हरियाणा में पानीपत जिले के गोयला खुर्द गांव में सरपंच के घर चोरी हो गई। सरपंच के भतीजे ने अनाज खरीदने के लिए अलमारी में 80 हजार की नकदी रखी थी। पांच दिन पहले ही काम पर आया नौकर नकदी चुराकर भाग गया। जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर चोरी का मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। नौकर संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया बापौली थाने में दी शिकायत में तरुण ने बताया कि वह गांव गोयला खुर्द का रहने वाला है। उसका और उसके चाचा ईशम का घर अगल-बगल है। चाचा ईशम यहां के सरपंच भी हैं। चार-पांच दिन पहले चाचा के घर मोनू नाम का नौकर भैंसों पर काम करने आया था। तरुण ने बताया कि उसने चोकर खरीदने के लिए घर की ऊपरी मंजिल पर अलमारी में 80 हजार रुपये रखे थे। 19 अक्टूबर की सुबह मोनू बिना किसी को बताए संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया। उसकी कई जगह तलाश की गई, लेकिन वह नहीं मिला। इसके बाद जब अलमारी चेक की गई तो उसमें रखी 80 हजार की नकदी भी गायब मिली। जिसके बाद मोनू के लापता होने की वजह और नकदी चोरी की कहानी सामने आई। हरियाणा में पानीपत जिले के गोयला खुर्द गांव में सरपंच के घर चोरी हो गई। सरपंच के भतीजे ने अनाज खरीदने के लिए अलमारी में 80 हजार की नकदी रखी थी। पांच दिन पहले ही काम पर आया नौकर नकदी चुराकर भाग गया। जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर चोरी का मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। नौकर संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया बापौली थाने में दी शिकायत में तरुण ने बताया कि वह गांव गोयला खुर्द का रहने वाला है। उसका और उसके चाचा ईशम का घर अगल-बगल है। चाचा ईशम यहां के सरपंच भी हैं। चार-पांच दिन पहले चाचा के घर मोनू नाम का नौकर भैंसों पर काम करने आया था। तरुण ने बताया कि उसने चोकर खरीदने के लिए घर की ऊपरी मंजिल पर अलमारी में 80 हजार रुपये रखे थे। 19 अक्टूबर की सुबह मोनू बिना किसी को बताए संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया। उसकी कई जगह तलाश की गई, लेकिन वह नहीं मिला। इसके बाद जब अलमारी चेक की गई तो उसमें रखी 80 हजार की नकदी भी गायब मिली। जिसके बाद मोनू के लापता होने की वजह और नकदी चोरी की कहानी सामने आई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रोहतक से चारों कांग्रेसी उम्मीदवारों ने भरा नामांकन:पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा रहे मौजूद, जनसभाओं से दिखाई ताकत
रोहतक से चारों कांग्रेसी उम्मीदवारों ने भरा नामांकन:पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा रहे मौजूद, जनसभाओं से दिखाई ताकत रोहतक जिले के चारों कांग्रेसी उम्मीदवारों ने बुधवार को अपना-अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। इस दौरान पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने खुद गढ़ी-सांपला-किलोई विधानसभा से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। वहीं अन्य तीनों उम्मीदवारों के भी नामांकन पत्र दाखिल करवाए। इससे पहले सांपला व रोहतक में जनसभा का आयोजन किया गया। जिसमें पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जनसभा को संबोधित किया और भाजपा को निशाने पर लिया। हुड्डा बोले- 10 साल में भाजपा ने हरियाणा को अत्याचार में बनाया नंबर वन पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस ने उन्हें 10 वर्ष सरकार चलाने का मौका दिया। तो हरियाणा को प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, रोजगार देने में, कानून व्यवस्था, खेल-खिलाड़ियों, बुजुर्गों और किसानों के सम्मान में देश का नंबर वन राज्य बनाया था। लेकिन भाजपा ने 10 साल में इस खुशहाल प्रदेश को बेरोजगारी, महंगाई, अपराध, नशे और दलितों पर अत्याचार के मामले में नंबर वन बना दिया है। अब मैं इस उम्र में अपने लिए नहीं बल्कि जनता के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ना चाहता हूं। इस प्रदेश को एक बार फिर खुशहाली में नंबर वन बनाना चाहता हूं। जल्द जारी होगा कांग्रेस का घोषणा पत्र
हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस का घोषणा पत्र जल्द जारी होगा। कांग्रेस सरकार बनने पर बुजुर्गों को 6 हजार रुपए पेंशन, 500 रुपए में रसोई गैस सिलेंडर, 300 यूनिट बिजली मुफ्त, गरीबों का मुफ्त इलाज, कर्मचारियों को ओपीएस, 2 लाख पक्की भर्तियां और कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने जैसे काम किए जाएंगे। इन्होंने भरा नामांकन
गढ़ी सांपला किलोई – भूपेंद्र सिंह हुड्डा
कलानौर – शकुंतला खटक
रोहतक – भारत भूषण बत्तरा
महम – बलराम दांगी
हरियाणा के शहीद पैरा कमांडो का आज अंतिम संस्कार:पिता बोले- बेटे ने कहा था 15-20 दिन में छुट्टी आऊंगा, अब तिरंगे में लिपटा आएगा
हरियाणा के शहीद पैरा कमांडो का आज अंतिम संस्कार:पिता बोले- बेटे ने कहा था 15-20 दिन में छुट्टी आऊंगा, अब तिरंगे में लिपटा आएगा जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए हरियाणा के लांस नायक पैरा कमांडो का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रदीप का पार्थिव शरीर रविवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचा। जहां उनके पार्थिव शरीर को सलामी देकर हिसार के लिए रवाना किया गया। यहां उनके पार्थिव शरीर को हिसार के मिलिट्री अस्पताल में रखा गया। आज प्रदीप नैन का पार्थिव शरीर जींद के पैतृक गांव जाजनवाला में गाड़ियों और बाइकों के काफिले के साथ लाया जाएगा। उसके बाद सेना की टुकड़ी उन्हें अंतिम सलामी देगी। इसके बाद राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। शहीद के पिता बलवान सिंह ने कहा कि बेटे की शहादत पर हमें गर्व है। ऐसे बच्चे बार-बार नहीं मिलते। प्रदीप में कमांडो बनने का बड़ा जुनून था। कहता था कमांडो बनकर बताऊंगा। बेटा दिलेर था, उसके अंदर किसी चीज का डर नहीं था। बेटे ने कहा था 15-20 छुट्टी आऊंगा। उन्होंने बताया का बेटे ने 3 भर्तियां लगाईं। 2 में फेल हो गया था, तीसरी में भर्ती हुआ। माता-पिता के इकलौते बेटे थे
29 वर्षीय प्रदीप 9 साल पहले सेना में भर्ती हुए थे। इसके बाद उनकी काबिलियत देखकर उन्हें पैरा कमांडो बनाया गया। वह परिवार के इकलौते बेटे थे। कुछ समय बाद वह पिता बनने वाले थे। प्रदीप के अलावा एक और जवान शहीद हुए हैं। आशंका जताई जा रही है कि आतंकी अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की साजिश रच रहे थे। सेना ने शनिवार देर शाम गांव के सरपंच को शहादत की सूचना दी थी। इसके बाद सरपंच ने परिवार को बेटे के शहीद होने के बारे में बताया। इस सूचना के बाद शहीद की गर्भवती पत्नी की तबीयत खराब है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मां-बहन का रो-रोकर बुरा हाल
शहीद की मां और बहन का रो-रोकर बुरा हाल है। प्रदीप की मां की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। उनके मुंह से सिर्फ बेटे के बारे में ही शब्द निकल रहे हैं। मां कह रही कि बेटा तू हमें क्यों छोड़कर चला गया, तेरे बिना हम कैसे जिएंगे। परिजनों का कहना है कि प्रदीप बेहद सीधा-सादा और हंसमुख लड़का था। बचपन से था सेना में जाने का शौक
पड़ोसी गांव के रिटायर्ड सूबेदार जय भगवान ने बताया कि गांव के सरपंच के पास सेना से फोन आया था, उन्होंने बताया कि आपके गांव का बेटा प्रदीप नैन आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हो गया है। परिजनों की प्रदीप से आखिरी बार दो-तीन दिन पहले ही बात हुई थी। प्रदीप नैन 2015 में जाट रेजिमेंट में भर्ती हुए थे। इसके बाद वह पैरा कमांडो में चले गए। उन्हें बचपन से ही सेना में जाने का शौक था। सेना ने दी श्रद्धांजलि… 2022 में बहन और प्रदीप की एक साथ हुई थी शादी
प्रदीप की एक छोटी बहन है। प्रदीप की शादी 2022 में हुई थी। उसी दिन उनकी बहन की शादी भी हुई थी। चाचा ने बताया कि छोटी बहन प्रदीप की लाडली थी। पत्नी गर्भवती, छुट्टी लेकर आने वाला था
चाचा सुशील नैन ने बताया कि शहीद प्रदीप की पत्नी गर्भवती है। प्रदीप कहते थे कि वह अपने पहले बच्चे के जन्म से पहले छुट्टी लेकर घर आ जाएंगे, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। प्रदीप अब तिरंगे में लिपटकर घर आएंगे। लोग कह रहे हैं, एक तो नन्हीं जान जो इस दुनिया में नहीं आई, दूसरे उसकी पत्नी, जिसकी पूरी जिंदगी बाकी है, वह किसके सहारे जिएगी। सीएम सैनी ने जताया शोक
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदीप नैन की शहादत पर शोक जताया है। CM ने सोशल मीडिया पर प्रदीप नैन की फोटो शेयर कर परिवार को सांत्वना दी और उनके बलिदान को अतुलनीय बताया। उन्होंने कहा कि पूरा प्रदेश और सरकार शोकाकुल परिवार के साथ है।
पानीपत में महिला से धोखे से की दूसरी शादी:पीड़िता बोली- पति ने झूठे तथ्यों पर डाला तलाक का केस; जिंदा पत्नी को बताया मृत
पानीपत में महिला से धोखे से की दूसरी शादी:पीड़िता बोली- पति ने झूठे तथ्यों पर डाला तलाक का केस; जिंदा पत्नी को बताया मृत हरियाणा के पानीपत शहर की रहने वाली एक महिला की दूसरी शादी भी अब टूटने के कगार पर है। दरअसल, उसके पति की भी दूसरी शादी हुई है। लेकिन उसने अपनी पहली पत्नी को मृत बताया था। लेकिन वह जिंदा है और तलाकशुदा है। आरोपी पति के पहली पत्नी के दो बेटे भी है। महिला का आरोप है कि पति ने दूसरी शादी तोड़ने के लिए झूठे तथ्यों के आधार पर तलाक केस डाला है। जिसकी शिकायत महिला ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी ससुराल वालों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पहली पत्नी से भी लिया था तलाक पुलिस को दी शिकायत में एक महिला ने बताया कि वह 8 मरला की रहने वाली है। दिसंबर 2021 को उसकी शादी विनोद कुमार उर्फ मनोज निवासी जींद चौक, रोहतक के साथ हुई थी। दोनों की ही यह दूसरी शादी है। उसके पहले पति का देहांत हो चुका है। पीड़ित महिला ने बताया कि उसके दूसरे पति ने शादी से पहले बताया था कि उसकी भी पत्नी का देहांत हो चुका है। लेकिन शादी के बाद पता लगा कि उसकी पहली पत्नी जिंदा है। जिससे उसका तलाक हुआ है। इसके अलावा पहली पत्नी से 2 बेटे भी है। शादी के बाद जब वह ससुराल गई तो शादी के कुछ दिन बाद ससुराल वालों ने उसे ठीक रखा। इसके बाद उससे दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। आरोपी ससुराल वालों ने एक लाख लेकर ससुराल में दी एंट्री आरोपियों ने मकान बनाने के लिए उससे 2 लाख रुपए की मांग की। पैसे ना देने पर उसे घर से भी निकाल दिया। वह 6 माह तक अपने मायके में रही। इसके बाद मायके वालों ने 1 लाख रुपए देकर उसे ससुराल भेजा। कुछ दिनों बाद फिर से उससे रुपए की मांग शुरू कर दी गई। रुपए ना देने पर उसके साथ मारपीट की गई। आरोपियों के खिलाफ दिसंबर 2023 को पुलिस को शिकायत दी गई। जिस दौरान उन्होंने माफी मांग कर समझौता कर लिया था और जल्द ही ससुराल ले जाने की बात कही थी। वे लेने नहीं आए, तो महिला ने मार्च 2024 में फिर पुलिस को शिकायत दी, लेकिन उस पर कार्रवाई नहीं हुई। महिला का आरोप है कि उसके दूसरे पति ने उसके खिलाफ झूठे तथ्य के आधार पर तलाक का मुकदमा दायर किया। वह अपना घर बसाना चाहती है, लेकिन पति और उसके परिजन उसे रखने को तैयार नहीं है।