पंजाब में लोकसभा चुनाव में 13-0 का मिशन फेल होने के बाद बुधवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल से तिहाड़ जेल मीटिंग की है। यह मीटिंग करीब बीस मिनट तक चली है। इस दौरान संगठन महासचिव संदीप पाठक और सुनीता केजरीवाल भी मौजूद रहीं। दूसरी तरफ पार्टी का कहना है कि पंजाब सरकार के मंत्रिमंडल में किसी का कोई फेरबदल नहीं होने जा रहा है। इस तरह की पार्टी ने कोई तैयारी नहीं की है। आप महासचिव हरचंद सिंह बरसट ने यह जानकारी दी है। मुख्यमंत्री हलका वाइज कर रहे है मीटिंग इससे पहले, मुख्यमंत्री भगवंत लोकसभा हलका वाइज विधायकों, नेताओं व उम्मीदवारों से मीटिंग कर हारने के कारणों पर मंथन कर चुके हैं। वहीं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. संदीप पाठक ने भी विधायकों से मीटिंग की। मोहाली में 15 विधायकों से मीटिंग की दूसरी तरफ संदीप पाठक की अगुवाई में मीटिंग मोहाली में हुई थी। इस बैठक में गुरप्रीत सिंह बनावाली, देविंदर सिंह लाडी धोस, हरमीत सिंह पठानमाजरा, अशोक पराशर पप्पी, दलजीत सिंह ग्रेवाल भोला, वीरेंद्र गोयल और रवजोत सिंह शामिल थे। इतना ही नहीं, यहां अमृतसर सेंट्रल के विधायक अजय गुप्ता भी थे। उन्होंने पहले नशे जैसे मुद्दे पर अपनी सरकार पर सवाल उठाए थे। हालांकि बाद में पीछे हट गए थे। इसमें हर मुद्दे पर मंथन हुआ। साथ ही भविष्य को लेकर रणनीति तैयार की गई। 42 से 26 फीसदी पर पहुंचा वोट शेयर
लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 13 लोकसभा सीटों में से केवल 3 पर जीत हासिल की है। इनमें संगरूर से गुरमीत सिंह मीत हेयर, आनंदपुर साहिब से मालविंदर कंग और होशियारपुर से राजकुमार चब्बेवाल का नाम है। 4 मंत्रियों को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। इसी तरह 3 विधायकों को हार का मुंह देखना पड़ा। 2022 के विधानसभा चुनाव में AAP ने 117 सीटों में 92 सीटें जीतकर इतिहास रचा था। उस समय पार्टी का वोट शेयर 46 फीसदी के करीब रहा था, जो कि अब कम होकर 26 फीसदी रह गया है। वहीं, कांग्रेस का वोट शेयर AAP से आगे निकल गया। जबकि भाजपा करीब 19 फीसदी वोट बैंक के साथ तीसरे नंबर पर पहुंच गई है। गुरमीत सिंह हेयर जाएंगे संसद में पंजाब सरकार के मंत्रिमंडल में कुल 17 मंत्री बनाए जा सकते हैं। गुरमीत सिंह मीत हेयर के मंत्री बनने के बाद एक पद खाली हो गया है। इस समय मुख्यमंत्री भगवंत मान के अलावा 15 मंत्री हैं। इनमें हरपाल सिंह चीमा, अमन अरोड़ा, बलजीत कौर, गुरमीत सिंह मीत हेयर, कुलदीप सिंह धालीवाल, डॉ बलबीर सिंह, ब्रह्म शंकर जिंपा, लाल चंद कटारूचक्क, लालजीत सिंह भुल्लर, हरजोत सिंह बैंस, हरभन सिंह ईटीओ, चेतन सिंह जौड़ामाजरा, अनमोल गगन मान, बलकार सिंह और गुरमीत सिंह खुडि्डयां का नाम हैं। पंजाब में लोकसभा चुनाव में 13-0 का मिशन फेल होने के बाद बुधवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल से तिहाड़ जेल मीटिंग की है। यह मीटिंग करीब बीस मिनट तक चली है। इस दौरान संगठन महासचिव संदीप पाठक और सुनीता केजरीवाल भी मौजूद रहीं। दूसरी तरफ पार्टी का कहना है कि पंजाब सरकार के मंत्रिमंडल में किसी का कोई फेरबदल नहीं होने जा रहा है। इस तरह की पार्टी ने कोई तैयारी नहीं की है। आप महासचिव हरचंद सिंह बरसट ने यह जानकारी दी है। मुख्यमंत्री हलका वाइज कर रहे है मीटिंग इससे पहले, मुख्यमंत्री भगवंत लोकसभा हलका वाइज विधायकों, नेताओं व उम्मीदवारों से मीटिंग कर हारने के कारणों पर मंथन कर चुके हैं। वहीं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. संदीप पाठक ने भी विधायकों से मीटिंग की। मोहाली में 15 विधायकों से मीटिंग की दूसरी तरफ संदीप पाठक की अगुवाई में मीटिंग मोहाली में हुई थी। इस बैठक में गुरप्रीत सिंह बनावाली, देविंदर सिंह लाडी धोस, हरमीत सिंह पठानमाजरा, अशोक पराशर पप्पी, दलजीत सिंह ग्रेवाल भोला, वीरेंद्र गोयल और रवजोत सिंह शामिल थे। इतना ही नहीं, यहां अमृतसर सेंट्रल के विधायक अजय गुप्ता भी थे। उन्होंने पहले नशे जैसे मुद्दे पर अपनी सरकार पर सवाल उठाए थे। हालांकि बाद में पीछे हट गए थे। इसमें हर मुद्दे पर मंथन हुआ। साथ ही भविष्य को लेकर रणनीति तैयार की गई। 42 से 26 फीसदी पर पहुंचा वोट शेयर
लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 13 लोकसभा सीटों में से केवल 3 पर जीत हासिल की है। इनमें संगरूर से गुरमीत सिंह मीत हेयर, आनंदपुर साहिब से मालविंदर कंग और होशियारपुर से राजकुमार चब्बेवाल का नाम है। 4 मंत्रियों को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। इसी तरह 3 विधायकों को हार का मुंह देखना पड़ा। 2022 के विधानसभा चुनाव में AAP ने 117 सीटों में 92 सीटें जीतकर इतिहास रचा था। उस समय पार्टी का वोट शेयर 46 फीसदी के करीब रहा था, जो कि अब कम होकर 26 फीसदी रह गया है। वहीं, कांग्रेस का वोट शेयर AAP से आगे निकल गया। जबकि भाजपा करीब 19 फीसदी वोट बैंक के साथ तीसरे नंबर पर पहुंच गई है। गुरमीत सिंह हेयर जाएंगे संसद में पंजाब सरकार के मंत्रिमंडल में कुल 17 मंत्री बनाए जा सकते हैं। गुरमीत सिंह मीत हेयर के मंत्री बनने के बाद एक पद खाली हो गया है। इस समय मुख्यमंत्री भगवंत मान के अलावा 15 मंत्री हैं। इनमें हरपाल सिंह चीमा, अमन अरोड़ा, बलजीत कौर, गुरमीत सिंह मीत हेयर, कुलदीप सिंह धालीवाल, डॉ बलबीर सिंह, ब्रह्म शंकर जिंपा, लाल चंद कटारूचक्क, लालजीत सिंह भुल्लर, हरजोत सिंह बैंस, हरभन सिंह ईटीओ, चेतन सिंह जौड़ामाजरा, अनमोल गगन मान, बलकार सिंह और गुरमीत सिंह खुडि्डयां का नाम हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर