<p style=”text-align: justify;”>पंजाब के जालंधर वेस्ट से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक शीतल अंगुराल का इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष ने मंजूर कर लिया है. इस्तीफा 30 मई को मंजूर हुआ है. अंगुराल <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a>ों के दौरान बीजेपी में शामिल हुए थे और विधायक पद से इस्तीफा दिया था. हालांकि अंगुराल ने 1 जून को विधानसभा अध्यक्ष को चिट्ठी लिखकर कहा था कि वे अपना इस्तीफा वापिस ले रहे हैं.</p> <p style=”text-align: justify;”>पंजाब के जालंधर वेस्ट से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक शीतल अंगुराल का इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष ने मंजूर कर लिया है. इस्तीफा 30 मई को मंजूर हुआ है. अंगुराल <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a>ों के दौरान बीजेपी में शामिल हुए थे और विधायक पद से इस्तीफा दिया था. हालांकि अंगुराल ने 1 जून को विधानसभा अध्यक्ष को चिट्ठी लिखकर कहा था कि वे अपना इस्तीफा वापिस ले रहे हैं.</p> पंजाब Himachal Voting Percentage: हिमाचल में मतदान का फाइनल आंकड़ा जारी, पता चल गया मंडी सीट का मूड
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सरायकेला में मिट्टी की खप्पर में महिला करती है रक्त पान, भक्त लगाते हैं माता के जयकारे, जानें वजह? <p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand News: </strong>आधुनिक भारत में भी कुछ ऐसी परंपराएं है जो अविश्वसनीय लगती है. कुछ ऐसा ही नजारा झारखंड के सरायकेला जिले में बीते 8 वर्षों से लोग खुली आंखों से देख रहे हैं. ये नजारा सरायकेला जिले के नीमडीह के उगडीह में दुर्गा पूजा के दौरान दिखाई देता है. यहां के लोगों का मानना है कि पिछले आठ सालों से एक महिला पर मां चामुंडा सवार होती है उस दौरान वो काफी उग्र दिखाई देती है और मिट्टी के खप्पर में रखे खून को पीने के बाद शांत हो जाती है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मिट्टी की खप्पर में रक्त का पान करती है उर्मिला</strong><br />बता दें कि सनातन संस्कृति में महाअष्टमी- महानवमी का विशेष धार्मिक महत्व है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन नीमडीह के उगडीह के मंदिर परिसर में बकरे की बली दी जाती है. लोगों का मानना है यहां एक उर्मिला सिंह नाम की एक महिला भक्त के ऊपर मां चामुंडा का स्वरूप सवार होता यह क्रिया पुजारी द्वारा बकरे की बलि देने के दरमियान शुरू होती है. मंत्र उच्चारण के दौरान उर्मिला सिंह मंदिर परिसर में भक्ति में विलीन होकर दौड़ते हुए मिट्टी की खप्पर में रखे गए कच्चे रक्त का पान करती है ओर घंटों तक नृत्य करती है जिससे देखने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का भीड़ जमा हो जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हजारों की संख्या में भक्त होते है इकट्ठा</strong><br />नृत्य करने के दौरान जब महिला उर्मिला उग्र होती है तब पुजारी द्वारा उसे पुष्पांजलि देकर शांत करवाया जाता है. इस रूप के दर्शन होते ही लोगों में माता रानी के प्रति गजब की भक्ति जागती है और हजारों की संख्या में एक साथ माता के जयकारे लगाए जाते हैं. जानकारी के अनुसार, महिला स्टेशन बस्ती उगडीह गांव के कार्तिक सिंह की धर्म पत्नी हे. जिसे 8 वर्ष पूर्व मां दुर्गा ने सपने में दर्शन दिए और उन्हें पूजा करने का आदेश मिला. तभी से उर्मिला बेसुध होकर कच्चे रक्त का पान करती है. मान्यता है कि इस मंदिर में सभी भक्तों की मन्नत पूरी होती है. </p>
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हरियाणा में BJP सांसद गिफ्टों से परेशान:कहा- मुझे कोई उपहार न दें, इस संस्कृति को रोकना जरूरी, निर्विरोध चुनाव जीत चुकीं
हरियाणा में BJP सांसद गिफ्टों से परेशान:कहा- मुझे कोई उपहार न दें, इस संस्कृति को रोकना जरूरी, निर्विरोध चुनाव जीत चुकीं हरियाणा की राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा इन दिनों तोहफों से काफी परेशान हैं। दरअसल, रेखा शर्मा हाल ही में हरियाणा से राज्यसभा सांसद बनी हैं। पंचकूला में राजनीतिक रूप से सक्रिय रेखा शर्मा इससे पहले राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। राज्यसभा सांसद बनने के बाद वह दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा में भी काफी सक्रिय हैं। इस दौरान लोग उनसे मिल रहे हैं, और उन्हें महंगे गुलदस्ते और तोहफे दे रहे हैं। वह इन तोहफों से काफी असहज हैं राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा ने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा- “मैं अपने सभी शुभचिंतकों से अपील करती हूं कि वे मुझे किसी भी अवसर पर कोई फूल या उपहार न दें। क्योंकि मैं नहीं चाहती कि कोई मुझ पर पैसा खर्च करे। किसी को इस संस्कृति को रोकना होगा। अगर कोई मुझे कुछ उपहार देना चाहता है, तो कृपया मेरे नाम पर एक पेड़ लगाएं। रेखा शर्मा की सोशल मीडिया पोस्ट.. निर्विरोध सांसद चुनी गई हैं रेखा शर्मा
भाजपा नेता रेखा शर्मा हरियाणा से निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुनी गई हैं। उनके खिलाफ कांग्रेस या किसी अन्य पार्टी के किसी उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया। नामांकन वापस लेने के अंतिम दिन 13 दिसंबर को उन्हें जीत का प्रमाण पत्र दिया गया हरियाणा की 15वीं विधानसभा में पानीपत जिले के इसराना निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीतने के बाद कृष्ण लाल पंवार ने राज्यसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था। अब रेखा शर्मा इस सीट से राज्यसभा सांसद बन गई हैं। रेखा शर्मा का हरियाणा से राज्यसभा सदस्य के तौर पर कार्यकाल पूरे छह साल नहीं बल्कि करीब साढ़े तीन साल यानी 1 अगस्त 2028 तक होगा। महिला आयोग से रेखा शर्मा पहुंचीं राज्यसभा
1964 में जन्मीं रेखा शर्मा ने उत्तराखंड से राजनीति विज्ञान में डिग्री लेने के बाद मार्केटिंग और एडवरटाइजिंग में डिप्लोमा किया। हालांकि इसके बाद उनका करियर सीधे राजनीति की ओर बढ़ गया। वह हरियाणा में पंचकूला बीजेपी की जिला सचिव थीं। वह मीडिया विभाग भी संभालती थीं। इसमें उनकी एडवरटाइजिंग की पढ़ाई काफी काम आई। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद साल 2015 में उन्हें राष्ट्रीय महिला आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। जिसके बाद 2018 में उनका कार्यकाल फिर से बढ़ा दिया गया। रेखा शर्मा करीब 9 साल तक राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकी हैं।