प्रयागराज के मदरसे पर बुलडोजर एक्शन होगा। प्राधिकरण से बिना नक्शा पास कराए, मदरसा की 3 मंजिला इमारत बनाई गई। अब तक 2700 स्क्वायर फीट में अवैध निर्माण भी मिले हैं। प्राधिकरण ने मदरसा कमेटी को नोटिस जारी किया है। अधिकारियों के मुताबिक, जवाब मिलने के बाद अवैध निर्माणों को ढहाया जाएगा। 27 अगस्त को फेक करेंसी छापते हुए मौलवी समेत 4 की गिरफ्तारी के बाद IB ने जांच शुरू की। मौलवी के कमरे से ऐसे दस्तावेज मिले। जिससे ये साबित हो रहा था कि वह मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों का ब्रेनवाश करता था। जांच एजेंसियों के इनपुट के बाद प्रयागराज विकास प्राधिकरण भी एक्टिव हुआ। यह मदरसा शहर के सबसे पॉश इलाकों में शामिल अतरसुइया में है। एरिया करीब 1.5 बीघा है। जब प्राधिकरण की टीम मौके पर पहुंची। इससे 30 मिनट पहले प्रयागराज पुलिस परिसर को सील करा चुकी थी। प्राधिकरण ने भी अवैध निर्माण का बैनर लगा दिया। प्राधिकरण ने नोटिस में लिखा – मदरसा का नक्शा पास नहीं है। निर्माण से पहले की अनुमति में खानापूर्ति की गई। दस्तावेज में मदरसा का 2700 स्क्वायर फीट वर्ग गज का निर्माण अवैध मिला है। विशेष कार्याधिकारी संजीव उपाध्याय के मुताबिक, मदरसा कमेटी को अब बताना होगा कि निर्माण कैसे और कब-कब कराया गया। कमेटी पदाधिकारियों से जवाब मिलने के बाद परिसर की पैमाइश करवाई जाएगी। इतना तो तय है कि मदरसा की अवैध 3 मंजिला इमारत को ढहाने की कार्रवाई होगी। सोर्स के मुताबिक, मदरसा कमेटी ने PDA अधिकारियों से कुछ समय मांगा है, ताकि नोटिस का जवाब दिया जा सके। 100 करोड़ की कीमत आंकी गई
मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिद-ए-आजम डॉक्टर पांडेय चौराहा के करीब है। रोड से बिल्कुल करीब यह मदरसा शहर के पॉश इलाके में है। कीमत का अंदाजा ऐसे लगा सकते हैं कि मदरसे से सटा 100 वर्गगज का मकान 1 करोड़ कीमत का है। ऐसे में मदरसे की कीमत करीब 100 करोड़ की है। यहां का पता 140 मदरसा कंपाउंड अतरसुइया है, जिसकी दूरी थाने से दूरी सिर्फ 1 किमी है। मुख्य गेट से सटी दीवारें किले जैसी
मदरसा 80 सालों से चलाया जा रहा है। इसके मुख्य गेट से लगी हुई तीन तरफ की दीवारें काफी ऊंची और मोटी हैं, जैसे किले की दीवार होती हैं। डेढ़ बीघा जमीन पर बने मदरसे में 100 से अधिक बच्चों के रहने, खाने, सोने के इंतजाम वाले हॉस्टल हैं। परिसर में 40 कमरे हैं। इसमें 2 बड़े हॉल, 20 बाथरूम, पार्किंग, वजूखाना, नमाज अदा करने की जगह, मेस, एंट्री और एग्जिट के 4 गेट बने हैं। प्रिंसिपल ऑफिस और आवास बने हैं। नोट खपाने के चैनल में शामिल कई चेहरे सामने आना बाकी
100-100 के नोट में फेक करेंसी छापने वाले मौलवी और उसके 3 साथी इस वक्त जेल में हैं। नोट छापने का नेटवर्क कैसे तैयार हुआ। बाजार में नोट खपाने का चैनल कितने लोगों की मदद से खड़ा हुआ। इसमें और कौन-कौन शामिल हैं। ऐसे सवालों के जवाब जानने के लिए पुलिस चारो आरोपियों की कस्टडी रिमांड लेने की तैयारी कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि कोर्ट में अर्जी दाखिल की जाएगी। अनसुलझे 3 सवाल नकली करेंसी केस छानबीन के इनपुट IB-ATS को सौंपे
पुलिस इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि ओडिशा का जाहिर खान नकली नोट बनाने में माहिर है। वही गैंग का मास्टरमाइंड है। मदरसे में उसे अलग से एक कमरा दिया गया था। बच्चों की छुट्टी के बाद वह प्रिंटिंग मशीन से नोट छापता था। इसके बाद नोटों की सफाई और कटिंग की जाती थी। इस काम में अफजल उसका साथ देता था। मदरसे में करीब 3 महीने से नकली नोट छापे जा रहे थे। इस काम में जाहिर ने ओडिशा के भद्रक में रहने वाले अपने भाई से मदद ली थी। उसका भाई पहले प्रयागराज में आधार कार्ड बनाने का काम करता था। उसने ही स्कैनर और प्रिंटिंग मशीन लाकर दी थी। ओडिशा में भी संपर्क किया जा रहा है। पुलिस ने जांच एजेंसी को क्या-कुछ सौंपा मदरसे के अंदर की 2 तस्वीर जो बच्चे मदरसे के लिए आने थे, उन्हें रोका गया
फिलहाल मदरसे के 70 बच्चों को उनके घर भेज दिया गया है। मदरसा कमेटी के 12 लोगों को भी वहां से हटा दिया गया। इसके अलावा काम करने वाले कर्मचारियों को भी वहां से घर भेज दिया गया। करीब 35 बच्चे पहले से अपने घरों को गए थे, वह वापसी करने वाले थे। अब उन्हें बताया जा रहा है कि वह फिलहाल अपने-अपने राज्यों में ही रुकें। अभी मदरसे में न पहुंचें। प्रयागराज प्राधिकरण के अफसर क्या कहते हैं 6 राज्यों की एजेंसियों से बच्चों का डेटा साझा हुआ
जांच एजेंसियां पिछले 6 साल में इस मदरसा से पढ़कर निकले बच्चों को ट्रेस कर रही है। उनका मानना है कि इन बच्चों का ब्रेनवाश किया गया। ऐसे में उनके मेंटल स्टेटस को जानना जरूरी हो जाता है। इन बच्चों का डेटा 6 राज्यों की एजेंसियों के साथ साझा किया गया है। यह भी पढ़ें : मदरसे में छाप रहे थे 100-100 रुपए के नकली नोट: प्रयागराज में मौलवी ने खपाए 5 लाख, 4 आरोपियों में एक 8वीं तो दूसरा 10वीं पास यूपी में प्रयागराज के एक मदरसे में 100-100 रुपए के जाली नोट छापे जा रहे थे। पुलिस ने यहां से 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक ओडिशा का रहने वाला है। इनके पास से 1.30 लाख की फेक करेंसी बरामद की गई है। गिरफ्तार आरोपियों में मदरसे का मौलवी मोहम्मद तफसीरूल भी शामिल है। DCP सिटी दीपक भूकर ने बताया- मामला अतरसुइया इलाके के मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम का है। पढ़िए पूरी खबर… प्रयागराज के मदरसे पर बुलडोजर एक्शन होगा। प्राधिकरण से बिना नक्शा पास कराए, मदरसा की 3 मंजिला इमारत बनाई गई। अब तक 2700 स्क्वायर फीट में अवैध निर्माण भी मिले हैं। प्राधिकरण ने मदरसा कमेटी को नोटिस जारी किया है। अधिकारियों के मुताबिक, जवाब मिलने के बाद अवैध निर्माणों को ढहाया जाएगा। 27 अगस्त को फेक करेंसी छापते हुए मौलवी समेत 4 की गिरफ्तारी के बाद IB ने जांच शुरू की। मौलवी के कमरे से ऐसे दस्तावेज मिले। जिससे ये साबित हो रहा था कि वह मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों का ब्रेनवाश करता था। जांच एजेंसियों के इनपुट के बाद प्रयागराज विकास प्राधिकरण भी एक्टिव हुआ। यह मदरसा शहर के सबसे पॉश इलाकों में शामिल अतरसुइया में है। एरिया करीब 1.5 बीघा है। जब प्राधिकरण की टीम मौके पर पहुंची। इससे 30 मिनट पहले प्रयागराज पुलिस परिसर को सील करा चुकी थी। प्राधिकरण ने भी अवैध निर्माण का बैनर लगा दिया। प्राधिकरण ने नोटिस में लिखा – मदरसा का नक्शा पास नहीं है। निर्माण से पहले की अनुमति में खानापूर्ति की गई। दस्तावेज में मदरसा का 2700 स्क्वायर फीट वर्ग गज का निर्माण अवैध मिला है। विशेष कार्याधिकारी संजीव उपाध्याय के मुताबिक, मदरसा कमेटी को अब बताना होगा कि निर्माण कैसे और कब-कब कराया गया। कमेटी पदाधिकारियों से जवाब मिलने के बाद परिसर की पैमाइश करवाई जाएगी। इतना तो तय है कि मदरसा की अवैध 3 मंजिला इमारत को ढहाने की कार्रवाई होगी। सोर्स के मुताबिक, मदरसा कमेटी ने PDA अधिकारियों से कुछ समय मांगा है, ताकि नोटिस का जवाब दिया जा सके। 100 करोड़ की कीमत आंकी गई
मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिद-ए-आजम डॉक्टर पांडेय चौराहा के करीब है। रोड से बिल्कुल करीब यह मदरसा शहर के पॉश इलाके में है। कीमत का अंदाजा ऐसे लगा सकते हैं कि मदरसे से सटा 100 वर्गगज का मकान 1 करोड़ कीमत का है। ऐसे में मदरसे की कीमत करीब 100 करोड़ की है। यहां का पता 140 मदरसा कंपाउंड अतरसुइया है, जिसकी दूरी थाने से दूरी सिर्फ 1 किमी है। मुख्य गेट से सटी दीवारें किले जैसी
मदरसा 80 सालों से चलाया जा रहा है। इसके मुख्य गेट से लगी हुई तीन तरफ की दीवारें काफी ऊंची और मोटी हैं, जैसे किले की दीवार होती हैं। डेढ़ बीघा जमीन पर बने मदरसे में 100 से अधिक बच्चों के रहने, खाने, सोने के इंतजाम वाले हॉस्टल हैं। परिसर में 40 कमरे हैं। इसमें 2 बड़े हॉल, 20 बाथरूम, पार्किंग, वजूखाना, नमाज अदा करने की जगह, मेस, एंट्री और एग्जिट के 4 गेट बने हैं। प्रिंसिपल ऑफिस और आवास बने हैं। नोट खपाने के चैनल में शामिल कई चेहरे सामने आना बाकी
100-100 के नोट में फेक करेंसी छापने वाले मौलवी और उसके 3 साथी इस वक्त जेल में हैं। नोट छापने का नेटवर्क कैसे तैयार हुआ। बाजार में नोट खपाने का चैनल कितने लोगों की मदद से खड़ा हुआ। इसमें और कौन-कौन शामिल हैं। ऐसे सवालों के जवाब जानने के लिए पुलिस चारो आरोपियों की कस्टडी रिमांड लेने की तैयारी कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि कोर्ट में अर्जी दाखिल की जाएगी। अनसुलझे 3 सवाल नकली करेंसी केस छानबीन के इनपुट IB-ATS को सौंपे
पुलिस इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि ओडिशा का जाहिर खान नकली नोट बनाने में माहिर है। वही गैंग का मास्टरमाइंड है। मदरसे में उसे अलग से एक कमरा दिया गया था। बच्चों की छुट्टी के बाद वह प्रिंटिंग मशीन से नोट छापता था। इसके बाद नोटों की सफाई और कटिंग की जाती थी। इस काम में अफजल उसका साथ देता था। मदरसे में करीब 3 महीने से नकली नोट छापे जा रहे थे। इस काम में जाहिर ने ओडिशा के भद्रक में रहने वाले अपने भाई से मदद ली थी। उसका भाई पहले प्रयागराज में आधार कार्ड बनाने का काम करता था। उसने ही स्कैनर और प्रिंटिंग मशीन लाकर दी थी। ओडिशा में भी संपर्क किया जा रहा है। पुलिस ने जांच एजेंसी को क्या-कुछ सौंपा मदरसे के अंदर की 2 तस्वीर जो बच्चे मदरसे के लिए आने थे, उन्हें रोका गया
फिलहाल मदरसे के 70 बच्चों को उनके घर भेज दिया गया है। मदरसा कमेटी के 12 लोगों को भी वहां से हटा दिया गया। इसके अलावा काम करने वाले कर्मचारियों को भी वहां से घर भेज दिया गया। करीब 35 बच्चे पहले से अपने घरों को गए थे, वह वापसी करने वाले थे। अब उन्हें बताया जा रहा है कि वह फिलहाल अपने-अपने राज्यों में ही रुकें। अभी मदरसे में न पहुंचें। प्रयागराज प्राधिकरण के अफसर क्या कहते हैं 6 राज्यों की एजेंसियों से बच्चों का डेटा साझा हुआ
जांच एजेंसियां पिछले 6 साल में इस मदरसा से पढ़कर निकले बच्चों को ट्रेस कर रही है। उनका मानना है कि इन बच्चों का ब्रेनवाश किया गया। ऐसे में उनके मेंटल स्टेटस को जानना जरूरी हो जाता है। इन बच्चों का डेटा 6 राज्यों की एजेंसियों के साथ साझा किया गया है। यह भी पढ़ें : मदरसे में छाप रहे थे 100-100 रुपए के नकली नोट: प्रयागराज में मौलवी ने खपाए 5 लाख, 4 आरोपियों में एक 8वीं तो दूसरा 10वीं पास यूपी में प्रयागराज के एक मदरसे में 100-100 रुपए के जाली नोट छापे जा रहे थे। पुलिस ने यहां से 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक ओडिशा का रहने वाला है। इनके पास से 1.30 लाख की फेक करेंसी बरामद की गई है। गिरफ्तार आरोपियों में मदरसे का मौलवी मोहम्मद तफसीरूल भी शामिल है। DCP सिटी दीपक भूकर ने बताया- मामला अतरसुइया इलाके के मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम का है। पढ़िए पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर