पानीपत के बीज व्यापारी से 9 लाख की ठगी:राजस्थान के चार लोगों पर केस दर्ज; धोखाधड़ी का केस दर्ज करवा कर बेची हुई फॉच्यूनर वापस ले गए

पानीपत के बीज व्यापारी से 9 लाख की ठगी:राजस्थान के चार लोगों पर केस दर्ज; धोखाधड़ी का केस दर्ज करवा कर बेची हुई फॉच्यूनर वापस ले गए

हरियाणा के पानीपत के गांव बबैल के रहने वाले बीज व्यापारी के साथ राजस्थान के चार लोगों ने 9 लाख रुपए की ठगी कर ली। आरोपियों ने पहले उसे एक फॉरच्यूनर कार बेची। इसके बाद उस पर फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज करवाया। स्थानीय पुलिस से दबाब बनवा कर आरोपी गाड़ी भी वापस ले गए और उसके रुपए भी नहीं लौटाए। जिसके बाद मामले की शिकायत लेकर पीड़ित पुलिस अधिकारियों के पास चक्कर काटता रहा, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई। आखिर में वह कोर्ट की शरण पहुंचा। जहां के आदेशों के बाद पानीपत पुलिस को मुकदमा दर्ज करना पड़ा।
फेसबुक पर देखा था गाड़ी का विज्ञापन जानकारी देते हुए देवेंद्र ने बताया कि वह गांव बबैल का रहने वाला है। वह हरियाणा बीज भंडार के नाम से बीज पेस्टीसाइड का व्यापार करता है। अप्रैल 2024 में उसने फेसबुक पर किशनाराम निवासी गूगड़ी, जिला बाडमेर, राजस्थान का एक विज्ञापन देखा था। जिसमें साल 2023 की फॉरच्यूनर गाड़ी बेचने की जानकारी थी। विज्ञापन देखकर उसने संपर्क किया तो उसने बताया कि गाड़ी का असली मालिक किशोर कुमार निवासी बाडमेर, राजस्थान है। कार बेचने का कारण बताया कि वह गाड़ी की किस्त नहीं भर सकते हैं, इसलिए वे बेचना चाहते है। गाड़ी का सौदा 9 लाख रुपए में तय हुआ। उन्होंने गाड़ी की किस्त 71 हजार 919 रुपए बताई। गाड़ी देने के कुछ समय बाद आरोपियों ने गाड़ी की किस्त बढ़वा कर 99 हजार रुपए करवा दी। जिस कीमत को आरोपी अपने खातों में लेते रहे। अब किस्ते भी समय पर जाने लगी, तो आरोपियों ने उस पर गाड़ी वापस देने का दबाब बनाया। गाड़ी वापस न देने की स्थिति में आरोपी उसके घर पहुंच गए। यहां भी उन्होंने उस पर दबाब बनाया। स्थानीय पुलिस ने बनाया दबाब, शिकायत भी नहीं ली देवेंद्र का आरोप है कि मामला सेक्टर 13-17 थाना पुलिस तक पहुंचा, तो यहां पुलिस ने आरोपियों से साठगांठ की। पुलिस ने उसी को धमकाया कि वह गाड़ी वापस कर दें, नहीं तो उस पर धोखाधड़ी का केस दर्ज होगा और उसे गिरफ्तार करना पड़ेगा। आरोप है कि उक्त आरोपियों ने धोखाधड़ी का एक मुकदमा राजस्थान में उस पर दर्ज करवाया। जिसकी एवज में वे उससे गाड़ी वापस लेना चाहते थे। लेकिन उसके पास गाड़ी डीलिंग के सभी दस्तावेज मौजूद थे। मगर पानीपत पुलिस ने उसकी सुनवाई नहीं की। यहां पुलिस ने उस पर पूरा दबाब बना दिया, जिसके चलते आरोपी गाड़ी को वापस ले गए। लेकिन पुलिस ने उसकी शिकायत लेने से मना कर दिया। मामले की शिकायत लेकर एसपी, डीएसपी, आईजी तक वह गया, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद वह आखिरी में कोर्ट की शरण में पहुंचा। हरियाणा के पानीपत के गांव बबैल के रहने वाले बीज व्यापारी के साथ राजस्थान के चार लोगों ने 9 लाख रुपए की ठगी कर ली। आरोपियों ने पहले उसे एक फॉरच्यूनर कार बेची। इसके बाद उस पर फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज करवाया। स्थानीय पुलिस से दबाब बनवा कर आरोपी गाड़ी भी वापस ले गए और उसके रुपए भी नहीं लौटाए। जिसके बाद मामले की शिकायत लेकर पीड़ित पुलिस अधिकारियों के पास चक्कर काटता रहा, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई। आखिर में वह कोर्ट की शरण पहुंचा। जहां के आदेशों के बाद पानीपत पुलिस को मुकदमा दर्ज करना पड़ा।
फेसबुक पर देखा था गाड़ी का विज्ञापन जानकारी देते हुए देवेंद्र ने बताया कि वह गांव बबैल का रहने वाला है। वह हरियाणा बीज भंडार के नाम से बीज पेस्टीसाइड का व्यापार करता है। अप्रैल 2024 में उसने फेसबुक पर किशनाराम निवासी गूगड़ी, जिला बाडमेर, राजस्थान का एक विज्ञापन देखा था। जिसमें साल 2023 की फॉरच्यूनर गाड़ी बेचने की जानकारी थी। विज्ञापन देखकर उसने संपर्क किया तो उसने बताया कि गाड़ी का असली मालिक किशोर कुमार निवासी बाडमेर, राजस्थान है। कार बेचने का कारण बताया कि वह गाड़ी की किस्त नहीं भर सकते हैं, इसलिए वे बेचना चाहते है। गाड़ी का सौदा 9 लाख रुपए में तय हुआ। उन्होंने गाड़ी की किस्त 71 हजार 919 रुपए बताई। गाड़ी देने के कुछ समय बाद आरोपियों ने गाड़ी की किस्त बढ़वा कर 99 हजार रुपए करवा दी। जिस कीमत को आरोपी अपने खातों में लेते रहे। अब किस्ते भी समय पर जाने लगी, तो आरोपियों ने उस पर गाड़ी वापस देने का दबाब बनाया। गाड़ी वापस न देने की स्थिति में आरोपी उसके घर पहुंच गए। यहां भी उन्होंने उस पर दबाब बनाया। स्थानीय पुलिस ने बनाया दबाब, शिकायत भी नहीं ली देवेंद्र का आरोप है कि मामला सेक्टर 13-17 थाना पुलिस तक पहुंचा, तो यहां पुलिस ने आरोपियों से साठगांठ की। पुलिस ने उसी को धमकाया कि वह गाड़ी वापस कर दें, नहीं तो उस पर धोखाधड़ी का केस दर्ज होगा और उसे गिरफ्तार करना पड़ेगा। आरोप है कि उक्त आरोपियों ने धोखाधड़ी का एक मुकदमा राजस्थान में उस पर दर्ज करवाया। जिसकी एवज में वे उससे गाड़ी वापस लेना चाहते थे। लेकिन उसके पास गाड़ी डीलिंग के सभी दस्तावेज मौजूद थे। मगर पानीपत पुलिस ने उसकी सुनवाई नहीं की। यहां पुलिस ने उस पर पूरा दबाब बना दिया, जिसके चलते आरोपी गाड़ी को वापस ले गए। लेकिन पुलिस ने उसकी शिकायत लेने से मना कर दिया। मामले की शिकायत लेकर एसपी, डीएसपी, आईजी तक वह गया, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद वह आखिरी में कोर्ट की शरण में पहुंचा।   हरियाणा | दैनिक भास्कर