हरियाणा के पलवल जिले में टीकरी ब्राह्मण गांव के श्मशान घाट के निकट कार की टक्कर से ऑटो में सवार ऑटो चालक सहित तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गई। दुर्घटना को अंजाम देने के बाद कार चालक अपनी कार को लेकर मौके से फरार हो गया। सदर थाना पुलिस ने घायल सवारी की शिकायत पर कार के अज्ञात चालक के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। श्मशान घाट के पास हुआ हादसा सदर थाना के जांच अधिकारी राशीद खान के अनुसार टीकरी ब्राह्मण गांव निवासी देवेंद्र ने दी शिकायत में कहा कि वह प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। वह ड्यूटी जाने के लिए गांव के बस अड्डे से एक ऑटो में बैठकर पलवल बस स्टैंड जा रहा था, लेकिन जब उनका ऑटो टीकरी ब्राह्मण गांव के श्मशान घाट के निकट पहुंचा, तभी सामने से तेज गति से एक सफेद रंग की कार आई और ऑटो में टक्कर मार दी। कार चालक की तलाश में जुटी पुलिस दुर्घटना में उसे (देवेंद्र) व सवारी सविता पत्नी राजेंद्र के अलावा ऑटो चालक टीकरी ब्राह्मण गांव निवासी इकरार पुत्र इकलास घायल हो गए। पीड़ित ने कार का नंबर देख लिया था। घायलों को उपचार के लिए जिला नागरिक अस्पताल पलवल पहुंचा दिया गया। सदर थाना पुलिस ने घायल देवेंद्र की शिकायत पर कार के अज्ञात चालक के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार व उसके चालक की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि कार को जब्त कर उसके चालक को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हरियाणा के पलवल जिले में टीकरी ब्राह्मण गांव के श्मशान घाट के निकट कार की टक्कर से ऑटो में सवार ऑटो चालक सहित तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गई। दुर्घटना को अंजाम देने के बाद कार चालक अपनी कार को लेकर मौके से फरार हो गया। सदर थाना पुलिस ने घायल सवारी की शिकायत पर कार के अज्ञात चालक के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। श्मशान घाट के पास हुआ हादसा सदर थाना के जांच अधिकारी राशीद खान के अनुसार टीकरी ब्राह्मण गांव निवासी देवेंद्र ने दी शिकायत में कहा कि वह प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। वह ड्यूटी जाने के लिए गांव के बस अड्डे से एक ऑटो में बैठकर पलवल बस स्टैंड जा रहा था, लेकिन जब उनका ऑटो टीकरी ब्राह्मण गांव के श्मशान घाट के निकट पहुंचा, तभी सामने से तेज गति से एक सफेद रंग की कार आई और ऑटो में टक्कर मार दी। कार चालक की तलाश में जुटी पुलिस दुर्घटना में उसे (देवेंद्र) व सवारी सविता पत्नी राजेंद्र के अलावा ऑटो चालक टीकरी ब्राह्मण गांव निवासी इकरार पुत्र इकलास घायल हो गए। पीड़ित ने कार का नंबर देख लिया था। घायलों को उपचार के लिए जिला नागरिक अस्पताल पलवल पहुंचा दिया गया। सदर थाना पुलिस ने घायल देवेंद्र की शिकायत पर कार के अज्ञात चालक के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार व उसके चालक की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि कार को जब्त कर उसके चालक को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पानीपत में तेज रफ्तार ट्रॉले का कहर:दो दोस्तों की मौत- एक घायल, दो बाइकों-ट्रॉली को मारी टक्कर; यूपी जा रहे थे
पानीपत में तेज रफ्तार ट्रॉले का कहर:दो दोस्तों की मौत- एक घायल, दो बाइकों-ट्रॉली को मारी टक्कर; यूपी जा रहे थे हरियाणा के पानीपत जिले के सनौली थाना क्षेत्र में एक तेज रफ्तार ट्रॉले का कहर देखने को मिला। ट्रॉले ने पीछे से दो बाइकों को टक्कर मार दी। इतना ही नहीं, एक अन्य ट्रैक्टर-ट्रॉली में भी टक्कर मारी। जिससे दूसरा ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गई। जिसके नीचे तीन लोग दब गए। तीनों को बाहर निकाला और अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने दो को मृत घोषित कर दिया, जबकि तीसरे की हालत गंभीर बनी हुई है। हादसे की शिकायत प्रत्यक्षदर्शी मृतकों के परिवार वालों ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। हादसे के बाद आरोपी ट्रैक्टर-ट्रॉली छोड़कर हुआ फरार सनौली थाना पुलिस को दी शिकायत में फरमान ने बताया कि वह पानीपत के गांव रामडा का रहने वाला है। 25 जनवरी की शाम वह अपने ताऊ के बेटे रहमान (30) के साथ एक बाइक पर सवार होकर उत्तर प्रदेश के कैराना जा रहा था। साथ ही दूसरी बाइक पर मुसारिक (29) निवासी गांव बराला कुकरहेडी जिला शामली, उत्तर प्रदेश जा रहा था। जिसके पीछे फरमान का भाई रहमान (30) बैठा हुआ था। इनकी बाइक आगे चल रही थी। इसी दौरान पानीपत की ओर से एक तेज रफ्तार ट्रॉला चालक आया। जिसने पहले मुसारिक की बाइक में टक्कर मारी, फिर एक अन्य बाइक में टक्कर मारी। आखिर में पीछे से दूसरी ट्रॉली में टक्कर मारी। जिससे दूसरी ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गई। हादसे के बाद आरोपी मौके पर ट्रैक्टर-ट्रॉली छोड़कर फरार हो गया। एक ही गांव से दोस्त थे दोनों मृतक वहीं, हादसे में रहमान और मुसाफिर ट्रॉली के नीचे दब गए थे। जबकि एक अन्य व्यक्ति वाजिद निवासी शामली यूपी भी ट्रॉली के नीचे दब गया था। मौके पर कंट्रोल रूम नंबर डायल 112 पर कॉल कर पुलिस व एंबुलेंस बुलाई गई। किसी तरह तीनों को ट्रॉली के नीचे से निकाला। वहां से तीनों को एक निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां चेकअप के बाद डॉक्टरों ने रहमान और मुसारिक को मृत घोषित कर दिया। जबकि वाजिद का इलाज चल रहा है। मृतकों के शवों को सिविल अस्पताल लाया गया। जहां उनका पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया गया है।
पूर्व BJP सांसद को टिकट की संभावना का विरोध:भड़के भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुतला फूंका; नेता दिल्ली में हरियाणा प्रभारी के घर पहुंचे
पूर्व BJP सांसद को टिकट की संभावना का विरोध:भड़के भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुतला फूंका; नेता दिल्ली में हरियाणा प्रभारी के घर पहुंचे हरियाणा में BJP के टिकट बंटवारे से पहले ही बवाल मचने लगा है। रोहतक के पूर्व सांसद अरविंद शर्मा को सोनीपत की गोहाना सीट से टिकट देने की बात सामने आते ही भाजपा वर्करों ने विरोध शुरू कर दिया। शुक्रवार को पूरा चौक पर इकट्ठा हुए कार्यकर्ताओं ने अरविंद शर्मा का पुतला फूंका। यही नहीं, कुछ नेता विरोध करने के लिए दिल्ली स्थित हरियाणा भाजपा के इंचार्ज केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के घर तक पहुंच गए। उनका कहना है कि गोहाना विधानसभा से लगातार बाहरी प्रत्याशियों को उम्मीदवार बनाने का नाम चल रहा है। इनमें राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा, पूर्व सांसद रमेश कौशिक के भाई देवेंद्र कौशिक और पूर्व सांसद अरविंद शर्मा का नाम चर्चा में है। अरविंद शर्मा के अलावा फतेहाबाद की रतिया सीट पर सिरसा की पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को टिकट देने का भी विरोध हो चुका है। भाजपा वर्करों का कहना है कि बाहरी कैंडिडेट को BJP ने उम्मीदवार बनाया तो इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। बाहरी नेता को टिकट देने का विरोध
शुक्रवार को गोहाना में भाजपा कार्यकर्ता गोहाना चौराहे पर पहुंचे और उन्होंने भाजपा नेता पूर्व सांसद अरविंद शर्मा के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद उन्होंने अरविंद शर्मा का पुतला भी फूंका। इन कार्यकर्ताओं में पवन कुमार, संदीप सिंह, रोशन कुमार मुख्य रहे। इन कार्यकर्ताओं का कहना था कि गोहाना से भाजपा की टिकट किसी स्थानीय नेता को ही मिले। बाहरी उम्मीदवार के लिए स्थानीय कार्यकर्ता काम नहीं करेंगे। सूत्र बताते हैं कि अरविंद शर्मा का पुतला फूंकने वाले कार्यकर्ता भाजपा के प्रदेश सचिव उमेश शर्मा के समर्थक हैं। सूत्रों के अनुसार, पार्टी के प्रदेश सचिव उमेश शर्मा चाहते हैं कि गोहाना सीट पर विधानसभा चुनाव में किसी स्थानीय जाट नेता को उतारा जाए, ताकि सीट पर जाति समीकरण को साधा जा सके। हालांकि, उमेश शर्मा इस सीट से अपनी दावेदारी नहीं जता रहे। वह खुद बरौदा विधानसभा से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। कार्यकर्ताओं संग दिल्ली भी पहुंचे नेता
शुक्रवार को ही गोहाना विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांग रहे भाजपा के अन्य नेता सोनीपत रोड पर एकत्रित हुए थे। वहां से वे दिल्ली में संगठन के नेताओं से मिलने पहुंचे। उन्होंने हरियाणा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के घर के बाहर अपनी आवाज बुलंद की। इन नेताओं में बलराम कौशिक, डॉ. ओमप्रकाश शर्मा, इंद्रजीत विरमानी, नरेंद्र गहलावत, परमवीर सैनी, शेर सिंह बेडवाल, प्रवीण कश्यप, डॉ. रमेश कश्यप और मुकेश रोहिल्ला मुख्य थे। इनकी भी मांग यही थी कि गोहाना से किसी स्थानीय नेता को ही टिकट मिले। ये नेता गोहाना सीट पर दावेदारी जता रहे
सोनीपत की गोहाना सीट पर भाजपा के जाट, पिछले और ब्राह्मण नेता दावेदारी कर रहे हैं। इनमें कुछ नए और कुछ पहले से चुनाव लड़ चुके नेता शामिल हैं। गोहाना सीट से जाट नेताओं में विरेंद्र सिंह आर्या और तीरथ राणा अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। इनमें तीरथ राणा 2019 में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, विरेंद्र सिंह आर्या को अगर टिक मिलती है, तो यह उनका पहला चुनाव होगा। हालांकि, वह लगातार 3 बार से गोहाना बार एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। वहीं, साल 2014 में भाजपा ने इनके पिता जयसिंह ठेकेदार को टिकट दिया था। हालांकि, 3 दिन बाद ही भाजपा हाईकमान ने जयसिंह का टिकट वापस भी ले लिया था। इसके बाद यह टिकट भाजपा के मौजूदा राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा को दिया गया, लेकिन जब चुनाव के नतीजे आए तो जांगड़ा को भी हार ही मिली थी। पिछड़ा वर्ग से राज्यसभा सांसद की भी दावेदारी
अब फिर से राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा भाजपा से टिकट मांग रहे हैं। वह पिछड़ा वर्ग का चेहरा होने के नाते अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। हालांकि, उनके साथ भाजपा बैकवर्ड सेल के जिलाध्यक्ष रहे परमवीर सैनी भी टिकट की दावेदारी ठोंक रहे हैं। अगर उन्हें टिकट मिलता है तो यह उनका पहला चुनाव होगा। डॉ. ओमप्रकाश शर्मा बड़ा ब्राह्मण चेहरा
गोहाना सीट से डॉ. ओमप्रकाश शर्मा भी विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। वह आज हरियाणा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के आवास पर अपने समर्थकों के साथ भी पहुंचे थे। हालांकि, इन्हें भी चुनाव लड़ने का अनुभव नहीं है। डॉ. शर्मा मौजूदा समय में प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य हैं। वहीं, गोहाना नगर परिषद की लगातार 2 बार से चेयरपर्सन रजनी विरमानी और उनके पति इंद्रजीत विरमानी भी भाजपा से गोहाना सीट का टिकट मांग रहे हैं। ये दोनों भी आज दिल्ली में अपनी मांग को लेकर धर्मेंद्र प्रधान के आवास पहुंचे थे। खुद के लिए टिकट मांगने के साथ इनकी मांग यह भी है कि गोहाना से किसी बाहरी को टिकट न दिया जाए।
पेरिस ओलिंपिक के क्वार्टर फाइनल में हारे निशांत देव:मैक्सिको के मार्को ने दी 4-1 मात, बॉक्सिंग की दुनिया में कदम रखकर बनाई पहचान
पेरिस ओलिंपिक के क्वार्टर फाइनल में हारे निशांत देव:मैक्सिको के मार्को ने दी 4-1 मात, बॉक्सिंग की दुनिया में कदम रखकर बनाई पहचान हरियाणा के करनाल के छोटे से कोट मोहल्ला में साइकिल चलाते हुए गलियों में खेलते एक छोटे से बच्चे ने शायद ही सोचा होगा कि वह एक दिन देश का नाम रोशन करेगा। वह बच्चा था निशांत देव, जिसने स्केटिंग से अपनी खेल यात्रा शुरू की और बॉक्सिंग की दुनिया में कदम रखकर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई। वही निशांत आधी रात साढ़े 12 बजे बॉक्सर मार्को वर्डे से भिड़े और अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। लेकिन निशांत देव को मैक्सिको के मार्को वेर्दे ने क्वार्टर फाइनल मैच में 4-1 से मात दे दी। करनाल के कोर्ट मोहल्ले में बीता बचपन 23 दिसंबर 2000 को हरियाणा के करनाल में जन्मे निशांत देव ने अपनी प्रारंभिक जीवन के दिनों को करनाल के कोट मोहल्ला क्षेत्र में बिताया। यहां उन्होंने अपनी बचपन की यादों को साइकिल चलाते और गलियों में खेलते हुए सजाया। निशांत को खेलों में पहली रुचि स्केटिंग से हुई, जहाँ उन्होंने राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीते। 2012 में उन्होंने बॉक्सिंग की दुनिया में कदम रखा। उनके चाचा, जो एक पेशेवर बॉक्सर थे, ने निशांत को बॉक्सिंग अपनाने की प्रेरणा दी। निशांत के पिता, देव पवन कुमार, ने उनकी प्रारंभिक प्रशिक्षण में बहुत सहायता की, उन्हें सुबह जल्दी उठाकर अभ्यास के लिए ले जाते थे। 12 साल की उम्र में बॉक्सिंग की शुरुआत निशांत ने अपनी स्कूली शिक्षा ओपीएस विद्या मंदिर से पूरी की और बाद में बाबू अनंत राम जनता कॉलेज, कौल में दाखिला लिया। निशांत ने 12 साल की उम्र में कर्ण स्टेडियम में कोच सुरेंद्र चौहान के तहत बॉक्सिंग शुरू की। भारतीय हाई-परफार्मेंस निदेशक सैंटियागो नीवा ने निशांत की प्रतिभा को जल्दी ही पहचान लिया। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमकाया देश का नाम निशांत ने कई पुरस्कार जीते हैं, जिनमें 2nd खेलो इंडिया यूथ गेम्स और 2019 के ग्रैंड स्लैम एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक शामिल हैं। 2019 में उन्होंने 4th एलीट मेन्स नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में रजत पदक भी जीता। निशांत ने राष्ट्रीय स्तर पर सफलता जारी रखते हुए 2021 और 2023 में 5th और 6th एलीट मेन्स नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीते। उन्होंने सर्बिया में 2021 में AIBA मेन्स वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में अपना अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू किया, जहाँ वे क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे। 2023 में, निशांत ने ताशकेंट, उज्बेकिस्तान में IBA मेन्स वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता, जो उनके करियर की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी। 12 साल बाद भी उभरा कंधे का दर्द निशांत ने अपने करियर में कई चुनौतियों का सामना किया है। 2010 में उन्हें कंधे में चोट लगी थी, जो 2022 में फिर से उभर आई। उन्हें सर्जरी और ठीक होने के लिए समय की आवश्यकता थी। इस कठिनाई के बावजूद, निशांत ने मजबूत वापसी की। उन्होंने 2023 में नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता और वर्ल्ड ओलंपिक बॉक्सिंग क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट्स के माध्यम से पेरिस ओलंपिक में स्थान प्राप्त किया। निशांत देव की कहानी दृढ़ता, समर्पण और मेहनत की मिसाल है। उनके संघर्ष और उपलब्धियों ने न केवल करनाल, बल्कि पूरे भारत को गर्व का अनुभव कराया है।