5 सितंबर को पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी तैयारी शुरू कर दी। पार्टी के नेशनल सेक्रेटरी व सांसद डॉ. संदीप पाठक ने पार्टी की छात्र शाखा छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) की मीटिंग बुलाई है। इसमें चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। वहीं, पार्टी की तरफ से कल छात्र संग चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर सकती है। यह जानकारी पार्टी की तरफ से दी गई है। 5 सितंबर को पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी तैयारी शुरू कर दी। पार्टी के नेशनल सेक्रेटरी व सांसद डॉ. संदीप पाठक ने पार्टी की छात्र शाखा छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) की मीटिंग बुलाई है। इसमें चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। वहीं, पार्टी की तरफ से कल छात्र संग चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर सकती है। यह जानकारी पार्टी की तरफ से दी गई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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जालंधर पहुंचे पंजाबी सिंगर बब्बू मान:करण औजला पर जूता फेंकने की निंदा, बोले- घटना शर्मनाक, सिक्योरिटी के पुख्ता इंतजाम हो
जालंधर पहुंचे पंजाबी सिंगर बब्बू मान:करण औजला पर जूता फेंकने की निंदा, बोले- घटना शर्मनाक, सिक्योरिटी के पुख्ता इंतजाम हो मशहूर पंजाबी सिंगर करण औजला के लंदन में शो के दौरान उन पर जूता फेंक दिया जोकि उनके मुंह पर लगा था। इसे लेकर आज जालंधर में पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री के बड़े गायक बब्बू मान ने उक्त घटना की कड़ी निंदा की है। बब्बू मान से कहा कि, ये घटना शर्मनाक है, करण बहुत प्यारा बच्चा है। करण मेरा छोटा भाई है और पंजाब का नया कलाकार है। उसे प्रोत्साहित करना चाहिए। उनके साथ जो हुआ वो बहुत गलत है। उन्होंने आगे कहा कि सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएं। आखिरी में उन्होंने किसानों के सवाल पर कहा कि, किसान मजदूर एकता जिंदाबाद है, जिंदाबाद थी और रहेगी। तौबा- तौबा गाने से मिली बॉलीवुड में पहचान बॉलीवुड गाना तौबा-तौबा गाने वाले पंजाबी सिंगर करण औजला इन दिनों यूके टूर पर हैं। लंदन में उनके कॉन्सर्ट के दौरान किसी ने उन पर जूता फेंक दिया था। इससे गुस्साए करण औजला ने स्टेज से ही गाली-गलौज शुरू कर दी और जूता फेंकने वाले को स्टेज पर आने की चुनौती भी दी। आखिर में उन्होंने युवाओं से ऐसा न करने और सम्मान देने की अपील की। करण औजला ने पहले स्टेज से गाली देते हुए कहा- रुको… ये कौन था, मैं तुझे स्टेज पर आने के लिए कह रहा हूं। चलो अब एक-एक करके करते हैं। तुमने ऐसा क्यों किया। ऐसा मत करो, सम्मान दो। मूसेवाला के साथ रहा था विवाद करण औजला का असली नाम जसकरण सिंह औजला है। उन्होंने छोटी उम्र में ही अपने माता-पिता को खो दिया था। जस्सी गिल की वजह से औजला म्यूजिक इंडस्ट्री में आए थे। उन्होंने जस्सी गिल के लिए एक गाना लिखा था और वह गाना काफी हिट हुआ था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, करण औजला और सिद्धू मूसेवाला के बीच काफी विवाद हुआ था। दोनों एक-दूसरे को गानों में जवाब देते थे। मूसेवाला की मौत के बाद करण औजला पर भी सवाल उठे थे। लेकिन करण ने कहा था कि उनके और सिद्धू मूसेवाला के बीच कोई कड़वाहट नहीं है। दोनों ने फोन पर बात करके मसला सुलझा लिया था।
जालंधर वेस्ट से विधायक मोहिंदर आज बनेंगे मंत्री:CM मान ने उप-चुनाव में किया था वादा, MLA बलकार की कैबिनेट से छुट्टी तय
जालंधर वेस्ट से विधायक मोहिंदर आज बनेंगे मंत्री:CM मान ने उप-चुनाव में किया था वादा, MLA बलकार की कैबिनेट से छुट्टी तय पंजाब के जालंधर वेस्ट हलके से उप चुनाव में इलैक्शन जीतने वाले AAP विधायक मोहिंदर भगत को आज मंत्री बनाया जाएगा। उन्हें स्पोर्ट्स मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। वहीं, जालंधर के करतारपुर से आप विधायक बलकार सिंह ने कल ही मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। जालंधर शहर के बीचो-बीच के एरिया एमएलए को AAP ने मौका दिया है। सूत्रों के अनुसार भगत को कल कॉल आ गया था। भगत का ज्यादातर एरिया ऐसा है, जहां पर स्पोर्ट्स इंडस्ट्री से जुड़े पंजाब के सबसे बड़े कारोबारी बैठे हैं। ऐसे में आशंका है कि उन्हें स्पोर्ट्स मंत्री बनाया जाएगा। इससे पहले स्पोर्ट्स मंत्री मीन हेयर थे, जिन्होंने लोकसभा चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा दे दिया था। भगत को मंत्री बनाने के लिए CM मान ने किया था वादा जालंधर उप चुनाव के वक्त CM भगवंत मान ने भी वादा किया था कि जालंधर वेस्ट वाले मोहिंदर भगत को एक सीढ़ी चढ़ा दें, दूसरी सीढ़ी वह खुद चढ़ा देंगे। यहां सीएम मान के कहने का मकसद मोहिंदर भगत को मंत्री बनाने से जोड़ा गया। जालंधर अर्बन से AAP सरकार में फिलहाल कोई मंत्री नहीं है। हालांकि जालंधर जिले की करतारपुर सीट से विधायक बलकार सिंह जरूर सरकार में मंत्री हैं। पिता चुन्नी लाल भगत भी मंत्री रह चुके मोहिंदर भगत के पिता चुन्नी लाल भगत भी मंत्री रह चुके हैं। वह अकाली-भाजपा की गठबंधन सरकार में भाजपा के कोटे से मंत्री बने थे। हालांकि अब वह एक्टिव पॉलिटिशियन नहीं है। मोहिंदर भगत ने लोकसभा चुनाव के वक्त AAP जॉइन की थी। इसके बाद उन्हें उप चुनाव में जालंधर वेस्ट से टिकट दिया गया। पूर्व मंत्री भगत ने कहा था कि अब उनका भाजपा या किसी दूसरी पार्टी से संबंध नहीं है। वह राजनीति छोड़ चुके हैं। एकतरफा जीत की यही बड़ी वजह भी जालंधर वेस्ट सीट पर AAP को एकतरफा जीत मिली। उप चुनाव की मतगणना में AAP के मोहिंदर भगत यहां से 37,325 वोटों से जीते। उन्हें 55,246 वोट मिले। इसके उलट उनके खिलाफ चुनाव लड़े भाजपा, कांग्रेस, अकाली दल और निर्दलीय समेत 15 उम्मीदवारों के वोट जोड़ दें तो भी उन्हें कुल 39,363 वोट मिले थे। ऐसे बनी थी उप चुनाव की स्थिति जालंधर वेस्ट सीट पर उप चुनाव की स्थिति उस समय बनी थी, जब AAP के ही विधायक शीतल अंगुराल लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि तब उनका इस्तीफा विधानसभा स्पीकर की तरफ से मंजूर नहीं किया गया था। इसके बाद जैसे ही लोकसभा चुनाव संपन्न हुए तो विधानसभा स्पीकर से मिले थे। साथ ही उन्होंने इस्तीफा वापस लेने की मांग की थी। उनका कहना था कि वह नहीं चाहते है कि दोबारा चुनाव की प्रक्रिया हो। हालांकि इसके बाद स्पीकर ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया। साथ ही निर्वाचन आयोग की तरफ से इस सीट पर चुनाव की घोषणा कर दी गई थी।
नहर ओवरफ्लो, गदईपुर और आसपास के इलाकों में दहशत
नहर ओवरफ्लो, गदईपुर और आसपास के इलाकों में दहशत भास्कर न्यूज | जालंधर गदईपुर के बीच से गुजरती बिस्त दोआब नहर बुधवार को एक बार फिर ओवरफ्लो हो गई। कुछ दिन पहले भी ऐसे ही हालत बन गए थे। बुधवार को गदईपुर व आसपास के इलाके में दहशत का माहौल बन गया। नहर का पानी बाद दोपहर सड़क से होते हुए कॉलोनी में जाना शुरू हो गया। आसपास के इलाकों के लोग व दुकानदार मौके पर पहुंचे तो उन्होंने नहरी विभाग को जानकारी दी। लोगों ने कहा कि नहरी विभाग व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। लोगों में दहशत है कि अगर रात को एकदम पानी आ गया तो हालात चिंताजनक हो सकते हैं। घरों-गलियों में पानी भर जाएगा और गंदगी भी आ जाएगी। इससे बीमारियां भी फैल सकती हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि हफ्ते में तीसरी बार नहर ओवरफ्लो हो गई है। इस बार तो नहर का पानी बाहर सड़क पर आ गया है। इस बारे में नहरी विभाग को पहले ही जानकारी दी गई थी कि नहर में गंदगी और कब्जों के कारण हालात बिगड़ रहे हैं, इसका स्थायी हल निकाला जाए। लेकिन नहरी विभाग के अधिकारियों ने पल्ला झाड़ते हुए सारी बात निगम पर थोप दी। इन दोनों विभागों के बीच आपसी तालमेल न होने के कारण लोगों का बड़ा नुकसान हो सकता है।