16वें वित्त आयोग ने पंजाब के सीएम भगवंत मान के साथ बैठक की है। बैठक में सीएम ने पंजाब के कई मुद्दों को गंभीरता से उठाया। फसल विविधता, गिरते भूजल स्तर और उद्योग के मुद्दों पर चर्चा की गई। साथ ही इस बात पर भी विचार किया गया कि किसानों को धान की खेती के बजाय दूसरी फसलों की खेती में रुचि दिखानी चाहिए। इस मौके पंजाब सरकार ने कुल 132347 करोड़ का पैकेज मांगा गया है। हालांकि इससे पहले पंजाब सरकार ने फसल विविधता को लेकर बड़ा फैसला लिया था। सरकार ने तय किया था कि धान की खेती के बजाय दूसरी फसलों की खेती करने वाले किसानों को सरकार की ओर से आर्थिक मदद दी जाएगी। आयोग देश के विभिन्न राज्यों का दौरा कर रहा है। इससे पहले आयोग हिमाचल प्रदेश और छत्तीसगढ़ का दौरा कर चुका है। आतंकवाद से निपटने को मांगे 8846 करोड़ इस मौके सरकार ने 7500 करोड़ रुपए विकास फंड, खेतीबाड़ी व फसली विभिन्नता के लिए 17950 करोड़ रुपए, पराली जलाने से रोकने के लिए 5025 करोड़ रुपए, नार्को आतंकवाद से निपटने के लिए 8846 करोड़ मांगे है। इसके अलावा उद्योगों के लिए 6000 करोड़ रुपए, 9426 करोड़ स्थानीय इकाईयों व दस हजार करोड़ रुपए के फंड ग्रामीण विकास इकाईयों को देने के लिए मांगे है। मोहाली ने मांगा 100 करोड़ का अनुदान पंजाब दौरे पर आए वित्त आयोग को मोहाली नगर निगम की ओर से पत्र लिखा गया है। निगम के डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी ने आयोग को पत्र लिखकर 100 करोड़ रुपए का अनुदान मांगा है, ताकि मोहाली का समुचित विकास हो सके। उन्होंने कहा कि आयोग को इस मांग पर विचार करना चाहिए। दो दिन का है पंजाब का दौरा 16वां वित्त आयोग 24 तारीख तक पंजाब के दौरे पर है। आयोग कल शाम पंजाब पहुंचा। आयोग का मोहाली एयरपोर्ट पर स्वागत किया गया। इस मौके पर पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा समेत कई मंत्री मौजूद रहे। यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। क्योंकि इसी आयोग की रिपोर्ट के आधार पर केंद्र से राज्यों को टैक्स और दूसरी चीजें दी जाती हैं। 15वें वित्त आयोग से पंजाब को 25968 करोड़ रुपए मिले 16वें वित्त आयोग ने पंजाब के सीएम भगवंत मान के साथ बैठक की है। बैठक में सीएम ने पंजाब के कई मुद्दों को गंभीरता से उठाया। फसल विविधता, गिरते भूजल स्तर और उद्योग के मुद्दों पर चर्चा की गई। साथ ही इस बात पर भी विचार किया गया कि किसानों को धान की खेती के बजाय दूसरी फसलों की खेती में रुचि दिखानी चाहिए। इस मौके पंजाब सरकार ने कुल 132347 करोड़ का पैकेज मांगा गया है। हालांकि इससे पहले पंजाब सरकार ने फसल विविधता को लेकर बड़ा फैसला लिया था। सरकार ने तय किया था कि धान की खेती के बजाय दूसरी फसलों की खेती करने वाले किसानों को सरकार की ओर से आर्थिक मदद दी जाएगी। आयोग देश के विभिन्न राज्यों का दौरा कर रहा है। इससे पहले आयोग हिमाचल प्रदेश और छत्तीसगढ़ का दौरा कर चुका है। आतंकवाद से निपटने को मांगे 8846 करोड़ इस मौके सरकार ने 7500 करोड़ रुपए विकास फंड, खेतीबाड़ी व फसली विभिन्नता के लिए 17950 करोड़ रुपए, पराली जलाने से रोकने के लिए 5025 करोड़ रुपए, नार्को आतंकवाद से निपटने के लिए 8846 करोड़ मांगे है। इसके अलावा उद्योगों के लिए 6000 करोड़ रुपए, 9426 करोड़ स्थानीय इकाईयों व दस हजार करोड़ रुपए के फंड ग्रामीण विकास इकाईयों को देने के लिए मांगे है। मोहाली ने मांगा 100 करोड़ का अनुदान पंजाब दौरे पर आए वित्त आयोग को मोहाली नगर निगम की ओर से पत्र लिखा गया है। निगम के डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी ने आयोग को पत्र लिखकर 100 करोड़ रुपए का अनुदान मांगा है, ताकि मोहाली का समुचित विकास हो सके। उन्होंने कहा कि आयोग को इस मांग पर विचार करना चाहिए। दो दिन का है पंजाब का दौरा 16वां वित्त आयोग 24 तारीख तक पंजाब के दौरे पर है। आयोग कल शाम पंजाब पहुंचा। आयोग का मोहाली एयरपोर्ट पर स्वागत किया गया। इस मौके पर पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा समेत कई मंत्री मौजूद रहे। यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। क्योंकि इसी आयोग की रिपोर्ट के आधार पर केंद्र से राज्यों को टैक्स और दूसरी चीजें दी जाती हैं। 15वें वित्त आयोग से पंजाब को 25968 करोड़ रुपए मिले पंजाब | दैनिक भास्कर
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गिद्दड़बाहा सीट पर उपचुनाव जंग की तैयारी:कांग्रेस के सीनियर नेता पहुंचे मैदान में, पार्टी नेताओं से मीटिंग, बूथ स्तर पर स्ट्रेटजी भले ही अभी पंजाब की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का ऐलान निर्वाचन आयोग ने अभी नहीं किया है। लेकिन राजनीतिक पार्टियों ने चुनावी मैदान में अपनी ताकत झोंक दी है। गिद्दड़बाहा सीट को फतह करने के लिए सभी पार्टियां ताकत लगा रही है। इसी कड़ी कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने चुनाव को लेकर नेताओं से मीटिंग स्ट्रेटजी बनाई है। मीटिंग में सीट के लिए प्रभारी लगाए गए खडूर साहिब के पूर्व सांसद जसबीर सिहं डिंपा, फरीकदोट के पूर्व विधायक किकी ढिल्लों और कांग्रेस के सचिव कैप्टन संदीप संधू भी हाजिर रहे। कांग्रेस पार्टी की तरफ से अपने साेशल मीडिया अकाउंट फेसबुक पर दी गई। बूथ स्तर पर बनाई स्ट्रेटजी कांग्रेस का फोकस इस सीट को हर हाल में जीतना है। ऐसे में पार्टी पूरी रणनीति से तैयारी में जुटी है। पार्टी के बड़े नेता सीधे नेताओं व समर्थकों के बीच पहुंचे है। मीटिंग में नेताओं और समर्थकों को अपने बूथ मजबूत बनाने की सलाह दी है। लोगों से संपर्क बढ़ाने को कहा है। इसके अलावा हर अपडेट पार्टी के सीनियर नेताओं से शेयर करने को कहा है। कम होता जीत का अंतर कांग्रेस के लिए चुनौती इस सीट पर कांग्रेस नेता अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने लगातार तीन चुनाव जीता है। लेकिन 2022 में उनकी जीत का अंतर मात्र 1349 रह गया था। यह बात कांग्रेस को थोड़ा सता रही है। क्योंकि यहां दूसरे नंबर शिरोमणि अकाली दल रहा है। 2022 में कांग्रेस नेता राजा वड़िंग को 50998 वोट मिले थे, जबकि अकाली दल को 49649 मत मिले थे। वहीं, 2017 में 63500 और अकाली दल को 47800 वोट हासिल हुए थे। सिर्फ पांच पर बार जीती कांग्रेस गिद्दड़बाहा सीट पर 1967 में बनी थी। पहला चुनाव यहां से कांग्रेस नेता हरचरण सिंह बराड़ जीते थे। इसके बाद लगातार पांच बार 1969, 72, 77, 80 और 85 में इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल जीते। 1992 में कांग्रेस नेता रघुबीर सिंह जीते। इसके बाद 1995, 97, 2002 और 2007 में सीट से शिरोमणि अकाली दल की टिकट पर मनप्रीत बादल जीतते रहे। जबकि 2012, 2017 और 2022 में इस सीट से कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग जीते हैं। लेकिन अब वह लुधियाना से लोकसभा चुनाव जीते हैं। उन्होंने इस सीट के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। इस वजह से यह सीट खाली हुई है। अन्य पार्टियां भी इस चुनाव में जुटी इस सीट के लिए अन्य राजनीतिक पार्टियां भी खूब पसीना बहा रही है। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल भी गत दो दिनों से हलके में थे। चर्चा यहां तक है कि वह इस सीट से उपचुनाव लड़ सकते हैं। जबकि आम आदमी पार्टी की तरफ से सीएम भगवंत मान हलके का दौरा करके गए है। मालवा नहर बनाने तक ऐलान किया है। है। कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा और धर्मकोट के विधायक देविंदरजीत सिंह लाडी ढोस को प्रभारी व सह प्रभारी लगाया है।बीजेपी भी इस सीट पर एक्टिव है।
नवांशहर डीसी का शराब की दुकान पर स्टिंग ऑपरेशन:551 रुपए की बोतल के मांगे 900 रुपए, बोले ईटीओ- बेची जा सकती है
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अकाली दल ने वल्टोहा का इस्तीफा किया मंजूर:SAD नेता दलजीत चीमा ने साझा की जानकारी, श्री अकाल तख्त के एक्शन पर छोड़ी पार्टी
अकाली दल ने वल्टोहा का इस्तीफा किया मंजूर:SAD नेता दलजीत चीमा ने साझा की जानकारी, श्री अकाल तख्त के एक्शन पर छोड़ी पार्टी शिरोमणी अकाली दल के नेता विरसा सिंह वल्टोहा को श्री अकाल तख्त साहिब पर 15 अक्टूबर यानी मंगलवार को पेश हुए, जिन्हें शिरोमणि अकाली दल छोड़ने के आदेश दिए गए थे। उनके द्वारा भेजा गया इस्तीफा अकाली दल द्वारा मंजूर कर लिया गया है। इसकी जानकारी अकाली दल के वरिष्ठ नेता दलजीत सिंह चीमा द्वारा दी गई है। एक लेटर शेयर करते हुए दलजीत चीमा ने इसकी जानकारी साझा की है। चीमा ने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा- शिअद के कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ ने विरसा सिंह वल्टोहा का प्राथमिक सदस्यता एवं शिअद के सभी पदों से इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है। इस्तीफे की प्रति यहां संलग्न की जा रही है। श्री अकाल तख्त के आदेश मैं झुककर स्वीकार करता हूं इससे पहले वल्टोहा ने कहा था कि श्री अकाल तख्त साहिब पर सिंह साहिब के सामने पेश होने के बाद मेरे बारे में जो आदेश जारी किया गया है, मैं उसे सिर झुकाकर स्वीकार करता हूं। इस आदेश को लागू करने के लिए शिरोमणि अकाली दल नेतृत्व को किसी भी खतरे में डाले बिना, मैं स्वयं अकाली दल की प्राथमिक सदस्यता छोड़ता हूं। मुझे पता है कि अकाली दल का नेतृत्व मुझसे बहुत प्यार करता है और हमेशा मेरा समर्थन एक शास्त्रीय विचारक का करेगा। एक विनम्र सिख के रूप में, मैं सिंह साहिबों के आदेश को दिल से स्वीकार करता हूं। मेरी जिंदगी में एक अकाली को अकाली दल से तोड़ने के लिए सिख राजनीति में यह पहला मामला है। यह पहला बहुत ही आश्चर्यजनक आदेश है। उन्होंने कहा कि आज अकाली विरोधी ताकतें जरूर खुश होंगी। हां ज्ञानी हरप्रीत और अन्य लोगों ने ऐसा आदेश देकर अकाली खेमे में दहशत पैदा करने की कोशिश जरूर की है। लेकिन तख्तों से सिख धर्म से जोड़ने और अकाली सोच से जोड़ने के लिए कदम उठाए जाते हैं न कि खौफ पैदा करने के लिए। वीडियोग्राफी सार्वजनिक करने की मांग वल्टोहा ने कहा कि आज मैंने विनम्रतापूर्वक सिंह साहबों के सामने अपना पक्ष रखा। सिंह साहबों ने पेशी बैठक की शुरुआत में मुझसे कहा कि, आपकी पूरी सुनवाई की वीडियो ग्राफी की जा रही है, जिसे बाद में मीडिया के लिए जारी किया जाएगा। मेरे जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह जी से अनुरोध है कि कृपया वीडियो ग्राफी के वीडियो मीडिया को सार्वजनिक करें। मेरा अनुरोध है कि कृपया मेरे स्पष्टीकरण पत्र और उस पेन ड्राइव को सार्वजनिक करें जिसमें ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी के भाजपा और केंद्र सरकार के साथ संबंध साबित करने वाले दस्तावेज़ प्रस्तुत किए गए थे। अगर किसी कारण से श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय ने मेरा स्पष्टीकरण पत्र और पेन ड्राइव सबूतों के साथ जारी नहीं किया तो कल मैं खुद यह सब सार्वजनिक कर दूंगा। श्री अकाल तख्त साहिब ने दिए थे आदेश आपको बता दें कि श्री अकाल तख्त साहिब ने पेशी के बाद शिरोमणि अकाली दल को आदेश दिए हैं कि विरसा सिंह वल्टोहा को पार्टी से निकाला जाए। पार्टी के कार्यकारी प्रधान बलविंदर सिंह भूंदड़ को 24 घंटे में उन्हें अकाली दल से निकालने के लिए कहा गया है। साथ ही उनकी प्रारंभिक मेंबरशिप को भी खारिज की जाएगी। शिरोमणि अकाली दल में 10 साल तक उनकी वापसी पर रोक लगाई जाए। अगर इसके बाद भी वह कुछ बयानबाजी करते है तो सख्त फैसला लिया जाएगा। इस मौके जत्थेदारों ने कहा कि उन्होंने विश्वासघात किया। उनकी हालचाल पूछने के बहाने रिकॉर्डिंग की है। बता दें कि विरसा सिंह वल्टोहा मंगलवार को श्री अकाल तख्त साहिब पेश हुए थे। उन्हें श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से 15 अक्तूबर को सुबह 9 बजे सबूतों सहित पेश होने के आदेश दिए गए थे। विरसा सिंह वल्टोहा ने दो दिन पहले श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदारों पर आरएसएस और बीजेपी का दबाव बताया था।