पलवल जिले में दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में अज्ञात वाहन ने दो बाइकों को टक्कर मार दी। हादसे में महिला सहित दो की मौत हो गई, जबकि महिला का पति गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने मृतकों के शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। घायल युवक पत्नी के साथ मानेश्वर जा रहा था। NH-19 पर हुआ हादसा सदर थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि मध्यप्रदेश के भिंड निवासी राज कुमार ने शिकायत दी है कि उसका भतीजा अंकुश गुरुग्राम में लेबर सुपरवाइज़र की नौकरी करता था। अंकुश के भाई मुकेश को अंजान व्यक्ति ने फोन पर बताया कि अंकुश सडक हादसे में घायल हो गया है। अंकुश के साथ एक महिला भी घायल हुई है। यह हादसा नेशनल हाईवे-19 पर बहरौला गांव के फ्लाईओवर के ऊपर हुआ है। हादसे में युवक गंभीर घायल सूचना मिलने के बाद वह अपने परिजनों को लेकर पलवल के जिला नागरिक अस्पताल पहुंचा। अस्पताल पहुंचकर उन्हें पता चला कि अंकुश की बाइक को किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मारी है। जिससे अंकुश और उसकी पत्नी सुषमा गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इस हादसे में सुषमा की मौत हो गई, जबकि अंकुश का उपचार दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में चल रहा है। इलाज के दौरान मौत वहीं, कैंप थाना के जांच अधिकारी रणजीत ने बताया कि, बघौला गांव निवासी बिजन ने शिकायत दर्ज कराई है कि फिरोजपुर झिरका निवासी उसका साला हेतराम करीब दो साल से उसके पास रह रहा था और एक होटल में नौकरी करता था। उसे सूचना मिली कि पलवल में अलावलपुर चौक के समीप किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से हेतराम गंभीर रूप से घायल हो गया है। हेतराम को जिला नागरिक अस्पताल ले जाया गया, जहां से गंभीर हालत होने के चलते उसे नल्हड़ मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया। शुक्रवार रात को उपचार के दौरान हेतराम की मौत हो गई। पलवल जिले में दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में अज्ञात वाहन ने दो बाइकों को टक्कर मार दी। हादसे में महिला सहित दो की मौत हो गई, जबकि महिला का पति गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने मृतकों के शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। घायल युवक पत्नी के साथ मानेश्वर जा रहा था। NH-19 पर हुआ हादसा सदर थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि मध्यप्रदेश के भिंड निवासी राज कुमार ने शिकायत दी है कि उसका भतीजा अंकुश गुरुग्राम में लेबर सुपरवाइज़र की नौकरी करता था। अंकुश के भाई मुकेश को अंजान व्यक्ति ने फोन पर बताया कि अंकुश सडक हादसे में घायल हो गया है। अंकुश के साथ एक महिला भी घायल हुई है। यह हादसा नेशनल हाईवे-19 पर बहरौला गांव के फ्लाईओवर के ऊपर हुआ है। हादसे में युवक गंभीर घायल सूचना मिलने के बाद वह अपने परिजनों को लेकर पलवल के जिला नागरिक अस्पताल पहुंचा। अस्पताल पहुंचकर उन्हें पता चला कि अंकुश की बाइक को किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मारी है। जिससे अंकुश और उसकी पत्नी सुषमा गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इस हादसे में सुषमा की मौत हो गई, जबकि अंकुश का उपचार दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में चल रहा है। इलाज के दौरान मौत वहीं, कैंप थाना के जांच अधिकारी रणजीत ने बताया कि, बघौला गांव निवासी बिजन ने शिकायत दर्ज कराई है कि फिरोजपुर झिरका निवासी उसका साला हेतराम करीब दो साल से उसके पास रह रहा था और एक होटल में नौकरी करता था। उसे सूचना मिली कि पलवल में अलावलपुर चौक के समीप किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से हेतराम गंभीर रूप से घायल हो गया है। हेतराम को जिला नागरिक अस्पताल ले जाया गया, जहां से गंभीर हालत होने के चलते उसे नल्हड़ मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया। शुक्रवार रात को उपचार के दौरान हेतराम की मौत हो गई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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NEET एग्जाम पर सुरजेवाला के 3 सवाल:बोले- 6 जून से कर रहा हूं गड़बड़झाले उजागर; सरकार दोबारा परीक्षा कराकर डाल रही पर्दा
NEET एग्जाम पर सुरजेवाला के 3 सवाल:बोले- 6 जून से कर रहा हूं गड़बड़झाले उजागर; सरकार दोबारा परीक्षा कराकर डाल रही पर्दा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) एग्जाम को लेकर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने 3 सवालों के जवाब मोदी सरकार से पूछे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म (X) पर उन्होंने लिखा है कि वह 6 जून से लगातार NEET एग्जाम में विवादों, आशंकाओं व गडबड़झाले को उजागर कर रहा हूं। कल यानी वीरवार को सुप्रीम कोर्ट में PIL के निर्णय से NEET के 24 लाख बच्चों को कोई फायदा नहीं हुआ। मोदी सरकार व NTA ने 1,563 बच्चों की दोबारा परीक्षा कराने की आड़ में पूरे मामले पर पर्दा डालने का काम कर रही है। यहां पढ़िए सुरजेवाला के 3 सवाल 1. क्या NEET पेपर लीक हुआ? क्या इसकी जांच हुई? सुरजेवाला ने सवाल उठाए हैं कि क्या ये सही नहीं कि पटना से पेपर लीक की खबर आई? कई अख़बारों में तो 60 करोड़ रुपए के लेन देन की खबरें भी आई। जब पटना में FIR दर्ज हुई, तो उसका क्या हुआ? 2. 67 टॉपर कैसे हो सकते हैं, जिनके 720/720 नंबर हों? रणदीप सुरजेवाला ने दूसरा सवाल उठाते हुए कहा कि अगर जिन 1,563 बच्चों की दुबारा परीक्षा हो रही है, उनमें से 6 टॉपर बच्चे निकाल भी दें, तो भी 61 बच्चे टॉपर कैसे हो सकते हैं? 3. मार्क्स V/S रैंक का खेल क्या है? सुरजेवाला ने तीसरे सवाल में पूछा कि हजारों बच्चों के इतने ज़्यादा नंबर कैसे आए कि NEET एग्जाम का पूरा समीकरण ही बिगड़ गया? क्या इसका कारण पेपर लीक है या कुछ और? इन सब बातों की जांच होनी चाहिए, न कि लीपापोती जो मोदी सरकार कर रही है। क्या NEET एग्जाम का टेक्निकल व फॉरेंसिक ऑडिट होगा, क्योंकि तभी दूध का दूध व पानी का पानी होगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा- दोबारा एग्जाम का नहीं दिया आदेश सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार की सुनवाई में यह स्पष्ट किया है कि हमने ग्रेस मार्किग पाए 1563 छात्रों के दोबारा परीक्षा का कोई आदेश नहीं दिया है। यह परीक्षा NTA ने रद्द किया है और उसी ने दोबारा परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। याचिकाकर्ता ने पेपर लीक मामले में दर्ज FIR का हवाला दिया, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस मामले की अगली सुनवाई 8 जुलाई को की जाएगी। पूरे मामले की सुनवाई जस्टिस विक्रमनाथ और जस्टिस संदीप मेहता की बेंच ने की। सुप्रीम कोर्ट ने वीरवार को काउंसलिंग प्रक्रिया पर रोक लगाने संबंधी मांग को भी खारिज कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने काउंसलिंग पर रोक लगाने से साफ इनकार कर दिया। अब नीट की परीक्षा 23 जून को होने और उसके नतीजे आने के बाद काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
हरियाणा के पूर्व केंद्रीय मंत्री का विधानसभा चुनाव से किनारा:बोले- मेरा बेटा लड़ेगा; हुड्डा के मार्गदर्शक कहने पर खुद को एक्टिव पॉलिटिशियन बताया था
हरियाणा के पूर्व केंद्रीय मंत्री का विधानसभा चुनाव से किनारा:बोले- मेरा बेटा लड़ेगा; हुड्डा के मार्गदर्शक कहने पर खुद को एक्टिव पॉलिटिशियन बताया था हरियाणा के पूर्व केंद्रीय मंत्री कांग्रेस नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह ने विधानसभा चुनाव से किनारा कर लिया है। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए बीरेंद्र ने कहा कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। बीरेंद्र सिंह कुछ दिन पहले ही पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान के साथ चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में नजर आए थे। हालांकि वहां हुड्डा ने उन्हें मार्गदर्शक कह दिया। जिसके जवाब में बीरेंद्र ने कहा था कि वे एक्टिव पॉलिटिशियन हैं। बीरेंद्र सिंह बोले- बेटा लड़ेगा
बीरेंद्र सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा- ”हमारा परिवार चुनाव लड़ेगा। मेरे बेटे बृजेंद्र सिंह हिसार से लोकसभा के सांसद थे। बेटे ने उचाना विधानसभा से चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस में आवेदन किया है। यहां से मैं 5 बार विधायक रहा। एक बार मेरी पत्नी प्रेमलता विधायक रहीं। मैं समझता हूं कि उससे उपयुक्त कैंडिडेट नहीं है। मैंने भी ये समझा कि राजनीति के इस युग में युवाओं को और पार्टिसिपेट करने का मौका मिलना चाहिए।” बीरेंद्र सिंह को लोकसभा में झटका दे चुकी कांग्रेस
बीरेंद्र सिंह ने भले ही उचाना सीट से दावा ठोक दिया हो लेकिन कांग्रेस में उनकी राह आसान नहीं है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उन्हें झटका दे चुकी है। उनके बेटे बृजेंद्र सिंह हिसार से BJP के सिटिंग सांसद थे। इसके बावजूद वह बेटे समेत कांग्रेस में आ गए। लोकसभा में कांग्रेस ने उनके बेटे की टिकट काट दी। बीरेंद्र सिंह ने हिसार और सोनीपत से दावेदारी ठोकी थी। हालांकि विधानसभा में उनके बेटे की दावेदारी को कांग्रेस कितनी तवज्जो देगी, इस पर सबकी नजर है। हुड्डा को छोड़ सैलजा संग नजर आ रहे बीरेंद्र
कांग्रेस में इस वक्त संगठन में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा का दबदबा है। हालांकि बीरेंद्र सिंह हुड्डा की विरोधी मानी जाती सिरसा सांसद कुमारी सैलजा के साथ नजर आ रहे हैं। वह लोकसभा चुनाव के वक्त भी सैलजा का नामांकन भरवाने गए। अब सैलजा कांग्रेस संदेश यात्रा निकाल रही हैं तो बीरेंद्र सिंह उनके साथ नजर आ रहे हैं। बीरेंद्र सिंह ने कहा था- मेरा बेटा CM की दौड़ में
बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह के मन में अभी भी हरियाणा का मुख्यमंत्री न बनाए जाने की टीस है। हिसार से बेटे बृजेंद्र को कांग्रेस का टिकट न मिलने के बाद बीरेंद्र सिंह ने जींद में समर्थकों से मीटिंग की थी। जिसमें बीरेंद्र सिंह ने इशारों-इशारों में कहा था कि मैं CM नहीं बन पाया तो क्या हुआ, उनका बेटा अब CM की दौड़ में शामिल हो गया है। इस पर बीरेंद्र सिंह ने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के पिता रणबीर सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि भूपेंद्र हुड्डा के बड़े भाई जोगिंद्र के निधन पर बड़ी संख्या में पूरे देश से बड़े नेता आए हुए थे। तब चौधरी रणबीर सिंह ने यह कहा था कि लोग कहते थे क्या रणबीर सिंह कभी CM नहीं बन पाएगा। आज देखो मेरा बेटा प्रदेश का CM है। यह कहकर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि अब आप लोग समझ जाओ। हरियाणा की राजनीति के ट्रेजेडी किंग बीरेंद्र सिंह
हरियाणा की सियासत में बीरेंद्र सिंह को ट्रेजेडी किंग कहा जाता है। हरियाणा में जाटों के दबदबे वाले जींद और इससे लगते इलाके को बांगर बेल्ट कहा जाता है। बांगर का यही इलाका किसानों के सबसे बड़े नेता, सर छोटूराम के नाती बीरेंद्र सिंह की राजनीतिक कर्मभूमि रही है। 5 बार विधायक और 3 दफा सांसद रह चुके बीरेंद्र सिंह कभी CM नहीं बन पाए और इसकी टीस उन्हें हमेशा से रही। वह खुद अनेक बार अलग-अलग मंचों से इसका जिक्र भी करते रहे। साफ-सुथरी राजनीति करने वाले बीरेंद्र सिंह हर मुद्दे पर अपना पॉइंट ऑफ व्यू बिना किसी लागलपेट के रखते हैं। जो भी कहना, सीधे मुंह पर कहना, उनकी आदत है। इसी बेबाकी के चलते वह कई बार अपनी ही पार्टी , फिर चाहे वो कांग्रेस हो या भाजपा, के लिए मुश्किलें खड़ी कर चुके हैं। वह वाक्या, जिसमें उदयभान और हुड्डा ने बीरेंद्र पर तंज कस दिया चंडीगढ़ में कांग्रेस ने ‘हरियाणा मांगे इंसाफ’ कैंपेन की लॉन्चिंग रखी थी। इस दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीरेंद्र सिंह को माइक देने से पहले प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा- ”हमारे प्रदेश के वरिष्ठ नेता हैं चौधरी बीरेंद्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री, बड़ा लंबा तजुर्बा है। (हंसते हुए) 42 साल कांग्रेस का है, 10 साल BJP का है। उनका मार्गदर्शन बहुत ही बेहतर रहा है। वह भी अपने विचार रखेंगे।” इस पर भूपेंद्र हुड्डा ने उदयभान के हाथ से माइक पकड़कर चौधरी बीरेंद्र सिंह के लिए कहा-”मार्गदर्शक बन चुके हैं।”(यह सुनकर सब हंसने लगे) इस पर बीरेंद्र सिंह ने कहा- और ये (मार्गदर्शक) होने वाले हैं। इसके बाद चौधरी बीरेंद्र सिंह ने माइक थामा। उन्होंने कहा- ” मैं जो सोचता हूं। मेरी अपनी असेसमेंट है और ये मैं मार्गदर्शक के रूप में नहीं एक्टिव पॉलिटिशियन के रूप में बता रहा हूं कि हरियाणा में 70 से 75% मतदाता BJP का विरोधी है।”
दिल्ली में PM मोदी से मिले हरियाणा के सांसद:केंद्रीय मंत्री खट्टर और राव इंद्रजीत दिखे साथ-साथ; कई मुद्दों पर हुई चर्चा, राज्यसभा सांसद भी रहे मौजूद
दिल्ली में PM मोदी से मिले हरियाणा के सांसद:केंद्रीय मंत्री खट्टर और राव इंद्रजीत दिखे साथ-साथ; कई मुद्दों पर हुई चर्चा, राज्यसभा सांसद भी रहे मौजूद मानसून सत्र के दौरान हरियाणा के BJP सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। इनमें पांचों लोकसभा सांसदों के अलावा तीन राज्यसभा सांसद भी मौजूद रहे। इस दौरान प्रधानमंत्री के साथ सांसदों ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। संसद भवन परिसर में हुई इस मुलाकात में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और राव इंद्रजीत सिंह एक साथ नजर आए। सांसदों ने प्रधानमंत्री के साथ देश और हरियाणा से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इस मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और बीजेपी के सहयोग से सांसद बने कार्तिकेय शर्मा ने X पर पोस्ट भी डाली। दरअसल, सांसदों के साथ संवाद की प्रक्रिया के तहत पीएम ने ये मुलाकात की है। पीएम मोदी अलग-अलग राज्यों के सांसदों से सत्र के दौरान मुलाकात करते रहे हैं। बता दें कि हरियाणा में इस बार बीजेपी को 10 में से पांच लोकसभा सीटों का नुकसान हुआ है। करनाल से मनोहर लाल, गुरुग्राम में राव इंद्रजीत सिंह, फरीदाबाद से कृष्णपाल गुर्जर, भिवानी-महेंद्रगढ़ से चौधरी धर्मबीर, कुरुक्षेत्र से नवीन जिंदल ही जीत दर्ज कर पाए, जबकि पांच प्रत्याशी चुनाव में हार गए। प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान इन पांच लोकसभा सांसदों के अलावा हरियाणा से राज्यसभा सांसद सुभाष बराला, कृष्णलाल पंवार और बीजेपी के समर्थन से राज्यसभा सांसद बने कार्तिकेय शर्मा मौजूद रहे। खट्टर और कार्तिकेय ने X पर पोस्ट डाली PM से मुलाकात के बाद कार्तिकेय शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्वीटर) पर एक पोस्ट की है। इसमें उन्होंने लिखा, आज संसद भवन में ‘विकसित भारत’ संकल्प के प्रणेता, देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से हरियाणा भाजपा संसदीय दल के साथ भेंट कर मार्गदर्शन प्राप्त किया’। इसी पोस्ट में उन्होंने आगे लिखा, हरियाणा के संपूर्ण विकास के लिए सदैव संकल्पित रहने वाले प्रधानमंत्री जी ने अपना बहुमूल्य समय हमें प्रदान किया। इसके लिए उनका सहृदय आभार। इसी तरह की पोस्ट करनाल से सांसद और केंद्रीय कैबिनेट मंत्री मनोहर लाल ने भी की। उन्होंने X पर लिखा-आज संसद भवन में प्रधानमंत्री जी से हरियाणा बीजेपी संसदीय दल के साथ भेंट की। विभिन्न विषयों पर उनका मार्गदर्शन प्राप्त किया। इसी साल होने के विधानसभा चुनाव हरियाणा में इसी साल अक्टूबर तक विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में चुनावी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। गृहमंत्री अमित शाह 18 दिन के अंदर दो बार हरियाणा का दौरा कर चुके हैं। 16 जुलाई को अमित शाह ने महेंद्रगढ़ में ओबीसी के प्रांतीय सम्मेलन में शिरकत की थी। लोकसभा चुनाव में हुए नुकसान को भांप कर बीजेपी ने विधानसभा चुनाव से पहले ही तैयारियां शुरू कर दी है। हरियाणा में लगातार दो बार से बीजेपी की सरकार है। जीत की हैट्रिक लगाने के लिए बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने हरियाणा पर फोकस किया हुआ है।