शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने खालसा साजना दिवस (बैसाखी) के लिए पाकिस्तान के धार्मिक स्थलों की यात्रा के लिए जत्था रवाना किया। 50 वर्षों में पहली बार ऐसा हुआ है कि सभी आवेदक श्रद्धालुओं को वीजा मिल गया है। शिरोमणि कमेटी के 1942 सदस्यों सहित कुल 6600 श्रद्धालु पाकिस्तान की यात्रा के लिए वीरवार को रवाना हुए। जत्था ‘बोले सो निहाल’ के जयकारों के बीच शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी कार्यालय से रवाना हुआ। श्रद्धालु अटारी-वाघा सीमा के रास्ते पाकिस्तान के लिए रवाना हुए। सभी पासपोर्ट पर मिला पाकिस्तान का वीजा दरबार साहिब के मैनेजर सतनाम सिंह और प्रताप सिंह ने बताया कि शिरोमणि कमेटी ने दिल्ली स्थित पाकिस्तान दूतावास को भेजे गए सभी पासपोर्ट पर वीजा प्राप्त कर लिया है। यात्रा के दौरान श्रद्धालु ननकाना साहिब, लाहौर साहिब, पंजा साहिब और करतारपुर साहिब सहित कई गुरुद्वारों के दर्शन करेंगे। गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब हसन अब्दाल में खालसा साजना दिवस का मुख्य समारोह होगा। श्रद्धालु 19 अप्रैल को भारत वापस लौटेंगे। श्रद्धालुओं ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें विभिन्न धार्मिक स्थलों के दर्शन का अवसर मिलेगा। उन्होंने यह भी मांग रखी कि पासपोर्ट की आवश्यकता को समाप्त किया जाए, ताकि श्रद्धालु आसानी से गुरु धाम के दर्शन कर सकें। पाक दूतातवास से की थी सभी वीजा की मांग शिरोमणि कमेटी के पदाधिकारी सतनाम सिंह और प्रताप सिंह ने कहा कि वे पाकिस्तान दूतावास के अधिकारियों के आभारी हैं जिन्होंने शिरोमणि कमेटी द्वारा भेजे गए सभी नामों को वीजा जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि अतीत में कई तीर्थयात्रियों को वीजा नहीं दिया गया, जिससे तीर्थयात्रियों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। हाल ही में शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के आदेश पर तथा मुख्य सचिव कुलवंत सिंह मान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली स्थित पाकिस्तान दूतावास के अधिकारियों से मुलाकात कर सभी श्रद्धालुओं के लिए वीजा जारी करने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि वह शिरोमणि कमेटी द्वारा भेजे गए सभी नामों को उदारतापूर्वक वीजा देने के लिए पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारियों के साथ-साथ भारत और पाकिस्तान की सरकारों को धन्यवाद देते हैं। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने खालसा साजना दिवस (बैसाखी) के लिए पाकिस्तान के धार्मिक स्थलों की यात्रा के लिए जत्था रवाना किया। 50 वर्षों में पहली बार ऐसा हुआ है कि सभी आवेदक श्रद्धालुओं को वीजा मिल गया है। शिरोमणि कमेटी के 1942 सदस्यों सहित कुल 6600 श्रद्धालु पाकिस्तान की यात्रा के लिए वीरवार को रवाना हुए। जत्था ‘बोले सो निहाल’ के जयकारों के बीच शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी कार्यालय से रवाना हुआ। श्रद्धालु अटारी-वाघा सीमा के रास्ते पाकिस्तान के लिए रवाना हुए। सभी पासपोर्ट पर मिला पाकिस्तान का वीजा दरबार साहिब के मैनेजर सतनाम सिंह और प्रताप सिंह ने बताया कि शिरोमणि कमेटी ने दिल्ली स्थित पाकिस्तान दूतावास को भेजे गए सभी पासपोर्ट पर वीजा प्राप्त कर लिया है। यात्रा के दौरान श्रद्धालु ननकाना साहिब, लाहौर साहिब, पंजा साहिब और करतारपुर साहिब सहित कई गुरुद्वारों के दर्शन करेंगे। गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब हसन अब्दाल में खालसा साजना दिवस का मुख्य समारोह होगा। श्रद्धालु 19 अप्रैल को भारत वापस लौटेंगे। श्रद्धालुओं ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें विभिन्न धार्मिक स्थलों के दर्शन का अवसर मिलेगा। उन्होंने यह भी मांग रखी कि पासपोर्ट की आवश्यकता को समाप्त किया जाए, ताकि श्रद्धालु आसानी से गुरु धाम के दर्शन कर सकें। पाक दूतातवास से की थी सभी वीजा की मांग शिरोमणि कमेटी के पदाधिकारी सतनाम सिंह और प्रताप सिंह ने कहा कि वे पाकिस्तान दूतावास के अधिकारियों के आभारी हैं जिन्होंने शिरोमणि कमेटी द्वारा भेजे गए सभी नामों को वीजा जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि अतीत में कई तीर्थयात्रियों को वीजा नहीं दिया गया, जिससे तीर्थयात्रियों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। हाल ही में शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के आदेश पर तथा मुख्य सचिव कुलवंत सिंह मान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली स्थित पाकिस्तान दूतावास के अधिकारियों से मुलाकात कर सभी श्रद्धालुओं के लिए वीजा जारी करने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि वह शिरोमणि कमेटी द्वारा भेजे गए सभी नामों को उदारतापूर्वक वीजा देने के लिए पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारियों के साथ-साथ भारत और पाकिस्तान की सरकारों को धन्यवाद देते हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
