हरियाणा के पानीपत शहर में एक प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर के घर में तोड़फोड़ और चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया। घर पर काम करने वाले ठेकेदार को एडवांस देने से मना करने पर वारदात को अंजाम दिया गया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी वापस यूपी फरार हो गए। जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पहले भी 10 हजार एडवांस ले चुके थे आरोपी चांदनीबाग थाना पुलिस को दी शिकायत में नरेंद्र सिंह ने बताया कि वह गांव बुडशाम का रहने वाला है। हाल में वह बलजीत नगर में रहता है। वह एक निजी अस्पताल में डॉक्टर है। वह अपने घर पर टाइल्स, बिजली व पानी की फीटिंग का काम करवा रहा है। टाइल के काम का ठेका नईम निवासी तालाब मोहल्ला कैराना, यूपी को दिया हुआ है। नईम ने दो मिस्त्री दानिश और नावेद काम करने के लिए लगा रखे थे। जिनको 10 हजार रुपए एडवांस दिया हुआ है। बाकी रुपए काम होने के बाद देने थे, लेकिन काम के बीच में ही नईम ने पैसों की मांग की। जिसे 25 नवंबर का समय दिया था। 19 नवंबर की रात को नईम का फोन आया कि आज ही पैसे दे दो। मना किया तो दानिश और नावेद से घर में तोड़फोड़ करवा दी। इतना ही नहीं, लगभग 45 हजार का बिजली का सामान चुरा कर फरार हो गए। वह रात को घर पहुंचा, तो उसे चोरी व तोड़फोड़ होने का पता लगा। हरियाणा के पानीपत शहर में एक प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर के घर में तोड़फोड़ और चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया। घर पर काम करने वाले ठेकेदार को एडवांस देने से मना करने पर वारदात को अंजाम दिया गया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी वापस यूपी फरार हो गए। जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पहले भी 10 हजार एडवांस ले चुके थे आरोपी चांदनीबाग थाना पुलिस को दी शिकायत में नरेंद्र सिंह ने बताया कि वह गांव बुडशाम का रहने वाला है। हाल में वह बलजीत नगर में रहता है। वह एक निजी अस्पताल में डॉक्टर है। वह अपने घर पर टाइल्स, बिजली व पानी की फीटिंग का काम करवा रहा है। टाइल के काम का ठेका नईम निवासी तालाब मोहल्ला कैराना, यूपी को दिया हुआ है। नईम ने दो मिस्त्री दानिश और नावेद काम करने के लिए लगा रखे थे। जिनको 10 हजार रुपए एडवांस दिया हुआ है। बाकी रुपए काम होने के बाद देने थे, लेकिन काम के बीच में ही नईम ने पैसों की मांग की। जिसे 25 नवंबर का समय दिया था। 19 नवंबर की रात को नईम का फोन आया कि आज ही पैसे दे दो। मना किया तो दानिश और नावेद से घर में तोड़फोड़ करवा दी। इतना ही नहीं, लगभग 45 हजार का बिजली का सामान चुरा कर फरार हो गए। वह रात को घर पहुंचा, तो उसे चोरी व तोड़फोड़ होने का पता लगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
फतेहाबाद में 2 वर्षीय बच्ची की मौत:घर के बाहर खेलते हुए जोहड़ में गिरी; खेतों में काम करने गया था परिवार
फतेहाबाद में 2 वर्षीय बच्ची की मौत:घर के बाहर खेलते हुए जोहड़ में गिरी; खेतों में काम करने गया था परिवार हरियाणा के फतेहाबाद के टोहाना खण्ड के गांव नगली में रविवार देर शाम एक 2 वर्ष की बच्ची खेलते समय घर के बाहर बने जोहड़ में डूब गई। घर के लोग खेतों में काम पर गए हुए थे और पीछे से यह दर्दनाक हादसा हो गया। करीब डेढ़ घंटे बाद जब बच्चों की मां घर लौटी और बच्ची घर पर नहीं मिली तो उसकी खोजबीन की गई। बच्ची घर के सामने ही बने जोहड़ में पानी के ऊपर तैरती हुई नजर आई। बच्ची की मां ने जोहड़ में कूद कर बाहर निकाला, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। पूरे गांव में मातम का माहौल है और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। जानकारी के अनुसार टोहाना खंड के गांव नांगली में अमीन खान और सलमा की 2 वर्ष की बेटी अपने भाई व अन्य बच्चों के साथ शाम को घर के बाहर खेल रही थी। परिवार के लोग काम पर गए हुए थे। इसी दौरान बच्ची खेलते खेलते जोहड़ में जा गिरी।आरुषि के चाचा अमीन और मौसी सीमा ने बताया कि करीब डेढ़ घंटे बाद सलमा घर आई तो उसे आरुषि नहीं मिली। जिसके बाद परीजनों ने इधर-उधर उसकी तलाश शुरू कर दी। जब परिजनों ने घर के बाहर कुछ ही दूरी पर बने जोहड़ में देखा तो आरुषि पानी के ऊपर तैरती हुई मिली। सलमा ने तुरंत जोहड़ में छलांग लगा दी और आरुषि को बाहर निकाल लाई उसे संभाल गया तो वह मृत अवस्था में मिली। जिससे वहां चीखो पुकार मच गई और गांव में सनसनी फैल गई। बच्ची के चाचा अमीन ने रोष प्रकट करते हुए बताया कि गांव में तीन अन्य जोहड़ भी है लेकिन सभी की चार दिवारी है लेकिन मात्र इसी जोहड़ की चार दिवारी नहीं की गई और रिहायशी क्षेत्र भी जोहड़ के बिल्कुल किनारे पर 10 फीट दूरी है। बहुत बार में सरपंचों से मांग कर चुके हैं कि जोहड़ की चार दीवारी करवाई जाए। साथ ही लोगों ने गुस्सा प्रकट करते हुए बताया कि जोहड़ की साफ सफाई भी ठीक ढंग से नहीं की जाती पूरे गांव की गंदगी इसी जोड़ में आती है।
हाईकोर्ट पहुंचा HSGMC चुनाव का मामला:SAD ने डाली याचिका; चुनाव लड़ने पर लगी रोक हटाने की मांग, सिंबल भी दिया जाए
हाईकोर्ट पहुंचा HSGMC चुनाव का मामला:SAD ने डाली याचिका; चुनाव लड़ने पर लगी रोक हटाने की मांग, सिंबल भी दिया जाए शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGMC) का चुनाव लड़ने के लिए अपनी अयोग्यता के खिलाफ पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। शिअद को एचएचजीएमसी चुनाव लड़ने के लिए इस आधार पर अयोग्य घोषित कर दिया गया था, कि वह जनप्रतिनिधित्व अधिनियम (RPA) 1951 के तहत भारत के चुनाव आयोग (ECI) के साथ एक पंजीकृत राजनीतिक दल है। हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव 19 जनवरी को होने हैं। शिअद की ओर से पार्टी नेता दलजीत सिंह चीमा ने इस मामले को लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में शिअद ने यह भी अनुरोध किया है कि याचिकाकर्ता पार्टी या उसके प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवंटित किए जाएं तथा उन्हें विधिवत अधिसूचित चुनावों में भाग लेने के लिए अनुमति दी जाए। शिअद की तरफ से ये दी गई दलील शिअद द्वारा उठाया गया मुख्य मुद्दा यह है कि क्या किसी राजनीतिक दल को, जो अधिनियम के प्रावधानों के तहत पंजीकृत है, केवल राजनीतिक दल के रूप में उसकी मान्यता के आधार पर किसी धार्मिक निकाय के चुनाव लड़ने से अयोग्य ठहराया जा सकता है। 18 सितंबर 2023 के आदेश को रद्द करने के लिए निर्देश मांगे गए हैं, जिसके तहत अधिनियम की धारा 29A के तहत ईसीआई के साथ पंजीकृत राजनीतिक दलों को समूह बनाने से रोक दिया गया है। इस प्रकार उन्हें एचएसजीएमसी के चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया है। आयोग ने अपनी अधिकारों का दुरुपयोग किया याचिका के अनुसार, ये आदेश जारी करके हरियाणा गुरुद्वारा आयोग के आयुक्त ने न केवल अपनी क्षमता से परे जाकर काम किया है, बल्कि अपने अधिकार क्षेत्र से भी परे जाकर काम किया है। क्यों कि उन्होंने हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन अधिनियम 2014 की धारा 10 के तहत निर्धारित योग्यता मानदंडों को दोबारा संशोधित किया है। इस प्रकार 2014 एक्ट की धारा 52 के अनुसार, जो शक्तियां और कार्य राज्य विधानमंडल में निहित हैं, उन्हें गुरुद्वारा चुनाव आयुक्त द्वारा योग्यता मानदंड निर्धारित करने के लिए हड़प लिया गया, जो केवल प्रतीकों की सूची प्रकाशित करने के लिए सक्षम थे। ये है चुनाव का पूरा शेड्यूल हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव जनवरी 2025 में होने हैं। 19 जनवरी को वोटिंग होगी। इसके ठीक बाद काउंटिंग शुरू हो जाएगी। चुनाव के संबंध में आज (18 दिसंबर) को अधिसूचना प्रकशित होगी। 20 दिसंबर से 28 दिसंबर तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे। 30 दिसम्बर को नामांकनों की स्क्रुटनी की जाएगी।31 दिसम्बर को नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि है। 1 जनवरी 2025 को दोबारा जांच के लिए भेजी जाने वाले नामांकन पत्रों की जांच होगी। साथ ही वैलिड नामांकनों की भी सूची जारी की जाएगी। 2 जनवरी को सिंबल अलॉट किए जाएंगे। इसके इलावा पोलिंग स्टेशनों की भी सूची जारी की जाएगी। 19 जनवरी को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान है। मतदान के तुरंत बाद मतगणना होगी. जिसके बाद उसी दिन रिजल्ट भी जारी कर दिया जाएगा। EVM से होनी है वोटिंग कुल 40 वार्डों में चुनाव हैं। इसमें कम से कम 25 साल तक के अमृतधारी सिख ही चुनाव लड़ पाएंगे। उसे गुरुमुखी लिपि पढ़नी और लिखनी आनी चाहिए। मतदान इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन यानी कि ईवीएम से कराया जाएगा। गुरुद्वारे का वेतनभोगी सेवक, अपनी दाढ़ी या केश को काटने या साफ करने वाले, शराब या नशीले पदार्थों या हलाल मांस का सेवन करने वाले चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। इसके अलावा मानसिक रूप से अस्वस्थ, दिवालिया घोषित और नैतिक अधमता से संबंधित किसी अपराध में दोषी व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकेंगे।
पानीपत NHM कर्मियों की हड़ताल ने ली जच्चा-बच्चा की जान:एंबुलेंस न मिलने से गर्भवती महिला ने तोड़ा दम; 40 मिनट भटका पति
पानीपत NHM कर्मियों की हड़ताल ने ली जच्चा-बच्चा की जान:एंबुलेंस न मिलने से गर्भवती महिला ने तोड़ा दम; 40 मिनट भटका पति हरियाणा में NHM कर्मियों की हड़ताल चल रही है। पानीपत में इन कर्मियों की हड़ताल ने एक जच्चा-बच्चा की जान ले ली है। दरअसल, एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल के कारण सिवाह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में एक जच्चा-बच्चा को समय पर एंबुलेंस की सेवा नहीं मिल पाई। 40 मिनट तक महिला का पति अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर इधर से उधर घूमता रहा, यहां पर एंबुलेंस थी लेकिन चालक नहीं था। जब पति ई-रिक्शा में पत्नी को लेकर जिला नागरिक अस्पताल में पहुंचा तब तक जच्चा बच्चा की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने पति के बयान के आधार पर पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। इधर, CMO डॉ. जयंत आहूजा ने कहा कि महिला को हार्ट की दिक्कत थी। मामले की जांच चल रही है। जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी। सिवाह PHC में बरती गई लापरवाही जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के गांव कटैया निवासी पिंकू ने बताया कि वह पसीना रोड पर सुंदर कॉलोनी में किराये पर रहता है। यहीं पर वह एक फैक्ट्री में काम करता है। वह एक पौने दो साल के बेटे का पिता है। उसकी पत्नी रेशमा (22) सात माह की गर्भवती थी। रेशमा को शाम पांच बजे प्रसव पीड़ा हुई। वह उसे रिक्शा में सिवाह PHC लेकर पहुंचा। यहां डॉक्टरों ने उसकी जांच की। काफी देर तक जांच करने के बाद रेशमा को सिविल अस्पताल रेफर कर दिया। वह एंबुलेंस सेवा लेना चाहता था, लेकिन उन्हें बताया गया कि एंबुलेंस चालक हड़ताल पर है। लगभग 40 मिनट तक एंबुलेंस के लिए इधर- उधर घूमता रहा। लेकिन उसे एंबुलेंस नहीं मिली। इसके बाद वह ई- रिक्शा में पत्नी रेशमा को सिविल अस्पताल लेकर पहुंचा। यह डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की भी मौत हो गई।