पंजाब में मानसून एक बार फिर सुस्त होता दिख रहा है। आने वाले पूरे सप्ताह बारिश के आसार नहीं बन रहे। कुछ इलाकों में हल्की बारिश की संभावना है, जो पाकेट रेन तक सीमित रहने वाली हैं। इससे उमस बढ़ेगी। तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है। वहीं, बीते 24 घंटों में बठिंडा में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई। आज सुबह पंजाब के न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिली। पंजाब के बठिंडा में बीते 24 घंटों में 37 मिमी. बारिश दर्ज की गई है, जबकि अमृतसर में 2.8 मिमी, लुधियाना में 10.4 मिमी, एसबीएस नगर व फिरोजपुर में 1 मिमी और फतेहगढ़ साहिब व मोहाली में 0.5 मिमी. बारिश रिपोर्ट हुई है। जबकि पूरा राज्य खुश्क रहा। कम बारिश के चलते पंजाब में न्यूनतम तापमान में 0.3 डिग्री की बढ़ोतरी देखने को मिली है। जिसके बाद पंजाब का सुबह का न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.8 डिग्री अधिक पाया गया है। पंजाब में 27 अगस्त तक किसी तरह का कोई अलर्ट नहीं है और हालात सामान्य रहने का अनुमान है। इस दौरान हिमाचल के साथ सटे जिलों में 50 फीसदी बारिश की संभावना है। जबकि अन्य जिलों में बारिश के आसार काफी कम हैं। अगस्त में पंजाब में 11 फीसदी कम बारिश अगस्त महीने में पंजाब में 11 फीसदी कम बारिश हुई है और मौसम विभाग के अनुसार पंजाब में ये सामान्य है। लेकिन चिंता की बात है कि अच्छी बारिश मात्र 9 जिलों पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर, फरीदकोट, फाजिल्का, रूपनगर और पटियाला तक ही सीमित है। जबकि अन्य 14 जिलों में 21 से 57 फीसदी तक कम बारिश रिपोर्ट की जा रही है। 1 से 21 अगस्त तक पंजाब के पठानकोट में 413.4 मिमी बादल बरस चुके हैं। यहां राज्य की सर्वाधिक बारिश रिपोर्ट हुई है। जबकि सबसे बुरे हालात मानसा के हैं। यहां अगस्त महीने में अभी तक 30.2 मिमी ही बारिश हुई है, जो सामान्य से 57 फीसदी कम है। मानसा व आसपास के जिलों में सूखे के हालात पैदा हो चुके हैं। पंजाब में मानसून एक बार फिर सुस्त होता दिख रहा है। आने वाले पूरे सप्ताह बारिश के आसार नहीं बन रहे। कुछ इलाकों में हल्की बारिश की संभावना है, जो पाकेट रेन तक सीमित रहने वाली हैं। इससे उमस बढ़ेगी। तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है। वहीं, बीते 24 घंटों में बठिंडा में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई। आज सुबह पंजाब के न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिली। पंजाब के बठिंडा में बीते 24 घंटों में 37 मिमी. बारिश दर्ज की गई है, जबकि अमृतसर में 2.8 मिमी, लुधियाना में 10.4 मिमी, एसबीएस नगर व फिरोजपुर में 1 मिमी और फतेहगढ़ साहिब व मोहाली में 0.5 मिमी. बारिश रिपोर्ट हुई है। जबकि पूरा राज्य खुश्क रहा। कम बारिश के चलते पंजाब में न्यूनतम तापमान में 0.3 डिग्री की बढ़ोतरी देखने को मिली है। जिसके बाद पंजाब का सुबह का न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.8 डिग्री अधिक पाया गया है। पंजाब में 27 अगस्त तक किसी तरह का कोई अलर्ट नहीं है और हालात सामान्य रहने का अनुमान है। इस दौरान हिमाचल के साथ सटे जिलों में 50 फीसदी बारिश की संभावना है। जबकि अन्य जिलों में बारिश के आसार काफी कम हैं। अगस्त में पंजाब में 11 फीसदी कम बारिश अगस्त महीने में पंजाब में 11 फीसदी कम बारिश हुई है और मौसम विभाग के अनुसार पंजाब में ये सामान्य है। लेकिन चिंता की बात है कि अच्छी बारिश मात्र 9 जिलों पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर, फरीदकोट, फाजिल्का, रूपनगर और पटियाला तक ही सीमित है। जबकि अन्य 14 जिलों में 21 से 57 फीसदी तक कम बारिश रिपोर्ट की जा रही है। 1 से 21 अगस्त तक पंजाब के पठानकोट में 413.4 मिमी बादल बरस चुके हैं। यहां राज्य की सर्वाधिक बारिश रिपोर्ट हुई है। जबकि सबसे बुरे हालात मानसा के हैं। यहां अगस्त महीने में अभी तक 30.2 मिमी ही बारिश हुई है, जो सामान्य से 57 फीसदी कम है। मानसा व आसपास के जिलों में सूखे के हालात पैदा हो चुके हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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चंडीगढ़ पर पंजाब-हरियाणा में टकराव:दोनों राज्यों के BJP नेता भी आमने-सामने; विज बोले- हिंदीभाषी क्षेत्र दो, सांसद बोलीं- चंडीगढ़ किसी की बपौती नहीं
चंडीगढ़ पर पंजाब-हरियाणा में टकराव:दोनों राज्यों के BJP नेता भी आमने-सामने; विज बोले- हिंदीभाषी क्षेत्र दो, सांसद बोलीं- चंडीगढ़ किसी की बपौती नहीं हरियाणा की नई विधानसभा के लिए चंडीगढ़ में जमीन देने को लेकर घमासान मच गया है। हरियाणा में भाजपा की सरकार है। इसके बावजूद पंजाब के भाजपा प्रधान सुनील जाखड़ ने इसका विरोध जताया है। जाखड़ ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में दखल देकर जमीन की अलॉटमेंट रुकवाने की मांग की है। पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP), कांग्रेस और अकाली दल ने भी इसका विरोध किया है। वहीं हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने पंजाब CM भगवंत मान को लेकर कहा कि चंडीगढ़ पंजाब का तब है जब हिंदी भाषी क्षेत्र हरियाणा को दे दोगे। वहीं हरियाणा से भाजपा की राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने कहा कि चंडीगढ़ किसी एक की बपौती नहीं है। बता दें कि हरियाणा विधानसभा की नई बिल्डिंग बनाने के लिए केंद्र सरकार ने 11 नवंबर को गैजेट नोटिफिकेशन जारी किया है। हरियाणा को चंडीगढ़ के IT पार्क के पास जमीन मिली है, यह एरिया पंचकूला से सटा हुआ है। चंडीगढ़ में हरियाणा विधानसभा के विवाद पर किसने क्या कहा… पंजाब BJP प्रधान बोले- चंडीगढ़ जमीन का टुकड़ा नहीं, लोगों की भावना
पंजाब भाजपा के प्रधान सुनील जाखड़ ने इस फैसले पर सख्त ऐतराज जताते हुए कहा- चंडीगढ़ हमारे लिए जमीन का टुकड़ा नहीं, इससे लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई है। प्रधानमंत्री ने पंजाब को अतीत में मिले घावों पर मरहम लगाने के कई प्रयास किए हैं, लेकिन हरियाणा को चंडीगढ़ में विधानसभा भवन के लिए अलग जगह अलॉट करने से लोगों को ठेस पहुंचेगी। उन्हें इस फैसले पर दोबारा विचार करना चाहिए। मंत्री विज बोले- पंजाब ने समझौता लागू नहीं किया
मंत्री अनिल विज बोले- ‘‘पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान साहब कहते हैं कि चंडीगढ़ हमारा है, लेकिन चंडीगढ़ तुम्हारा तब है, जब तुम हिंदी भाषी क्षेत्र हरियाणा को स्थानांतरित कर दोगे, जब हमें सतलुज यमुना लिंक (SYL) का पानी दे दोगे, जब तक ये नहीं देते हो तब तक इसके ऊपर हमारा अधिकार है। हम चंडीगढ़ में तभी तक बैठे हुए हैं, क्योंकि जो दोनों राज्यों के बीच समझौता हुआ है, पंजाब उसे लागू ही नहीं कर रहा है, तो चंडीगढ़ किस प्रकार से तुम्हारा हुआ’। अनिल विज ने आगे कहा-‘‘जिस समय पंजाब और हरियाणा अलग हुए, तो उस समय हरियाणा को इसमें (वर्तमान विधानसभा परिसर) एडजस्ट किया गया। अभी हरियाणा में 90 सदस्य हैं, अगला परिसीमन बनाया जाता है तो ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि 120 सदस्य हो जाएंगें। उन्होंने कहा कि वर्तमान विधानसभा में 120 सदस्यों के बैठने की जगह नहीं है, और जगह चाहिए और इस संबंध में पहले से ही हमने (हरियाणा) तैयारी कर दी थी’’। BJP सांसद किरण चौधरी बोलीं- पंजाब प्रधान की राजनीतिक मजबूरी
किरण चौधरी ने कहा- चंडीगढ़ यूनियन टेरिटरी है। यहां शुरू से हमारा 60:40 का रेश्यो था। हमें तो वह भी नहीं मिला। हमने चंडीगढ़ को 12 एकड़ जमीन दी है और उसकी एवज में 10 एकड़ में हमारी विधानसभा बन रही है। इसमें पंजाब और हरियाणा, दोनों की सीटें बढ़ेंगी। इस बिल्डिंग के अंदर काम नहीं हो सकता। उसके लिए फ्यूचर प्लानिंग की जा रही है। सुनील जाखड़ के बयान पर उन्होंने कहा कि उनकी राजनीतिक मजबूरी होगी। उन्हें पंजाब की बात करनी पड़ेगी। पंजाब की पूर्व AAP मंत्री बोलीं- कानूनी लड़ाई लड़ेंगे
पंजाब में AAP सरकार की पूर्व मंत्री व विधायक अनमोल गगन मान ने कहा कि हमारी सरकार इस मामले में पीछे नहीं हटेगी। इस फैसले के खिलाफ हर तरह की लड़ाई लड़ेंगे। धरने प्रदर्शन तक किए जाएंगे। वहीं, पंजाब की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता नील गर्ग ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार बाज नहीं आ रही है। जिस तरह की खबरें आ रही हैं कि चंडीगढ़ में हरियाणा को विधानसभा बनाने के लिए दस एकड़ जगह दी जा रही है। इसके बदले हरियाणा चंडीगढ़ प्रशासन को 12 एकड़ जगह पंचकूला में देगा। हरियाणा 12 एकड़ जगह चंडीगढ़ प्रशासन को देने की बजाय अपनी जगह पर विधानसभा बना ले। कांग्रेस प्रधान बोले- पंजाब के हक कमजोर करने की कोशिश
पंजाब कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा- ऐसा करके केंद्र सरकार चंडीगढ़ पर उनका हक कमजोर करने की कोशिश में लगी हुई है। कांग्रेस नेता राज कुमार वेरका ने कहा कि केंद्र सरकार हमेशा पंजाब के हकों को छीनने में लगी रहती है, लेकिन इस बार इस चीज को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस चीज का हम विरोध और निंदा करते हैं। SAD बोली- चंडीगढ़ पर पंजाब का हक
शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता अर्शदीप सिंह कलेर ने कहा कि केंद्र सरकार पंजाब के हकों पर यह बहुत बड़ा डाका है। हरियाणा चंडीगढ़ में एक अलग विधानसभा बनाने की तैयारी में है। चंडीगढ़ पंजाब का है। 22 गांवों को उजाड़ कर चंडीगढ़ बना है। हरियाणा को हमने लीज पर अपनी इमारतें दी हुई हैं। उन्होंने कहा कि जब से भगवंत मान पंजाब के सीएम बने हैं, तब से केंद्र सरकार पंजाब के हकों का हनन कर रही है। हरियाणा विधानसभा से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें..
हरियाणा विधानसभा सत्र, SC आरक्षण में वर्गीकरण लागू, विज के जान को खतरा बताने पर हुड्डा बोले- गृहमंत्री बना दो, गवर्नर ने 2 घोषणाएं की हरियाणा विधानसभा सत्र के पहले दिन की कार्यवाही समाप्त हो गई है। अब सदन की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे शुरू होगी। पहले दिन गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय का अभिभाषण हुआ। गवर्नर ने 2 बड़ी घोषणाएं की। इसके बाद गवर्नर के अभिभाषण पर चर्चा हुई। इस दौरान कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा ने मंत्री अनिल विज के जान को खतरा बताने वाले बयान का जिक्र किया। (पूरी खबर पढ़ें)
खालसा कॉलेज में एग्रीकल्चर विषय की 27 को परीक्षा
खालसा कॉलेज में एग्रीकल्चर विषय की 27 को परीक्षा अमृतसर| खालसा कॉलेज में दाखिला लेने के लिए पंजाब के अलावा हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू से छात्र पहुंच रहे हैं। प्रिंसिपल डॉ. महल सिंह ने बताया कि कॉलेज में 1932 से स्थापित कृषि विभाग में अन्य विषयों के अलावा कृषि की सीटों के लिए प्रदेश भर से विद्यार्थियों ने आवेदन किया है। कालेज में एग्रीकल्चर विषय से संबंधित बीएससी (एग्रीकल्चर) और हार्टीकल्चर प्रवेश परीक्षा 27 जून को आयोजित की जा रही है। इस साल कंप्यूटर साइंस, फूड साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस, मेडिकल, नॉन-मेडिकल और इकोनॉमिक्स, डेटा एनालिटिक्स, बीवाक फूड प्रोसेसिंग, थियेटर व स्टेज क्राफ्ट आदि विषयों में विद्यार्थी दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
खन्ना में बीएड कॉलेज का विवाद गर्माया:प्रोफेसर को टर्मिनेट करने पर यूनिवर्सिटी ने भेजा नोटिस, चेयरमैन बोले- बेवजह तूल दे रहे विरोधी
खन्ना में बीएड कॉलेज का विवाद गर्माया:प्रोफेसर को टर्मिनेट करने पर यूनिवर्सिटी ने भेजा नोटिस, चेयरमैन बोले- बेवजह तूल दे रहे विरोधी खन्ना की 100 साल से अधिक पुरानी एएस हाई स्कूल खन्ना ट्रस्ट एंड मैनेजमेंट सोसायटी द्वारा चलाए जा रहे एएस कॉलेज ऑफ एजुकेशन (बीएड) कॉलेज का विवाद गर्मा गया है। गत वर्ष कॉलेज के एक प्रोफेसर को टर्मिनेट करने का पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ की तरफ से सख्त नोटिस लिया गया है। कॉलेज को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। यहां तक कि कॉलेज मैनेजमेंट द्वारा संतोषजनक जवाब न देने पर पीयू ने यह चेतावनी दी है कि क्यों न कॉलेज के दाखिले पर रोक लगा दी जाए। इसे लेकर सोसायटी के सदस्यों और विपक्ष की भूमिका निभाने वालों ने कालेज मैनेजमेंट पर गंभीर आरोप लगाए हैं। चहेतों को एडजस्ट कर रही मैनेजमेंट- राजेश डाली भाजपा समर्थित प्रोग्रेसिव पैनल ने इसकी निंदा की। पैनल के राजेश डाली ने कहा कि कॉलेजों में योग्य अध्यापकों को हटाकर अपने चहेते लोगों की नियुक्तियां की जा रही हैं। पीयू के नोटिस के बाद अब जो बीएड कॉलेज में बच्चे दाखिला लेंगे उनका भविष्य अधर में लटक सकता है। डाली ने कहा कि 1 सितंबर को मैनेजमेंट सोसायटी के चुनाव घोषित हो चुके हैं। मैनेजमेंट के संविधान मुताबिक कोई प्रधान या महासचिव नहीं है। फिर भी कांग्रेस समर्थित पैनल वाले संविधान की धज्जियां उड़ाकर शिक्षण संस्थानों को डुबाने में लगे हैं। बिना वजह तूल दे रहे विरोधी- चेयरमैन मिंटू सोसायटी के चेयरमैन शमिंदर सिंह मिंटू ने कहा कि प्रोफेसर के मामले में पीयू का नोटिस कोई बड़ा मामला नहीं है। इसे विरोधी जानबूझ कर तूल दे रहे हैं। संस्थानों की बदनामी करने की साजिश है। कानूनी तौर पर इसका जवाब सोमवार को दिया जाएगा। मिंटू ने कहा कि मैनेजमेंट ने प्रोफेसर को एडहॉक पर रखा था। उसकी कार्यशैली ठीक नहीं थी तो मैनेजमेंट ने हटा दिया, जोकि आधिकारिक है। यह है पूरा मामला एएस कॉलेज ऑफ एजूकेशन में प्रोफेसर नवप्रीत सिंह की नियुक्ति 31 मई 2022 को असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर की गई थी। जिसे 31 मई 2023 को कॉलेज में गैरहाजिर रहने, कालेज में मोबाइल का प्रयोग करने और कालेज के आगे किसान यूनियन को साथ लेकर धरना देने का दोष लगाकर टर्मिनेट कर दिया गया था। इसके विरोध में प्रोफेसर ने यूनिवर्सिटी में शिकायत दर्ज की है। इसका संतोषजनक जवाब न देने पर अब 16 जुलाई को कालेज को नोटिस जारी कर एक सप्ताह का आखिरी बार समय दिया गया है।