हरियाणा के पलवल जिले में नेशनल हाईवे-19 पर होडल टोल प्लाजा के निकट ट्रक की टक्कर से कार में सवार यूपी के भाजपा ने की मौत हो गई। हादसे के बाद आरोपी ट्रक ड्राइवर मौके से फरार हो गया। होडल थाना पुलिस ने मामले में अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर ट्रक व उसके चालक की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया। दिल्ली अस्पताल में भाई को देखने गए थे जिला नागरिक अस्पताल में आगरा (यूपी) के सौंठ की मंडी निवासी हरीश चंद ने बताया कि उसका भाई रमेश वर्मा भाजपा के नेता थे। 30 दिसंबर को वे अपनी कार से दिल्ली सफदरजंग अस्पताल में भाई महेश वर्मा को देखने के लिए गए थे। सोमवार देर रात करीब साढे नौ बजे रमेश वर्मा दिल्ली से वापस अपनी कार से आगरा लौट कर आ रहे थे। राहगीरों ने भिजवाया नागरिक अस्पताल बताया कि वापसी में लौटते समय होडल स्थित करमन टोल प्लाजा के नजदीक एक तेज रफ्तार ट्रक ने रमेश वर्मा की कार को ओवरटेक किया। उसी दौरान उनकी कार ट्रक से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि रमेश गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद आरोपी चालक ट्रक को लेकर मौके से फरार हो गया। राहगीरों ने आनन-फानन में उसके भाई रमेश वर्मा को जिला नागरिक अस्पताल भिजवा दिया। डॉक्टरों ने मृत किया घोषित जिला नागरिक अस्पताल में डॉक्टरों ने उसके भाई रमेश वर्मा को मृत घोषित कर दिया। होडल थाना पुलिस ने रात को उन्हें हादसे की सूचना दी, जिसके बाद वे मंगलवार सुबह जिला नागरिक अस्पताल पलवल पहुंचे और अपनी शिकायत दी। पुलिस ने शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर शव को पोस्टमॉर्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया। हरियाणा के पलवल जिले में नेशनल हाईवे-19 पर होडल टोल प्लाजा के निकट ट्रक की टक्कर से कार में सवार यूपी के भाजपा ने की मौत हो गई। हादसे के बाद आरोपी ट्रक ड्राइवर मौके से फरार हो गया। होडल थाना पुलिस ने मामले में अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर ट्रक व उसके चालक की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया। दिल्ली अस्पताल में भाई को देखने गए थे जिला नागरिक अस्पताल में आगरा (यूपी) के सौंठ की मंडी निवासी हरीश चंद ने बताया कि उसका भाई रमेश वर्मा भाजपा के नेता थे। 30 दिसंबर को वे अपनी कार से दिल्ली सफदरजंग अस्पताल में भाई महेश वर्मा को देखने के लिए गए थे। सोमवार देर रात करीब साढे नौ बजे रमेश वर्मा दिल्ली से वापस अपनी कार से आगरा लौट कर आ रहे थे। राहगीरों ने भिजवाया नागरिक अस्पताल बताया कि वापसी में लौटते समय होडल स्थित करमन टोल प्लाजा के नजदीक एक तेज रफ्तार ट्रक ने रमेश वर्मा की कार को ओवरटेक किया। उसी दौरान उनकी कार ट्रक से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि रमेश गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद आरोपी चालक ट्रक को लेकर मौके से फरार हो गया। राहगीरों ने आनन-फानन में उसके भाई रमेश वर्मा को जिला नागरिक अस्पताल भिजवा दिया। डॉक्टरों ने मृत किया घोषित जिला नागरिक अस्पताल में डॉक्टरों ने उसके भाई रमेश वर्मा को मृत घोषित कर दिया। होडल थाना पुलिस ने रात को उन्हें हादसे की सूचना दी, जिसके बाद वे मंगलवार सुबह जिला नागरिक अस्पताल पलवल पहुंचे और अपनी शिकायत दी। पुलिस ने शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर शव को पोस्टमॉर्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में नशे की ओवरडोज से व्यक्ति की मौत:2 दोस्तों पर नशीले पदार्थ देने का आरोप, परिजन बोले- इलाज मिलता तो बच जाती जान करनाल के घरौंडा कस्बे में एक क्लीनिक में संदिग्ध परिस्थितियों में युवक का शव मिला है। युवक देर शाम अपने दोस्तों से मिलने के लिए निकला था, लेकिन सुबह उसके परिजनों को उसकी मौत की सूचना मिली। परिजनों का आरोप है कि उसे जबरन शराब और नशीला पदार्थ देकर मरने के लिए मजबूर किया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन मौत के असली कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगा। आज पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। विदेश जाने की कर रहा था तैयारी घरौंडा के भट्टा कॉलोनी निवासी हरविंदर सिंह का बड़ा बेटा नरेंद्र सिंह पिछले छह महीने से चंडीगढ़ में आईएलटीएस की तैयारी कर रहा था। वह 6 अगस्त को ही घर आया था। शुक्रवार शाम करीब 6 बजे वह अपने दोस्त नवनीत से मिलने के लिए घर से निकला था। शिकायतकर्ता पिता ने शिकायत में कहा है कि रात करीब 10 बजे जब मैंने अपने बेटे नरेंद्र सिंह को फोन किया तो नरेंद्र ने बताया कि वह अपने दोस्त नवनीत के साथ डॉ. गगनदीप के क्लीनिक पर खाना खा रहा है और थोड़ी देर में वापस आ जाएगा। रात भर घर नहीं लौटा नरेंद्र शिकायतकर्ता ने बताया कि नरेंद्र रात भर घर नहीं लौटा, मेरी पत्नी ने अगली सुबह यानी 10 अगस्त को मुझे यह बात बताई। जिसके बाद हमने नरेंद्र को फोन किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जब मैं घरौंडा में अपने बेटे को खोजने निकला तो मुझे नवनीत का फोन आया। उसने मुझे बताया कि आपका बेटा नरेंद्र सिंह बीमार है, वह बोल नहीं रहा है और हम निशांत के क्लीनिक पर हैं। निशांत के क्लीनिक पर मिला नरेंद्र शिकायतकर्ता ने बताया कि शनिवार शाम को जब वह निशांत के क्लीनिक पर पहुंचा तो उसका बेटा बेड पर पड़ा था। उसे हिलाया तो वह मृत मिला। जब मैंने नवनीत से पूछा तो नवनीत ने बताया कि नरेंद्र और गगनदीप ने देर रात तक शराब पी थी। गगनदीप और मैं स्मैक के आदी हैं और शराब पीने के बाद हम तीनों नरेंद्र की कार में कुछ खाने के लिए गए और एक ढाबे से खाने का सामान पैक करवाकर कार में वापस आए और डॉ. गगनदीप ने स्मैक निकालकर खुद भी पी ली और मुझे भी पिला दी और नरेंद्र को भी जबरन पिला दी, जिससे नरेंद्र उसी समय से बेहोश हो गया। अस्पताल नहीं ले गए पिता का आरोप है कि डॉ. गगनदीप और नवनीत को पता था कि नरेंद्र बेहोश है। इसके बावजूद वे उसे किसी अस्पताल नहीं ले गए और न ही मुझे या मेरे परिवार के किसी सदस्य को इसकी सूचना दी। आरोपी नरेंद्र को क्लीनिक में छोड़कर दोनों अपने-अपने घर चले गए। सुबह भी ये लोग क्लीनिक आए और देखा, तब तक नरेंद्र की मौत हो चुकी थी। आरोपियों ने हमें फोन करके बताया कि नरेंद्र बोल नहीं रहा है। जब हम क्लीनिक पहुंचे तो नरेंद्र बेड पर मृत पड़ा था। अगर समय रहते परिवार के किसी सदस्य को नरेंद्र की हालत के बारे में बताया जाता तो शायद उसे बचाया जा सकता था। शिकायतकर्ता का आरोप है कि डॉ. गगनदीप और नवनीत की वजह से मेरे बेटे की मौत हुई है, क्योंकि इन लोगों ने नरेंद्र को बहुत ज्यादा शराब पिलाई और उसे जबरन स्मैक पिलाई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत के कारणों का पता चलेगा घरौंडा थाने के एसएचओ राजपाल सिंह ने बताया कि नरेंद्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है। नरेंद्र का शव क्लीनिक पर मिला है। परिजनों का आरोप है कि डॉ. गगनदीप और नवनीत ने नरेंद्र को ज्यादा शराब पिलाई और उसे जबरन स्मैक पिलाई। जिससे उसकी मौत हो गई। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए करनाल स्थित मोर्चरी हाउस में रखवा दिया गया है। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के असली कारणों का पता चल सकेगा।
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हरियाणा की बादशाहपुर सबसे बड़ी विधानसभा:5.21 लाख वोटर; 2008 में बनी, 4 लाख की गुरुग्राम एक मात्र असेंबली, नारनौल सबसे छोटी
हरियाणा की बादशाहपुर सबसे बड़ी विधानसभा:5.21 लाख वोटर; 2008 में बनी, 4 लाख की गुरुग्राम एक मात्र असेंबली, नारनौल सबसे छोटी हरियाणा की बादशाहपुर सबसे बड़ी विधानसभा बनी है। इस विधानसभा का 2008 में गठन किया गया था, इसके बावजूद इस चुनाव में वोटरों की संख्या 5.21 लाख पहुंच गई है। जबकि 3 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां मतदाताओं की संख्या 3-3 लाख से ऊपर है। वहीं गुरुग्राम विधानसभा सीट सूबे की एक मात्र ऐसी सीट हैं, जहां वोटरों की संख्या 4 लाख है। भारतीय चुनाव आयोग (ECI) के जारी आंकड़ों के अनुसार हरियाणा विधानसभा चुनाव में 2.76 लाख मतदाता भी बढ़ गए हैं। वहीं इसी साल जनवरी 2024 की योग्यता तिथि के आधार 22 जनवरी 2024 को प्रकाशित आंकड़ों अनुसार हरियाणा में कुल 1 करोड़ 98 लाख 34 हजार 602 मतदाता थे, उस हिसाब से करीब 8 महीने में हरियाणा में करीब 6.29 लाख मतदाता बढ़ गए हैं। यहां पढ़िए बादशाहपुर सीट का इतिहास हरियाणा की सबसे बड़ी विधानसभा बनी बादशाहपुर सीट का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है। इस सीट को 2008 में बनाया गया था। जिस पर पहली बार 2009 में विधानसभा चुनाव हुए थे। उस चुनाव में कांग्रेस के राव धर्मपाल चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। हालांकि 5 साल बाद 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार राव नरबीर सिंह ने जीत दर्ज की थी। सबसे हैरानी वाली बात 2019 के चुनाव में देखने को मिली। इस चुनाव में सिटिंग MLA राव नरबीर का बीजेपी ने टिकट काट दिया, यहां से निर्दलीय प्रत्याशी राकेश दौलताबाद ने 10 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की। यहां पढ़े दूसरी विधानसभाओं की स्थिति बादशाहपुर विधानसभा के बाद हरियाणा की आर्थिक राजनीति कहे जाने वाले गुरुग्राम विधानसभा दूसरी सबसे बड़ी असेंबली है। यहां पर 4 लाख 43 हजार 593 मतदाता इस बार वोट करेंगे। वहीं फरीदाबाद की तिगाओं में 3 लाख 74 हजार 745 मतदाता, बड़कल में 3 लाख 32 हज़ार 243, जबकि फरीदाबाद NIT में 3 लाख 21 हजार 461 मतदाता हैं। महेंद्रगढ़ जिले के नारनौल विधानसभा सीट में प्रदेश में सबसे कम अर्थात 1 लाख 58 हजार 673 वोटर हैं, जो प्रदेश के सबसे बड़े बादशाहपुर विधानसभा हलके के एक तिहाई से भी कम बनते हैं। वहीं जिलों की बात करें तो प्रदेश के 22 जिलों में सबसे अधिक मतदाता फरीदाबाद जिले में 17 लाख 96 हज़ार 440, जबकि सबसे कम चरखी दादरी जिले में 4 लाख 14 हजार 174 हैं। 2 सितंबर को जारी हुआ लेटेस्ट आंकड़ा पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार ने बताया कि उन्हें RTI के जरिए यह जानकारी मिली थी, कि भारतीय चुनाव आयोग के वर्ष 2009 में जारी निर्देशानुसार सभी राज्यों के मुख्य चुनाव अधिकारी प्रशासनिक कारणों की वजह से उम्मीदवारों द्वारा नामांकन दाखिल तिथि की लास्ट डेट से 10 पहले तक ही नए मतदाताओं को अपने को रजिस्टर करने का अवसर मिलता है। इस प्रकार हरियाणा में मतदाताओं का कुल आंकड़ा वास्तव में 2 सितंबर 2024 तक का है, हालांकि उसे 12 सितंबर तक अर्थात उम्मीदवारों द्वारा नामांकन करने की अंतिम दिन तक दिखाया गया है।