पुणे बन गया गुइलेन-बैरे सिंड्रोम का हॉटस्पॉट! महाराष्ट्र में अब तक GBS से 5 की मौतें, 28 वेंटीलेटर पर

पुणे बन गया गुइलेन-बैरे सिंड्रोम का हॉटस्पॉट! महाराष्ट्र में अब तक GBS से 5 की मौतें, 28 वेंटीलेटर पर

<p style=”text-align: justify;”><strong>Guillain-Barre Syndrome: </strong>महाराष्ट्र में गुइलेन बैरे सिंड्रोम (GBS) से संदिग्ध मौतों की संख्या अब बढ़कर सीधे पांच हो गई है. महाराष्ट्र में दुर्लभ बीमारी के कुल 149 संदिग्ध मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 124 मामलों की पुष्टि हो चुकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कल शाम को हुई पुणे में 60 साल के व्यक्ति की मौत, पुणे के वारजे क्षेत्र में 60 साल के व्यक्ति की GBS के कारण मृत्यु हो गई. मरीज की मौत सांस लेने में दिक्कत के कारण हुई,इससे पहले राज्य में चार और संदिग्ध मौतें दर्ज की गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वेंटीलेटर पर 28 मरीज</strong><br />महाराष्ट्र में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम का पुणे में अधिक खौफ देखने को मिल रहा है. सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर किया हुआ है. शुक्रवार (31 जनवरी) &nbsp;तक आईसीयू में 45 मरीज भर्ती थे, जिनकी संख्या अब बढ़कर 83 हो गई है. वेंटिलेटर पर मरीजों की संख्या 18 से बढ़कर 28 हो गई है. दूसरी ओर 38 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिलने से थोड़ी राहत मिली है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम में हैं 17 मरीज</strong><br />पुणे नगर निगम क्षेत्र के गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. यहां अब तक जीबीएस के 82 मामले सामने आए हैं. पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम में 17 मरीज हैं. यह एक गंभीर लेकिन इलाज योग्य बीमारी है. कैम्पिलोबैक्टर जेजूनी नामक जीवाणु जो कम से कम पांच मरीजों के मल के नमूनों में पाया गया था, पानी के नमूनों में नहीं मिला.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शुक्रवार को GBS के मामलों वाले इलाकों में पानी की आपूर्ति करने वाले निजी टैंकरों से लिए गए 15 नमूनों में कोलीफॉर्म और E कोलाई बैक्टीरिया का उच्च स्तर पाया गया. 14 नमूनों में ई. कोलाई की मात्रा 16 प्रति 100 मिलीलीटर से अधिक थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>झारखंड सरकार अलर्ट</strong><br />वहीं, झारखंड सरकार ने शुक्रवार (31 जनवरी) को कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में सामने आ रहे जीबीएस के मामलों के लेकर वह सतर्क है और राज्य में इसके प्रकोप से निपटने के लिए उपाय कर रही है. राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि राज्य के शीर्ष स्वास्थ्य संस्थान रिम्स और अन्य अस्पताल इस बीमारी से निपटने के लिए तैयार रहें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”नागपुर में लिव-इन पार्टनर के रिश्ता तोड़ने पर युवक ने पुलिस थाने में खाया जहर, अस्पताल में भर्ती” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/nagpur-man-consumes-poison-in-police-station-after-break-up-with-live-in-partner-2875582″ target=”_self”>नागपुर में लिव-इन पार्टनर के रिश्ता तोड़ने पर युवक ने पुलिस थाने में खाया जहर, अस्पताल में भर्ती</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Guillain-Barre Syndrome: </strong>महाराष्ट्र में गुइलेन बैरे सिंड्रोम (GBS) से संदिग्ध मौतों की संख्या अब बढ़कर सीधे पांच हो गई है. महाराष्ट्र में दुर्लभ बीमारी के कुल 149 संदिग्ध मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 124 मामलों की पुष्टि हो चुकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कल शाम को हुई पुणे में 60 साल के व्यक्ति की मौत, पुणे के वारजे क्षेत्र में 60 साल के व्यक्ति की GBS के कारण मृत्यु हो गई. मरीज की मौत सांस लेने में दिक्कत के कारण हुई,इससे पहले राज्य में चार और संदिग्ध मौतें दर्ज की गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वेंटीलेटर पर 28 मरीज</strong><br />महाराष्ट्र में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम का पुणे में अधिक खौफ देखने को मिल रहा है. सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर किया हुआ है. शुक्रवार (31 जनवरी) &nbsp;तक आईसीयू में 45 मरीज भर्ती थे, जिनकी संख्या अब बढ़कर 83 हो गई है. वेंटिलेटर पर मरीजों की संख्या 18 से बढ़कर 28 हो गई है. दूसरी ओर 38 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिलने से थोड़ी राहत मिली है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम में हैं 17 मरीज</strong><br />पुणे नगर निगम क्षेत्र के गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. यहां अब तक जीबीएस के 82 मामले सामने आए हैं. पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम में 17 मरीज हैं. यह एक गंभीर लेकिन इलाज योग्य बीमारी है. कैम्पिलोबैक्टर जेजूनी नामक जीवाणु जो कम से कम पांच मरीजों के मल के नमूनों में पाया गया था, पानी के नमूनों में नहीं मिला.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शुक्रवार को GBS के मामलों वाले इलाकों में पानी की आपूर्ति करने वाले निजी टैंकरों से लिए गए 15 नमूनों में कोलीफॉर्म और E कोलाई बैक्टीरिया का उच्च स्तर पाया गया. 14 नमूनों में ई. कोलाई की मात्रा 16 प्रति 100 मिलीलीटर से अधिक थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>झारखंड सरकार अलर्ट</strong><br />वहीं, झारखंड सरकार ने शुक्रवार (31 जनवरी) को कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में सामने आ रहे जीबीएस के मामलों के लेकर वह सतर्क है और राज्य में इसके प्रकोप से निपटने के लिए उपाय कर रही है. राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि राज्य के शीर्ष स्वास्थ्य संस्थान रिम्स और अन्य अस्पताल इस बीमारी से निपटने के लिए तैयार रहें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”नागपुर में लिव-इन पार्टनर के रिश्ता तोड़ने पर युवक ने पुलिस थाने में खाया जहर, अस्पताल में भर्ती” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/nagpur-man-consumes-poison-in-police-station-after-break-up-with-live-in-partner-2875582″ target=”_self”>नागपुर में लिव-इन पार्टनर के रिश्ता तोड़ने पर युवक ने पुलिस थाने में खाया जहर, अस्पताल में भर्ती</a></strong></p>  महाराष्ट्र Mahakumbh Live: Live: महाकुंभ स्नान के बाद लौट रहे 7 यात्रियों की बस हादसे में मौत, 15 लोगों का हालत गंभीर