनती पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी लोगों में होती है। वह 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव के बाद 4 जून 2022 को कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा जॉइन की थी। केवल सिंह ढिल्लों दो बार बरनाला के विधायक रह चुके हैं। उन्होंने 2007 और 2012 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता। 2017 में वह आम आम आदमी पार्टी (AAP) के गुरमीत सिंह मीत हेयर के सामने तकरीबन 2300 वोट से हार गए। कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव में केवल सिंह ढिल्लों को संगरूर सीट से टिकट दिया लेकिन वह भगवंत मान के सामने हार गए। केवल सिंह ढिल्लों 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में भी बरनाला सीट से टिकट के दावेदार थे लेकिन हाईकमान ने उनकी जगह ऑल इंडिया कांग्रेस के तत्कालीन कोषाध्यक्ष पवन बांसल के बेटे मनीश बंसल को उम्मीदवार बना दिया। उसके बाद ढिल्लों नाराज होकर पूरे चुनाव के दौरान घर बैठे रहे। तत्कालीन सीएम चरणजीत सिंह चन्नी उन्हें मनाने घर भी गए थे। उसके बाद कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में ढ़िल्लों को पार्टी से निकाल दिया। इसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए। उम्मीदवारों की लिस्ट… 4 हलकों में 6.96 लाख लोग करेंगे मतदान
पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी. सिबन ने बताया कि 10 अक्टूबर तक चारों विधानसभा क्षेत्रों में कुल मतदाताओं की संख्या 6,96,316 है। इनमें कुल 831 मतदान केंद्र बनाए जांएगे। डेरा बाबा नानक में 1,93,268 मतदाता हैं। यहां 241 मतदान केंद्र हैं। चब्बेवाल (SC) में मतदाताओं की संख्या 1,59,254 है। यहां 205 मतदान केंद्र होंगे। गिद्दड़बाहा में कुल मतदाताओं की संख्या 1,66,489 है। यहां 173 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे। बरनाला में 1,77,305 मतदाता हैं। यहां 212 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे। लोकसभा चुनाव के बाद खाली हुईं ये सीटें
पंजाब की इन चारों सीटों के विधायक अब सांसद बन गए हैं। उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा भी दे दिया है। बरनाला से विधायक रहे गुरमीत सिंह मीत हेयर अब संगरूर से सांसद हैं। वहीं, गिद्दड़बाहा से विधायक रहे अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग अब लुधियाना से सांसद हैं। उधर, राजकुमार चब्बेवाल चब्बेवाल विधानसभा से विधायक थे। अब वह होशियारपुर से सांसद चुन लिए गए हैं। वहीं, डेरा बाबा नानक से विधायक रहे सुखजिंदर सिंह रंधावा अब गुरदासपुर से सांसद बन गए हैं। हम इस खबर को अपडेट कर रहे हैं….
गिद्दड़बाहा में फिर एक्टिव हुए राजा वड़िंग:पत्नी अमृता ने भी शुरू की बैठकें; अकाली दल से सुखबीर बादल नहीं होंगे उम्मीदवार
गिद्दड़बाहा में फिर एक्टिव हुए राजा वड़िंग:पत्नी अमृता ने भी शुरू की बैठकें; अकाली दल से सुखबीर बादल नहीं होंगे उम्मीदवार जालंधर वेस्ट विधानसभा उप चुनाव के बाद अब पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने अपनी पूर्व सीट गिद्दड़बाहा का रुख कर लिया है। अनुमान है कि आने वाले 5 महीनों के भीतर पंजाब विधानसभा की 4 सीटों पर उप-चुनाव होंगे। लुधियाना से सांसद चुने जाने के बाद राजा वड़िंग की गृह सीट अब खाली हो चुकी है। जालंधर में कांग्रेस की हार के बाद अब राजा वड़िंग अपनी इस सीट पर रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। सिर्फ अमरिंदर सिंह ही नहीं, उनकी पत्नी अमृता वड़िंग ने भी उनके साथ गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट का रुख किया है। वे भी पूरी तरह से गिद्दड़बाहा में सक्रिय हो गई हैं। अभी तक अनुमान यही लगाया जा रहा है कि अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग हाईकमान से इस सीट के लिए अपनी पत्नी अमृता वड़िंग के लिए टिकट मांगेंगे। पिछले कुछ दिनों में इस विधानसभा क्षेत्र में अमृता वड़िंग को अपने पति के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में देखी जा रहा है। अमृता ने दो बार यहां के कुछ गांवों का दौरा किया है। इसी तरह, राजा वड़िंग वर्करों के साथ बैठकें कर रहे हैं। अमृत वड़िंग जानती हैं गिद्दड़बाहा क्षेत्र को अमृता वड़िंग इस क्षेत्र में पहले भी सक्रिय रही हैं। पति के विधायक होते समय अमृता वड़िंग उनकी अनुपस्थिति में इस हलके के कामकाज देखती थी। इसके अलावा उनकी तरफ से चलाई जा रही संस्था आसरा फाउंडेशन के जरिए वे लोगों के बीच एक्टिव रही हैं। लुधियाना चुनाव जीतने के बाद कई इंटरव्यू में राजा वड़िंग स्पष्ट कर चुके हैं कि गिद्दरबाहा के लोगों ने उन्हें बहुत प्यार है और वे उन्हें छोड़ नहीं सकते। गिद्दड़बाहा का वे दौरा करते रहेंगे और लोगों से प्रतिक्रिया प्राप्त करते रहेंगे। गिद्दड़बाहा में कांग्रेस तीसरे नंबर पर पहुंची लोकसभा चुनावों की बात करें तो गिद्दड़बाहा विधानसभा फरीदकोट जिले में आती है। लोकसभा में पड़ी वोटों के अनुसार कांग्रेस गिद्दड़बाहा में तीसरे नंबर पर लुढ़क गई। चुनाव जीतकर सांसद बने सर्बजीत सिंह खालसा को गिद्दड़बाहा से 32,423 वोट, आप उम्मीदवार कर्मजीत अनमोल को 20,310 और कांग्रेस की अमरजीत कौर साहोके को 20,273 वोट ही मिले थे। गिद्दड़बाहा से सुखबीर बादल नहीं लड़ना चाहते चुनाव गिद्दड़बाहा हलके को राजा वड़िंग के साथ-साथ अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल का गढ़ भी माना जाता है, लेकिन इस बार सुखबीर बादल यहां से चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं। अकाली दल के गिद्दड़बाहा हलका प्रभारी हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों भी हलके का दौरा कर रहे हैं। एक इंटरव्यू में हरदीप डिंपी ने पहले ही साफ कर दिया था कि अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल यह उप चुनाव नहीं लड़ेंगे। प्रधानमंत्री बाजेके भी चुनाव लड़ने के इच्छुक लोकसभा चुनावों में सर्बजीत सिंह खालसा के जीतने के बाद खालिस्तान समर्थक भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके भी इस चुनाव को लड़ने के इच्छुक हैं। अमृतपाल की जेल में रहकर जीत के बाद भगवंत सिंह प्रधानमंत्री बाजेके भी डिब्रूगढ़ जेल से ये चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं।
320 बोतल अवैध शराब सहित 2 तस्कर काबू
320 बोतल अवैध शराब सहित 2 तस्कर काबू अमृतसर| विभिन्न थानों की पुलिस ने दो मामलों में 320 बोतल अवैध शराब और 15 लीटर अवैध शराब बरामद कर दो तस्करों को काबू किया है। थाना खिलचियां की पुलिस ने वडाला खुर्द में गश्त के दौरान आरोपी हरदीप सिंह निवासी थोथियां को काबू करके 15 लीटर अवैध शराब बरामद किया है। थाना लोपोके की पुलिस ने बताया कि गांव ठठा में नाकाबंदी के दौरान गाड़ी सवार आरोपी कुलजीत सिंह निवासी जेठूवाल को काबू करके 320 बोतल अवैध शराब बरामद की गई। संबंधित थानों की पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी है। आरोपियों का पुराना रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है।