पंजाब सरकार ने 350 आंगनबाड़ी केंद्रों को अपग्रेड करने का काम शुरू किया है। यह प्रोजेक्ट 31 जनवरी 2025 तक पूरा हो जाएगा। अपग्रेड किए गए केंद्रों में लोगों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जाएंगी। कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा ) के तहत 1000 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण करना है। प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र को 12 लाख रुपए की लागत से बनाया जा रहा है। इन केंद्रों में बच्चों और माताओं के लिए सही फ्लोरिंग, पेंटिंग, प्लंबिंग, बिजली और लकड़ी का काम करवाया जाएगा। 53 आंगनबाड़ी केंद्रों का पहले ही हुआ पूरा कैबिनेट मंत्री ने बताया कि निर्माण कार्य मनरेगा योजना के तहत ग्रामीण विकास विभाग के सहयोग से किया जा रहा है। 53 आंगनवाड़ी केंद्र का काम पहले ही पूरे हो चुका हैं, जिससे पंजाब में उच्च गुणवत्ता वाली सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है। आंगनवाड़ी सेवाओं को मजबूत करने के लिए इन परियोजनाओं के महत्व को बताते हुए मंत्री ने कहा कि यह पहल बच्चों और माताओं के लिए पोषण और देखभाल केंद्रों के बुनियादी ढांचे में सुधार कर उनके समग्र विकास को सुनिश्चित करेगी। प्ले स्कूलों के लिए बनाए नियम इससे पहले पंजाब सरकार की तरफ से राज्य में चल रहे प्ले स्कूलों के लिए गाइड लाइन तैयार की है। पॉलिसी के मुताबिक 16 मानक तय किए गए हैं। जिसका सभी को पालन करना होगा। वहीं, बिना रजिस्ट्रेशन प्ले सेंटर नहीं चल पाएंगे। पंजाब सरकार ने 350 आंगनबाड़ी केंद्रों को अपग्रेड करने का काम शुरू किया है। यह प्रोजेक्ट 31 जनवरी 2025 तक पूरा हो जाएगा। अपग्रेड किए गए केंद्रों में लोगों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जाएंगी। कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा ) के तहत 1000 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण करना है। प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र को 12 लाख रुपए की लागत से बनाया जा रहा है। इन केंद्रों में बच्चों और माताओं के लिए सही फ्लोरिंग, पेंटिंग, प्लंबिंग, बिजली और लकड़ी का काम करवाया जाएगा। 53 आंगनबाड़ी केंद्रों का पहले ही हुआ पूरा कैबिनेट मंत्री ने बताया कि निर्माण कार्य मनरेगा योजना के तहत ग्रामीण विकास विभाग के सहयोग से किया जा रहा है। 53 आंगनवाड़ी केंद्र का काम पहले ही पूरे हो चुका हैं, जिससे पंजाब में उच्च गुणवत्ता वाली सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है। आंगनवाड़ी सेवाओं को मजबूत करने के लिए इन परियोजनाओं के महत्व को बताते हुए मंत्री ने कहा कि यह पहल बच्चों और माताओं के लिए पोषण और देखभाल केंद्रों के बुनियादी ढांचे में सुधार कर उनके समग्र विकास को सुनिश्चित करेगी। प्ले स्कूलों के लिए बनाए नियम इससे पहले पंजाब सरकार की तरफ से राज्य में चल रहे प्ले स्कूलों के लिए गाइड लाइन तैयार की है। पॉलिसी के मुताबिक 16 मानक तय किए गए हैं। जिसका सभी को पालन करना होगा। वहीं, बिना रजिस्ट्रेशन प्ले सेंटर नहीं चल पाएंगे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में डल्लेवाल की भूख हड़ताल 7वें दिन भी जारी:तबीयत बिगड़ रही, दिल्ली कूच की तैयारी, बातचीत के लिए 4 दिन का समय किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की भूख हड़ताल सातवें दिन में प्रवेश कर गई है। उनका वजन करीब 5 किलो कम हो गया है। चलने पर उनकी सांस फूलती है। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर का कहना है कि उनकी तबीयत लगातार बिगड़ रही है। कैंसर के मरीज होने के बावजूद वह दवा नहीं ले रहे हैं। वह अकेले नहीं हैं, 6 दिसंबर को मरजीवड़े जत्था दिल्ली कूच करेगा। यह वह जत्था है जो जिंदगी और मौत की परवाह किए बिना आगे बढ़ेगा। सरवन सिंह पंधेर ने रविवार को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि सरकार के पास बातचीत के लिए 5 दिसंबर तक का समय है। केंद्र ने 18 जनवरी के बाद से उनसे बातचीत बंद कर दी है। यही वजह है कि किसानों को यह कदम उठाना पड़ रहा है। ‘हम पैदल दिल्ली जाएंगे’ उन्होंने कहा कि किसानों पर इल्जाम लगाए गए कि वे ट्रेक्टर ट्रालियां लेकर दिल्ली जाएंगे। इससे लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति खराब होगी। लेकिन अब 6 दिसंबर को किसान पैदल दिल्ली जाएंगे। मरजीवड़े जत्था के लिए हरियाणा में चार पढ़ाव रखे गए हैं, पांचवां पड़ाव दिल्ली होगा। दिल्ली जाने के लिए पूरी प्लानिंग के साथ किसान आगे बढ़ेंगे। जत्था पहले जग्गी सिटी अंबाला में रुकेगा। फिर मोहड़ा मंडी, खानपुर, जट्टा के और पीपली में जत्था पहुंचेगा। जत्थे के आगे बढ़ने का समय सुबह 9 से शाम 5 बजे का रहेगा। किसान रात को सड़कों पर रात गुजारेंगे। केवल MSP कानून चाहते हैं किसान पंधेर ने कहा कि 18 फरवरी के बाद सरकार की किसानों से बातचीत बंद की गई है। भाजपा प्रवक्ता सिर्फ मीडिया में ही बातें करते हैं। असलियत यह है कि खुद पीयूष गोयल कह चुके हैं कि वह कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग चाहते हैं जबकि, किसान MSP कानून चाहते हैं। पंधेर ने कहा कि इस समय सदन चल रहा है। देखना है कि कितने लोगों ने किसानों की बातों को सदन में उठाया? हम सिर्फ MSP कानून की बात कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में भी कहा गया कि किसान अपनी लागत भी नहीं निकाल पा रहा। इसलिए किसान MSP कानून की मांग कर रहा है। हिरासत से छोड़े डल्लेवाल की सुरक्षा में किसान तैनात किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर से हिरासत में लेने के बाद से किसान अलर्ट पर हैं। डल्लेवाल की सुरक्षा खुद किसानों ने संभाल ली है। फार्मर फोर्स की तरह करीब 70 किसान मोर्चे के दोनों तरफ तैनात हैं। डल्लेवाल के पास किसान 4-4 घंटे की शिफ्ट में पहरा दे रहे हैं। किसानों का कहना है कि 26 नवंबर को पंजाब पुलिस ने डल्लेवाल को हिरासत में लिया था। तब उनका वजन करीब 86.800 किलोग्राम था। वहां से आने के बाद उनका वजन 4 किलो घट गया है। वह 26 नवंबर से ही मरणव्रत पर हैं। डल्लेवाल के लिए मोर्च पर नई स्टेज बनाई गई है। आज से वह यहीं बैठकर अपना मरणव्रत जारी रखेंगे। स्टेज के आसपास भी किसानों की ड्यूटी लगाई गई है। 6 राज्य के किसान नेताओं की मीटिंग हुई शनिवार को किसान मजदूर मोर्चा ने 6 राज्यों के किसान संगठनों के नेताओं के साथ बैठक की। बैठक की अध्यक्षता केरल के किसान नेता पीटी जोन और पंजाब के गुरअमनीत सिंह मांगट ने की। 6 दिसंबर को दिल्ली कूच की तैयारी को लेकर सभी संगठनों के बीच सहमति बन गई है। बैठक में लंगरों की व्यवस्था, सुरक्षा प्रबंधन और वालंटियर्स की संख्या पर चर्चा की गई। इस जत्थे में सिर्फ पंजाब-हरियाणा ही नहीं, देशभर से 6 राज्यों के किसान शामिल होंगे। डल्लेवाल ने कहीं 3 अहम बातें… 1. मुझे जहां रखा, वहां मोबाइल ले जाने की परमिशन नहीं थी लुधियाना DMC अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा- मुझे रात खनौरी से उठाया और अस्पताल में दाखिल किया। मुझे जहां रखा, वहां मोबाइल ले जाने की परमिशन नहीं थी। दूसरे मरीजों को भी मोबाइल नहीं लाने दिया। सच्चाई ये थी कि मुझे यहां नजरबंद रखा गया। मैं किसानों की मेहनत की वजह से बाहर आया हूं। 2. टेस्ट करने की कई कोशिशें की ये लोग बहुत कोशिश करते रहे कि मुझे ट्रीटमेंट दे दें। ब्लड टेस्ट, दवा देने, टेस्ट करने की कई कोशिशें की। अगर मुझे मरणव्रत पर नहीं बैठना होता तो पुलिसवालों की चाय पी लेता। 3. हमारा पंजाब से कोई झगड़ा नहीं लड़ाई 13 फरवरी से शुरू हुई। ये लड़ाई किसानी का फ्यूचर बचाने के लिए है। इस लड़ाई को शांतिमय तरीके से ऊपर ले जाने का एक ही तरीका बचता है कि नेता अपने प्राणों की आहूति देने की तैयारी करें। पंजाब सरकार ने जो किया, वो केंद्र की बुक्कल में बैठकर किया। हमारा पंजाब से कोई झगड़ा ही नहीं है। पंजाब सरकार को हमसे कोई लेना देना ही नहीं है।
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सिंगर रणजीत बाठ की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी:लुधियाना में की प्रेमिका के पिता की हत्या, विदेश भागने का शक लुधियाना में प्रेमिका के पिता की हत्या के मामले में पंजाबी सिंगर रणजीत बाठ और उसके भतीजे गुल्ली की पंजाब पुलिस तलाश कर रही है। दाखा-मुल्लांपुर पुलिस ने दोनों चाचा-भतीजा के कई ठिकानों पर छापेमारी भी कर चुकी है। अभी तक आरोपी बाठ पुलिस के हाथ नहीं आया है। यह भी शक जताया जा रहा है कि सिंगर विदेश भाग सकता है। प्रेमिका के पिता की हत्या का आरोप गायक बाठ पर आरोप है कि उसने अपनी प्रेमिका के पिता को मौत के घाट उतार कर उसका शव झाड़ियों में फेंक दिया है। उसने हत्या करने के बाद प्रेमिका को खुद ही वॉट्सऐप के जरिए मैसेज लिख कर उससे माफी मांगी और उसे उस जगह के बारे बताया जहां उसने उसके पिता के शव को फेंका था। हत्या की वजह यह है कि गायक बाठ की जिस महिला के साथ दोस्ती थी वह उस पर दबाव बना रहा था कि वह अपने पति को जल्द तलाक लेकर उससे शादी कर ले। यदि वह ऐसा नहीं करती तो वह उसे या उसके परिवार को मार डालेगा। पढ़े क्या है पूरा मामला पंजाबी सिंगर रणजीत बाठ और उसके भतीजे गुल्ली ने लुधियाना में एक बुजुर्ग रविंदर सिंह पाल की हत्या की है। मृतक LIC का एजेंट भी था। हत्यारों ने विदेश में रहती मृतक व्यक्ति की बेटी को वॉट्सऐप पर मैसेज भेज कर हत्या की बात कबूल की और उससे माफी मांगी। कातिलों ने रस्सी से बुजुर्ग का गला घोंटा है। उसके शरीर पर कुल 4 जगह चोट के निशान मिले है। कुछ दिनों से लापता था मृतक मृतक रविंदर सिंह पाल के बेटे विक्रम सग्गड़ ने पुलिस को बताया कि उसके पिता कुछ दिनों से लापता थे। 29 अगस्त की सुबह अपने साथी विनोद कुमार के साथ सिविल अस्पताल लुधियाना गया। उसने पिता के शव की पहचान की। विक्रम की बहन किरणदीप कौर ने उसे बताया कि उसकी टिक-टॉक पर रणजीत सिंह कोहली उर्फ रणजीत बाठ के साथ जान पहचान हुई थी। वह उससे शादी करना चाहता था। लेकिन उसने उससे कहा कि शादी से पहले वह उसे जानना चाहती है। मार्च 2024 को रणजीत बाठ किरणदीप के पास आस्ट्रेलिया आ गया। किरणदीप मुताबिक वह अक्सर एक-दूसरे से मिलते रहते थे। रणजीत सिंह शराब काफी पीता था जिस कारण वह उसके घर के बाहर आकर गालियां देता था। पति से तलाक के लिए बना रहा था दबाव हत्यारा गायक रणजीत किरणदीप पर दबाव बना रहा था कि वह अपने पति को तलाक देकर उससे शादी कर ले। किरणदीप ने उसे बताया कि आरोपी रणजीत सिंह ने उसे धमकी दी थी कि यदि उसने अपने पति को तलाक नहीं लिया तो वह उसे या उसके परिवार वालों को मार देगा। इस धमकी के बाद उसने पुलिस को फोन कर सूचना दी और रणजीत के खिलाफ केस भी किया। जून महीने में आस्ट्रेलिया सरकार ने बाठ को किया था डिपोर्ट आस्ट्रेलिया सरकार ने रणजीत सिंह को जून महीने में भारत भेज कर डिपोर्ट कर दिया था। आरोपी 2024 को बिना बताए फिर आस्ट्रेलिया आ गया था। लेकिन उसे एयरपोर्ट से पुलिस ने गिरफ्तार करके भारत भेज दिया था। 28 अगस्त 2024 को करीब शाम 8 बजे रणजीत सिंह और उसका भतीजा गुल्ली रविंदर सिंह पाल के पास लुधियाना आए। यहां दोनों हत्यारों ने मिलकर रविंदर सिंह पाल को मौत के घाट उतार दिया। इस मामले में थाना दाखा के एसएचओ कुलविंदर सिंह ने कहा कि हत्यारे गायक रणजीत बाठ और उसके भतीजे गुल्ली की तलाश में लगातार पुलिस टीमें दबिश दे रही है। जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
कपूरथला में युवक से साढ़े दस लाख की ठगी:जर्मन की बजाए भेजा सर्बिया; विदेश काम करने जा रहा था पीड़ित
कपूरथला में युवक से साढ़े दस लाख की ठगी:जर्मन की बजाए भेजा सर्बिया; विदेश काम करने जा रहा था पीड़ित कपूरथला में एक युवक से साढ़े दस लाख रूपए की ठगी का मामला सामने आया। आरोपियों ने उसे जर्मन की जगह सर्बिया भेज दिया। युवक की मां की शिकायत पर बेगोवाल थाना पुलिस ने आरोपियों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जिले की सब डिवीज़न भुलत्थ के बेगोवाल क्षेत्र के दोलोवाल गांव की रहने वाली मनजीत कौर ने पुलिस को बताया कि वह अपने बेटे नवदीप सिंह को जर्मन भेजना चाहती थी। इस दौरान उसकी मुलाकात गौरव शर्मा निवासी मोहल्ला लाहौरी गेट कपूरथला से हो गई। जिसने बताया कि वह लोगों को विदेश भेजने का काम करता है। अभी तक कई लोगों को विदेश भेज चुका है। उसने नवदीप सिंह को भी जल्दी ही जर्मन भेजने की बात कही। जर्मन की जगह भेजने दिया सर्बिया मनजीत कौर ने बेटे नवदीप को जर्मन भेजने के लिए गौरव शर्मा से बातचीत हो गई। जिसके गौरव शर्मा ट्रेवल एजेंट ने नवदीप का पासपोर्ट और 10.50 लाख रुपए ले लिये। मगर बाद में बेटे को जर्मन भेजने की बजाय सर्बिया भेज दिया। जब उससे इस सबंधी पूछा तो वह कोई भी जवाब नहीं दे सका। उससे जब पैसे वापस मांगे गए तो वह टाल मटोल करने लगा। आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस पुलिस ने महिला की शिकायत के बाद मामले की पड़ताल कर आरोपी ट्रेवल एजेंट पर लगे सभी आरोप सही पाए। जिस कारण बेगोवाल थाना पुलिस ने आरोपी ट्रेवल एजेंट के खिलाफ धारा 406, 420 व 13 पंजाब प्रोफेशनल्ज रेगुलेशन एक्ट 2014 के तहत FIR दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।