पलवल में नेशनल हाईवे-19 पर एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई। उसकी पत्नी और पांच वर्षीय भतीजा घायल हो गए। ये तीनों बाइक पर वृंदावन की यात्रा पर जा रहे थे। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। हादसे को लेकर छानबीन जारी है। जानकारी अनुसार बल्लभगढ़ के सुभाष कॉलोनी निवासी योगेश अपनी पत्नी गुंजन और भतीजे अभिनव के साथ बाइक पर वृंदावन की यात्रा कर रहे थे। वे बंचारी गांव के पास पहुंचे तो एक तेज रफ्तार इनोवा कार ने पीछे से उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में तीनों सड़क पर गिर गए। इनोवा ड्राइवर कुछ दूर तक रुका, लेकिन फिर मौके से फरार हो गया। योगेश को गंभीर चोटें आईं और वह मौके पर ही बेहोश हो गए। राहगीरों की मदद से घायलों को होडल के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां योगेश ने दम तोड़ दिया। मुंडकटी थाना प्रभारी रेणू शेखावत ने बताया कि पीड़ित पत्नी गुंजन की शिकायत पर अज्ञात कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है और फरार चालक की तलाश जारी है। पलवल में नेशनल हाईवे-19 पर एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई। उसकी पत्नी और पांच वर्षीय भतीजा घायल हो गए। ये तीनों बाइक पर वृंदावन की यात्रा पर जा रहे थे। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। हादसे को लेकर छानबीन जारी है। जानकारी अनुसार बल्लभगढ़ के सुभाष कॉलोनी निवासी योगेश अपनी पत्नी गुंजन और भतीजे अभिनव के साथ बाइक पर वृंदावन की यात्रा कर रहे थे। वे बंचारी गांव के पास पहुंचे तो एक तेज रफ्तार इनोवा कार ने पीछे से उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में तीनों सड़क पर गिर गए। इनोवा ड्राइवर कुछ दूर तक रुका, लेकिन फिर मौके से फरार हो गया। योगेश को गंभीर चोटें आईं और वह मौके पर ही बेहोश हो गए। राहगीरों की मदद से घायलों को होडल के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां योगेश ने दम तोड़ दिया। मुंडकटी थाना प्रभारी रेणू शेखावत ने बताया कि पीड़ित पत्नी गुंजन की शिकायत पर अज्ञात कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है और फरार चालक की तलाश जारी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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फतेहाबाद में रेप पीड़ित साढ़े 3 वर्षीय बच्ची की मौत:9 दिन से PGI रोहतक में दाखिल थी; पिता के दोस्त थे दरिंदे हरियाणा के फतेहाबाद के टोहाना ग्रामीण इलाके में दरिंदगी का शिकार हुई साढ़े 3 साल की मासूम बच्ची ने आखिरकार 9 दिनों बाद रोहतक पीजीआई में दम तोड़ दिया। बच्ची को उसके पिता के ही जानकार 2 युवकों ने आधी रात को घर से उठाकर उसके साथ दुष्कर्म किया था। अलसुबह बच्ची खून से लथपथ हालत में सड़क पर मिली थी। पुलिस दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। यह शर्मनाक घटना 29 जून की रात की है। तब से बच्ची पीजीआई रोहतक में भर्ती थी। बच्ची के माता-पिता ने बताया था कि वे मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बहराइच क्षेत्र के रहने वाले हैं। डेढ़ 2 माह पहले टोहाना के पास स्थित एक गांव में खेत मजदूरी करने के लिए आए थे। यहां एक जमींदार के खेत में वह रह रहे हैं। 29 जून शनिवार रात को उनकी जान पहचान के 3 युवक उनके घर आए थे। वह भी आसपास के गांवों के खेतों में मजदूरी करते हैं। रात को वे वापस चले गए और परिवार सो गया। पिता ने बताया कि आधी रात को 3 बजे वह उठा तो देखा कि बच्ची अपने बिस्तर पर नहीं थी। इसके बाद उसने अपनी पत्नी को उठाया और खेत मालिक को भी सूचित किया। सभी ने बच्ची की तलाश शुरू कर दी। बच्ची कुछ ही दूरी पर जाखल रोड पर लहूलुहान हालत में मिली। बच्ची ने बताया कि युवकों ने उसके साथ हैवानियत की है। इसके बाद परिजन अल सुबह करीब 4-5 बजे बच्ची को एम्बुलेंस से टोहाना नागरिक अस्पताल ले आए। वहां पुलिस को भी सूचित किया गया। बच्ची की हालत गंभीर थी और उसे प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने पीजीआई रेफर कर दिया गया। खेत मालकिन ने बताया कि आरोपी इन्हीं की तरह खेतों में काम करते हैं। एक बार तो आरोपी चले गए थे। जब परिवार के लोग सो गए तो पीछे से ही वह बच्ची को उठाकर ले गए। टोहाना सदर थाना के SHO देवीलाल ने बताया कि पीड़ित पक्ष खेतों में धान लगाने के लिए काम करते हैं। उनके खेत मकान में मुकेश, सतीश और शंभू नामक 3 लोग आए थे। जहां उन्होंने शराब व मीट आदि की पार्टी की। बाद में शंभू वहां से चला गया। पुलिस ने बताया कि इसके बाद में बाकी दोनों द्वारा बच्ची को उठाकर गलत काम करने की बात सामने आई थी। दोनों के खिलाफ रेप, पॉक्सो एक्ट और अपहरण के आरोप में मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
हरियाणा सरकार को हाईकोर्ट का झटका:पुलिस लाइन निर्माण के लिए नहीं कटेंगे 100 साल पुराने पेड़; दूसरी जगह तलाशने के आदेश दिए
हरियाणा सरकार को हाईकोर्ट का झटका:पुलिस लाइन निर्माण के लिए नहीं कटेंगे 100 साल पुराने पेड़; दूसरी जगह तलाशने के आदेश दिए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को बड़ा झटका दिया है। सोनीपत जिले में बनने वाले पुलिस थाने और पुलिस लाइन के निर्माण कार्य के लिए एक सदी पुराने 150 पेड़ों को काटने पर रोक लगा दी है। हाईकोर्ट ने कहा है कि हम लोगों ने काफी पर्यावरण क्षरण झेला है। इसलिए, यह न्यायालय किसी भी और क्षरण का हिस्सा नहीं बनेगा। मुख्य न्यायाधीश शील नागू और न्यायमूर्ति विकास सूरी ने कहा कि यदि संबंधित अधिकारी पेड़ों को काटे बिना पुलिस स्टेशन और पुलिस लाइन का निर्माण करने में असमर्थ हैं, तो उन्हें पेड़ों को काटने से रोका जाता है। साथ ही उन्हें निर्माण के लिए वैकल्पिक स्थान खोजने की सलाह दी जाती है। पुलिस लाइन और पुलिस स्टेशन में इस आदेश के किसी भी उल्लंघन को गंभीरता से लिया जाएगा। NGO ने डाली थी याचिका हाईकोर्ट में इस मामले को लेकर एक याचिका राष्ट्रीय पर्यावरण और वन संरक्षण ट्रस्ट (पंजीकृत) द्वारा दायर की गई थी। जिसमें 2023 में ग्राम पंचायत ठस्का, जिला सोनीपत द्वारा पारित एक प्रस्ताव के अनुसार एक सार्वजनिक मुद्दा उठाया गया था। जिसमें पुलिस लाइन और थाने को जमीन आवंटित करने का निर्णय लिया गया था। थाना निर्माण के लिए एक एकड़ जमीन और पुलिस लाइन के लिए पांच एकड़ जमीन.दी गई थी। उनकी शिकायत थी कि वहां खड़े 150 पेड़ काटे जाएंगे, जो कथित तौर पर लगभग 100 वर्ष पुराने हैं। वन विभाग से तलब की थी HC ने रिपोर्ट याचिका पर विचार करते हुए हाईकोर्ट ने उप वन संरक्षक, सोनीपत से रिपोर्ट मांगी थी। रिपोर्ट की जांच करने के बाद, पीठ ने कहा कि यह स्पष्ट है कि संबंधित भूमि पर, जिसे पुलिस स्टेशन और पुलिस लाइन के निर्माण के लिए आवंटित किया गया है, लगभग 150 पेड़ खड़े हैं जो लगभग एक शताब्दी पुराने हैं। पीठ के लिए बोलते हुए, मुख्य न्यायाधीश नागू ने कहा कि, यह स्पष्ट है कि लगभग 150 पेड़, जो एक सदी पुराने हैं। एक पुलिस स्टेशन और एक पुलिस लाइन के निर्माण के उद्देश्य से आवंटित भूमि पर खड़े हैं। याचिकाकर्ता ने कुछ तस्वीरें दायर की हैं, संबंधित क्षेत्र से अन्य बातों के साथ-साथ यह भी पता चलता है कि उपरोक्त पेड़ों के बगल में एक जल निकाय भी है। प्राण वायु देवता पेंशन का दिया हवाला हलफनामे से यह भी पता चलता है कि पेड़ों के संबंध में ‘हरियाणा प्राण वायु देवता पेंशन योजना’ का लाभ बढ़ाया जा रहा है। हाईकोर्ट ने कहा, हालांकि, पार्टियों के बीच विवाद के कारण इस योजना का क्रियान्वयन रोक दिया गया है।न्यायालय ने निर्देश दिया कि “यदि संबंधित अधिकारी मौके पर खड़े 150 पेड़ों में से एक भी पेड़ को काटे, क्षतिग्रस्त किए बिना पुलिस स्टेशन और पुलिस लाइन का निर्माण कर सकते हैं, तो अधिकारी ऐसा करने के लिए स्वतंत्र हैं।
मोदी को बाइक पर घुमाने वाले खट्टर बने मंत्री:दिल्ली का दुकानदार पहले CM और अब केंद्रीय मंत्री बना, गरीबी के कारण नहीं बन पाए डॉक्टर
मोदी को बाइक पर घुमाने वाले खट्टर बने मंत्री:दिल्ली का दुकानदार पहले CM और अब केंद्रीय मंत्री बना, गरीबी के कारण नहीं बन पाए डॉक्टर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र में अपनी अगुवाई वाली तीसरी सरकार में अपने पुराने दोस्त, मनोहर लाल खट्टर को कैबिनेट मिनिस्टर बनाया है। मोदी और खट्टर पुराने दोस्त हैं, ये बात जगजाहिर है। दोनों उस समय से साथ हैं जब नरेंद्र मोदी गुजरात का सीएम बनने से पहले, भाजपा में संगठन का काम देखा करते थे। खुद मोदी सार्वजनिक मंचों से कह चुके हैं कि वह मनोहर लाल के साथ उनकी बाइक पर घूमते रहे हैं। PM मोदी से दोस्ती का खट्टर को समय-समय पर फायदा भी मिला। हरियाणा की सियासत में कई उतार-चढ़ाव देखने वाली भाजपा ने वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में पहली बार अपने बूते पूर्ण बहुमत मिलने के बाद, अपने पहले ही फैसले से सबको चौंका दिया था। चुनाव रिजल्ट आने के बाद लाइमलाइट से दूर चल रहे मनोहर लाल खट्टर को अचानक CM बनाने का ऐलान कर दिया गया। उस समय BJP के कई बड़े नेता सीएम पद की दौड़ में शामिल थे लेकिन खट्टर अचानक सबको पीछे छोड़ते हुए आगे निकल गए। BJP ने 2014 में जिस तरह मनोहर लाल खट्टर को हरियाणा का CM बनाकर सबको चौंकाया था, ठीक उसी तरह 12 मार्च 2024 को अचानक उनका इस्तीफा दिलाकर भी सबको चौंका दिया। इसके बाद पार्टी ने उन्हें करनाल लोकसभा सीट से टिकट दिया और जीतने के बाद अब वह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री बन गए हैं। मनोहर लाल को पहले ही दे दिया था संकेत
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही मनोहर लाल को दिल्ली में बड़ा पद देने के संकेत दे दिए थे। दरअसल मनोहर लाल के पास संगठन में काम करने का लंबा अनुभव हैं। RSS में संघ प्रचारक के तौर पर लंबे समय तक काम कर चुके मनोहर लाल 1994 में BJP में शिफ्ट हुए। उस समय नरेंद्र मोदी भाजपा के हरियाणा मामलों के प्रभारी थे। दोनों ने उस समय संगठन में साथ मिलकर काम किया। प्रधानमंत्री मोदी खुद खट्टर से अपनी दोस्ती का जिक्र कई बार कर चुके हैं। लोकसभा चुनाव की घोषणा से 5 दिन पहले, 11 मार्च 2024 को PM मोदी गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने पहुंचे थे। यहां मोदी ने मंच से कहा- मैं और मनोहर लाल खट्टर हरियाणा में बाइक पर एक साथ घूमते थे। हमें हरियाणा का लंबा अनुभव है। इसके अगले ही दिन, 12 मार्च को मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। तभी चर्चा शुरू हो गई थी कि खट्टर को जल्दी ही दिल्ली में कोई बड़ी जिम्मेदारी मिलने जा रही है। 5 भाइयों में सबसे बड़े, डॉक्टर बनना चाहते थे
70 साल के मनोहर लाल खट्टर मूलरूप से रोहतक जिले में निंदाना गांव के रहने वाले हैं। मनोहर लाल अपने 5 भाइयों में सबसे बड़े थे इसलिए परिवार की जिम्मेदारियों का बोझ उन्हीं के ऊपर था।
मनोहर लाल डॉक्टर बनना चाहते थे लेकिन घर की खराब माली हालत के चलते उनके पिता हरवंश लाल खट्टर चाहते थे कि वह पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ गुजर-बसर चलाने के लिए परिवार के बाकी सदस्यों की तरह खेती में उनका हाथ बटाएं। इसी वजह से स्कूलिंग के दौरान मनोहर लाल अपने पिता के साथ खेतों में काम करते थे। हालांकि बाद में रोहतक में स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद वह आगे की स्टडी के लिए दिल्ली चले गए। दिल्ली में पढ़ाई के दौरान ही खट्टर ने ठान लिया था कि वह ताउम्र शादी नहीं करेंगे। दिल्ली का दुकानदार, पहले CM बना और अब केंद्रीय मंत्री
दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने के बाद, खट्टर ने दिल्ली में ही सदर बाजार के पास एक दुकान खोल ली। उसी दौरान 1977 में वह RSS से जुड़ गए। लगभग 17-18 साल आरएसएस में प्रचारक के तौर पर काम करने के बाद वर्ष 1994 में खट्टर बीजेपी में शामिल हो गए। भाजपा संगठन में 20 साल काम करने के बाद, वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने पहली बार करनाल सीट से लड़ा और MLA बन गए। पहली बार का विधायक होने के बावजूद वह सीधे हरियाणा के मुख्यमंत्री बन गए। तब प्रदेश में 18 साल बाद, किसी गैरजाट नेता को CM की कुर्सी मिली थी। पांच साल सरकार चलाने के बाद, 2019 का विधानसभा चुनाव BJP ने मनोहर लाल की अगुवाई में ही लड़ा। पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला और उसने दुष्यंत चौटाला की अगुवाई वाली जननायक जनता पार्टी (JJP) से गठबंधन कर लगातार दूसरी बार राज्य में सरकार बनाई। भाजपा नेतृत्व ने 2024 में लोकसभा चुनाव की घोषणा से ठीक 4 दिन पहले, उन्हें हटाकर नायब सैनी को राज्य का नया सीएम बना दिया। परिवार से ज्यादा संपर्क में, पैतृक प्रॉपर्टी दान कर दी
मनोहर लाल अपने घर-परिवार से ज्यादा संपर्क नहीं रखते। हालांकि उनके सीएम, सांसद और अब कैबिनेट मंत्री बनने पर उनके पैतृक गांव, निंदाना में जश्न मनाया गया।
तकरीबन साढ़े 9 साल तक हरियाणा में CM की कुर्सी संभालने वाले मनोहर लाल खट्टर उस वक्त सबसे ज्यादा चर्चा में आए जब उन्होंने सीएम रहते हुए, रोहतक में अपनी पैतृक प्रॉपर्टी सरकार को दान कर दी।
साढ़े 9 साल मुख्यमंत्री रहने के बावजूद खट्टर का नाम किसी बड़े विवाद या करप्शन केस में नहीं आया। 3 चुनाव लड़े, तीनों जीते
मनोहर लाल खट्टर ने अपने राजनीतिक जीवन में तीन चुनाव लड़े हैं और तीनों में वह विजयी रहे। उन्होंने अपना पहला चुनाव वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में करनाल सीट से लड़ा और विजयी रहे। उसके बाद वह सीएम बन गए। 2019 के विधानसभा चुनाव में वह फिर करनाल सीट से मैदान में उतरे और जीते। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें करनाल सीट से मैदान में उतारा। खट्टर अपने सामने उतरे कांग्रेस के दिव्यांशु बुद्धिराजा को 2 लाख से ज्यादा वोटों से हराकर सांसद बने। अब वह कैबिनेट मंत्री बन गए हैं। ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा से 3 मंत्री बनाने के पीछे विधानसभा चुनाव:जीटी रोड बेल्ट समेत 2 इलाके साधे, 50 विस सीटों पर नजर; नॉन जाट पॉलिटिक्स पर अडिग शूटर रहे राव तीसरी बार मोदी कैबिनेट में:मोदी के PM फेस बनने के 10 दिन बाद छोड़ी कांग्रेस, पिता से मिलने चप्पल में पहुंची थीं इंदिरा हरियाणा के कृष्णपाल लगातार तीसरी बार मंत्री बने:सियासत की शुरुआत कॉलेज से, मोदी का करीबी होने पर मिला 2014 में टिकट; बेटा भी पॉलिटिक्स में हिमाचल के नड्डा दूसरी बार बने केंद्रीय मंत्री:अनुराग के पिता से मतभेद के बाद छोड़ा हिमाचल, मोदी घर आते-जाते रहे, शाह के करीबी