पैसे का लालच देकर कराया जा रहा था धर्मांतरण:मेरठ में ब्राहमण निशा पहले खुद ईसाई बनी फिर पास्टर की बेटी से कराई बेटे की शादी

पैसे का लालच देकर कराया जा रहा था धर्मांतरण:मेरठ में ब्राहमण निशा पहले खुद ईसाई बनी फिर पास्टर की बेटी से कराई बेटे की शादी

मेरठ के कंकरखेड़ा के खड़ौली गांव में रविवार को धर्मांतरण का बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस ने जब आरोपियों से पूछताछ की तो कंवर्जन के खेल की परतें खुलती जा रही हैं। पूछताछ में पता चला कि निशा भारद्वाज जो माधवपुरम में अपना मकान छोड़कर खड़ौली में किराए के मकान पर रहती है वो पहले ब्राहमण थी। रवि पास्टर के बहकावे में आकर निशा ने पहले खुद ईसाई धर्म अपनाया। बाद में अपने बेटे की शादी पास्टर की बेटी से करा दी। इस तरह हिंदू निशा ईसाई बन चुकी है। अब वो लोगों को ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार कर धर्मांतरण की बातें कहती हैं। 5 साल पहले पास्टर रवि से मिली थी निशा पुलिस ने मौके से 5 लोगों को हिरासत में लिया था। 7 पर मुकदमा दर्ज किया, इसमें मुख्य आरोपी पास्टर रवि अभी तक फरार है। पुलिस ने बाकी लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने बहुत कुछ बताया। जिस मकान में संडे प्रेयर होती है वो निशा भारद्वाज ने किराए पर लिया है। निशा ने पुलिस पूछताछ में बताया कि 5 साल पहले उसकी मुलाकात पास्टर रवि से हुई। जो मेरठ में सहारनपुर से आते हैं। शादी समारोह में हमारी मुलाकात हुई थी। उन्होंने उसे ईसाई धर्म की जानकारी दी और वो ईसाई बन गई। बाद में उसने अपने बेटे की शादी रवि की बेटी से ईसाई रीति रिवाज से करा दी। फरवरी में पास्टर की बेटी से कराई बेटे की शादी निशा ने बताया कि उसने ईसाई धर्म अपना लिया। वो प्रेयर्स में जाने लगी, अपने साथ बेटे सागर को भी ले जाती। इसी बीच रवि पास्टर की बेटी करीना और निशा के बेटे सागर की दोस्ती हुई। 15 फरवरी 2024 को ईसाई धर्म के रीति रिवाज से सागर और करीना की शादी कराई गई। खड़ौली गांव में रविवार को धर्मांतरण कराने के आरोप में पकड़े गए पांचों आरोपियों को सोमवार को कंकरखेड़ा पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
ये था पूरा मामला
माधवपुरम निवासी निशा भारद्वाज दो महीने से कंकरखेड़ा के खड़ौली गांव में किराए के मकान में रह रही थी। रविवार को विश्व हिंदू परिषद के महानगर मंत्री मनोज त्यागी व रंजना वर्मा ने कार्यकर्ताओं के साथ धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए निशा भारद्वाज के घर के बाहर हंगामा किया था। सूचना पर पहुंची पुलिस को मकान के अंदर से ईसाई धर्म के प्रचार-प्रसार की सामग्री बरामद हुई। विहिप कार्यकर्ताओं का आरोप था कि निशा अपने साथियों के साथ मिलकर लोगों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण करा रही है। पुलिस ने निशा, छाया, मिथलेश, गुलशन और दीपक को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों के खिलाफ विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई।
पास्टर की गिरफ्तारी को लगी 3 टीमें
मुख्य आरोपी रवि पास्टर की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें दबिश दे रही हैं। उसकी गिरफ्तारी के बाद धर्मांतरण के कई राज खुलेंगे। पूर्व में शोभापुर चौकी क्षेत्र के पास धर्मांतरण का मामला प्रकाश में आया था, जिसमें गाजियाबाद, दिल्ली से लेकर विदेश तक धर्मांतरण की फंडिंग का मामला खुला था। पुलिस ने आरोपी रवि की गिरफ्तारी के लिए सहारनपुर में दबिश दी जा रही है। जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा।
24 घंटे में गिरफ्तारी नहीं होने पर करेंगे प्रदर्शन
हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही सोमवार को समर्थकों के साथ खड़ौली गांव पहुंचे। कहा कि अगर पुलिस ने आरोपी की 24 घंटे में गिरफ्तारी नहीं की, तो वह थाने पर धरना प्रदर्शन के लिए मजबूर होंगे।
हर रविवार को मेरठ आता था रवि पास्टर
रवि पास्टर का थाना कुतुबशेर क्षेत्र के मोहल्ला जाटव नगर में मकान है। वह हर रविवार को मेरठ आता था। बाकी दिन घर पर रहता था। सोमवार को रवि घर नहीं पहुंचा। एलआईयू क्षेत्र के लोगों से रवि के बारे में जानकारी लेती रही। जब उसकी मां से इस बारे में जानकारी लेनी चाही तो वह कुछ नहीं बोलीं। जिस तरीके से रवि पास्टर का नाम सामने आया है, उससे आसपास के लोग भी हैरान हैं। आरोपी पास्टर फरार, नहीं होते गिरफ्तार धर्मांतरण के इन मामलों पर हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए। सचिन सिरोही ने कहा कि पुलिस कभी आरोपी पास्टर को पकड़ नहीं सकी है। केवल हिंदूओं को पुलिस धर्मांतरण के नाम पर अरेस्ट कर लेती है। जो खुद पीड़ित हैं, इन घटनाओं के मुख्य आरोपी जो ईसाई पास्टर हैं उनको पुलिस अरेस्ट नहीं करती। कहा कि डेढ़ साल पहले मंगतपुरम में धर्मपरिवर्तन कराने के मामले में पास्टर महेश उसके साथी पर मुकदमा हुआ था। दोनों पास्टर अब तक फरार हैं पुलिस किसी को नहीं पकड़ सकी है। इसी तरह इस मामले में आरोपी पास्टर रवि अब तक फरार है। पुलिस उसे अरेस्ट नहीं कर पाई है। उल्टा दोनों मामलों में पुलिस ने उन हिंदुओं को उठा लिया जिनका धर्मपरिवर्तन जबरन कराया गया है। जो स्वयं पीड़ित हैं। पुलिस का कहना है पूरे मामले में एसएसपी डॉ. विपिन ताडा का कहना है कि पूरे प्रकरण में मुकदमा दर्ज किया गया है, पुलिस ने कुछ लोगो ंको हिरासत में लिया है जिनसे पूछताछ में काफी कुछ सामने आया है। लगातार पूछताछ जारी है। आरोपी पास्टर रवि को पकड़ने के लिए टीमें लगी हैं सहारनपुर पुलिस से भी संपर्क किया गया है। मेरठ के कंकरखेड़ा के खड़ौली गांव में रविवार को धर्मांतरण का बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस ने जब आरोपियों से पूछताछ की तो कंवर्जन के खेल की परतें खुलती जा रही हैं। पूछताछ में पता चला कि निशा भारद्वाज जो माधवपुरम में अपना मकान छोड़कर खड़ौली में किराए के मकान पर रहती है वो पहले ब्राहमण थी। रवि पास्टर के बहकावे में आकर निशा ने पहले खुद ईसाई धर्म अपनाया। बाद में अपने बेटे की शादी पास्टर की बेटी से करा दी। इस तरह हिंदू निशा ईसाई बन चुकी है। अब वो लोगों को ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार कर धर्मांतरण की बातें कहती हैं। 5 साल पहले पास्टर रवि से मिली थी निशा पुलिस ने मौके से 5 लोगों को हिरासत में लिया था। 7 पर मुकदमा दर्ज किया, इसमें मुख्य आरोपी पास्टर रवि अभी तक फरार है। पुलिस ने बाकी लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने बहुत कुछ बताया। जिस मकान में संडे प्रेयर होती है वो निशा भारद्वाज ने किराए पर लिया है। निशा ने पुलिस पूछताछ में बताया कि 5 साल पहले उसकी मुलाकात पास्टर रवि से हुई। जो मेरठ में सहारनपुर से आते हैं। शादी समारोह में हमारी मुलाकात हुई थी। उन्होंने उसे ईसाई धर्म की जानकारी दी और वो ईसाई बन गई। बाद में उसने अपने बेटे की शादी रवि की बेटी से ईसाई रीति रिवाज से करा दी। फरवरी में पास्टर की बेटी से कराई बेटे की शादी निशा ने बताया कि उसने ईसाई धर्म अपना लिया। वो प्रेयर्स में जाने लगी, अपने साथ बेटे सागर को भी ले जाती। इसी बीच रवि पास्टर की बेटी करीना और निशा के बेटे सागर की दोस्ती हुई। 15 फरवरी 2024 को ईसाई धर्म के रीति रिवाज से सागर और करीना की शादी कराई गई। खड़ौली गांव में रविवार को धर्मांतरण कराने के आरोप में पकड़े गए पांचों आरोपियों को सोमवार को कंकरखेड़ा पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
ये था पूरा मामला
माधवपुरम निवासी निशा भारद्वाज दो महीने से कंकरखेड़ा के खड़ौली गांव में किराए के मकान में रह रही थी। रविवार को विश्व हिंदू परिषद के महानगर मंत्री मनोज त्यागी व रंजना वर्मा ने कार्यकर्ताओं के साथ धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए निशा भारद्वाज के घर के बाहर हंगामा किया था। सूचना पर पहुंची पुलिस को मकान के अंदर से ईसाई धर्म के प्रचार-प्रसार की सामग्री बरामद हुई। विहिप कार्यकर्ताओं का आरोप था कि निशा अपने साथियों के साथ मिलकर लोगों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण करा रही है। पुलिस ने निशा, छाया, मिथलेश, गुलशन और दीपक को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों के खिलाफ विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई।
पास्टर की गिरफ्तारी को लगी 3 टीमें
मुख्य आरोपी रवि पास्टर की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें दबिश दे रही हैं। उसकी गिरफ्तारी के बाद धर्मांतरण के कई राज खुलेंगे। पूर्व में शोभापुर चौकी क्षेत्र के पास धर्मांतरण का मामला प्रकाश में आया था, जिसमें गाजियाबाद, दिल्ली से लेकर विदेश तक धर्मांतरण की फंडिंग का मामला खुला था। पुलिस ने आरोपी रवि की गिरफ्तारी के लिए सहारनपुर में दबिश दी जा रही है। जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा।
24 घंटे में गिरफ्तारी नहीं होने पर करेंगे प्रदर्शन
हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही सोमवार को समर्थकों के साथ खड़ौली गांव पहुंचे। कहा कि अगर पुलिस ने आरोपी की 24 घंटे में गिरफ्तारी नहीं की, तो वह थाने पर धरना प्रदर्शन के लिए मजबूर होंगे।
हर रविवार को मेरठ आता था रवि पास्टर
रवि पास्टर का थाना कुतुबशेर क्षेत्र के मोहल्ला जाटव नगर में मकान है। वह हर रविवार को मेरठ आता था। बाकी दिन घर पर रहता था। सोमवार को रवि घर नहीं पहुंचा। एलआईयू क्षेत्र के लोगों से रवि के बारे में जानकारी लेती रही। जब उसकी मां से इस बारे में जानकारी लेनी चाही तो वह कुछ नहीं बोलीं। जिस तरीके से रवि पास्टर का नाम सामने आया है, उससे आसपास के लोग भी हैरान हैं। आरोपी पास्टर फरार, नहीं होते गिरफ्तार धर्मांतरण के इन मामलों पर हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए। सचिन सिरोही ने कहा कि पुलिस कभी आरोपी पास्टर को पकड़ नहीं सकी है। केवल हिंदूओं को पुलिस धर्मांतरण के नाम पर अरेस्ट कर लेती है। जो खुद पीड़ित हैं, इन घटनाओं के मुख्य आरोपी जो ईसाई पास्टर हैं उनको पुलिस अरेस्ट नहीं करती। कहा कि डेढ़ साल पहले मंगतपुरम में धर्मपरिवर्तन कराने के मामले में पास्टर महेश उसके साथी पर मुकदमा हुआ था। दोनों पास्टर अब तक फरार हैं पुलिस किसी को नहीं पकड़ सकी है। इसी तरह इस मामले में आरोपी पास्टर रवि अब तक फरार है। पुलिस उसे अरेस्ट नहीं कर पाई है। उल्टा दोनों मामलों में पुलिस ने उन हिंदुओं को उठा लिया जिनका धर्मपरिवर्तन जबरन कराया गया है। जो स्वयं पीड़ित हैं। पुलिस का कहना है पूरे मामले में एसएसपी डॉ. विपिन ताडा का कहना है कि पूरे प्रकरण में मुकदमा दर्ज किया गया है, पुलिस ने कुछ लोगो ंको हिरासत में लिया है जिनसे पूछताछ में काफी कुछ सामने आया है। लगातार पूछताछ जारी है। आरोपी पास्टर रवि को पकड़ने के लिए टीमें लगी हैं सहारनपुर पुलिस से भी संपर्क किया गया है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर