पिता की गोली से मासूम बेटी की मौत:कानपुर में बहन विदा होते ही भाई अरेस्ट, मंडप में रोने की आवाजें; दूसरी बहन की शादी टली

पिता की गोली से मासूम बेटी की मौत:कानपुर में बहन विदा होते ही भाई अरेस्ट, मंडप में रोने की आवाजें; दूसरी बहन की शादी टली

कानपुर में बहन की शादी में हर्ष फायरिंग के लिए तमंचा लाना एक परिवार के लिए काल बन गया। बारात आने से ठीक एक दिन पहले हल्दी की रस्म चल रही थी। तभी गोली चलने से 2 साल की बच्ची की मौत हो गई। शादी टाली तो नहीं गई, मगर सिर्फ 15 बाराती आए। रस्में पूरी कराने के बाद भोर में ही दुल्हन विदा करा ले गए। इसके बाद पुलिस ने आरोपी पिता पर FIR दर्ज कर उसे अरेस्ट कर लिया। दूसरी बहन की शादी 23 नवंबर को होने वाली थी, जिसे टाल दिया गया। शादी में तमंचा कहां से आया? पुलिस ने पूरे मामले में क्या एक्शन लिया? किस तरह एक लापरवाही से पूरे परिवार की खुशियां बिखर गईं। पढ़ें रिपोर्ट… राहुल तमंचा साफ कर रहा था, तभी गोली चली
भास्कर टीम कल्याणपुर के नानकारी चकरतनपुर गांव पहुंची। यहां नरेश यादव रहते हैं। उनके परिवार में पत्नी सीता देवी, चार बच्चे रिंकी, शिवानी, राहुल और अभिषेक हैं। 17 नवंबर को शिवानी की शादी थी। 23 नवंबर को दूसरी बेटी रिंकी की शादी होनी थी। 16 नवंबर को शिवानी की हल्दी की रस्म चल रही थी। इसी दौरान घर में रखे तमंचे से गोली चल गई। राहुल की ढाई साल की बेटी गौरी की मौत हो गई। लोगों का कहना था कि राहुल तमंचे की सफाई कर रहा था, तभी गोली चली। इसके बाद न तो शिवानी के घर शहनाई बजी और न ही ढोल पर बाराती नाचे। शिवानी ने तो भतीजी की मौत के गम में शादी तक से इनकार कर दिया, मगर परिवार वालों ने उसे किसी तरह मनाया। वर पक्ष को इस हादसे के बारे में फोन पर बताया गया। इसके बाद सिर्फ 15 बाराती पहुंचे। शादी की रस्म पूरी की गई। फिर 18 नवंबर की भोर में 4 बजे ही दुल्हन को विदा कर दिया गया। दुल्हन की विदाई होते ही कल्याणपुर पुलिस ने बच्ची गौरी की मां सुमन की तहरीर पर उसके पति राहुल यादव के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की एफआईआर दर्ज की। राहुल को अरेस्ट कर लिया। सोमवार को बच्ची का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं, पिता राहुल को जेल भेज दिया गया। परिवार के आधे लोग अंतिम संस्कार में, तो आधे कल्याणपुर थाने में मौजूद रहे। अफसरों से मिन्नत करते रहे कि उनके बेटे से गलती हुई है, माफ कर दीजिए…अपनी ही बेटी की जान कौन लेता है। दुल्हन की मेहंदी रस्म में हादसा हुआ
घर पर हमारी मुलाकात दुल्हन की बहन रिंकी से हुई। उन्होंने हादसे पर कहा- मेरी दीदी शिवानी ने शादी से ही मना कर दिया था। मगर परिवार के लोगों ने उन्हें किसी तरह से मनाया। लड़के के परिवार से गुजारिश की गई कि बैंड बाजा के साथ बारात ना लाए। इसके बाद शिवानी शादी के लिए मानी। एक तो मेरी भतीजी अब इस दुनिया में नहीं रही। फिर विदाई ने मेरी दीदी को अंदर तक तोड़ दिया होगा। परिवार के लोग भी विदाई के दौरान अपने आंसू रोक नहीं पा रहे थे। जैसे-तैसे बेटी को विदा किया। रिंकी ने बताया कि अब 23 नवंबर को मेरी भी शादी होनी थी। हमने रिंकी से पूछा- उस रात हुआ क्या था? उसने कहा- हम सभी लोग मेहंदी लगा रहे थे। अचानक गोली चलने की आवाज आई। सब उस तरफ भागे। भतीजी लहूलुहान पड़ी थी। लोग उसको लेकर हैलट गए, मगर बचाया नहीं जा सका। हम लोगों को तो बाद में पता चला कि गौरी की मौत गोली लगने से हुई है। भैया बहुत परेशान थे। खुद ही पुलिस के सामने जाकर हाजिर हो गए। रिंकी ने बताया- भाभी ने एफआईआर नहीं कराई। पुलिस ने दबाव बनाया था कि तहरीर दे दो नहीं तो पूरे परिवार पर कार्रवाई होगी। इस वजह से भाभी के नाम से तहरीर दी गई है। रिंकी ने बताया कि दोनों बहनों की शादी एक ही दिन होनी थी। लेकिन कुंडली के आधार पर तिथि नहीं मिली। पिता बोले- ऐसी गलती कोई न करे
इसके बाद भास्कर टीम पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंची। यहां बच्ची के दादा नरेश यादव और मामा राजेश से मुलाकात हुई। दादा नरेश यादव ने कहा- पल भर में क्या हो गया, कुछ समझ ही नहीं आया। बेटे की एक गलती से पूरे घर की लाडली पोती की जान चली गई। एक बेटी की तो शादी जैसे-तैसे करके विदा कर दिया। लेकिन दूसरी की शादी 23 नवंबर को होनी है। मुझे लग नहीं रहा कि दूसरी बेटी की शादी कर पाऊंगा। कोट-पैंट में ही पहुंचे पोस्टमॉर्टम हाउस
शादी में शामिल होने पहुंचे बच्ची के मामा राजेश कुमार समेत अन्य रिश्तेदार को कपड़े बदलने का मौका ही नहीं मिला। कोई कोट पैंट तो कोई शेरवानी में दिखा। गौरी के मामा राजेश कुमार ने बताया- हम लोगों को पता ही नहीं चला कि कैसे और कब गोली चल गई। तमंचा कहां से घर में आया।
अब पत्नी ने FIR में क्या लिखा, ये पढ़िए
गौरी की मां सुमन के मुताबिक, 16 नवंबर को मैं रसोई में काम कर रही थी। मेरी बेटी गौरी (उम्र-करीब 2 वर्ष 2 महीने) घर के अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी। 17 नवंबर को मेरी ननद शिवानी की शादी थी। घर में रिश्तेदार थे। शाम को करीब 7 बजे मेरे पति से अचानक गोली चल गई जो आंगन में खेल रही मेरी बेटी गौरी को लग गई। घबराकर मैं और मेरे पति राहुल और सास–ससुर उसका इलाज कराने के लिए अस्पताल लेकर भागे। किसी भी निजी अस्पताल ने गोली लगने के चलते एडमिट नहीं किया और मेरी बच्ची की मौत हो गई। ——————————————— हादसे में बच्चे की मौत की यह खबर भी पढ़ें : दीवार तोड़कर स्कूल में घुसी कार, एक बच्चे की मौत:कानपुर में घर के बाहर खेल रहे थे मासूम कानपुर में तेज रफ्तार कार दीवार तोड़कर स्कूल में घुस गई। हादसे में एक बच्चे की मौत हो गई। जबकि दूसरे की हालत गंभीर है। दोनों बच्चे अपने घर के बाहर खेल रहे थे। कार बच्चों को कुचलती हुई दीवार तोड़कर स्कूल के अंदर घुस गई। स्कूल की छुट्‌टी हो चुकी थी नहीं तो और भी बड़ा हादसा हो जाता। पढ़ें पूरी खबर… कानपुर में बहन की शादी में हर्ष फायरिंग के लिए तमंचा लाना एक परिवार के लिए काल बन गया। बारात आने से ठीक एक दिन पहले हल्दी की रस्म चल रही थी। तभी गोली चलने से 2 साल की बच्ची की मौत हो गई। शादी टाली तो नहीं गई, मगर सिर्फ 15 बाराती आए। रस्में पूरी कराने के बाद भोर में ही दुल्हन विदा करा ले गए। इसके बाद पुलिस ने आरोपी पिता पर FIR दर्ज कर उसे अरेस्ट कर लिया। दूसरी बहन की शादी 23 नवंबर को होने वाली थी, जिसे टाल दिया गया। शादी में तमंचा कहां से आया? पुलिस ने पूरे मामले में क्या एक्शन लिया? किस तरह एक लापरवाही से पूरे परिवार की खुशियां बिखर गईं। पढ़ें रिपोर्ट… राहुल तमंचा साफ कर रहा था, तभी गोली चली
भास्कर टीम कल्याणपुर के नानकारी चकरतनपुर गांव पहुंची। यहां नरेश यादव रहते हैं। उनके परिवार में पत्नी सीता देवी, चार बच्चे रिंकी, शिवानी, राहुल और अभिषेक हैं। 17 नवंबर को शिवानी की शादी थी। 23 नवंबर को दूसरी बेटी रिंकी की शादी होनी थी। 16 नवंबर को शिवानी की हल्दी की रस्म चल रही थी। इसी दौरान घर में रखे तमंचे से गोली चल गई। राहुल की ढाई साल की बेटी गौरी की मौत हो गई। लोगों का कहना था कि राहुल तमंचे की सफाई कर रहा था, तभी गोली चली। इसके बाद न तो शिवानी के घर शहनाई बजी और न ही ढोल पर बाराती नाचे। शिवानी ने तो भतीजी की मौत के गम में शादी तक से इनकार कर दिया, मगर परिवार वालों ने उसे किसी तरह मनाया। वर पक्ष को इस हादसे के बारे में फोन पर बताया गया। इसके बाद सिर्फ 15 बाराती पहुंचे। शादी की रस्म पूरी की गई। फिर 18 नवंबर की भोर में 4 बजे ही दुल्हन को विदा कर दिया गया। दुल्हन की विदाई होते ही कल्याणपुर पुलिस ने बच्ची गौरी की मां सुमन की तहरीर पर उसके पति राहुल यादव के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की एफआईआर दर्ज की। राहुल को अरेस्ट कर लिया। सोमवार को बच्ची का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं, पिता राहुल को जेल भेज दिया गया। परिवार के आधे लोग अंतिम संस्कार में, तो आधे कल्याणपुर थाने में मौजूद रहे। अफसरों से मिन्नत करते रहे कि उनके बेटे से गलती हुई है, माफ कर दीजिए…अपनी ही बेटी की जान कौन लेता है। दुल्हन की मेहंदी रस्म में हादसा हुआ
घर पर हमारी मुलाकात दुल्हन की बहन रिंकी से हुई। उन्होंने हादसे पर कहा- मेरी दीदी शिवानी ने शादी से ही मना कर दिया था। मगर परिवार के लोगों ने उन्हें किसी तरह से मनाया। लड़के के परिवार से गुजारिश की गई कि बैंड बाजा के साथ बारात ना लाए। इसके बाद शिवानी शादी के लिए मानी। एक तो मेरी भतीजी अब इस दुनिया में नहीं रही। फिर विदाई ने मेरी दीदी को अंदर तक तोड़ दिया होगा। परिवार के लोग भी विदाई के दौरान अपने आंसू रोक नहीं पा रहे थे। जैसे-तैसे बेटी को विदा किया। रिंकी ने बताया कि अब 23 नवंबर को मेरी भी शादी होनी थी। हमने रिंकी से पूछा- उस रात हुआ क्या था? उसने कहा- हम सभी लोग मेहंदी लगा रहे थे। अचानक गोली चलने की आवाज आई। सब उस तरफ भागे। भतीजी लहूलुहान पड़ी थी। लोग उसको लेकर हैलट गए, मगर बचाया नहीं जा सका। हम लोगों को तो बाद में पता चला कि गौरी की मौत गोली लगने से हुई है। भैया बहुत परेशान थे। खुद ही पुलिस के सामने जाकर हाजिर हो गए। रिंकी ने बताया- भाभी ने एफआईआर नहीं कराई। पुलिस ने दबाव बनाया था कि तहरीर दे दो नहीं तो पूरे परिवार पर कार्रवाई होगी। इस वजह से भाभी के नाम से तहरीर दी गई है। रिंकी ने बताया कि दोनों बहनों की शादी एक ही दिन होनी थी। लेकिन कुंडली के आधार पर तिथि नहीं मिली। पिता बोले- ऐसी गलती कोई न करे
इसके बाद भास्कर टीम पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंची। यहां बच्ची के दादा नरेश यादव और मामा राजेश से मुलाकात हुई। दादा नरेश यादव ने कहा- पल भर में क्या हो गया, कुछ समझ ही नहीं आया। बेटे की एक गलती से पूरे घर की लाडली पोती की जान चली गई। एक बेटी की तो शादी जैसे-तैसे करके विदा कर दिया। लेकिन दूसरी की शादी 23 नवंबर को होनी है। मुझे लग नहीं रहा कि दूसरी बेटी की शादी कर पाऊंगा। कोट-पैंट में ही पहुंचे पोस्टमॉर्टम हाउस
शादी में शामिल होने पहुंचे बच्ची के मामा राजेश कुमार समेत अन्य रिश्तेदार को कपड़े बदलने का मौका ही नहीं मिला। कोई कोट पैंट तो कोई शेरवानी में दिखा। गौरी के मामा राजेश कुमार ने बताया- हम लोगों को पता ही नहीं चला कि कैसे और कब गोली चल गई। तमंचा कहां से घर में आया।
अब पत्नी ने FIR में क्या लिखा, ये पढ़िए
गौरी की मां सुमन के मुताबिक, 16 नवंबर को मैं रसोई में काम कर रही थी। मेरी बेटी गौरी (उम्र-करीब 2 वर्ष 2 महीने) घर के अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी। 17 नवंबर को मेरी ननद शिवानी की शादी थी। घर में रिश्तेदार थे। शाम को करीब 7 बजे मेरे पति से अचानक गोली चल गई जो आंगन में खेल रही मेरी बेटी गौरी को लग गई। घबराकर मैं और मेरे पति राहुल और सास–ससुर उसका इलाज कराने के लिए अस्पताल लेकर भागे। किसी भी निजी अस्पताल ने गोली लगने के चलते एडमिट नहीं किया और मेरी बच्ची की मौत हो गई। ——————————————— हादसे में बच्चे की मौत की यह खबर भी पढ़ें : दीवार तोड़कर स्कूल में घुसी कार, एक बच्चे की मौत:कानपुर में घर के बाहर खेल रहे थे मासूम कानपुर में तेज रफ्तार कार दीवार तोड़कर स्कूल में घुस गई। हादसे में एक बच्चे की मौत हो गई। जबकि दूसरे की हालत गंभीर है। दोनों बच्चे अपने घर के बाहर खेल रहे थे। कार बच्चों को कुचलती हुई दीवार तोड़कर स्कूल के अंदर घुस गई। स्कूल की छुट्‌टी हो चुकी थी नहीं तो और भी बड़ा हादसा हो जाता। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर