होडल शहर के हसनपुर चौक के निकट शुक्रवार सुबह हुई गोलीबारी में एक युवक गोली लगने से घायल हो गया, जबकि गोली चलाने वाले मौके से फरार हो गए। घायल को आनन-फानन में सरकारी अस्पताल लाया गया, जहां से हालत गंभीर देखते हुए हॉयर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। सूचना मिलते ही डीएसपी व थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, होडल रोहता पट्टी निवासी पूर्व पार्षद वीरेंद्र का भांजा नरवीर उर्फ भोला अपने दो-तीन साथियों के साथ होडल उनसे मिलने के लिए अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी में आया था। नेशनल हाईवे-19 पर हसनपुर चौक के निकट नरवीर जूस की दुकान पर जूस पीने के लिए रुक गया। गोली मारकर हमलावर फरार जूस पीने के बाद जैसे ही गाड़ी में बैठकर चला, तभी पीछे से दूसरी स्कॉर्पियो गाड़ी आई और इसमें सवार लोगों ने नरवीर की गाड़ी पर फॉयरिंग शुरू कर दी। गोलीबारी में एक गोली नरवीर उर्फ भोला की छाती में लगने से वह घायल हो गया। जिसके बाद हमलवार अपनी गाड़ी को लेकर मौके से फरार हो गए। घायल नरवीर उर्फ भोला को उसके साथी तुरंत उपचार के लिए होडल के सरकारी अस्पताल पहुंचे, जहां से चिकित्सकों ने उसकी हालत नाजुक देखते हुए हॉयर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। फिल्हाल नरवीर का फरीदाबाद के एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। दुकानदारों से घटना के बारे में पूछताछ घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी कुलदीप सिंह व थाना प्रभारी मौहम्मद इलियास पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने आसपास के दुकानदारों से घटना के बारे में पूछताछ की और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने में जुट गई, ताकि आरोपियों का पता लगाया जा सके। इस संबंध में होडल थाना प्रभारी मोहम्मद इलियास का कहना है कि उन्हें सूचना मिली तो वे पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए, लेकिन अभी तक घायलों की तरफ से कोई शिकायत नहीं दी गई है। शिकायत मिलने के बाद ही आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि घटना को अंजाम देने वालों की तलाश में पुलिस की टीम जुटी हुई है। होडल शहर के हसनपुर चौक के निकट शुक्रवार सुबह हुई गोलीबारी में एक युवक गोली लगने से घायल हो गया, जबकि गोली चलाने वाले मौके से फरार हो गए। घायल को आनन-फानन में सरकारी अस्पताल लाया गया, जहां से हालत गंभीर देखते हुए हॉयर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। सूचना मिलते ही डीएसपी व थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, होडल रोहता पट्टी निवासी पूर्व पार्षद वीरेंद्र का भांजा नरवीर उर्फ भोला अपने दो-तीन साथियों के साथ होडल उनसे मिलने के लिए अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी में आया था। नेशनल हाईवे-19 पर हसनपुर चौक के निकट नरवीर जूस की दुकान पर जूस पीने के लिए रुक गया। गोली मारकर हमलावर फरार जूस पीने के बाद जैसे ही गाड़ी में बैठकर चला, तभी पीछे से दूसरी स्कॉर्पियो गाड़ी आई और इसमें सवार लोगों ने नरवीर की गाड़ी पर फॉयरिंग शुरू कर दी। गोलीबारी में एक गोली नरवीर उर्फ भोला की छाती में लगने से वह घायल हो गया। जिसके बाद हमलवार अपनी गाड़ी को लेकर मौके से फरार हो गए। घायल नरवीर उर्फ भोला को उसके साथी तुरंत उपचार के लिए होडल के सरकारी अस्पताल पहुंचे, जहां से चिकित्सकों ने उसकी हालत नाजुक देखते हुए हॉयर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। फिल्हाल नरवीर का फरीदाबाद के एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। दुकानदारों से घटना के बारे में पूछताछ घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी कुलदीप सिंह व थाना प्रभारी मौहम्मद इलियास पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने आसपास के दुकानदारों से घटना के बारे में पूछताछ की और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने में जुट गई, ताकि आरोपियों का पता लगाया जा सके। इस संबंध में होडल थाना प्रभारी मोहम्मद इलियास का कहना है कि उन्हें सूचना मिली तो वे पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए, लेकिन अभी तक घायलों की तरफ से कोई शिकायत नहीं दी गई है। शिकायत मिलने के बाद ही आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि घटना को अंजाम देने वालों की तलाश में पुलिस की टीम जुटी हुई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
करनाल में विनेश फोगाट पर मंत्री की प्रतिक्रिया:बोले- सब जानते हैं कि उनके पक्ष में क्या हुआ, हमारी सरकार ने खिलाड़ियों का सम्मान किया
करनाल में विनेश फोगाट पर मंत्री की प्रतिक्रिया:बोले- सब जानते हैं कि उनके पक्ष में क्या हुआ, हमारी सरकार ने खिलाड़ियों का सम्मान किया हरियाणा के करनाल पहुंचे मंत्री सुभाष सुधा ने विनेश फोगाट के सवाल पर सफाई देते हुए कहा कि हरियाणा सरकार देश के सभी खिलाड़ियों का सम्मान करती है। उन्होंने कहा कि हम पूरे देश के खिलाड़ियों का सम्मान करते हैं, लेकिन विनेश के पक्ष में जिस तरह का फैसला आया है, वह सभी जानते हैं। उन्होंने यह भी दोहराया कि हरियाणा सरकार ने हमेशा खिलाड़ियों का सम्मान किया है और उनके सम्मान के लिए प्रतिबद्ध है। अस्थाई कर्मचारियों के नियमितीकरण की दिशा में सरकार का महत्वपूर्ण कदम अस्थाई कर्मचारियों के नियमितीकरण के मुद्दे पर मंत्री सुधा ने कहा कि हरियाणा सरकार ने 1.20 लाख अस्थाई कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि आज अस्थाई कर्मचारियों के घरों में खुशी की लहर है, और यह देखने वाली बात है। सरकार के इस फैसले से हजारों परिवारों को राहत मिली है, जो अपने भविष्य को लेकर चिंतित थे। कुरुक्षेत्र से लड़ेंगे चुनाव करनाल विधानसभा से चुनाव लड़ने के सवाल पर मंत्री सुधा ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कहा कि वे कुरूक्षेत्र से ही विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि आज मैं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देने के लिए आया हूं। यह एक खुशी का माहौल है। सुधा ने अपने राजनीतिक जीवन के बारे में बात करते हुए कहा कि उनका जन्म कुरूक्षेत्र की भूमि पर हुआ है और वहीं से उन्होंने राजनीति की शुरुआत की। वे दो बार एमएलए रहे हैं और वर्तमान में हरियाणा सरकार में मंत्री के पद पर हैं। उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा, “विपक्ष मेरे से घबराया हुआ है। मैं विधानसभा चुनाव कुरूक्षेत्र से ही लड़ूंगा, लेकिन जैसे आदेश हाईकमान के होंगे, उसी के अनुसार फैसला लूंगा।
पानीपत में सूआ घोंप महिला को किया घायल:अकेली देख घर में घुसे दो व्यक्ति, सास पर किया राड से हमला
पानीपत में सूआ घोंप महिला को किया घायल:अकेली देख घर में घुसे दो व्यक्ति, सास पर किया राड से हमला पानीपत जिले के थाना मतलौड़ा अंतर्गत गांव अदियाना में घर में अकेली महिलाओं को देखकर दो व्यक्तियों ने घर में घुस कर महिलाओं पर हमला किया। जिसमें से एक ने बर्फ तोड़ने का सुआ से महिला के कंधे पर वार किया, महिला घायल हो गई। उसी वक्त महिला की सास बीच बचाव करने आई, तो दूसरे व्यक्ति ने राड से हमला कर महिला के कंधे पर राड मार घायल किया। दोनों को घायल कर हमलावर भाग गए। पीड़ित ने थाना मतलौड़ा में आकर शिकायत दी। पुलिस ने घायल के बयान पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पति काम से गया था बाहर मामले के अनुसार कोमल पत्नी रविन्द्र वासी अदियाना ने बताया कि 28 नवंबर को मेरी सास सुलोचना देवी और मैं दोनों घर में अकेली थी, मेरा पति बाहर गया हुआ था। हम दोनों को अकेली देखकर गांव के ही दो व्यक्ति बाप बेटा सोनू पुत्र बलबीर बलबीर पुत्र रामकिशन घर में आए। हमारे साथ लड़ने झगड़ने लगे। लड़ते-लड़ते सोनू ने तैश में आकर मेरे ऊपर बर्फ तोड़ने के सूए से हमला कर दिया। जिससे सुआ मेरे कंधे में जा लगा। अस्पताल में पहुंची पुलिस वहीं बीच बचाव करने मेरी सास आई, तो बलबीर पुत्र रामकिशन ने मेरी सास पर राड से हमला किया। जिससे उसकी बाजू में राड लगी और बाजू टूट गई। हमें दोनों को लात घुसों से काफी मारा और चले गए। हमें सरकारी अस्पताल पानीपत ले जाया गया, जहां पर हमें दाखिल किया। अस्पताल में पुलिस ने पानीपत अस्पताल में आकर बयान लिए और मामला दर्ज किया। पुलिस बाप बेटे के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
स्वैच्छिक रक्तदान की जननी पद्मश्री कांता का निधन:ब्लड की खरीद-फरोख्त के खिलाफ कोर्ट गईं, पति हरियाणा के पहले मुख्य सचिव थे
स्वैच्छिक रक्तदान की जननी पद्मश्री कांता का निधन:ब्लड की खरीद-फरोख्त के खिलाफ कोर्ट गईं, पति हरियाणा के पहले मुख्य सचिव थे पद्मश्री कांता कृष्णन, जिन्हें मदर, दीदी या कांता जी के नाम से भी जाना जाता है, का निधन हो गया। वे 95 वर्ष की थीं और लगभग दो सप्ताह से अस्वस्थ थीं। उनके स्वर्गीय पति सरूप कृष्णन, आईसीएस, हरियाणा के पहले मुख्य सचिव थे और उन्होंने इस पद पर 7 वर्षों तक सेवा दी। कांता जी ने 1964 में स्थापित ब्लड बैंक सोसायटी की सचिव के रूप में स्वैच्छिक रक्तदान आंदोलन की शुरुआत पहले चंडीगढ़ में, फिर उत्तर भारत और पूरे देश में की। उन्होंने चंडीगढ़ को सुरक्षित रक्त आंदोलन का केंद्र बना दिया। रक्तदान की हानि रहितता के बारे में लोगों को जागरूक करने और लाखों लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करने के उनके अथक प्रयासों को 1972 में भारत सरकार ने पद्मश्री पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्हें राष्ट्रपति स्वर्ण पदक, आईएसबीटीआई का मदर टेरेसा अवार्ड, 1996 में चंडीगढ़ प्रशासन का गणतंत्र दिवस पुरस्कार और कई अन्य सम्मान प्राप्त हुए। ब्लड की खरीद-फरोख्त के खिलाफ कोर्ट गई कांता जी ब्लड बैंक सोसायटी की सचिव और बाद में अध्यक्ष रहीं। वे 24 वर्षों तक भारतीय रक्त संक्रमण और इम्यूनो हेमेटोलॉजी सोसायटी की संस्थापक सचिव थीं। उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देने के लिए इंडियन नेशनल थिएटर की स्थापना में भी योगदान दिया। कांता जी के प्रयासों के चलते “कॉमन कॉज” द्वारा दायर जनहित याचिका (पीआईएल) से 1996 में रक्त के खरीद-फरोख्त पर प्रतिबंध लगाने का ऐतिहासिक निर्णय आया। इसके बाद, उन्होंने भारत सरकार को राष्ट्रीय रक्त नीति तैयार करने के लिए प्रेरित किया। छह दशकों तक चले उनके स्वैच्छिक कार्यों ने लाखों लोगों की जान बचाई। परिवार को भी मुहिम से जोड़ा कांता जी को बागवानी, खाना पकाने, सिलाई, फूलों की सजावट और भारतीय शास्त्रीय संगीत में गहरी रुचि थी। वे जिस भी कार्य में लगीं, उसमें उत्कृष्टता हासिल की। कांता जी अपने पुत्र संजीव कृष्णन (दीपा से विवाहित), दो पुत्रियों अनु (पुरिंदर गंजू से विवाहित) और निति सरिन (मनोहन “मैक” सरिन से विवाहित) के साथ-साथ 7 पोते-पोतियों और 8 परपोते-परपोतियों को छोड़ गई हैं। निति और मैक कांता जी के पदचिह्नों पर चलते हुए ब्लड बैंक सोसायटी के क्रमशः सचिव और अध्यक्ष हैं। उनकी इच्छा के अनुसार, उनका शरीर अनुसंधान के लिए पीजीआई को दान कर दिया गया।