हरियाणा के पानीपत में दो दिन पहले एक डेयरी संचालक युवक ने मामा और उसके परिवार वालों से परेशान होकर सुसाइड किया था। उस वक्त युवक के दोस्त के फोन से एक वॉयस नोट मिला था, जो उसने मरने से पहले भेजा था। अब युवक की मौत के दो दिन बाद उसका फोन चेक किया गया, तो उसमें एक और सुसाइड वॉयस नोट मिला है। जिसमें उसने अपने आरोपी मामा को ही एक वॉयस नोट भेजा हुआ था। युवक रोते हुए मामा को आपबीती बता रहा है। इसके अलावा उसने मामा को कुछ मैसेज भी किए। जिसमें उसने लिखा है कि मेरी मौत की वजह तुम हो। मेरे पास कुछ नहीं बचा, इसलिए मैं मर रहा हूं। अब तो तुम्हें विश्वास हो जाएगा कि मैंने कोई पैसा नहीं छुपा रखा है। जब मेरे पास ही नहीं, तो मैं कहा से 3 लाख भरूं। मैं तो मर रहा हूं। मामा को भेजे वॉइस नोट में ये कहा… मामा जी, मैं इतना दु:खी था, डेढ़ साल हो गए, मुझे पता कैसे ये समय निकाला। मैं तो आपकी मेहनत की कद्र करता था। आपने मुझे हरेक के आगे बेईमान कहा। हर बार कहा कि इसने क्या किया। मैंने तुम्हारे लिए अपनी जान ही दे दी। अब जाते हुए अलविदा कहते हुए मुझे एक बार जरूर कह देना कि बेटा मुझसे गलती हो गई। पत्नी ने शिकायत में कहा- मामा से 70 लाख रुपए का लेन-देन था किला थाना पुलिस को दी शिकायत में कोमल ने बताया कि वह खेल बाजार की रहने वाली है। उसका पति दीपांशु ने छाबड़ा डेयरी खोली हुई थी। उसके पति का मामा संजीव और अनिल के अलावा संजीव के बेटे हर्षित के साथ करीब 70 लाख रुपए का लेन देन था। जिसमें 15 लाख रुपए के चेक भी हैं। ये सभी उसके पति के पैसे नहीं दे रहे थे। लड़के बुलाकर धमकाया पत्नी ने बताया कि इसमें से 3 लाख रुपए पति ने किसी से लेकर दिए हुए थे। ये 3 लाख रुपए पति मांगने के लिए गया तो संजीव ने मना कर दिया। इतना ही नहीं कई लड़कों को बुलवा कर उसे धमकाया और उसके साथ बहसबाजी की। जिससे तंग आकर दीपांशु ने जहरीली चीज खाकर आत्महत्या कर ली। इन लोगों को ठहराया मौत का जिम्मेदार
पत्नी ने पति की आत्महत्या का जिम्मेदार मामा संजीव ,अनिल, हर्षित, शैली, ज्योति, महक व अन्य लोगों को ठहराया है। मरने से पहले दीपांशु ने दोस्त सैनीपुरा के रहने वाले नरेंद्र कुमार के फोन पर सुसाइड करने का वॉयस नोट भेजा था। दोस्त को भेजे वॉयस नोट में क्या कहा… दोस्त नरेंद्र को भेजे वॉयस नोट की शुरुआत में दीपांशु ने कहा कि आपने 1 लाख 81 हजार दिए थे बाऊ जी, 44 हजार रुपए गाय के दिए हुए हैं। इसमें से 95 हजार की भैंस बिक गई, 25 हजार आपके पास आए और 1 कम 70 मेरे पास आए। हमारा ये ही हिसाब है। अच्छा भाई साहब, राम-राम। मेरे मामा ने मेरे साथ बहुत गलत किया है। मुझे मजबूरन जाना पड़ रहा है। यही तक हमारा साथ था। तुमने मेरा बहुत साथ दिया। मेरे पिता का भी साथ देना। किसी को ये मत बताना कि मैंने सुसाइड कर लिया है। राम-राम। मामा का बेटा जुए में हारा, कर्ज चढ़ा परिजनों ने बताया कि लेन-देन का विवाद करीब डेढ़ साल से चल रहा है। संजीव का बेटा हर्षित जुआ सट्टे का आदी था, जोकि काफी कर्जबंद हो गया था। जिसके चलते इन पर करीब 70 लाख का कर्ज था। आरोपियों को उनके भी पैसे देने थे, जिसके चलते उन्होंने पाहवा जनरल स्टोर नाम की दुकान उन्हें दे दी थी। दुकान पर कर्ज वाले आते थे, जिनका कर्ज धीरे-धीरे दीपांशु ने उतारा था, लेकिन मामा संजीव, अनिल और ममेरे भाई हर्षित रुपए वापस लौटने का नाम नहीं ले रहे थे। बल्कि दीपांशु को लगातार धमकियां दे रहे थे और टॉर्चर भी कर रहे थे। अब खुद दीपांशु की भी मार्केट में काफी देनदारी हो गई थी। आरोपियों में संजीव की पत्नी ज्योति, संजीव के बेटे हर्षित की पत्नी शैली और हर्षित की बहन महक भी शामिल है। हरियाणा के पानीपत में दो दिन पहले एक डेयरी संचालक युवक ने मामा और उसके परिवार वालों से परेशान होकर सुसाइड किया था। उस वक्त युवक के दोस्त के फोन से एक वॉयस नोट मिला था, जो उसने मरने से पहले भेजा था। अब युवक की मौत के दो दिन बाद उसका फोन चेक किया गया, तो उसमें एक और सुसाइड वॉयस नोट मिला है। जिसमें उसने अपने आरोपी मामा को ही एक वॉयस नोट भेजा हुआ था। युवक रोते हुए मामा को आपबीती बता रहा है। इसके अलावा उसने मामा को कुछ मैसेज भी किए। जिसमें उसने लिखा है कि मेरी मौत की वजह तुम हो। मेरे पास कुछ नहीं बचा, इसलिए मैं मर रहा हूं। अब तो तुम्हें विश्वास हो जाएगा कि मैंने कोई पैसा नहीं छुपा रखा है। जब मेरे पास ही नहीं, तो मैं कहा से 3 लाख भरूं। मैं तो मर रहा हूं। मामा को भेजे वॉइस नोट में ये कहा… मामा जी, मैं इतना दु:खी था, डेढ़ साल हो गए, मुझे पता कैसे ये समय निकाला। मैं तो आपकी मेहनत की कद्र करता था। आपने मुझे हरेक के आगे बेईमान कहा। हर बार कहा कि इसने क्या किया। मैंने तुम्हारे लिए अपनी जान ही दे दी। अब जाते हुए अलविदा कहते हुए मुझे एक बार जरूर कह देना कि बेटा मुझसे गलती हो गई। पत्नी ने शिकायत में कहा- मामा से 70 लाख रुपए का लेन-देन था किला थाना पुलिस को दी शिकायत में कोमल ने बताया कि वह खेल बाजार की रहने वाली है। उसका पति दीपांशु ने छाबड़ा डेयरी खोली हुई थी। उसके पति का मामा संजीव और अनिल के अलावा संजीव के बेटे हर्षित के साथ करीब 70 लाख रुपए का लेन देन था। जिसमें 15 लाख रुपए के चेक भी हैं। ये सभी उसके पति के पैसे नहीं दे रहे थे। लड़के बुलाकर धमकाया पत्नी ने बताया कि इसमें से 3 लाख रुपए पति ने किसी से लेकर दिए हुए थे। ये 3 लाख रुपए पति मांगने के लिए गया तो संजीव ने मना कर दिया। इतना ही नहीं कई लड़कों को बुलवा कर उसे धमकाया और उसके साथ बहसबाजी की। जिससे तंग आकर दीपांशु ने जहरीली चीज खाकर आत्महत्या कर ली। इन लोगों को ठहराया मौत का जिम्मेदार
पत्नी ने पति की आत्महत्या का जिम्मेदार मामा संजीव ,अनिल, हर्षित, शैली, ज्योति, महक व अन्य लोगों को ठहराया है। मरने से पहले दीपांशु ने दोस्त सैनीपुरा के रहने वाले नरेंद्र कुमार के फोन पर सुसाइड करने का वॉयस नोट भेजा था। दोस्त को भेजे वॉयस नोट में क्या कहा… दोस्त नरेंद्र को भेजे वॉयस नोट की शुरुआत में दीपांशु ने कहा कि आपने 1 लाख 81 हजार दिए थे बाऊ जी, 44 हजार रुपए गाय के दिए हुए हैं। इसमें से 95 हजार की भैंस बिक गई, 25 हजार आपके पास आए और 1 कम 70 मेरे पास आए। हमारा ये ही हिसाब है। अच्छा भाई साहब, राम-राम। मेरे मामा ने मेरे साथ बहुत गलत किया है। मुझे मजबूरन जाना पड़ रहा है। यही तक हमारा साथ था। तुमने मेरा बहुत साथ दिया। मेरे पिता का भी साथ देना। किसी को ये मत बताना कि मैंने सुसाइड कर लिया है। राम-राम। मामा का बेटा जुए में हारा, कर्ज चढ़ा परिजनों ने बताया कि लेन-देन का विवाद करीब डेढ़ साल से चल रहा है। संजीव का बेटा हर्षित जुआ सट्टे का आदी था, जोकि काफी कर्जबंद हो गया था। जिसके चलते इन पर करीब 70 लाख का कर्ज था। आरोपियों को उनके भी पैसे देने थे, जिसके चलते उन्होंने पाहवा जनरल स्टोर नाम की दुकान उन्हें दे दी थी। दुकान पर कर्ज वाले आते थे, जिनका कर्ज धीरे-धीरे दीपांशु ने उतारा था, लेकिन मामा संजीव, अनिल और ममेरे भाई हर्षित रुपए वापस लौटने का नाम नहीं ले रहे थे। बल्कि दीपांशु को लगातार धमकियां दे रहे थे और टॉर्चर भी कर रहे थे। अब खुद दीपांशु की भी मार्केट में काफी देनदारी हो गई थी। आरोपियों में संजीव की पत्नी ज्योति, संजीव के बेटे हर्षित की पत्नी शैली और हर्षित की बहन महक भी शामिल है। हरियाणा | दैनिक भास्कर