पानीपत पहुंचे महाराष्ट्र के सीएम:देवेंद्र फडणवीस बोले- मराठे युद्ध नहीं हारे मुहिम हारे थे, एक नहीं-इसलिए सेफ नहीं का दिया नारा

पानीपत पहुंचे महाराष्ट्र के सीएम:देवेंद्र फडणवीस बोले- मराठे युद्ध नहीं हारे मुहिम हारे थे, एक नहीं-इसलिए सेफ नहीं का दिया नारा

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मंगलवार को हरियाणा के पानीपत में शौर्य दिवस पर आयोजित समारोह में शामिल हुए। यहां आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने मराठों के शौर्य और बलिदान को याद किया। बता दें कि देवेंद्र फडणवीस पानीपत की तीसरी लड़ाई के काला आम्ब स्मारक स्थल पर 264वें मराठा शौर्य दिवस समारोह में पहली बार पहुंचे। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मराठे युद्ध नहीं हारे बल्कि वह एक मुहिम हारे थे। युद्ध में अगर विजय किसी की हुई तो वह मराठों की हुई। वह युद्ध हिंदवी साम्राज्य ने ही जीता। उन्होंने कहा कि हिंदवी साम्राज्य को स्थापित करने का काम हमारे मराठों ने किया। इसलिए यह युद्ध भूमि हमारे लिए पावन भूमि है। उन्होंने कहा कि इस युद्ध ने एक संदेश हमें दिया कि यदि उस समय अन्य राजा भी हमारी मदद को आ जाते तो अब्दाली यहां से पराजित होकर चला जाता। पानीपत युद्ध के बाद अब्दाली ने मुड़कर भारत की तरफ नहीं देखा
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बेशक अब्दाली युद्ध जीता हो, लेकिन उसका मानस इतना पराजित हुआ कि वह दोबारा मुड़कर भारत की तरफ नहीं आया। अगर हम उस समय एक होते तो सेफ होते। हम एक नहीं रहे इसलिए सेफ नहीं रहे। हमारे ऊपर इस प्रकार से अलग-अलग लोगों ने राज किया, क्योंकि हम खंडित थे। नापाक ताकतें देश को करना चाहती हैं खंडित
उन्होंने कहा कि आज हमें यही सीखना होगा, जाति, भाषा, प्रांत के भेद भुलाकर हम समूचे हिंदुस्तानी एक हैं। हम सारे भारतवासी एक हैं। इस प्रकार की भूमिका को सामने रखते हुए, हमारा दुश्मन कौन है इसको समझते हुए आगे बढ़ेंगे तो हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो विकसित भारत का नारा दिया है जो स्वप्न देखा है, उस स्वप्न को हम पूरा कर पाएंगे। जो नापाक ताकते हमारे देश को खंडित करना चाहती हैं, इस प्रकार की ताकतों के आगे अगर हम हार जाते हैं तो हम युद्ध में भी हारेंगे और हमारा देश भी खंड़ित होगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मंगलवार को हरियाणा के पानीपत में शौर्य दिवस पर आयोजित समारोह में शामिल हुए। यहां आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने मराठों के शौर्य और बलिदान को याद किया। बता दें कि देवेंद्र फडणवीस पानीपत की तीसरी लड़ाई के काला आम्ब स्मारक स्थल पर 264वें मराठा शौर्य दिवस समारोह में पहली बार पहुंचे। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मराठे युद्ध नहीं हारे बल्कि वह एक मुहिम हारे थे। युद्ध में अगर विजय किसी की हुई तो वह मराठों की हुई। वह युद्ध हिंदवी साम्राज्य ने ही जीता। उन्होंने कहा कि हिंदवी साम्राज्य को स्थापित करने का काम हमारे मराठों ने किया। इसलिए यह युद्ध भूमि हमारे लिए पावन भूमि है। उन्होंने कहा कि इस युद्ध ने एक संदेश हमें दिया कि यदि उस समय अन्य राजा भी हमारी मदद को आ जाते तो अब्दाली यहां से पराजित होकर चला जाता। पानीपत युद्ध के बाद अब्दाली ने मुड़कर भारत की तरफ नहीं देखा
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बेशक अब्दाली युद्ध जीता हो, लेकिन उसका मानस इतना पराजित हुआ कि वह दोबारा मुड़कर भारत की तरफ नहीं आया। अगर हम उस समय एक होते तो सेफ होते। हम एक नहीं रहे इसलिए सेफ नहीं रहे। हमारे ऊपर इस प्रकार से अलग-अलग लोगों ने राज किया, क्योंकि हम खंडित थे। नापाक ताकतें देश को करना चाहती हैं खंडित
उन्होंने कहा कि आज हमें यही सीखना होगा, जाति, भाषा, प्रांत के भेद भुलाकर हम समूचे हिंदुस्तानी एक हैं। हम सारे भारतवासी एक हैं। इस प्रकार की भूमिका को सामने रखते हुए, हमारा दुश्मन कौन है इसको समझते हुए आगे बढ़ेंगे तो हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो विकसित भारत का नारा दिया है जो स्वप्न देखा है, उस स्वप्न को हम पूरा कर पाएंगे। जो नापाक ताकते हमारे देश को खंडित करना चाहती हैं, इस प्रकार की ताकतों के आगे अगर हम हार जाते हैं तो हम युद्ध में भी हारेंगे और हमारा देश भी खंड़ित होगा।   हरियाणा | दैनिक भास्कर