पंजाब के पटियाला में पराली जलाने की सूचना मिलने पर मौके पर गए नोडल अधिकारी की पिटाई का मामला सामने आया है। घायल नोडल अधिकारी अस्पताल में भर्ती है। नोडल अधिकारी की पहचान बिक्रमजीत सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का दावा है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आरोपियों ने सरकारी काम में बाधा डाली है। बिक्रमजीत सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि पटियाला के पंताड़ा के पास स्थित सागरा गांव में पराली जलाई गई है। 29 तारीख की रात 9:30 बजे उनके कार्यालय से इस बारे में संदेश मिला। इसके बाद सुबह प्रभारी ने उन्हें लोकेशन पर भेजा। बिक्रमजीत सिंह ने बताया कि जब वह मौके पर पहुंचे तो उन्होंने वहां जांच शुरू की। पराली जलाने वाली लोकेशन पर चार-पांच लोग थे। उन्होंने उक्त लोगों से कहा कि पराली जलाने से संबंधित सैटेलाइट इमेज मिली है। यह खेत किसका है? इस पर आरोपियों ने कुछ बताने की बजाय उनसे मारपीट शुरू कर दी। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नोडल अधिकारी पीएसपीसीएल का कर्मचारी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद प्रशासन सख्त पंजाब में पराली जलाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद सरकार भी एक्शन में है। डीसी से लेकर सभी वरिष्ठ अधिकारियों को फील्ड में भेजा गया है। जहां भी आग लग रही है, वहां के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है। 400 नोडल अधिकारियों को नोटिस जारी किए गए हैं। इसके अलावा कई जिलों के डीसी ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया है। पंजाब के पटियाला में पराली जलाने की सूचना मिलने पर मौके पर गए नोडल अधिकारी की पिटाई का मामला सामने आया है। घायल नोडल अधिकारी अस्पताल में भर्ती है। नोडल अधिकारी की पहचान बिक्रमजीत सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का दावा है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आरोपियों ने सरकारी काम में बाधा डाली है। बिक्रमजीत सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि पटियाला के पंताड़ा के पास स्थित सागरा गांव में पराली जलाई गई है। 29 तारीख की रात 9:30 बजे उनके कार्यालय से इस बारे में संदेश मिला। इसके बाद सुबह प्रभारी ने उन्हें लोकेशन पर भेजा। बिक्रमजीत सिंह ने बताया कि जब वह मौके पर पहुंचे तो उन्होंने वहां जांच शुरू की। पराली जलाने वाली लोकेशन पर चार-पांच लोग थे। उन्होंने उक्त लोगों से कहा कि पराली जलाने से संबंधित सैटेलाइट इमेज मिली है। यह खेत किसका है? इस पर आरोपियों ने कुछ बताने की बजाय उनसे मारपीट शुरू कर दी। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नोडल अधिकारी पीएसपीसीएल का कर्मचारी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद प्रशासन सख्त पंजाब में पराली जलाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद सरकार भी एक्शन में है। डीसी से लेकर सभी वरिष्ठ अधिकारियों को फील्ड में भेजा गया है। जहां भी आग लग रही है, वहां के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है। 400 नोडल अधिकारियों को नोटिस जारी किए गए हैं। इसके अलावा कई जिलों के डीसी ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
पीयू छात्र संघ चुनाव के लिए AAP की तैयारी:नेशनल सेक्रेटरी ने CYSS की मीटिंग बुलाई, कल होगा उम्मीदवारों का ऐलान
पीयू छात्र संघ चुनाव के लिए AAP की तैयारी:नेशनल सेक्रेटरी ने CYSS की मीटिंग बुलाई, कल होगा उम्मीदवारों का ऐलान 5 सितंबर को पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी तैयारी शुरू कर दी। पार्टी के नेशनल सेक्रेटरी व सांसद डॉ. संदीप पाठक ने पार्टी की छात्र शाखा छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) की मीटिंग बुलाई है। इसमें चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। वहीं, पार्टी की तरफ से कल छात्र संग चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर सकती है। यह जानकारी पार्टी की तरफ से दी गई है।
तरनतारन में अखंड साहिब का पाठ करने से रोका:मां की अंतिम शांति के लिए रखा था, ग्रंथी ने इनकार किया, रोष जाहिर किया
तरनतारन में अखंड साहिब का पाठ करने से रोका:मां की अंतिम शांति के लिए रखा था, ग्रंथी ने इनकार किया, रोष जाहिर किया तरनतारन के विधानसभा क्षेत्र खेमकरन के गांव माड़ी कंबोके में एससी समाज से संबंधित एक परिवार के सदस्य की मृत्यु के बाद उसकी अंतिम शांति के लिए के लिए घर में श्री अखंड पाठ साहिब का पाठ करने से रोकने का मामला सामने आया है। घटना को लेकर परिवार और मजहबी सिख समुदाय से जुड़े संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। घटना की जानकारी मिलते ही मजहबी सिख समुदाय से जुड़े संगठन पीड़ित के घर पहुंचे और उन्होंने सत्कार कमेटी के मेंबर पर पुलिस प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित परिवार ने कहा कि उनकी मां की मृत्यु 31 मई को हो गई थी। उनकी अंतिम शांति के लिए उन्हें घर पर श्री अखंड पाठ साहिब जी का पाठ रखना था, लेकिन गुरुद्वारा साहिब के ग्रंथी ने घर में पाठ करने से इनकार कर दिया। श्री गुरु ग्रंथ साहिब सम्मान कमेटी के नेता रणजीत सिंह उदोके को यह कहकर रोका गया है कि आपके घर में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं, यदि पाठ करने का प्रयास किया गया तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी और सौदा लगाया जाएगा। अंतिम अरदास करने से रोका गया पीड़ित परिवार का कहना है कि घर पर पाठ न होने के कारण उन्हें अपनी मां की अंतिम अरदास करने से रोका गया। परिवार ने कहा कि पुलिस से शिकायत करने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। पीड़ित परिवार के घर में पहुंचे मजहबी सिंह समुदाय के संगठनों के नेताओं ने कहा कि वे हर तरह से पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं। नेताओं ने कहा कि हमेशा की तरह दलित परिवारों के साथ जाति के नाम पर भेदभाव किया जा रहा है। नेताओं ने अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष से सवाल किया और कहा कि मजहबी सिख समाज के लोगों के साथ ऐसा भेदभाव क्यों किया जा रहा है। समाज के नेताओं ने कहा कि घर में अखंड साहिब का पाठ करने से रोकने वालों के खिलाफ पुलिस प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पंजाब में 600 बसों के परमिट रद्द:पंजाब ट्रांसपोर्ट विभाग की बड़ी कार्रवाई, बादल परिवार की बसें भी शामिल
पंजाब में 600 बसों के परमिट रद्द:पंजाब ट्रांसपोर्ट विभाग की बड़ी कार्रवाई, बादल परिवार की बसें भी शामिल पंजाब में ट्रांसपोर्ट विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। 600 बसों के करीब परमिट रद्द किए गए हैं। यह परमिट गैर कानूनी तरीके से जारी किए गए थे। मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने बताया कि 2007 से 2017 अकाली दल सरकार और इसके बाद कांग्रेस सरकार के समय यह सारा खेल हुआ था। इन परमिटों के कोई सिर पैर नहीं थे। इसमें कई बड़े ट्रांसपोर्ट शामिल हैं। उन्होंने कुछ ट्रांसपोर्टरों के नाम भी लिए । वहीं, उन्होंने बताया कि सुखबीर सिंह बादल की करीब 30 फीसदी बसों के परमिट रद्द किए गए है, जो गैर कानूनी थे। छोटे ट्रांसपोर्टरों व सरकार का होगा फायदा ट्रांसपोर्ट मंत्री ने कहा कि सरकार ने यह कार्रवाई पूरी तरह पड़ताल करने के बाद की है। इस फैसले से छोटे ट्रांसपोर्टरों को बड़ा फायदा होगा। वह दोबारा अपनी बसें चला पाएंगे। जो परमिट कैंसिल रद्द किए गए, उनमें अवैध क्लबिंग की हुई थी। इस वजह से सरकार को राजस्व का भी नुकसान हो रहा था। इस फैसले से राज्य के लगभग सारे ट्रांसपोर्टर खुश है। उनका कहना था उनके तो एक दो परमिट रद्द होंगे। लेकिन इससे सभी का फायदा होगा