हरियाणा के ओलिंपियन पहलवान सुशील कुमार को जमानत मिल गई है। जूनियर पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने पहलवान सुशील कुमार को नियमित जमानत दे दी। सुशील कुमार को हाई कोर्ट ने 50 हजार के बॉन्ड पर जमानत दी है। सुशील कुमार को मई 2021 में हुई हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। सुशील को इससे पहले जुलाई 2023 में सर्जरी के लिए सात दिन अंतरिम जमानत दी गई थी। दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने जमानत देते हुए कहा था कि सात दिन बेल अवधि में उनके साथ दो सुरक्षाकर्मी 24 घंटे मौजूद रहेंगे। यह जमानत 23 जुलाई से 30 जुलाई तक के लिए मिली थी, जिसके लिए 1 लाख का निजी बॉन्ड भरना पड़ा थ। सुशील को हिदायत दी गई थी कि इस दौरान ना तो वह गवाहों को धमकाएंगे और ना ही सबूतों के साथ छेड़छाड़ करेंगे। सुशील कुमार की सुरक्षा के लिए दो गार्ड दिए गए थे। मामले में दाखिल की गई चार्जशीट के मुताबिक सुशील कुमार ने छत्रसाल स्टेडियम में हंगामे की योजना बनाई थी जिस दौरान जूनियर रेस्लर सागर धनखड़ की मौत हो गई. दरअसल सुशील कुमार युवा पहलवानों के बीच अपना प्रभुत्व बनाना चाहते थे। 2021 में हुई थी गिरफ्तारी
सुशील के अलावा उनके साथी भी 23 साल के सागर पहलवान, उनके दोस्त सोनू और तीन अन्य पर हमला के आरोपी हैं। यह हमला 4 मई 2021 की रात हुआ था। घायल होने के कारण सागर की मौत हो गई थी। सुशील कुमार को इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर रोहिणी कोर्ट भेज दिया था। अक्टूबर 2021 को उन्हें जेल भेज दिया गया था। उन्हें जमानत नहीं मिल पाई थी। दो बार के ओलिंपिक मेडलिस्ट सुशील कुमार ने अपने करियर की शुरुआत छत्रसाल स्टेडियम के अखाड़ा से की थी। उस वक्त उनकी उम्र 14 वर्ष थी। उन्हें रेस्लिंग में उनके प्रदर्शन के कारण मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार भी दिया गया था. उन्होंने 2014 और 2018 को कॉमनवेल्थ गेम में स्वर्ण पदक भी जीता था। हरियाणा के ओलिंपियन पहलवान सुशील कुमार को जमानत मिल गई है। जूनियर पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने पहलवान सुशील कुमार को नियमित जमानत दे दी। सुशील कुमार को हाई कोर्ट ने 50 हजार के बॉन्ड पर जमानत दी है। सुशील कुमार को मई 2021 में हुई हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। सुशील को इससे पहले जुलाई 2023 में सर्जरी के लिए सात दिन अंतरिम जमानत दी गई थी। दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने जमानत देते हुए कहा था कि सात दिन बेल अवधि में उनके साथ दो सुरक्षाकर्मी 24 घंटे मौजूद रहेंगे। यह जमानत 23 जुलाई से 30 जुलाई तक के लिए मिली थी, जिसके लिए 1 लाख का निजी बॉन्ड भरना पड़ा थ। सुशील को हिदायत दी गई थी कि इस दौरान ना तो वह गवाहों को धमकाएंगे और ना ही सबूतों के साथ छेड़छाड़ करेंगे। सुशील कुमार की सुरक्षा के लिए दो गार्ड दिए गए थे। मामले में दाखिल की गई चार्जशीट के मुताबिक सुशील कुमार ने छत्रसाल स्टेडियम में हंगामे की योजना बनाई थी जिस दौरान जूनियर रेस्लर सागर धनखड़ की मौत हो गई. दरअसल सुशील कुमार युवा पहलवानों के बीच अपना प्रभुत्व बनाना चाहते थे। 2021 में हुई थी गिरफ्तारी
सुशील के अलावा उनके साथी भी 23 साल के सागर पहलवान, उनके दोस्त सोनू और तीन अन्य पर हमला के आरोपी हैं। यह हमला 4 मई 2021 की रात हुआ था। घायल होने के कारण सागर की मौत हो गई थी। सुशील कुमार को इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर रोहिणी कोर्ट भेज दिया था। अक्टूबर 2021 को उन्हें जेल भेज दिया गया था। उन्हें जमानत नहीं मिल पाई थी। दो बार के ओलिंपिक मेडलिस्ट सुशील कुमार ने अपने करियर की शुरुआत छत्रसाल स्टेडियम के अखाड़ा से की थी। उस वक्त उनकी उम्र 14 वर्ष थी। उन्हें रेस्लिंग में उनके प्रदर्शन के कारण मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार भी दिया गया था. उन्होंने 2014 और 2018 को कॉमनवेल्थ गेम में स्वर्ण पदक भी जीता था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
