हरियाणा के पानीपत जिले के इसराना उपमंडल में मार्च में हुए सड़क हादसे मामले में अब केस दर्ज कर लिया गया है। हादसे के वक्त मृतक के साथ उसका चचेरा भाई भी बाइक पर था। जो उस वक्त अपने होश खो बैठा था। पुलिस ने उस वक्त इत्तफाकिया कार्रवाई की थी। अब मामले में भाई ने पुलिस को बताया कि एक तेज रफ्तार कार ने उसकी बाइक को पीछे से टक्कर मारी और मौके से फरार हो गया। पुलिस ने अब शिकायत पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है। टक्कर के बाद डिवाइडर में भरी थी बाइक इसराना थाना पुलिस को दी शिकायत में नवीन ने बताया कि वह गांव मंडी का रहने वाला है। 8 मार्च की शाम करीब साढ़े 6 बजे वह अपने चचेरे भाई अमित के साथ अपनी अपाचे बाइक पर सवार होकर इसराना की ओर जा रहा था। इसराना में फ़्लॉय ओवर शुरू होने से पहले अपनी बाइक को किसी अज्ञात वाहन के पीछे से टक्कर मार दी थी। जहां उनकी बाइक डिवाइडर से जा टकराई थी। दोनों बाइक से नीचे गिर गये। जिस दुर्घटना में चचेरे भाई अमित की मौत हो गई थी। साथ ही उसने नीचे के कलाकार सुधबुध को खो दिया था। जब वह खुद पकड़ा गया, तो उसने एक सफेद गाड़ी को दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद तेज गति से निकलते देखा। लेकिन, उस वक्त इत्फाकिया कार्रवाई करवाते हुए अमित का पोस्टमॉर्टम करवा कर शव ले लिया गया था। उसने सुधबुध खो जाने का असली कारण पुलिस को नहीं बताया था। इसलिए अब वह केस कोमोरैम्बली का उल्लेख करना चाहता है। हरियाणा के पानीपत जिले के इसराना उपमंडल में मार्च में हुए सड़क हादसे मामले में अब केस दर्ज कर लिया गया है। हादसे के वक्त मृतक के साथ उसका चचेरा भाई भी बाइक पर था। जो उस वक्त अपने होश खो बैठा था। पुलिस ने उस वक्त इत्तफाकिया कार्रवाई की थी। अब मामले में भाई ने पुलिस को बताया कि एक तेज रफ्तार कार ने उसकी बाइक को पीछे से टक्कर मारी और मौके से फरार हो गया। पुलिस ने अब शिकायत पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है। टक्कर के बाद डिवाइडर में भरी थी बाइक इसराना थाना पुलिस को दी शिकायत में नवीन ने बताया कि वह गांव मंडी का रहने वाला है। 8 मार्च की शाम करीब साढ़े 6 बजे वह अपने चचेरे भाई अमित के साथ अपनी अपाचे बाइक पर सवार होकर इसराना की ओर जा रहा था। इसराना में फ़्लॉय ओवर शुरू होने से पहले अपनी बाइक को किसी अज्ञात वाहन के पीछे से टक्कर मार दी थी। जहां उनकी बाइक डिवाइडर से जा टकराई थी। दोनों बाइक से नीचे गिर गये। जिस दुर्घटना में चचेरे भाई अमित की मौत हो गई थी। साथ ही उसने नीचे के कलाकार सुधबुध को खो दिया था। जब वह खुद पकड़ा गया, तो उसने एक सफेद गाड़ी को दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद तेज गति से निकलते देखा। लेकिन, उस वक्त इत्फाकिया कार्रवाई करवाते हुए अमित का पोस्टमॉर्टम करवा कर शव ले लिया गया था। उसने सुधबुध खो जाने का असली कारण पुलिस को नहीं बताया था। इसलिए अब वह केस कोमोरैम्बली का उल्लेख करना चाहता है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में फ्री में होगा किडनी-लिवर ट्रांसप्लांट:CM की घोषणा, PGI में मिलेगी सुविधा; सरकार ने 3 लाख का पैकेज फिक्स किया हरियाणा सरकार ने राज्य में लिवर और किडनी के रोगों से जूझ रहे लोगों को बड़ी राहत दी है। CM सैनी ने मुख्यमंत्री मुफ्त इलाज योजना (MMMIY) के तहत पात्र रोगियों को 3 लाख रुपए तक की मुफ्त किडनी और लिवर ट्रांसप्लांट सेवा की मंजूरी दे दी है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना – आयुष्मान भारत (PMJAY-AB) योजना के तहत भी 3 लाख रुपए के विशेष फिक्स्ड किडनी और लिवर ट्रांसपोर्ट पैकेज बनाने को भी मंजूरी दी है। जो इन मरीजों के ट्रांसप्लांट खर्च के बदले दिया जाएगा। स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि इस नई पहल के साथ, चिह्नित मरीज़ पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, रोहतक में बिना किसी खर्च की चिंता के गंभीर किडनी और लिवर प्रत्यारोपण करवा सकेंगे। पहले नहीं थी ऐसी कोई व्यवस्था
हरियाणा के हेल्थ मिनिस्टर ने बताया कि पहले, एमएमएमआईवाई के तहत किडनी या लिवर प्रत्यारोपण से संबंधित खर्चों को कवर करने का कोई प्रावधान नहीं था। जिसके कारण जरुरतमंद रोगियों को उपचार के लिए दुर्गम बाधाओं का सामना करना पड़ता था। पहली बार किसी सरकारी स्वास्थ्य सेवा संस्थान में इस सुविधा की शुरुआत होना इस अंतर को पाटने और समाज के सबसे कमजोर वर्गों को व्यापक देखभाल प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। डॉ गुप्ता ने बताया कि इन फैसला का उद्देश्य उन लोगों को जीवन रक्षक चिकित्सा उपचार प्रदान करना है, जिन्हें इसकी सख्त जरूरत है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वित्तीय बाधाओं के कारण किसी को भी आवश्यक स्वास्थ्य सेवा से वंचित न होना पड़े। बाल चिकित्सा के लिए 44.1 करोड़ जारी
इसके अलावा सीएम नायब सैनी ने जिला अस्पतालों में बाल चिकित्सा एचडीयू-आईसीयू इकाइयों के लिए 44.1 करोड़ रुपए भी जारी किए हैं। 44.1 करोड़ रुपए में से 38.8 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष 21 इंटेंसिविस्ट, 105 ड्यूटी मेडिकल ऑफिसर (ICU में प्रशिक्षित), 420 आईसीयू प्रशिक्षित स्टाफ नर्स, सिस्टर, 105 ओटी-एनेस्थीसिया तकनीशियन और 21 काउंसलर की नियुक्ति होगी। इसके साथ ही आईसीयू के संचालन के लिए नियोजित जनशक्ति से संबंधित रिकॉर्ड बनाए रखने के लिए अलग से विंग बनेगी।
रेवाड़ी में चुनाव से पहले तैयार होगी AIIMS की बिल्डिंग:PWD मंत्री बोले- तेजी से हो रहा काम, 203 एकड़ में निर्माण; 9 साल पहले घोषणा
रेवाड़ी में चुनाव से पहले तैयार होगी AIIMS की बिल्डिंग:PWD मंत्री बोले- तेजी से हो रहा काम, 203 एकड़ में निर्माण; 9 साल पहले घोषणा हरियाणा के रेवाड़ी जिले में बन रहे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को लेकर प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने बड़ा बयान दिया है। डॉ. बनवारी ने कहा-एम्स का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। अक्टूबर तक ओपीडी के लिए भवन बनकर तैयार हो जाएगा। एम्स निर्माण की जिम्मेदारी जिस एजेंसी को मिली है, वह समय पर काम पूरा करने का प्रयास कर रही है। डॉ. बनवारी लाल ने बावल के प्राणपुरा रोड पर गांव तिहाड़ा में बन रहे महिला कॉलेज को लेकर कहा-अगले माह अगस्त में महिला कॉलेज की छात्राओं को अपना भवन मिल जाएगा। कॉलेज भवन का काम लगभग पूरा हो चुका है। निर्माण पूरा होते ही स्टाफ व छात्राओं को नए भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा। बता दें कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए रेवाड़ी जिले में चल रहे विकास कार्यों ने गति पकड़ ली है। दरअसल, हरियाणा सरकार ने 9 साल पहले रेवाड़ी जिले में एम्स बनाने की घोषणा की थी। लेकिन मनेठी गांव की जमीन पर अड़चन आने के कारण कई सालों तक इसका शिलान्यास नहीं हो पाया था। हालांकि बाद में सरकार ने मनेठी को छोड़कर भालखी-माजरा गांव के ग्रामीणों से 200 एकड़ से ज्यादा जमीन खरीदकर प्रक्रिया शुरू कर दी। इसी साल 16 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका शिलान्यास भी किया। 203 एकड़ में बन रहा एम्स 203 एकड़ भूमि पर बनने वाले इस एम्स पर 1,650 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें 720 बेड का अस्पताल, 100 सीटों की क्षमता वाला मेडिकल कॉलेज, 60 सीटों वाला नर्सिंग कॉलेज और 30 बेड वाला आयुष ब्लॉक होगा। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (PMSSY) के तहत बनने वाले इस एम्स से हरियाणा के लोगों को बहुत लाभ होगा। एम्स में ये सुविधाएं होंगी कार्डियोलॉजी, गैस्ट्रो-एंटरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, एंडोक्राइनोलॉजी, बर्न और प्लास्टिक सर्जरी समेत अन्य देखभाल सेवाएं यहां उपलब्ध होंगी। संस्थान में गहन चिकित्सा इकाई, आपातकालीन और ट्रॉमा इकाई, सोलह मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर, डायग्नोस्टिक प्रयोगशालाएं, ब्लड बैंक, फार्मेसी आदि की सुविधाएं भी होंगी।
हरियाणा में हार पर कांग्रेस की रिपोर्ट:गुटबाजी-भीतरघात मेन कारण, नेताओं में तालमेल नहीं; 53 हारे नेताओं से कमेटी की वन टु वन मीटिंग
हरियाणा में हार पर कांग्रेस की रिपोर्ट:गुटबाजी-भीतरघात मेन कारण, नेताओं में तालमेल नहीं; 53 हारे नेताओं से कमेटी की वन टु वन मीटिंग हरियाणा विधानसभा चुनाव में अच्छे माहौल के बावजूद हारी कांग्रेस ने इसके कारण तलाशने शुरू कर दिए हैं। शुरुआत में कांग्रेस हाईकमान ने इसके लिए 2 मेंबरी फैक्ट फाइडिंग कमेटी बनाई। जिसमें छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल और राजस्थान के कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी शामिल हैं। दोनों नेताओं ने खुद बैठकर जूम मीटिंग के जरिए एक-एक नेता से वन टु वन बात की। किसी उम्मीदवार को इसकी रिकॉर्डिंग नहीं करने दी गई। प्रदेश के 90 में से चुनाव हारे 53 नेताओं से उनकी बातचीत हुई। कमेटी ने चुनाव हारे उम्मीदवारों से 4 तरह के सवाल पूछे।जिसके बाद कमेटी ने इसकी लिखित रिपोर्ट तैयार की है। जिसमें EVM से ज्यादा चुनाव के बीच तालमेल की कमी और गुटबाजी की वजह सामने आई है। हालांकि कमेटी मेंबर इसके बारे में कुछ भी कहने से बच रहे हैं। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी को हिसार के 3 उम्मीदवारों ने क्या कहा 1. रामनिवास घोड़ेला- भीतरघात से चुनाव हारे
बरवाला से कांग्रेस उम्मीदवार रहे रामनिवास घोड़ेला ने कहा कि गुटबाजी के कारण कांग्रेस चुनाव हार गई। मेरी विधानसभा में राहुल गांधी का दौरा रहा, मगर कांग्रेस सांसद जयप्रकाश ने रैली के तुरंत बाद बयान दिया कि होर्डिंग्स पर मेरी फोटो नहीं लगाई, जनता इसका बदला लेगी। उस बयान का भी असर रहा। कांग्रेस नेताओं ने खुलकर बगावत की। इनेलो नेता संजना सातरोड़ को वोट डलवाए। कार्यकर्ताओं को फोन कर कहा गया कि रामनिवास को वोट नहीं देने। भीतरघात के कारण चुनाव हारे। 2. रामनिवास राड़ा- कांग्रेस ने ही कांग्रेस को हराया
हिसार से कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास राड़ा ने कहा कि कांग्रेस ने ही कांग्रेस को हराने का काम किया। हिसार के 7-8 नेताओं ने भीतरघात किया। यह नेता हरियाणा के एक गुट से जुड़े नेता हैं। मेरी मदद सिर्फ कुमारी सैलजा ने की। मैं उन नेताओं के घर 2 से 3 बार मदद मांगने गया, मगर मेरा टाइम खराब किया। 3, 4 और 5 अक्टूबर को कांग्रेस कार्यकर्ताओं को खूब टेलिफोन घुमाए और उनका एक ही इशारा था कि रामनिवास राड़ा को हराओ। सावित्री जिंदल को जिताओ। मैंने प्रचार के लिए स्टार प्रचारकों में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अशोक गहलोत के दौरे के लिए अप्लाई किया था, मगर यहां के सीनियर नेताओं ने किसी स्टार प्रचारक का दौरा नहीं होने दिया। 6 EVM ऐसी मिलीं जिनकी बैटरी 99% चार्ज थी। 3. अनिल मान : भीतरघात से चुनाव हारे
नलवा विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार अनिल मान ने बताया कि भीतरघात के कारण चुनाव हारे। संपत सिंह जैसे सीनियर नेताओं ने टिकट न मिलने के कारण भीतरघात किया। संपत सिंह ने भाजपा उम्मीदवार रणधीर पनिहार को वोट डलवाए। EVM का भी बड़ा रोल रहा। कई EVM ऐसी थीं, जिनकी बैटरी 99 प्रतिशत चार्ज थी। अगर यह सब चीजें न रही होतीं तो चुनाव जीत सकते थे। एक उम्मीदवार ने कहा- जाट विरोधी वोटों का ध्रुवीकरण हुआ
एक उम्मीदवार ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हरियाणा चुनाव में जाटों के विरोध में वोटों का ध्रुवीकरण हुआ है। भाजपा ने जाटों को लेकर ऐसा माहौल बना दिया, जो दूसरी जगहों पर मुसलमानों के खिलाफ होता है। दूसरी जातियों को कहा गया कि अगर कांग्रेस जीती तो सब कुछ जाटों के हाथ में चला जाएगा। मैं इससे प्रभावित हुआ। ज्यादा नुकसान तब और हुआ, जब राहुल गांधी के मंच पर रहते हुए भी भूपेंद्र हुड्डा ने मेरे लिए वोट नहीं मांगे। इससे जाटों में यह मैसेज गया कि हुड्डा मेरे समर्थन में नहीं हैं। उन्होंने मुझे वोट नहीं दिए। दूसरे समुदाय ने ध्रुवीकरण की वजह से मुझे वोट नहीं दिए और मैं हार गया। बड़े नेताओं के दौरे का पता नहीं होता था
एक उम्मीदवार ने कमेटी को बताया कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के दौरे के बारे में हमें पता ही नहीं होता था। हम समय पर उनके दौरे के बारे में लोगों तक बात ही नहीं पहुंचा पाते थे। इस वजह से कांग्रेस के हक में जो माहौल बनना चाहिए था, वह नहीं बन पाता था। इस बारे में लालू यादव के समधी और रेवाड़ी से उम्मीदवार चिरंजीव राव के पिता पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव भी कह चुके हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेता संपर्क से बाहर थे
एक उम्मीदवार ने बताया कि चुनाव के बीच हरियाणा की प्रदेश कांग्रेस कमेटी से संपर्क ही नहीं हो पा रहा था। वह न तो आम वर्करों के लिए पहुंच में थे और न ही उनसे फोन पर बात हो पा रही थी। उम्मीदवार ने प्रदेश कांग्रेस को हार का जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उनकी तुलना में कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं से बात करना आसान था। राहुल गांधी ने कहा था- नेताओं के इंटरेस्ट पार्टी से ऊपर हो गए
हरियाणा चुनाव में हुई हार के बाद कांग्रेस ने दिल्ली में समीक्षा मीटिंग बुलाई थी। मल्लिकार्जुन खड़गे के घर हुई इस मीटिंग में राहुल गांधी भी मौजूद थे। यहां राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव हारने की वजह ये है कि हरियाणा के नेताओं के इंटरेस्ट (हित) पार्टी इंटरेस्ट से ऊपर हो गए थे। इसके बाद वे मीटिंग से चले गए। हुड्डा-उदयभान ने EVM को जिम्मेदार ठहराया
चुनाव में हार के बाद प्रदेश कांग्रेस से चुनाव हारने वाले अध्यक्ष उदयभान और पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा था कि EVM की वजह से कांग्रेस की हार हुई। 99% चार्ज EVM से भाजपा जीत रही थी। इसके उलट जो कम चार्ज थीं, उनमें कांग्रेस को बढ़त मिली। ऐसी 20 सीटों की लिखित शिकायत उन्होंने चुनाव आयोग को दी थी। हार के बाद बाबरिया ने इस्तीफे की पेशकश की
हरियाणा में हार के बावजूद अभी तक किसी कांग्रेस नेता ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है। होडल से चुनाव हारने वाले उदयभान भी प्रदेश अध्यक्ष पद पर बने हुए हैं। हालांकि प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने राहुल गांधी को फोन कर इस्तीफे की पेशकश की है। मगर, इसके पीछे उन्होंने खराब सेहत का हवाला दिया है। नेता विपक्ष पद के लिए दावेदारी चल रही
कांग्रेस 37 सीटें जीतकर प्रमुख विपक्षी दल बन चुकी है। ऐसे में अब विपक्षी दल नेता के पद के लिए दावेदारी चल रही है। हुड्डा गुट इस पर भूपेंद्र हुड्डा को ही चाहता है। उनको न बनाने पर झज्जर से विधायक गीता भुक्कल और थानेसर से अशोक अरोड़ा को दावेदार बनाया जा रहा है। सिरसा सांसद कुमारी सैलजा के गुट से पंचकूला के विधायक चंद्रमोहन बिश्नोई का नाम आगे किया गया है। कल (18 अक्टूबर) को इसको लेकर चंडीगढ़ में मीटिंग हुई। जिसमें सारे अधिकार हाईकमान को दिए गए। जिसके बाद 4 ऑब्जर्वरों ने विधायकों से वन टु वन मीटिंग की और वापस रवाना हो गए।