हरियाणा के पानीपत जिले के डाहर टोल प्लाजा के पास सोमवार रात एक ट्रक ने तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्रॉली को पीछे से टक्कर मार दी। जिससे करीब 27 लोग इसकी चपेट में आ गए। जिसमें 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद आरोपी ट्रक को मौके पर छोड़कर फरार हो गए। वहीं, हादसे के बाद आरोपी ट्रक को मौके पर छोड़कर फरार हो गए। हादसे का शिकार हुए सभी श्रद्धालु चुलकाना धाम जा रहे थे। हादसे के बाद मौके पर काफी चीख-पुकार मच गई। राहगीरों ने पुलिस को सूचना देकर मौके पर बुलाया। राहगीरों की मदद से घायलों को तुरंत एंबुलेंस से नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया। जहां चेकअप के बाद डॉक्टरों ने दो को मृत घोषित कर दिया। जबकि 25 में से करीब 20 को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। बाकी को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। हर साल की तरह इस बार भी निकाली जा रही थी यात्रा जानकारी देते हुए दीपक ने बताया कि वह पानीपत के गांव शेरा का रहने वाला है। उसके पिता छतरपाल(36) थे। गांव के करीब 35 लोग सोमवार की शाम करीब 6 बजे हर साल की तरह इस बार भी चुलकाना धाम पैदल यात्रा के लिए निकले थे। यात्रा में एक ट्रैक्टर-ट्रॉली भी ले गए थे। ताकि बच्चे, महिलाएं जो भी यात्रा के दौरान थके, वह उस पर बैठ जाए। रात करीब 10 बजे जब से गांव नौल्था के पास पहुंचे, तो वहां पीछे से एक तेज रफ्तार ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी। जिससे 27 लोग उसकी चपेट में आ गए। हादसे में उसके पिता छतरपाल व आशु (16) की मौके पर ही मौत हो गई थी। हादसे में ये हुए घायल हादसे में आकाश, राजेश, रूपा, अजय, वंश, दक्ष, अजीत, शुभम, अमन, अशोक, चिंटू, काजल, बिमला, अमन, साजन, सागर, मन्नु, अशोक, अनमोल, मिनाक्षी व सूरजभान घायल हुए है। वहीं, मृतक छत्ररपाल पेशे से बाइक मिस्त्री था। जोकि हादसे के वक्त ट्रैक्टर भी चला रहा था। वह दो बेटों का पिता था। मृतक आशु 10वीं कक्षा का छात्र था। उसकी एक छोटी बहन है। हरियाणा के पानीपत जिले के डाहर टोल प्लाजा के पास सोमवार रात एक ट्रक ने तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्रॉली को पीछे से टक्कर मार दी। जिससे करीब 27 लोग इसकी चपेट में आ गए। जिसमें 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद आरोपी ट्रक को मौके पर छोड़कर फरार हो गए। वहीं, हादसे के बाद आरोपी ट्रक को मौके पर छोड़कर फरार हो गए। हादसे का शिकार हुए सभी श्रद्धालु चुलकाना धाम जा रहे थे। हादसे के बाद मौके पर काफी चीख-पुकार मच गई। राहगीरों ने पुलिस को सूचना देकर मौके पर बुलाया। राहगीरों की मदद से घायलों को तुरंत एंबुलेंस से नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया। जहां चेकअप के बाद डॉक्टरों ने दो को मृत घोषित कर दिया। जबकि 25 में से करीब 20 को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। बाकी को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। हर साल की तरह इस बार भी निकाली जा रही थी यात्रा जानकारी देते हुए दीपक ने बताया कि वह पानीपत के गांव शेरा का रहने वाला है। उसके पिता छतरपाल(36) थे। गांव के करीब 35 लोग सोमवार की शाम करीब 6 बजे हर साल की तरह इस बार भी चुलकाना धाम पैदल यात्रा के लिए निकले थे। यात्रा में एक ट्रैक्टर-ट्रॉली भी ले गए थे। ताकि बच्चे, महिलाएं जो भी यात्रा के दौरान थके, वह उस पर बैठ जाए। रात करीब 10 बजे जब से गांव नौल्था के पास पहुंचे, तो वहां पीछे से एक तेज रफ्तार ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी। जिससे 27 लोग उसकी चपेट में आ गए। हादसे में उसके पिता छतरपाल व आशु (16) की मौके पर ही मौत हो गई थी। हादसे में ये हुए घायल हादसे में आकाश, राजेश, रूपा, अजय, वंश, दक्ष, अजीत, शुभम, अमन, अशोक, चिंटू, काजल, बिमला, अमन, साजन, सागर, मन्नु, अशोक, अनमोल, मिनाक्षी व सूरजभान घायल हुए है। वहीं, मृतक छत्ररपाल पेशे से बाइक मिस्त्री था। जोकि हादसे के वक्त ट्रैक्टर भी चला रहा था। वह दो बेटों का पिता था। मृतक आशु 10वीं कक्षा का छात्र था। उसकी एक छोटी बहन है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पलवल में विवाहिता की संदिग्ध मौत:पिता ने लगाए हत्या के आरोप, कहा- दहेज के लिए किया बेटी का मर्डर
पलवल में विवाहिता की संदिग्ध मौत:पिता ने लगाए हत्या के आरोप, कहा- दहेज के लिए किया बेटी का मर्डर पलवल जिले में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। मृतका के परिजनों ने दहेज की मांग पूरी न होने पर पति, सास और देवरों पर हत्या करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि 3 दिन पहले आरोपियों ने विवाहिता के साथ मारपीट कर मायके से 2 लाख रुपए लेकर आने के लिए कहा था। होडल थाना पुलिस ने मृतका के पिता के बयान पर कार्रवाई करते हुए शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मामला दर्ज कर लिया जाएगा। दहेज को लेकर की थी मारपीट उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के ऐलमपुर गांव निवासी चरण सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि करीब 6 साल पहले उसने अपनी 26 वर्षीय बेटी गुंजन की शादी रेलवे रोड़ होडल निवासी लखविंद्र उर्फ देवा के साथ की थी। शादी में दिए दहेज से ससुराल वाले खुश नहीं थे। दहेज की मांग को लेकर आए दिन उसकी बेटी के साथ मारपीट करते थे। 10 अक्टूबर को उसकी बेटी गुंजन ने उनके पास फोन किया कि पति लखविंद्र, सास पुष्पा, देवर अंकित व सौरव ने उसके साथ मारपीट की है। परिजनों ने लगाए हत्या के आरोप आरोपी उससे 2 लाख रुपए लाने के लिए कह रहे हैं। वह अपने भाई के साथ गुंजन की ससुराल पहुंचा तो उसके शरीर पर चोटों के निशान थे। आरोपियों को समझाने का प्रयास किया तथा गुंजन को साथ भेजने के लिए कहा, परंतु उन्होंने नहीं भेजा। रविवार रात को लखविंद्र का फोन आया कि गुंजन ने फांसी लगा ली है। वह तुरंत गुंजन की ससुराल पहुंचा तो आरोपियों ने कहा कि गुंजन की मौत हार्ट अटैक के कारण हुई है। गुंजन के गले पर निशान है। उन्हें शक है कि लखविंद्र, पुष्पा, अंकित और सौरव ने उसकी बेटी गुंजन को फांसी लगाकर हत्या की है। जांच में जुटी पुलिस होडल थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि मृतका गुंजन के पिता ने जो शिकायत दी है, उसकी जांच की जा रही है। फिलहाल शव को पोस्टमॉर्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा कांग्रेस कोर्ट जाने के लिए सबूत जुटा रही:चुनाव हारे 53 नेता दिल्ली तलब, 8 सदस्यीय कमेटी पूछेगी 4 सवाल
हरियाणा कांग्रेस कोर्ट जाने के लिए सबूत जुटा रही:चुनाव हारे 53 नेता दिल्ली तलब, 8 सदस्यीय कमेटी पूछेगी 4 सवाल हरियाणा में कांग्रेस हार के मंथन के साथ-साथ हार के सबूत भी तलाश रही है। इसके लिए आज (9 नवंबर) को दिल्ली में कांग्रेस की हार के कारण जानने के लिए बनाई गई 8 मेंबरी कमेटी की मीटिंग होगी। बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान और हरियाणा कांग्रेस सह प्रभारी जितेंद्र बघेल करेंगे। कांग्रेस का मानना है कि भाजपा हेराफेरी, धन-बल के इस्तेमाल और सरकारी तंत्र की मदद के कारण चुनाव जीती है। पार्टी ने नतीजे सामने आने के बाद चुनाव आयोग से भी गुहार लगाई थी मगर आयोग ने उलटा कांग्रेस को ही आइना दिखा दिया, जिससे खफा होकर कांग्रेस कोर्ट जाने की भी तैयारी कर रही है। इसी केस को दायर करने के लिए वह सबूत एकत्रित कर रही है। कांग्रेस ने इस मीटिंग में विधानसभा चुनाव में हारे हुए सभी 53 नेताओं को दोपहर 12 बजे बुलाया है। इन नेताओं के पास मैसेज पहुंच गए हैं। कांग्रेस ने हार के बाद पहले फैक्ट एंड फाइंडिंग कमेटी बनाई थी, जिसकी रिपोर्ट हाईकमान के पास पेंडिंग है। इसके बाद हाल ही में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने सहप्रभारी से मुलाकात के बाद 8 मेंबर कमेटी बनाई। घोड़ेला बोले- मेरे पास लंबी लिस्ट, खुलासे करूंगा
वहीं मीटिंग में जाने को लेकर पूछे गए सवाल में नलवा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे अनिल मान ने कहा कि वह दिल्ली में बैठक में नहीं जाएंगे। उनको कोई निजी काम है हालांकि मीटिंग के लिए उनके पास मैसेज व कॉल आई थी। वहीं बरवाला से प्रत्याशी रहे पूर्व विधायक रामनिवास घोड़ेला ने बताया कि मीटिंग में वह जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे पास एक लंबी सूची है। मीटिंग में अगर पूछा जाएगा तो मैं इन नामों का खुलासा भी करूंगा जिनके कारण हम हारे। घोड़ेला ने बताया कि सांसद के चुनाव में 53 हजार वोट सांसद को मिलते हैं मगर 3 महीने बाद चुनाव में मुझे 40 हजार वोट मिलते हैं। ऐसे में सवाल तो उठते हैं। मीटिंग में कमेटी के 8 मेंबर के अलावा प्रदेशाध्यक्ष भी रहेंगे… राठौर बोले- भाजपा की कैबिनेट ही चुनाव हार गई
कांग्रेस नेता वीरेंद्र राठौर ने भाजपा के पक्ष में आए चुनावी नतीजों को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा कैबिनेट ने अच्छा काम किया होता तो अनिल विज को छोड़कर सभी कैबिनेट मंत्री क्यों चुनाव हारते? अगर विधायकों ने काम अच्छा काम किया होता तो 11 उम्मीदवारों की जमानत जब्त न होती। भाजपा 89 सीटों पर चुनाव लड़ी और 89 में से 10 कैबिनेट मंत्री चुनाव हारे और 11 लोगों की जमानत जब्त हो गई। फिर बचीं 69 सीटें। ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि ऐसी कौन सी आंधी भाजपा की चल रही थी कि 69 में से 48 सीटें भाजपा जीत गई? आज भी लोग इस नतीजे को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। फैक्ट एंड फाइंडिंग कमेटी सौंप चुकी हाईकमान को रिपोर्ट बता दें कि राहुल गांधी की समीक्षा बैठक के बाद कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल और राजस्थान के कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी की दो सदस्यीय फैक्ट एंड फाइंडिंग कमेटी बनाई थी। दोनों नेताओं ने खुद बैठकर जूम मीटिंग के जरिए एक-एक नेता से वन टू वन बात की। प्रदेश के 90 में से चुनाव हारे 53 नेताओं से उनकी बातचीत हुई। कमेटी ने चुनाव हारे उम्मीदवारों से 4 तरह के सवाल पूछे। जिसके बाद कमेटी ने इसकी लिखित रिपोर्ट तैयार की है। जिसमें EVM से ज्यादा चुनाव के बीच तालमेल की कमी और गुटबाजी की वजह सामने आई है। हालांकि कमेटी हाईकमान को अपनी रिपोर्ट सौंप चुकी है।
हरियाणा के पूर्व MLA ने हार का गुस्सा निकाला:नतीजे आते ही लड़कियों की 18 फ्री बसें बंद कीं; बोले- अब नया विधायक चलाए
हरियाणा के पूर्व MLA ने हार का गुस्सा निकाला:नतीजे आते ही लड़कियों की 18 फ्री बसें बंद कीं; बोले- अब नया विधायक चलाए हरियाणा में रोहतक की महम सीट से चुनाव हारने वाले पूर्व MLA बलराज कुंडू ने लड़कियों के लिए मुफ्त बस सेवा बंद कर दी है। हरियाणा जनसेवक पार्टी के नेता कुंडू ने कहा कि नए MLA अब से बसें चलाएं। कुंडू ने हार के बाद समर्थकों की मीटिंग बुलाई थी। जिसमें इलाके के वोटरों को लेकर गुस्सा जाहिर किया गया। उनका कहना था कि कुंडू ने मुफ्त बसें चलाईं, इसके बावजूद उन्हें हरवा दिया गया। वहीं कुंडू का कहना है कि समर्थकों का गुस्सा था कि लड़कियों को स्कूल-कॉलेज और यूनिवर्सिटी ले जाने वाली फ्री बसें बंद की जाएं। लोगों ने उनकी समाज सेवा का गलत नतीजा दिया है। इसलिए सभी 18 बसें बंद कर दी गई हैं। बलराज कुंडू महम विधानसभा क्षेत्र के गांवों से महम और रोहतक के स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों तक बेटियों को लाने और ले जाने के लिए 18 बसें बंद कर दी हैं। बलराज कुंडू ने कहा कि उनका मन बहुत दुखी है। उसने समाज सेवा को राजनीति के लिए नहीं चुना था। मगर, कार्यकर्ताओं का कहना है कि कुछ साल नए विधायक को बेटियों के लिए बसें चलाने का मौका दिया जाना चाहिए। बसों में 40-42 गांवों की लड़कियां करती हैं सफर
बलराज कुंडू ने 2017-18 में लड़कियों के लिए निशुल्क बसें शुरू की थी। शुरू में 8 बसें चलाई थी और बाद में लगातार बसों की संख्या बढ़ाई गई और अब 18 बसें चल रही थी। इन बसों से लगभग 40-42 गांवों की लड़कियां स्कूल-कॉलेज व यूनिर्सिटी में आती-जाती थी। जिससे लड़कियों को भी सुविधा मिली हुई थी और परिवार पर कोई आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ता था। वहीं सुरक्षित स्कूल, कॉलेज व यूनिवर्सिटी में पढ़ने पहुंच पाती और वापस घर लौट पाती। हर रोज 100 किलोमीटर से ज्यादा सफर करती हैं प्रत्येक बस
इन बसों में लड़कियां हर रोज रोहतक अपने कॉलेज व यूनिवर्सिटी आती-जाती थीं। रोहतक शहर से लड़कियों के गांव 30-40 किलोमीटर पड़ते है ओर लगभग एक बस प्रतिदिन 100 किलोमीटर का सफर करती थी। बसें बंद होने के बाद लड़कियों के पास रोडवेज बसें, प्राइवेट बसें, ऑटो या निजी वाहन में पढ़ने जाने का ऑप्शन बचा हैं। ऐसे में पढ़ने के लिए रोहतक आने वाली लड़कियों को परेशान होना पड़ेगा। निर्दलीय उम्मीदवार बोलीं- कुंडू की सच्चाई सामने आई
महम से निर्दलीय उम्मीदवार रहीं राधा अहलावत ने कहा कि एक चुनाव हार जाने के बाद ही हजपा प्रत्याशी रहे बलराज कुंडू ने बेटियों के लिए चलाई जा रही बसों को बंद कर दिया है। जबकि हमारा परिवार तो 5 चुनाव हार चुका है, इसके बावजूद उनके पति शमशेर खरकड़ा और वे परिवार के साथ हलके के लोगों की सेवा में लगे रहेंगे। भले ही चुनाव हार गए हैं, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी है। लोगों की सेवा और राजनीति में बदलाव को लेकर वे महम में राजनीति करने आए थे। हजपा नेता बलराज कुंडू की सच्चाई लोगों के सामने आ गई है।