खनन के मुद्दे पर पंजाब सरकार के मंत्री लाल चंद कटारूचक और शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के बीच जंग शुरू हो गई है। मंत्री ने बिक्रम सिंह मजीठिया से कहा है कि वह सोशल मीडिया पर उनके बारे में की गई पोस्ट को दो दिन के अंदर हटा दें। नहीं तो वह कानूनी कार्रवाई करेंगे। मंत्री का कहना है कि रेत खनन को लेकर उनके गलत नाम का इस्तेमाल कर पोस्ट की गई है। ऐसा करके मजीठिया अपने ऊपर लगे ड्रग तस्करी के आरोपों से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। उनकी असलियत बच्चा-बच्चा जानता है। ऐसे शुरू हुआ था विवाद दरअसल, इस विवाद की शुरुआत 30 मई को उस समय हुई थी, जब शिरोमणि अकाली दल के नेता ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट डाली। साथ ही 1.8 मिनट का एक वीडियो शेयर किया। इसमें माइनिंग होती दिख रही थी। पोकलेन व टिपर आदि दिख रहे थे। मजीठिया ने पोस्ट में लिखा था – पंजाब में अवैध खनन हो रहा है। गांव शाहपुर गोपी, पुलिस थाना तारागढ़, जिला पठानकोट में। मंत्री कटारूचक की शह पर अवैध खनन हो रहा है। आखिर में उन्होंने लिखा था भगवंत मान जी कहां गए? रेत खनन से खजाना भरने का दावा था। खजाना अभी भी भर रहा है, लेकिन पंजाब का नहीं, बल्कि आम आदमी पार्टी के नेताओं का भर रहा है। मंत्री ने छह मिनट में पांच प्वाइंटों से दिया जवाब इसके बाद ही इसी मामले को लेकर मंत्री कटारूचक ने पोस्ट डाली। उन्होंने छह मिनट का एक वीडियो अपने सोशल मीडिया पोस्ट में डाला। इसमें करीब पांच प्वाइंट उनकी तरफ से उठाए गए हैं, जो कि इस प्रकार है – 1. मेरे पर माइनिंग के आरोप लगाए मंत्री ने कहा कि वह शाहपुर गोपी माइनिंग साइट पर वह खड़े हैं। दो दिन पहले शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने अपने अकाउंट से एक पोस्ट शेयर की है। जिसमें जिक्र किया है माइनिंग हो रही है। टिप्पर व ट्रालियां जा रही है। नेता ने मेरा नाम लेकर कहा कि यह अवैध माइनिंग मंत्री लाल चंद कटारूचक करवा रहा है। मोटे तौर पर यह कोशिश की है कि भाेआ हलके यह अवैध मानइिंग हाे रही है और मंत्री कटारूचक करवा रहा है। 2. मसटंडो जैसा कर रहा व्यवहार मंत्री ने कहा कि दूसरा, बिक्रम सिंह मजीठिया की बात का जवाब देने का दिल नहीं करता है। क्योंकि वह हलका और दिमागी तौर पर बौना इंसान है। जिसे राजनीति का ए बी नहीं पता। यह इस तरह राजनीतिक व्यवहार कर रहा है, जैसे गलियों के मसटंडे करते हैं। वह तो मैं जवाब देना नहीं चाहता था, लेकिन पोस्ट में मेरा नाम लिखा गया था।
3. अवैध नहीं लीगल साइट, 46 ने दी बोली
शाहपुर गोपी और गोल माइनिंग साइट की लीगल तरीके से मार्च में बोली हुई। जिसके कागज मेरे हाथ में हैं। मैं यह बताना चाहता हूं कि बोली में 46 बिडर ने हिस्सा लिया। वहीं, एक कंपनी का नाम लिया गया, जिसने यह साइट खरीदी है 4. नशा पंजाब के घर-घर किसने पहुंचाया मजीठिया, जिसे बच्चा-बच्चा जानता है। पंजाब में नशा और चिट्टा घर-घर किसने पहुंचाया, यह सारा पंजाब जानता है। आपके खिलाफ केस भी बना है। आप केस भुगत रहे हैं। नशे के मामले में जेल जाकर आए हो। आप तो पंजाब की तबाही के लिए जिम्मेदार हो। उस जिम्मेदारी से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए कर रहे हो। आप पंजाब सरकार की नशे के खिलाफ लड़ाई को पटरी से उतारना चाहते हैं। आपने मेरे बारे में पोस्ट डाली है, उसे दो दिन में हटा लो। क्योंकि मैं इस इलाके में पैदा हुआ हूं। माइनिंग आप करवाते रहे हो। नशे का कारोबार आपकी सरकार के समय चलता रहा है। इस इलाके में जो नशे का सौदागर एक पूर्व एमएलए है, उससे आपकी सांझेदारी है। 5 . आरोप लगाने से पहले गिरेबान में झांके आप राजनीतिक नहीं हो। आप पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के करीब रह रहे। लेकिन उनकी राजनीति का जरा भी असर नहीं है। आप माफिया चलाने का काम करते हो। आप से अपील है कि इतना बौनापन न दिखाए। आप इलाके के लोगों को मूर्ख नहीं बना सकते हैं। इस तरह के आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांके। खनन के मुद्दे पर पंजाब सरकार के मंत्री लाल चंद कटारूचक और शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के बीच जंग शुरू हो गई है। मंत्री ने बिक्रम सिंह मजीठिया से कहा है कि वह सोशल मीडिया पर उनके बारे में की गई पोस्ट को दो दिन के अंदर हटा दें। नहीं तो वह कानूनी कार्रवाई करेंगे। मंत्री का कहना है कि रेत खनन को लेकर उनके गलत नाम का इस्तेमाल कर पोस्ट की गई है। ऐसा करके मजीठिया अपने ऊपर लगे ड्रग तस्करी के आरोपों से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। उनकी असलियत बच्चा-बच्चा जानता है। ऐसे शुरू हुआ था विवाद दरअसल, इस विवाद की शुरुआत 30 मई को उस समय हुई थी, जब शिरोमणि अकाली दल के नेता ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट डाली। साथ ही 1.8 मिनट का एक वीडियो शेयर किया। इसमें माइनिंग होती दिख रही थी। पोकलेन व टिपर आदि दिख रहे थे। मजीठिया ने पोस्ट में लिखा था – पंजाब में अवैध खनन हो रहा है। गांव शाहपुर गोपी, पुलिस थाना तारागढ़, जिला पठानकोट में। मंत्री कटारूचक की शह पर अवैध खनन हो रहा है। आखिर में उन्होंने लिखा था भगवंत मान जी कहां गए? रेत खनन से खजाना भरने का दावा था। खजाना अभी भी भर रहा है, लेकिन पंजाब का नहीं, बल्कि आम आदमी पार्टी के नेताओं का भर रहा है। मंत्री ने छह मिनट में पांच प्वाइंटों से दिया जवाब इसके बाद ही इसी मामले को लेकर मंत्री कटारूचक ने पोस्ट डाली। उन्होंने छह मिनट का एक वीडियो अपने सोशल मीडिया पोस्ट में डाला। इसमें करीब पांच प्वाइंट उनकी तरफ से उठाए गए हैं, जो कि इस प्रकार है – 1. मेरे पर माइनिंग के आरोप लगाए मंत्री ने कहा कि वह शाहपुर गोपी माइनिंग साइट पर वह खड़े हैं। दो दिन पहले शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने अपने अकाउंट से एक पोस्ट शेयर की है। जिसमें जिक्र किया है माइनिंग हो रही है। टिप्पर व ट्रालियां जा रही है। नेता ने मेरा नाम लेकर कहा कि यह अवैध माइनिंग मंत्री लाल चंद कटारूचक करवा रहा है। मोटे तौर पर यह कोशिश की है कि भाेआ हलके यह अवैध मानइिंग हाे रही है और मंत्री कटारूचक करवा रहा है। 2. मसटंडो जैसा कर रहा व्यवहार मंत्री ने कहा कि दूसरा, बिक्रम सिंह मजीठिया की बात का जवाब देने का दिल नहीं करता है। क्योंकि वह हलका और दिमागी तौर पर बौना इंसान है। जिसे राजनीति का ए बी नहीं पता। यह इस तरह राजनीतिक व्यवहार कर रहा है, जैसे गलियों के मसटंडे करते हैं। वह तो मैं जवाब देना नहीं चाहता था, लेकिन पोस्ट में मेरा नाम लिखा गया था।
3. अवैध नहीं लीगल साइट, 46 ने दी बोली
शाहपुर गोपी और गोल माइनिंग साइट की लीगल तरीके से मार्च में बोली हुई। जिसके कागज मेरे हाथ में हैं। मैं यह बताना चाहता हूं कि बोली में 46 बिडर ने हिस्सा लिया। वहीं, एक कंपनी का नाम लिया गया, जिसने यह साइट खरीदी है 4. नशा पंजाब के घर-घर किसने पहुंचाया मजीठिया, जिसे बच्चा-बच्चा जानता है। पंजाब में नशा और चिट्टा घर-घर किसने पहुंचाया, यह सारा पंजाब जानता है। आपके खिलाफ केस भी बना है। आप केस भुगत रहे हैं। नशे के मामले में जेल जाकर आए हो। आप तो पंजाब की तबाही के लिए जिम्मेदार हो। उस जिम्मेदारी से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए कर रहे हो। आप पंजाब सरकार की नशे के खिलाफ लड़ाई को पटरी से उतारना चाहते हैं। आपने मेरे बारे में पोस्ट डाली है, उसे दो दिन में हटा लो। क्योंकि मैं इस इलाके में पैदा हुआ हूं। माइनिंग आप करवाते रहे हो। नशे का कारोबार आपकी सरकार के समय चलता रहा है। इस इलाके में जो नशे का सौदागर एक पूर्व एमएलए है, उससे आपकी सांझेदारी है। 5 . आरोप लगाने से पहले गिरेबान में झांके आप राजनीतिक नहीं हो। आप पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के करीब रह रहे। लेकिन उनकी राजनीति का जरा भी असर नहीं है। आप माफिया चलाने का काम करते हो। आप से अपील है कि इतना बौनापन न दिखाए। आप इलाके के लोगों को मूर्ख नहीं बना सकते हैं। इस तरह के आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांके। पंजाब | दैनिक भास्कर
