पलवल में अज्ञात वाहन ने साइकिल को टक्कर मार दी। साइकिल सवार व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई। जो ओमेक्स सिटी पलवल में ड्यूटी पूरी कर वापस अपने घर जा रहा था। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया है। सदर थाना प्रभारी अनिल कुमार के अनुसार, फुलवाड़ी गांव निवासी नरवीर ने दी शिकायत में कहा है कि उसका बड़ा भाई जगपाल उर्फ जयप्रकाश 26 नवंबर को देर शाम करीब साढ़े सात बजे ड्यूटी देकर वापस साइकिल पर अपने घर लौटकर आ रहा था। राहगीर ने पहुंचाया अस्पताल इसी दौरान जब वह नेशनल हाईवे-19 पर अटोहां चौक के पास पहुंचा। तभी किसी अज्ञात वाहन ने साइकिल में पीछे से टक्कर मार दी। उसके भाई को घायल अवस्था में किसी राहगीर ने उपचार के लिए नागरिक अस्पताल पलवल भेज दिया। सूचना मिलने पर परिजन भी अस्पताल पहुंच गए और गंभीर रूप से घायल अपने भाई को उपचार के लिए पलवल के एक निजी अस्पताल ले गए, जहां से निजी अस्पताल फरीदाबाद व बाद में राम मनोहर लोहिया अस्पताल दिल्ली में दाखिल करा दिया। जहां उसके भाई का इलाज चल रहा था, लेकिन इलाज के दौरान 5 दिसंबर को मौत हो गई। पलवल में अज्ञात वाहन ने साइकिल को टक्कर मार दी। साइकिल सवार व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई। जो ओमेक्स सिटी पलवल में ड्यूटी पूरी कर वापस अपने घर जा रहा था। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया है। सदर थाना प्रभारी अनिल कुमार के अनुसार, फुलवाड़ी गांव निवासी नरवीर ने दी शिकायत में कहा है कि उसका बड़ा भाई जगपाल उर्फ जयप्रकाश 26 नवंबर को देर शाम करीब साढ़े सात बजे ड्यूटी देकर वापस साइकिल पर अपने घर लौटकर आ रहा था। राहगीर ने पहुंचाया अस्पताल इसी दौरान जब वह नेशनल हाईवे-19 पर अटोहां चौक के पास पहुंचा। तभी किसी अज्ञात वाहन ने साइकिल में पीछे से टक्कर मार दी। उसके भाई को घायल अवस्था में किसी राहगीर ने उपचार के लिए नागरिक अस्पताल पलवल भेज दिया। सूचना मिलने पर परिजन भी अस्पताल पहुंच गए और गंभीर रूप से घायल अपने भाई को उपचार के लिए पलवल के एक निजी अस्पताल ले गए, जहां से निजी अस्पताल फरीदाबाद व बाद में राम मनोहर लोहिया अस्पताल दिल्ली में दाखिल करा दिया। जहां उसके भाई का इलाज चल रहा था, लेकिन इलाज के दौरान 5 दिसंबर को मौत हो गई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के 2 जिलों में बाढ़ जैसे हालात:सोम नदी का पानी गांवों में घुसा, एक व्यक्ति की मौत; 7 शहरों में बारिश का अलर्ट
हरियाणा के 2 जिलों में बाढ़ जैसे हालात:सोम नदी का पानी गांवों में घुसा, एक व्यक्ति की मौत; 7 शहरों में बारिश का अलर्ट हरियाणा में रविवार को लगभग सभी जिलों में अच्छी बारिश हुई। 24 घंटे में औसतन 7.3 मिलीमीटर पानी बरसा, जो सामान्य (4.2 MM) से 73% ज्यादा है। अंबाला में सबसे ज्यादा 165.8 MM बारिश हुई। इससे शहर में बाढ़ जैसे हालात बन गए। यमुनानगर में सोम नदी उफान पर है। साढौरा के वार्ड-6 व छछरौली के कई गांवों में घरों में पानी भर गया। खानुवाला गांव में खेतों में काम कर रहे चिंतपुर निवासी सतपाल (50) की पानी में डूबने से मौत हो गई। बाढ़ से बचाव के लिए NDRF की टीम पहुंच गई है। NDRF ने शव बरामद कर लिया है। सोमवार को मौसम विभाग ने 7 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, नूंह, पलवल और फरीदाबाद में तेज बारिश आ सकती है। 24 घंटे में कहां कितनी हुई बारिश मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, रविवार को चरखी दादरी में 11 MM, फतेहाबाद में 6, हिसार 38, झज्जर में16, जींद में 47, कुरुक्षेत्र में 46, पानीपत में 6, रोहतक में 13 और यमुनानगर 80 MM बारिश रिकॉर्ड की गई। 16 अगस्त तक खराब रहेगा मौसम हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि मानसूनी हवाओं के चलते 16 अगस्त तक मानसून की सक्रियता अधिक रहेगी। 12 व 13 अगस्त को उत्तर और पश्चिमी हरियाणा में हल्की वर्षा और 15 से 16 अगस्त तक राज्य में तेज वर्षा हो सकती है। अभी तक एक जून से लेकर अगस्त तक बेशक 24 प्रतिशत तक वर्षा कम हुई है, लेकिन आने वाले दिनों में यह आंकड़ा सामान्य से ऊपर जा सकता है। यमुना में 65 हजार क्यूसेक बहाव रविवार को पहाड़ों और मैदानों में हुई बारिश से यमुना का बहाव 65 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया। यमुनानगर के DC कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि घबराने की जरूरत नहीं है। हर गतिविधि पर प्रशासन नजर रख रहा है। जहां पर भी मदद की जरूरत है। वहां पर लोगों की मदद की जा रही है। यमुना की तरह सोम नदी में 24 हजार क्यूसेक जल बहाव पहुंच गया है। यह अब तक सबसे अधिक बहाव रिकॉर्ड किया गया है। सोम नदी के उफान का पानी गांव रूकाली ओर जाने वाली सड़क के ऊपर से गुजर गया। छछरौली क्षेत्र में सोम नदी का तटबंध टूटने से खानूवाला, चिंतपुर, सलेमपुर, हडौली सहित कई गांवों में पानी घुस गया है।
हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट का एनालिसिस:युवा-अनुभवी चेहरों का गुडमिक्स; हाईकमान ने सर छोटूराम और बंसीलाल की विरासत नहीं छोड़ी
हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट का एनालिसिस:युवा-अनुभवी चेहरों का गुडमिक्स; हाईकमान ने सर छोटूराम और बंसीलाल की विरासत नहीं छोड़ी हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 9 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। इसके जरिए कांग्रेस हाईकमान ने युवा और अनुभवी चेहरों का गुडमिक्स किया है। इनमें 2019 का चुनाव हारने के बावजूद 3 चेहरों अशोक अरोड़ा, कुलदीप शर्मा और परमवीर सिंह पर अनुभव के तौर पर दांव खेला। वहीं वर्धन यादव, मोहित ग्रोवर, बलराम दांगी और अनिरुद्ध चौधरी युवा चेहरे हैं। हाईकमान ने प्रदेश के पूर्व दिग्गज नेताओं की विरासत को भी पार्टी से जोड़े रखने का पूरा ध्यान रखा। इसी वजह से पूर्व CM बंसीलाल के पोते और सर छोटूराम के पूर्व मंत्री नाती बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह को भी टिकट दी है। कांग्रेस हाईकमान ने BJP में बगावत से दूसरी लिस्ट में भी सबक लिया। भाजपा के पहली ही लिस्ट में 67 उम्मीदवारों को मुकाबले कांग्रेस ने पहली लिस्ट में 32 और अब सिर्फ 9 उम्मीदवारों की घोषणा की। जातीय समीकरण: जाट चेहरे ज्यादा, SC चेहरा न होने से चौंकाया क्षेत्रीय समीकरण: बागड़-अहीरवाल बेल्ट पर हाईकमान का ज्यादा मंथन 2019 में जिन सीटों पर दूसरे नंबर पर रही कांग्रेस, वहां 26 सीटें रोकीं
कांग्रेस 2019 के विधानसभा चुनाव में कुल 30 सीटों पर दूसरे नंबर पर रही थी। 2024 के चुनाव के लिए पार्टी ने इन 30 सीटों में से सिर्फ 4 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया है। इनमें थानेसर, गन्नौर, महम और होडल (SC) शामिल है। इन चार में से तीन सीटों पर पार्टी ने उन्हीं चेहरों को मौका दिया है जो 2019 का चुनाव लड़े थे। इनमें थानेसर से अशोक अरोड़ा, गन्नौर से कुलदीप शर्मा और होडल (SC) से चौधरी उदयभान शामिल है। महम सीट पर पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे आनंद सिंह दांगी की जगह पार्टी ने इस बार उनके बेटे बलराम दांगी को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस की दूसरी लिस्ट से जुड़े सवाल-जवाब 1. दूसरी लिस्ट में सिर्फ 9 ही उम्मीदवार क्यों?
कांग्रेस हरियाणा में BJP जैसी गलती नहीं करना चाहती। इसीलिए कम सीटों की घोषणा की। इनमें वैसे तो कहीं बगावत की गुंजाइश नहीं है। अगर कहीं ऐसी स्थिति हुई थी तो कम सीटों की वजह से दिग्गज नेताओं को वहां जाकर बागियों को संभालना आसान हो जाएगा। 2. कांग्रेस कितनी लिस्टें जारी करेगी
कांग्रेस के पहली लिस्ट में 32 और दूसरी में 9 उम्मीदवार देखकर ऐसा लगता है कि अभी 2 और लिस्टें आ सकती हैं। तीसरी लिस्ट आज या कल में आ सकती है। चौथी लिस्ट सबसे विवादों वाली होगी, जिसे नामांकन के अंतिम दिन 12 सितंबर से एक दिन पहले जारी किया जा सकता है ताकि बागियों को दूसरी पार्टी में जाने या निर्दलीय लड़ने का मौका न मिल सके। 3. कांग्रेस-AAP से गठबंधन का क्या होगा?
गठबंधन को लेकर वैसे तो आज ही ऐलान हो सकता है। मगर, दोनों लिस्टों में कांग्रेस ने उन सीटों पर उम्मीदवार घोषित नहीं किया, जिन्हें AAP को देने की प्लानिंग हैं। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस AAP को 5 सीटें दे सकती है। जिनमें जींद, कलायत, पानीपत ग्रामीण, पिहोवा और ओल्ड फरीदाबाद की सीट हो सकती है। ऐसे में अभी गठबंधन की उम्मीद बरकरार है। 4. तोशाम से बंसीलाल के पोते को टिकट क्यों?
बंसीलाल प्रदेश के पूर्व सीएम रह चुके हैं। आज भी उनके नाम का वोट बैंक है। उनकी राजनीतिक विरासत संभाल रही बहू किरण चौधरी कुछ महीने पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चली गई। भाजपा ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया। वहीं किरण की बेटी श्रुति चौधरी को तोशाम से विधानसभा टिकट दे दी। ऐसे में यह वोट बैंक भाजपा में शिफ्ट न हो जाए, इसलिए कांग्रेस ने बंसीलाल के पोते अनिरुद्ध चौधरी को टिकट देकर श्रुति के मुकाबले खड़ा कर दिया। 5. कांग्रेस के टिकट बंटवारे में किसकी चली
अभी तक के लिहाज से पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा की। 41 सीटों में सबसे ज्यादा 35 टिकटें हुड्डा खेमे को ही मिली हैं। कांग्रेस में उनके विरोधियों की बात करें तो विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं सांसद कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला पर कोई फैसला नहीं हुआ। सुरजेवाला कैथल सीट से अपने या बेटे आदित्य सुरजेवाला के लिए दावेदारी जता रहे हैं लेकिन कांग्रेस ने वहां टिकट की ही घोषणा नहीं की है। राहुल गांधी की मुंहबोली बहन के ससुर को टिकट नहीं
कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में बादशाहपुर सीट से वर्धन यादव का नाम चौंकाने वाला रहा। यहां से राव कमलबीर सिंह कांग्रेस टिकट के दावेदार थे। राव कमलबीर सिंह जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष रहे स्व. शरद यादव की बेटी सुभाषिनी यादव के ससुर हैं। सुभाषिनी की शादी राव कमलबीर सिंह के बेटे राजकमल राव से हुई है। राव कमलबीर सिंह किसी समय हरियाणा में जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष थे। बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गए। राहुल गांधी सुभाषिनी यादव को मुंहबोली बहन मानते हैं। सुभाषिनी यादव भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में राहुल गांधी के साथ नजर आई थीं। वह प्रियंका गांधी के भी करीब है। ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा चुनाव, कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में 9 उम्मीदवार घोषित:पार्टी ने अब तक 28 विधायकों समेत 41 कैंडिडेट्स के नामों का ऐलान किया हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने रविवार (8 सितंबर) की देर रात अपने कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में 9 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया। पार्टी ने तोशाम सीट से पूर्व सीएम बंसीलाल के पोते अनिरुद्ध चौधरी और उचाना कलां सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे व BJP के पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह को टिकट दिया है। (पूरी खबर पढ़ें) कांग्रेस की दूसरी लिस्ट के 9 प्रत्याशियों की डिटेल प्रोफाइल:तोशाम में भाई-बहन का मुकाबला; 3 हारे चेहरों पर दांव, कुलदीप सबसे उम्रदराज हरियाणा में कांग्रेस ने उम्मीदवारों की जो दूसरी लिस्ट जारी की है, उसमें 3 नए चेहरे हैं। इस लिस्ट में 3 टिकट उन नेताओं को मिले हैं, जो पिछली बार हारे थे। 9 सीटों में 4 टिकटें जाट और 2-2 OBC और पंजाबी उम्मीदवारों को मिली हैं। दूसरी लिस्ट में केवल 1 महिला है। 2 दलबदलुओं को टिकट दी है। (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा में कांग्रेस की 2 लिस्ट जारी, 32 नाम:ED केस में फंसे-नूंह हिंसा आरोपी समेत 28 विधायकों को दोबारा टिकट; BJP बोली- क्राइम चैंपियनशिप हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 6 सितंबर की देर रात दो लिस्ट में 32 उम्मीदवारों का ऐलान किया। पहली लिस्ट में 31 उम्मीदवारों का ऐलान किया गया। डेढ़ घंटे बाद दूसरी लिस्ट में एक कैंडिडेट का नाम घोषित किया (पूरी खबर पढ़ें) कांग्रेस की पहली लिस्ट के 32 उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल:1 हारे-1 दलबदलू को टिकट, 80 साल के कादियान सबसे बुजुर्ग, विनेश सबसे यंग हरियाणा में कांग्रेस ने 32 नामों की जो पहली लिस्ट जारी की है, उसमें सिर्फ 3 नए चेहरे हैं। इस लिस्ट में पिछला चुनाव हारे हरियाणा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष उदयभान को टिकट मिली है। 32 सीटों में 9-9 टिकटें जाट और SC उम्मीदवारों को मिली हैं। SC के लिए 17 सीटें रिजर्व हैं। पहली लिस्ट में केवल 5 महिलाएं हैं। इस लिस्ट में 1 दलबदलू को टिकट दी है। (पूरी खबर पढ़ें) कांग्रेस के 32 उम्मीदवारों का एनालिसिस:हरियाणा में BJP जैसी बगावत-भगदड़ से बचने की कोशिश; सांसदों को दोटूक मैसेज- हाईकमान सबसे ऊपर कांग्रेस हाईकमान सेफ गेम खेलते हुए हरियाणा चुनाव के लिए जारी 32 उम्मीदवारों की दो लिस्टों में BJP में मची भगदड़-बगावत जैसे हालात से बचने की कोशिश करता नजर आया। कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की 4 मीटिंग हुईं। उसके बाद 3 मीटिंग केंद्रीय चुनाव समिति की हुईं। आखिरी बैठक में राहुल गांधी की जगह खुद सोनिया गांधी पहुंचीं। इसके बावजूद पार्टी बड़ी लिस्ट जारी करने की हिम्मत नहीं दिखा पाई। (पूरी खबर पढ़ें)
बागी विधायकों और नेताओं पर फूटा दुष्यंत का गुस्सा:भाजपा पर निशाना, बोले- 400 पार कहने वाले जेजेपी से नेता ले रहे उधार
बागी विधायकों और नेताओं पर फूटा दुष्यंत का गुस्सा:भाजपा पर निशाना, बोले- 400 पार कहने वाले जेजेपी से नेता ले रहे उधार जननायक जनता पार्टी (JJP) से बागी हुए विधायकों और नेताओं पर पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का गुस्सा फुटा हैं। दुष्यंत चौटाला ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर एक पोस्ट सांझा की। जिसमें उन्होंने बागी नेताओं की फोटो भी सांझा की। साथ ही भाजपा को भी निशाने पर लिया। पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट डालते हुए लिखा कि “अब तक तो कहते थे वो 400 पार, नेता लेने पड़ रहे हैं जेजेपी से उधार, दिल्ली में बैठे कर रहे है इंतजार, हो नहीं रहे इनके पूरे 90 उम्मीदवार, विधानसभा ढूंढ रहे हैं इनके सरदार, ना करनाल में जीत, लाडवा में भी हार, बस आने दो 5 अक्तूबर इस बार, उसके बाद ये हमेशा के लिए बाहर।” साढ़े चार साल भाजपा के साथ चलाई सरकार
2019 विधानसभा चुनाव में जेजेपी के 10 विधायक जीतकर आए थे। जिसके बाद जेजेपी ने भाजपा के साथ गठबंधन करके हरियाणा में सरकार बनाई। वहीं करीब साढ़े 4 साल सरकार चलाई। 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों का गठबंधन टूट गया। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह भी इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो गए। JJP विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा और विधायक जोगीराम सिहाग भी भाजपा के कार्यक्रमों में नजर आए। वहीं गठबंधन टूटने के बाद कई बड़े नेताओं ने पार्टी छोड़ी। 7 विधायकों ने छोड़ी जेजेपी
विधानसभा चुनाव 2024 की घोषणा के बाद जेजेपी के विधायकों ने भी पार्टी को छोड़ना आरंभ कर दिया। जेजेपी के 10 विधायकों में से 7 विधायक पार्टी छोड़कर जा चुके हैं। जिनमें अनूप धानक, जोगीराम सिहाग, ईश्वर सिंह, रामकरण काला, देवेंद्र बबली, रामनिवास सूरजाखेड़ा, रामकुमार गौतम शामिल रहे। फिलहाल जेजेपी के पास तीन विधायक हैं। जिनमें खुद दुष्यंत चौटाला, उनकी मां नैना चौटाला व अमरजीत ढांडा शामिल हैं। लोकसभा चुनाव में JJP को 0.87 प्रतिशत वोट मिले
लोकसभा चुनाव में JJP को 0.87 प्रतिशत ही वोट मिल पाए हैं। सबसे खराब स्थित अंबाला, रोहतक, कुरुक्षेत्र और सोनीपत की रही। यहां JJP प्रत्याशी 10 हजार से ऊपर वोट नहीं ले पाए। सबसे कम फरीदाबाद में नलिन हुड्डा को 5361 वोट मिले। वहीं सबसे अधिक वोट हिसार में दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला को मिले। नैना चौटाला को 22032 वोट मिले। इसके अलावा पार्टी तीसरे से लेकर पांचवें स्थान पर रही। वहीं बसपा और इनेलो का प्रदर्शन जजपा से बेहतर रहा। हालांकि बसपा और इनेलो की भी चुनाव में जमानत जब्त हुई।