पूर्व केंद्रीय मंत्री की विपक्ष को नसीहत:बीरेंद्र सिंह बोले- सारे इकट्‌ठा होकर राज्यसभा उम्मीदवार उतारें, रोहतक से दीपेंद्र हुड्‌डा की सीट खाली हुई

पूर्व केंद्रीय मंत्री की विपक्ष को नसीहत:बीरेंद्र सिंह बोले- सारे इकट्‌ठा होकर राज्यसभा उम्मीदवार उतारें, रोहतक से दीपेंद्र हुड्‌डा की सीट खाली हुई

जींद के उचाना हलके के दौरे पर वीरवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता बीरेंद्र सिंह ने हरियाणा में खाली हुई राज्यसभा की सीट को लेकर विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ विपक्ष मिलकर अपना राज्यसभा उम्मीदवार उतारे। सेढ़ा माजरा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बीरेंद्र सिंह ने कहा कि अभी जो लोकसभा के चुनाव हुए है, उसमें 10 राज्यसभा के सदस्य चुनाव जीते हैं। इसलिए उन्होंने राज्यसभा से त्याग पत्र दे दिए। ऐसे में दस सीटें राज्यसभा में रिक्त हुई है। हरियाणा में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा थे और उनके सांसद बनने के बाद अब यह सीट खाली हो गई है। मैं ये समझता हूं कि विपक्ष को मिलकर अपना एक उम्मीदवार राज्यसभा के लिए खड़ा करना चाहिए। भाजपा में भी बहुत से ऐसे विधायक है, जो भाजपा की आर्थिक नीति या हरियाणा के संदर्भ में किसानों के प्रति जो भाजपा का रवैया रहा है, उससे नाखुश हैं। सरकार का युवाओं के प्रति जो रवैया रहा है, डेढ़ से दो लाख नौकरी आज भी खाली हैं। अनेकों ऐसे विषय है, जिनको आधार बनाकर हम मिलकर प्रत्याशी खड़ा करें तो भाजपा को हरा सकते हैं। बीरेंद्र सिंह ने ये भी कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले भी ऐसी स्थिति बनी थी कि भाजपा सरकार हरियाणा में अपना बहुमत खो बैठी थी, इसलिए निर्दलीय विधायक भी उनकी यानी विपक्ष की मदद कर सकते हैं। इस दौरान उनके साथ कार्यकर्ता उपस्थित रहे। जींद के उचाना हलके के दौरे पर वीरवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता बीरेंद्र सिंह ने हरियाणा में खाली हुई राज्यसभा की सीट को लेकर विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ विपक्ष मिलकर अपना राज्यसभा उम्मीदवार उतारे। सेढ़ा माजरा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बीरेंद्र सिंह ने कहा कि अभी जो लोकसभा के चुनाव हुए है, उसमें 10 राज्यसभा के सदस्य चुनाव जीते हैं। इसलिए उन्होंने राज्यसभा से त्याग पत्र दे दिए। ऐसे में दस सीटें राज्यसभा में रिक्त हुई है। हरियाणा में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा थे और उनके सांसद बनने के बाद अब यह सीट खाली हो गई है। मैं ये समझता हूं कि विपक्ष को मिलकर अपना एक उम्मीदवार राज्यसभा के लिए खड़ा करना चाहिए। भाजपा में भी बहुत से ऐसे विधायक है, जो भाजपा की आर्थिक नीति या हरियाणा के संदर्भ में किसानों के प्रति जो भाजपा का रवैया रहा है, उससे नाखुश हैं। सरकार का युवाओं के प्रति जो रवैया रहा है, डेढ़ से दो लाख नौकरी आज भी खाली हैं। अनेकों ऐसे विषय है, जिनको आधार बनाकर हम मिलकर प्रत्याशी खड़ा करें तो भाजपा को हरा सकते हैं। बीरेंद्र सिंह ने ये भी कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले भी ऐसी स्थिति बनी थी कि भाजपा सरकार हरियाणा में अपना बहुमत खो बैठी थी, इसलिए निर्दलीय विधायक भी उनकी यानी विपक्ष की मदद कर सकते हैं। इस दौरान उनके साथ कार्यकर्ता उपस्थित रहे।   हरियाणा | दैनिक भास्कर