हरियाणा के पानीपत जिले के थाना इसराना अंतर्गत गांव डाहर में कुछ युवक एक मकान में तलवार व गंडासी लेकर घुसे। मकान मालिक के शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी देकर भाग खडे़ हुए। थाना इसराना में मामला दर्ज कराया। देर रात में पीटा घर का दरवाजा गांव डाहर निवासी रविंद्र पुत्र महेंद्र सिंह ने बताया कि 22 अक्टूबर की रात को 2:18 पर में घर में सोया हुआ था। मेरे फोन पर रविंद्र पुत्र रोहताश ने कई बार फोन किया, परंतु मैंने उसका फोन नहीं उठाया, तो वह बार-बार फोन करता रहा। थक कर मैंने उसका फोन उठा लिया। उसने कड़क लहजे में पूछा कहां है तू, मैंने कहा मैं अपने घर पर हूं। इसके 5 मिनट बाद वे हमारा दरवाजा पीटने लगे। हादसे में कटी दो उंगलियां मैंने दरवाजा खोला तो सामने रमन के साथ पंडित का लड़का निक्का तीन अन्य गंडासी व तलवार लिए हुए खड़े थे। मैंने डर के मारे दरवाजा बंद करना चाहा, तो उन्होंने मुझ पर हमला कर दिया। मैंने हाथ आगे कर दिया और शोर मचाया, तो परिवार के सदस्य उठ गए। परिवार के सदस्यों को देखकर जान से मारने की धमकी देते हुए सभी वहां से भाग गए। हादसे में मेरी दो उंगलियां कट गई। मैंने परिवार के सदस्यों के साथ जाकर के थाना इसराना में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। दोषियों को ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है। हरियाणा के पानीपत जिले के थाना इसराना अंतर्गत गांव डाहर में कुछ युवक एक मकान में तलवार व गंडासी लेकर घुसे। मकान मालिक के शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी देकर भाग खडे़ हुए। थाना इसराना में मामला दर्ज कराया। देर रात में पीटा घर का दरवाजा गांव डाहर निवासी रविंद्र पुत्र महेंद्र सिंह ने बताया कि 22 अक्टूबर की रात को 2:18 पर में घर में सोया हुआ था। मेरे फोन पर रविंद्र पुत्र रोहताश ने कई बार फोन किया, परंतु मैंने उसका फोन नहीं उठाया, तो वह बार-बार फोन करता रहा। थक कर मैंने उसका फोन उठा लिया। उसने कड़क लहजे में पूछा कहां है तू, मैंने कहा मैं अपने घर पर हूं। इसके 5 मिनट बाद वे हमारा दरवाजा पीटने लगे। हादसे में कटी दो उंगलियां मैंने दरवाजा खोला तो सामने रमन के साथ पंडित का लड़का निक्का तीन अन्य गंडासी व तलवार लिए हुए खड़े थे। मैंने डर के मारे दरवाजा बंद करना चाहा, तो उन्होंने मुझ पर हमला कर दिया। मैंने हाथ आगे कर दिया और शोर मचाया, तो परिवार के सदस्य उठ गए। परिवार के सदस्यों को देखकर जान से मारने की धमकी देते हुए सभी वहां से भाग गए। हादसे में मेरी दो उंगलियां कट गई। मैंने परिवार के सदस्यों के साथ जाकर के थाना इसराना में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। दोषियों को ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद का बड़ा दावा:बोले- मेरे निष्कासन लेटर पर फर्जी सिग्नेचर; हुड्डा ने बेटे को सेफ करने के लिए कांग्रेस की बलि दी
हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद का बड़ा दावा:बोले- मेरे निष्कासन लेटर पर फर्जी सिग्नेचर; हुड्डा ने बेटे को सेफ करने के लिए कांग्रेस की बलि दी हरियाणा कांग्रेस से पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद शर्मा के निष्कासन को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। पार्टी के नेता प्रतिपक्ष (CLP) नेता को लेकर दिए गए बयान के बाद पूर्व प्रवक्ता ने निष्कासन पत्र पर किए गए हस्ताक्षर को फर्जी बताया है। पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद शर्मा ने दावा किया है कि लेटर पर कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान के प्रिंटेड सिग्नेचर हैं। अब वह इस पूरे मामले को लेकर चंडीगढ़ पुलिस के पास जाने की बात कह रहे हैं। सुचना मिल रही है कि विधानसभा चुनाव में हारने वाले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराएंगे। अभी 2 दिन पहले ही हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कांग्रेस नेता बाल मुकुंद शर्मा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इसे लेकर पार्टी की ओर से एक पत्र भी जारी किया था। 8 नवंबर को बाल मुकुंद शर्मा ने दावा किया था कि इस बार पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा नेता प्रतिपक्ष नहीं बनेंगे बालमुकुंद शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में 3 बड़ी बातें कहीं… 1.प्रदेश अध्यक्ष को हार की ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए
कांग्रेस से बर्खास्त किए जाने पर प्रवक्ता बाल मुकुंद शर्मा ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि मैं तीस साल से कांग्रेस में हूं। मेरे पास कुछ दिन पहले पत्र मिला, जिसमें मुझे बर्खास्त कर दिया। जो पत्र जारी किया गया है उसमें उसमें फर्जी साइन किए हुए हैं। पार्टी जब चुनाव हार गई, मंथन का दौर चला, पार्टी में हाहाकार थी। नैतिकता के आधार पर प्रदेश अध्यक्ष को हार की ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए। ना की किसी को पार्टी से बर्खास्त किया जाना चाहिए। मेरे राजनीति करियर में पहला ऐसी बार हुआ है कि किसी को बर्खास्त किया गया है। जो भी आज TV डिबेट पर जा रहे हैं कांग्रेस के ऑफिशियल प्रवक्ता नहीं हैं। 2. अशोक तंवर को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की बात चली
पूर्व प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने हार की ज़िम्मेदारी नहीं ली, चुनाव में हार के बाद मंथन चल रहा था कि प्रदेश अध्यक्ष सहित तमाम लोगों को बदला जाएगा। जिसमें अशोक तंवर को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की बात चली, इसके अलावा चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की बात चली। कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में आदित्य सुरजेवाला, दूसरा OBC चेहरा चिरंजीव राव, तीसरा मेरा नाम शामिल था, चौथा भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए गुट सही होना था। मेरा नाम कार्यकारी अध्यक्ष नाम पर आने पर मुझे निकाल दिया गया। 3. अशोक अरोड़ा नेता प्रतिपक्ष बनेंगे
कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद ने दावा किया कि मैं कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा नेता प्रतिपक्ष बनेंगे इस बात पर मैं आज भी क़ायम हूं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने बेटे को सेफ करने के लिए कांग्रेस की बलि दी। अपने बेटे को कांग्रेस सांसद बनाने के लिए चार सीटें दे दी। राहुल गांधी चाहते थे कि विधानसभा में आम आदमी पार्टी से गठबंधन हो, लेकिन जयप्रकाश अपने बेटे को कलायत से टिकट दिलवाने के चक्कर में आम आदमी पार्टी से गठबंधन नहीं होने दिया, क्योंकि आम आदमी पार्टी के नेता अनुराग ढांडा वहां से टिकट चाहते थे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने जारी पत्र में क्या कहा-
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान द्वारा जारी किए गए पत्र में लिखा है कि आप पिछले कुछ दिनों से प्रिंट/ इलेक्ट्रानिक मीडिया में अपने आपको कांग्रेस पार्टी का प्रवक्ता बता कर डिबेट आदि में भाग ले रहे हैं और कांग्रेस पार्टी के सिद्धांतों के विपरीत जाकर अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं, जबकि आप न तो कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता हैं और ना ही आपको पार्टी में कोई अन्य जिम्मेदारी सौंपी गई है। आपके द्वारा की जा रही अनर्गल बयानबाजी से न केवल पार्टी की छवि धूमिल हुई है, बल्कि आपका यह कृत्य पार्टी संविधान की घोर उल्लंघन की श्रेणी में आता है। आपके इस पार्टी विरोधी आचरण के चलते आपको पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्षों के लिए तुरंत प्रभाव से निष्कासित किया जाता है और चेतावनी दी जाती है कि अगर आपने भविष्य में अपने आपको पार्टी प्रवक्ता अथवा किसी अन्य पद का हवाला देकर किसी डिबेट में भाग लिया या प्रेस में कोई बयान जारी किया तो आपके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। बालमुकुंद शर्मा से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें…
कांग्रेस नेता बोले- हुड्डा नहीं बनेंगे नेता प्रतिपक्ष, सिर्फ 2 ही नामों पर विचार हुआ; दीपेंद्र हुड्डा ने कहा- जल्द हाईकमान तय करेगा हरियाणा में कांग्रेस अभी तक विधायक दल के नेता का नाम फाइनल नहीं कर पाई है। 13 नवंबर से विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। इसी बीच शुक्रवार (8 नवंबर) को कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता बालमुकुंद शर्मा ने दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में नहीं है। (पूरी खबर पढ़ें)
चरखी दादरी के बुजुर्ग ने जीते 260 मेडल:65 की उम्र में खेल को बनाया जीवन का हिस्सा, नेशनल और इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में शिरकत
चरखी दादरी के बुजुर्ग ने जीते 260 मेडल:65 की उम्र में खेल को बनाया जीवन का हिस्सा, नेशनल और इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में शिरकत आदमी दृढ इच्छा शक्ति और बुलंद हौंसले से आगे बढ़े तो किसी भी मुकाम को हासिल कर सकता है। यह सब कर दिखाया है, चरखी दादरी जिले के बुजुर्ग एथलीट रामकिशन शर्मा ने। रामकिशन शर्मा 65 वर्ष की आयु में खेल को अपने जीवन का हिस्सा बनाकर कड़ी मेहनत से आगे बढे़ और 8 सालों में स्टेट, नेशनल व इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में 260 से अधिक मेडल अपने नाम कर एक अमिट छाप छोड़ी है। खंड स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल करने के बाद रामकिशन शर्मा के हौसले को ऐसे पंख लगे कि उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार देश- विदेश के खेल मैदानों पर अपनी खेल प्रतिभा की अमिट छाप छोड़ने हुए मेडल हासिल करते चलते गए, जिसके चलते लोग उन्हें मेडल मशीन के नाम से जानते हैं। बता दें कि, मूलरुप से भांडवा निवासी बुजुर्ग खिलाड़ी रामकिशन शर्मा बीते करीब 30 वर्षों से बाढड़ा कस्बे में रहकर अपना गुजर-बसर कर रहे है। 8 वर्ष पूर्व पहले रामकिशन शर्मा अनाज व्यापार का कारोबार करते थे। लेकिन एक खंड स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल करने के बाद खेल को जीवन का हिस्सा बनाया और कारोबार छोड़कर सारा ध्यान खेल के प्रति समर्पित कर दिया। पांच शादीशुदा बच्चों के पिता रामकिशन शर्मा को परिवार से भी पूरा सहयोग मिल रहा है।
नारनौल में सरपंच और उसके भाई की पिटाई:BDPO के सामने हमला, चारदीवारी बनाने गई थी महिला अधिकारी, ग्रामीणों ने किया विरोध
नारनौल में सरपंच और उसके भाई की पिटाई:BDPO के सामने हमला, चारदीवारी बनाने गई थी महिला अधिकारी, ग्रामीणों ने किया विरोध नारनौल के गांव सेका के सरपंच पर बीडीपीओ की मौजूदगी में गांव के ही कुछ लोगों ने हमला कर दिया। इस हमले में सरपंच और उसका भाई बुरी तरह घायल हो गए। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को उपचार के लिए नागरिक अस्पताल ले जाया गया है। सरपंच और कुछ ग्रामीणों ने इस बारे में एसपी को भी शिकायत दी है। इस संबंध में अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है। नारनौल की बीडीपीओ रेणु कुमारी गांव के सचिव विनोद और पंचायत विभाग की एसडीओ खुशबू के साथ गांव सेका में ग्राम पंचायत की एक जमीन पर पार्क बनाने के लिए दीवार बनाने गई थीं। जब बीडीपीओ मौके पर पहुंची तो वहां सरपंच विजय पाल भी मौजूद थे। सरपंच विजय पाल ने बताया कि पहले भी ग्रामीण राजकुमार, राकेश, सतवीर और उनके दो बेटों ने इस मामले में दखल दिया था। जिसके बाद उन्होंने दीवार बनाने से रोक दिया था, क्योंकि वह गांव में किसी तरह की दुश्मनी नहीं चाहते थे। बीडीपीओ चाह रही थी चारदीवारी करना बीडीपीओ के बार-बार दबाव के कारण वहां पर फिर से चारदीवारी लगाने का काम होना था। इस पर बीडीपीओ रेणु कुमारी आज गांव में पहुंची थी। गांव में पहुंचने के बाद बीडीपीओ ने उनको जल्द से जल्द यहां पर चारदीवारी लगाने की बात कही। नाराज लोगों ने कर दिया हमला
इस बात से राजकुमार, राकेश और सतवीर भड़क गए तथा उन्होंने उस पर तथा उसके भाई पर लाठी डंडों व लोहे की रॉड से हमला कर दिया। जिसके चलते वे बुरी तरह घायल हो गए। एसपी से भी मिले ग्रामीण
सरपंच विजयपाल ने बताया कि इस मामले को लेकर ग्रामीण एसपी पूजा वशिष्ठ से भी मिले थे। जिस पर एसपी ने कहा कि वह इस मामले में कार्रवाई करेंगी।